गाओं मे बुआ की बेटी के साथ सेक्स

हाय फ्रेंड्स दिस इझ दब्बन्ग, आई ‘एम 23 एज यंग एवरेज फिट बॉय फ्रॉम पुणे, इफ़ एनी गर्ल आंटी वांट्स सीक्रेट रिलेशनशिप आई ‘एम ऑल्वेज़ रेडी… लेट्स स्टार्ट द देसी सेक्स स्टोरी , ये 2 ईयर पहले की स्टोरी है जब मैं ग्रॅजुयेशन मे था छुत्तियो मे गाओं गया था.

मेरे बुआ के पास,, बुआ की एक लड़की है जिसकी उम्र करीब 26 ईयर होगी उस टाइम, मैं बहोत खुश था की राखी दीदी से मिलूँगा वो पहले से ही कमाल की लड़की थी अप्रॉक्स 32,30,34, और उस टाइम मैं भी काफ़ी कुछ सेक्स के बारे मे जान चुका था तो लाइक की मुझे वो बचपन से पसन्द थी, उसके साथ बहोत खेलता था मैं बचपन मे.

जब मैं गया तब वो हॅंडपंप से पानी भर रही थी, जब वो हॅंडपंप चलाती तो उसके बड़े बड़े बूब्स हिलने लगते और बाहर आने की कोशिश करते, घर मे एंटर होते ही ये नज़ारा देख के मेरा 6″ का लंड तंन गया.

बुआ और राखी दी बहोत खुश हुए उनके घर दोनो को छोड़ कर अंकल एंड उनका एक बेटा था जो हमेशा खेती के ही काम मे लगे रहते तो घर मे सिर्फ़ बुआ एंड राखी दी.

मैं जाने के बाद फ्रेश हुआ एंड हम तीनो ने खाना खाया, बुआ ने कहा थक गया होगा तो सो जा शाम को उठाती तुझे, तो मैं ठीक हैं कह कर सो गया, जब उठा तो बुआ खेत मे गई थी अंकल का टिफिन ले कर..

और राखी दी झाड़ू लगा रही थी तो नीचे झुकने की वजह से उसके सावले सावले बूब्स दिख रहे थे मैं तो दीवाना हो गया तभी दी की नज़र मुझपे पड़ी और उसने जान लिया की मैं क्या देख रा था लेकिन वो अंजान बंकर् बोली चल फ्रेश हो जा चाय बना देती तेरे लिए मैने कहा ठीक है..

हमने चाय पी तबतक बुआ भी आगाई मैं बस सपने देख रा था दिन मे कब वो बड़े बड़े तरबूज जैसे बूब्स मेरे हाथ मे आजाए, ऐसे ही टाइम कट रा था हमने डिन्नर किया और सो गये..

रत मे मुझे नींद नही लग रही थी मच्छर काट रहे थे लेकिन ये दोनो तो आराम से सो रही थी, तभी दी उठी बाथरूम जाने के लिए और बाथरूम जाकर आई तो देखा मैं सोया नही हू तो मेरे पास आ कर लेट गई, और बाते करने लगी शहर मे क्या क्या करता है एंड ऑल वो पढ़ाई नही करती थी 5थ स्टॅंडर्ड तक ही पढ़ी थी गाओं मे स्कूल नही था एंड बुआ अंकल शहर मे नही भेजना चाहते थे, मैने जब बताया..

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तो पूछी की तेरी कोई जीएफ़ है क्या मैने बोला नही है, तू क्यू पूछ रही है तो बोली की पड़ोस की एक लड़की शहर मे पढ़ती है उसका बीएफ है और वो हमेशा उसके साथ ही घूमती फिरती रहती है..

उसकी बतो से मैं समझ रहा था की दी को किसी बॉय की ज़रूरत है, अंजान बनके मैने बोला तू नही करती क्या किसिको पसंद तो बोली घर के बाहर नही निकलती तो क्या खाक किसिको पसंद करूँगी..

ऐसेही बात करते करते हम सो गये सुबह जब आँख खुली तब सब उठ चुके थे बुआ टिफिन लेकर खेत जा चुकी थी और दी नहा रही थी घर तो मैं अंजान बंकर् बाथरूम की और गया तो देखा की दीदी ने डोर नही लगाया था वो पूरा खुला था और वो अपनी चूत को सहला रही थी उसके चूत पे बहोत बाल थे और क्या लग रही थी वो पानी मे, मैं यकीन नही कर सकता था की मैं ये नज़ारा देख रा था मैने अपना लंड निकाला एंड मूठ मार रा था फुल तंन गया था लंड मेरी आँखे बंद थी..

