बॉयफ्रेंड ने मेरी माँ की चुदाई

“जोगेश्वरी बेबी !! तुम ही बताओ की किसे मैं अपना लंड दूँ??’ निखिल बोला.

“अरे तू मेरा बॉयफ्रेंड है इसलिए मुझे पहले चोद !!’ मैंने कहा. इस पर मेरी माँ ऐतराज करने लगी.

“बेटे निखिल !! उम्र में मैं बड़ी हूँ, इसलिए तेरा लंड पहले खाने का हक मेरा है !!” मेरी माँ बोली. हमदोनो में तू तू मैं मै होने लगी.

“रुको रुको !! झगड़ा करने की कोई जरूरत नही है , टॉस कर लेटे है!” निखिल बोला. दोस्तों, फिर उसने टॉस किया. मेरी माँ जीत गयी. निखिल उनकी बुर फिरसे पीने लगा. फिर कुछ देर में उसने अपना हस्ट पुष्ट लंड मेरी माँ की चूत में डाल दिया. उनको चोदने लगा. मेरी माँ का पेट गोल गोल नाचने लगा. वो आह आह उई उई माँ माँ करने लगी. पर निखिल उनको अभी धीरे धीरे पेल रहा था. वो बड़ी आराम आराम से लंड माँ के छेद में चला रहा था. मेरी माँ चुदने लगी. मुझे मस्ती सूझी. मैं अपनी माँ के दूध पीने लगी. “निखिल !! मेरे दिलबर !! चोद दे.मेरी माँ को आज ..यस बेबी !! यस !!’ मैं निखिल का प्रत्साहन बढाया. वो जोर जोर से माँ को लेने लगा. माँ के पेट अभी भी नाच रहा था. कुछ देर बाद माँ एक बार मेरे बॉयफ्रेंड से चुद चुकी थी.

अब मेरा नंबर था. निखिल ने अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया और उसे कूटने लगा. अब मेरी माँ मेरे बूब्स पीने लगी. हम तीनो एक दुसरे को चूम चाट रहे थे. मेरी माँ नंगी होकर मेरे बूब्स पी रही थी. तो निखिल मुझे चोदते चोदते माँ की चूत में ऊँगली करने लगा. माँ होंए होंए घोड़ी की तरह हिनहिनाने लगी. निखिल ने मेरे दोनों बेहद खूबसूरत घुटने पकड़ लिए और फटर फटर करके मुझे चोदने लगा.

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“अरे बेटा !! मेरी लड़की को तो तू सारी जिन्दगी ठोकेगा!!..ला बेटा अब मेरी चूत में लंड दे दे” माँ बोली. तो मेरे बॉयफ्रेंड निखिल ने फिर से माँ की चूत में लंड दे दिया और चोदने लगा. वो हम माँ बेटी को बदल बदल कर चोद रहा था जैसे लोग बदल बदल कर कपड़े पहनते है. कुछ देर बाद निखिल का बदन ऐठने लगा. मेरी चुदासी और लंड की प्यासी माँ जान गयी की निखिल आउट होने वाला है. उन्होंने उसके लंड को अपनी चूत से निकाल लिया और अपने मुँह के सामने कर लिया. निखिल का बदन जोर जोर से ऐठने लगा. कुछ देर में निखिल के मोटे लौड़े ने माल पिचकारी के रूप में छोड़ दिया. माँ के मुँह में उसका सारा माल चला गया. मेरी चुदक्कड माँ उसका सारा माल पी गयी.

अब चुदने का नंबर फिर से मेरा था. कुछ देर तक मैं निखिल के लंड को लेकर हाथ से मलती रही. मेरी माँ निखिल की नंगी मांसल पीठ को सहलाने लगी. निखिल का लंड थोड़ी देर में खड़ा हो गया था. उसने मुझे कुतिया बना दिया और पीछे से मेरी चूत मारने लगा. मेरी माँ मेरी बगल ही लेती थी और सोच रही थी की निखिल उनको और लंड खिलाये. पर मैंने उसे नही हटने दिया. निखिल ने मुझे कुतिया बनाकर खूब चोदा और कुछ देर में शहीद हो गया. मेरी माँ ने किसी बिल्ली की तरह झपटकर उसका लंड पकड़ लिया और चूसने लगी.

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