लखन के जाने के बाद मैने पूजा से कहा-
मे: पूजा लखन कैसा लगा तुम्हे?
पूजा समझ गयी मैं किस लिए ऐसा पूच रहा था.
पूजा: मैं समझ रही हू क्यूँ पूच रहे है आप. वैसे बहुत हॅंडसम है आपकी तरह. तभी तो इन्वाइट किया है (मुस्कुराते हुए उसने कहा).
मे (स्माइल करते हुए): ठीक है, आज रात का प्लान बना लेते है. मैं लखन से बात कर लूँगा.
तभी पूजा बोली-
पूजा: नही आज नही. आज उनकी ट्रेन है, और मैं बस ये पहली और आखरी बार करूँगी. मैं चाहती हू सब बहुत पर्फेक्ट्ली हो.
मे: ओक मेरी जान.
और अब मैं शाम होने का इंतेज़ार करने लगा, की कब लखन आए. वेट करते-करते 11 बाज गये थे. मैने उसे कॉल की, तो वो बोला-
लखन: बस भाई, तेरे घर के बाहर खड़ा हू.
तभी डोरबेल बाजी. मैं कुछ बोलता उससे पहले ही पूजा ने जाके गाते ओपन किया. लखन सामने खड़ा था. पूजा ने अंदर बुलाया. मैने उससे पूछा-
मे: कहा रह गया था तू?
मेरा दिमाग़ खराब हो रहा था, की इतने कम टाइम में उससे सारी बातें कैसे करूँगा. सोच ही रहा था की लखन ने कहा-
लखन: भाई मुझे निकलना पड़ेगा. ट्रेन ना छूट जाए.
मैने उससे कहा: भाई अभी तू फ्रेश हो, और खाना खा. फिर मैं तुझे स्टेशन ड्रॉप कर दूँगा.
वो बोला: ठीक है भाई.
हमने फिर खाना खाया, तब तक 1 बाज चुके थे.
लखन बोला: भाभी आप ज़रूर आना ओपनिंग में.
पूजा: हा बिल्कुल अवँगी.
लखन: ले भाई, अब तू मुझे ड्रॉप कर दे.
मैने कहा: ठीक है.
मैने अपनी कार निकली, और हम दोनो निकल गये स्टेशन के लिए. तभी मैने लखन से कहा-
मे: भाई तुझे पूजा कैसी लगी?
उनसे कहा: भाभी बहुत अची है भाई. तू लकी है. सच बोलू तो अगर मेरी शादी ऐसी लड़की से हो जाए, तो मेरी लाइफ बन जाए. सारे शौंक एक रात में पुर कर लू उसके साथ.
मैने कहा: अछा एक रात में ही सब कर लेगा क्या?
लखन: हा भाई, टूट पदू मैं.
मैं हेस्ट हुए बोला: तो आज ही टूट पड़ता ना पूजा पे.
लखन ने बोला: तू बहुत नॉटी हो गया है.
मैने कहा: मैं सच में बोल रहा हू. रुक जेया एक रात के लिए. तू, मैं, और पूजा.
लखन: भाई सपने मत दिखा.
मे: सच बोल रहा हू भाई, तेरी कसम मैं चाहता हू पूजा के साथ थ्रीसम सेक्स करना.
तभी लखन ने बोला: भाई मेरा जाना बहुत ज़रूरी है. तू एक काम कर, ओपनिंग में आ. जब तक भाभी को भी माना लेना.
मैने कहा: उसकी चिंता तू मत कर. परसो मेरा ब’दे है. मैं जो माँगूंगा पूजा देगी बतौर गिफ्ट.
लखन ने कहा: अगर भाभी को कोई प्राब्लम नही तो पक्का मुझसे ज़्यादा लकी कोई नही होगा.
तभी ट्रेन आ गयी. मैने लखन को बाइ बोला, और घर आ गया. डोरबेल बजाने से पहले ही पूजा ने गाते खोल दिया, जैसे वो मेरे आने का इंतेज़ार कर रही हो. मैं अंदर गया, और पूजा को अपनी और खींच के स्मूच करने लगा.
थोड़ी देर बाद पूजा ने मुझे जैसे-तैसे रोका, और बोली: लगता है आपने बात कर ली है.
मे: हा मेरी जान, मैं बहुत एग्ज़ाइटेड हू.