दीदी की नज़र मुझपे पड़ी वो बहोत गौर से मेरे लंड को देख रही थी वो पहली बार लंड को देख रही थी उसने अंजान बनते हुए नहा ली जब मेरा फ्लो हुआ तब मैं वाहा से निकल आया पूरा दिन नॉर्मल गया.

रात मे सोने के टाइम दीदी मेरे पास सोई हम दोनो एक ही चद्दर मे थे और वो सोने का नाटक कर रही थी बुआ तो कब की सो गई थी, मुझे नींद नही आ रही थी, मुझे पता नही चला मेरी कब आँख लगी.

जब आँख खुली तो मुझे मेरे लंड पे किसिका हाथ फेरता नज़र आ रा था देखा तो दीदी मेरा लंड लोवर के उपर से सहला रही थी मैं तो जन्नत मे था लेकिन चुपचाप नाटक करता रहा सोने का दी ने आगे बढ़ते हुए लोवर से लंड बाहर निकाला तबतक लंड फुल सलामी दे रहा था बस वो सिर्फ़ सहला रही थी अचानक मेरा फ्लो हो गया और उसका हाथ पूरा पानी से भर गया.

वो हाथ पोछकर सो गई अब मेरी बरी थी मैं उसे किस करते गया और अपना एक हाथ उसके कमर मे डाल दिया और पेट सहला रहा था वो सोई नही थी लेकिन नाटक कर रही थी उसे मालूम था मैं ज़रूर कुछ करूँगा रेस्पॉन्स कुछ नही मिला तो मैं आगे बढ़ कर हाथ बूब्स पर ले गया और ज़ोर से दबा दिया उसकी सिसक निकल गई उसे रहा नही गया वो पलटकर कस्स के मुझसे लिपट गई फिर क्या था मुझे तो यही चाहिए था, मैने किस करना स्टार्ट किया उसे जम नही रहा था लेकिन कुछ देर बाद वो एक्सपर्ट्ली स्मूच कर रही थी.
मैने उसका कुर्ता निकाल दिया ब्रा नही पहनती थी वो, सिर्फ़ स्लीप था वो भी निकाल दिया बूब्स को देखकर मैं पागल जैसे उन पर टूट पड़ा ज़ोर ज़ोर से दबा रहा था और वो सिसकिया दे रही थी आअह्ह्ह्ह आआह्ह्ह सस्स्स्सस्स धिरेसी धीरीसी आअह्ह्ह्ह.

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मैने करीब हाफ अवर बूब्स की मालिश किया और चूत की तरफ हाथ बढ़ाया उसने रोक दिया कहा आगे नही बढ़ना प्लीज़ उसने उसकी वर्जिनिटी उसके पति के लिए रखी थी, .मुझे गुस्सा आया और एक थप्पड़ जड़ दिया उसे तो वो रोने लगी.

मैने झट से उसका सलवार उतार फेका और बादमे पैंटी मे भी चुत बहोत चमक रही थी, बालो की वजह से मैने हाथ लगाया तो वो उछल पड़ी पहली बार किसी मर्द का हाथ उसकी चूत पर था मैने चूत मे उंगली डाली तो वो कराह ने लगी.

मैने उसे सीधा लिटाया और पैर फैलाकर लंड सेट किया, और एक ज़ोर का झटका दिया लंड का टोपा अंदर फस चुका था और इधर दी की जान जा रही थी वो दर्द से काँपते हुए रो रही थी उसकी मु से आवाज़ नही आ रही थी.

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मैं थोड़ा टाइम रुका जैसे ही उसका दर्द कम हुआ मैने और एक झटका दिया लंड चूत को चीरते हुए पूरा अंदर जा चुका था इधर वो दर्द से तड़प रही थी बेड पे ब्लड गिर चुका था बहोत ब्लड निकला, मैने उसे किस किया और प्यार किया बूब्स सक किए थोड़ा टाइम.

जब उसका दर्द कम हुआ तो मैं धीरे धीरे चोदना स्टार्ट किया वो भी अब एंजॉय कर रही थी और रेस्पॉंड भी कर रही थी गॅंड उठाके, मैं जनन्त की सैर कर रा था करीब 30 मीं बाद मैं झड़ गया और उसके उपर ही लेट गया.



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