Bhabhi Ne Bujhai Mere Lund Ki Pyas

मैंने सबसे कहा- क्यों न सब छत पर सो जाएं.. वैसे भी जब मैं भैया की शादी से पहले यहाँ आता था.. तो सब छत पर ही सोते थे।

आरती ने धीरे से मेरे पास आकर कहा- राज भैया 3-4 दिन में आए हैं.. तो इनको तो अपने कमरे में ही सो जाने दो।
भैया बोले- कोई बात नहीं.. सब छत पर ही सो जाएंगे।

उन्होंने आरती को बिस्तर लगाने के लिए बोल दिया, मैं भी आरती की मदद करने लग गया।

असल में मैं यह चाहता था कि भाभी का बिस्तर मुझसे ज्यादा दूर न हो।

आरती ने सबका बिस्तर एक साथ ही लगा दिया। पहले भैया का.. फिर भाभी का.. फिर आरती का और सबसे अंत में मेरा।

थोड़ी देर में भैया और भाभी भी ऊपर आ गए और सब अपने-अपने बिस्तरों पर लेट गए।
मैंने भाभी को देखा.. तो वे मुझे सही से नहीं दिख रही थीं।

मैंने कहा- चलो सब बातें करते हैं.. इतनी जल्दी कोई नहीं सोएगा।
भैया बोले- यार तुम लोग बातें कर लो.. मुझे तो नींद आ रही है।

ऐसा कहकर उन्होंने भाभी को बोला- तुम मेरी तरफ आ जाओ। मैं कोने में सो जाऊंगा।
मुझे थोड़ी ख़ुशी हुई कि चलो भाभी थोड़ा पास तो आईं।

मैं भाभी से उनके परिवार के बारे में पूछने लगा। आरती भी बीच-बीच में बोल रही थी.. पर मैं सिर्फ भाभी से ही बात कर रहा था।

थोड़ी देर में आरती बोली- मुझे भी नींद आ रही है.. भाभी आपको बातें करनी है.. तो मेरी जगह आ जाओ और मैं आपकी जगह सो जाती हूँ।

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मैं मन ही मन बहुत खुश हुआ कि भाभी मेरे पास आ गईं।
आरती सो गई और मैं भाभी से बात करने लग गया।

मैंने कहा- भाभी आप बहुत सुन्दर हो.. मेरे लिए भी आपके जैसी लड़की ही लाना।
वो हँसने लगीं और बोलीं- मेरी बहन है.. उसे ही ले आती हूँ आपके लिए।
मैंने भी कह दिया- कब लाओगी।
वो बोलीं- शादी करके लानी पड़ेगी.. ऐसे नहीं आएगी वो।

मैं भाभी से बात भी कर रहा था और उनके मम्मों को भी देख रहा था।

भाभी समझ गईं और बोलीं- आपकी मम्मी से बात करनी पड़ेगी कि आपकी शादी जल्दी करें।
मैंने बोला- क्यों?
तो वो बोलीं- आपको लड़की की जरूरत है अब.. तो शादी कर लो।

मैंने पूछा- आपको कैसे मालूम कि मुझे लड़की की जरूरत है?
भाभी बोलीं- जब से आए हो मेरे मम्मों की तरफ ही देख रहे हो।

मैं एकदम से सकपका गया.. तो उन्होंने कहा- मुझे बुरा नहीं लगा.. क्योंकि आपकी उम्र ही ऐसी है.. जिसमें नारी शरीर का आकर्षण बन जाता है.. तो इससे पहले की बुरी आदतों में फंसो.. या तो शादी कर लो.. या कोई लड़की पटा लो।

मैंने कहा- भाभी.. शादी तो इतनी जल्दी करूँगा नहीं.. और लड़की मुझसे पटती नहीं.. तो बताओ मैं क्या करूँ?
तो भाभी हँसने लग गईं और बोलीं- चलो सोचते हैं आपके लिए कुछ.. अब सो जाओ.. रात बहुत हो गई है।

फिर भाभी वहीं सो गईं.. मैं भाभी के पास ही सो गया।

आधी रात को मेरी नींद खुली तो मैंने देखा कि भाभी अपनी जगह नहीं थी। फिर भैया को देखा तो भैया भी नहीं थे। मैं समझ गया कि शायद भैया.. भाभी को नीचे ले गए होंगे।

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मैं धीरे से नीचे उतरा और भैया के कमरे की तरफ गया.. तो मुझे उन दोनों की आवाजें सुनाई देने लगीं।
भैया कह रहे थे कि 3 दिन बाद आया हूँ.. पर राज की वजह से अलग सोना पड़ गया.. पर अब तरसाओ मत मेरी जान, फटाफट मेरी प्यास बुझाओ।

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