पूजा बोली: तो अब थोड़ी एग्ज़ाइट्मेंट बचा के रखो परसो के लिए (मुझे आँख मारते हुए बोली). अब सब परसो ही होगा.
मे: ओक मेरी जान, जैसा आप कहे.
अगली सुबा होते ही मैने पूजा को कहा: चलो शॉपिंग करवा लाता हू.
मैने टिकेट्स भी बुक कर दिए थे. मार्केट से मुझे पूजा के लिए ब्लॅक सारी पसंद आई. उसके फुल वाइट गोरे बदन पर वाइट सारी कमाल लगेगी सोच के मैने उसे कहा-
मे: ये पहनना.
वो मुस्कुराइ और बोली: ओक बेबी. बुत रूको, मुझे एक ट्रॅन्स्परेंट निघट्य भी लेनी है.
मैं मॅन ही मॅन खुश हो रहा था सब सोच के, की पूजा मुझसे कितना लोवे करती है. मेरे लिए सब करने को रेडी हो गयी. अब हम घर आए और लेट गये. पूरी रात मुझे नींद नही आई. अगली सुबा की ट्रेन से हम निकल गये.
अगले दिन हम वाहा 12 बजे तक पहुँच गये. लखन ने हमारा वेलकम किया. वो पूजा को बोला-
लखन: थॅंक्स फॉर कमिंग भाभी. अब तुम लोग फ्रेश हो जाओ, शाम को पार्टी है छ्होटी सी. ज़्यादा लोग नही होंगे.
वेटर ने हमारा समान रूम तक पहुँचा दिया. लखन ने हनिमून स्वीट हमारे लिए रखा था. पूजा को रूम और वाहा का वेदर देख के ही नशा चढ़ने लगा सेक्स का. सोचने में हम ये भूल गये थे, की आज मेरा ब’दे था, और होटेल देखने निकल गये.
शाम को पूजा ने वही ब्लॅक सारी पहनी, और हम नीचे गार्डेन में गये. वाहा सभी मर्द बस उसको ही घूर रहे थे. लखन ने वेटर को बुलाया और बोला-
लखन: केक लाओ भाई, आज मेरे फ्रेंड का ब’दे है.
केक कट करने के बाद पूजा और मैने एक-दूसरे को केक खिलाया. तभी लखन ने केक उठाया, और मुझे खिलाने के बाद पूजा को खिलाने लगा. तभी केक तोड़ा सा क्रीम पूजा के लिप्स और तोड़ा चेस्ट पर गिर गया.
लखन ने कहा: सॉरी भाभी.
तभी लाइट्स ऑफ हो गयी.
लखन मेरी वाइफ के जस्ट पास ही था. तभी लखन ने कहा-
लखन: शिवम तू देख जाके, तुझे नालेज है. तू फिक्स कर लाइट.
मेरे जाने के बाद लखन ने पूजा के पास जाके उसका हाथ पकड़ लिया, और उसके कान में धीरे से बोला-
लखन: भाभी आपने मुझे केक नही खिलाया.
पूजा कुछ बोली नही. फिर लखन ने अचानक पूजा के लिप्स पे किस कर दी. पूजा को लगा नही था लखन यहा ऐसा कर देगा. उसने सब जगह देखा मेहमान सब खाने में व्यस्त थे, और कोई नही देख रहा था. तो उसने भी खुद को ढीला छ्चोढ़ दिया, और उसका साथ देने लगी.
मैं ये सब च्छूप के देख रहा था. लखन ने उसकी चेस्ट पे लगा केक खाया, और दोनो मदहोश हो गये थे. मुझे लगा यही सब ना कर ले, तो मैने तभी लाइट मान को लाइट ओं करने का इशारा कर दिया. पूजा ने अचानक खुद को संभाला और मेरे पास आ गयी.
मैने पूजा को कहा: कंट्रोल मेरी जान.
पूजा हासणे लगी. सभी मेहमआनो के जाने के बाद हम दोनो भी रूम में चले गये.
मैने पूजा से कहा: बुला लू लखन को?
उसने कुछ नही बोला, और बस ह्म कर दी. फिर मैने लखन को कॉल की.
उसने कहा: भाई बस 20 मिनिट में आता हू.
आयेज की स्टोरी नेक्स्ट पार्ट में.