Delhi Metro Me Mili Hamsafar Hui Hambistar

इस दौरान हमने एक दूसरे के नंगे फोटो भी शेयर करे।
उसका नंगा बदन देख कर मुझे तो उसको चोदने की सनक सवार हो गई, उसके बड़े बड़े बूबे देख कर तो मेरा लंड हिचकोले खाने लगा, जैसे तैसे मैंने मुठ मार कर लंड को संभाला और उसकी चूत और बोबे को ज़ूम कर कर के देखता।

खैर उस रात हम दोनों ने मुठ और उंगली कर के ही संतोष किया।

धीरे धीरे हम कॉल कर के सेक्स की बातें करने लगे और फिर हमने मिलने का प्लान बनाया।
बताई गई जगह और समय पर मैं पहुँच गया तो वो अब तक नहीं आई थी।

कुछ देर इंतेजार करने के बाद मैंने देखा कि एक टैक्सी आकर वहाँ पर रुकी उसका दरवाजा खुला तो मैंने देखा वो कि वो गुलाबी रंग का टॉप और लॉन्ग स्कर्ट में मेरे सामने थी।

उसको देख के मन किया कि यहीं सबके सामने उसके किस कर दूँ, फिर किसी तरह खुद को कंट्रोल करते हुए उसके पास गया तो उसको देख कर दंग रह गया, उसने अपने साइज से छोटी ब्रा पहन रखी थी जिसकी वजह से उसके बोबे दबे हुए थे और ऊपर की तरफ निकले हुए थे जो की उसके टॉप के गले से साफ़ दिखाई दे रहे थे।
उसके गुलाबी होठ जैसे चूसे जाने के लिए बेताब थे, उसकी पतली कमर जैसे कुतिया बन कर चुदाई करने के लिए ही बनी हो।

हमने कैफेटेरिया में जाकर थोड़ा बहुत खाया पीया पर मैं तो बस उसको देखे जा रहा था, उसको पता था कि मैं क्या देख रहा हूँ फिर भी वो बिना किसी रोक टोक के मुझे देखने की इजाज़त दे रही थी।

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मैंने उसको अपने हाथ से खिलाना चाहा तो नहीं मानी फिर एक दो बात कहने पर वो आखिर मान गई, मैंने उसको खिलाया तो उसने भी मुझे अपने हाथों से खिला दिया।

सिनेमा हाल में मस्ती
वहाँ से हमने फिल्म देखने का प्लान बनाया जो मेरे लिए बहुत ही मजेदार होने वाला था।
हम दोनों अंदर चले गए।

अभी थोड़ा समय बाकी था मूवी शुरू होने में तो लोग आ जा रहे थे जैसे ही आना जाना कम हुआ मैंने उसके हाथों को ज़ोर से पकड़ लिया और दबाने लगा और थोड़ी देर बाद ही मैंने अपने होंठ उसके होठों पर रख दिए।

पहले तो उसने ऐसा न करने का बहाना किया और फिर वो भी जोरों से मेरा साथ देने लगी, ऐसा लग रहा था जैसे वो कई महीनों से प्यासी हो!
होठों के साथ साथ मेरा एक हाथ उसके टॉप में जा चुका था जो अपने काम को अच्छी तरह अंजाम दे रहा था।
उसके निप्पल छूने पर वो कभी आआहहह हहहहह कभी आउच जैसी आवाजे,न निकाल कर मेरी कामुकता को और भी बढ़ा रही थी।

अब मेरे होठों ने उसके चूचों को चूसने की इच्छा जताई और मैं झट से उसके फूले हुए चूचे जो अब ब्रा से बाहर आ चुके थे, चूसने लग गया।

उसकी गर्म गर्म सांसों को मैं महसूस कर रहा था, उसकी तेज चलती धड़कनें मुझे साफ़ सुनाई दे रही थी।

मैंने उसका एक हाथ अपनी पैंट में डाल दिया, उसने पता नहीं कब मेरी पैंट पूरी तरह से खोल दी और मेरा एक हाथ उसकी पैंटी के अंदर अपना कमाल दिखा रहा था।
ऐसा लग रहा था वो पहले ही पानी छोड़ चुकी है।
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