बॅंक मॅनेजर की पहले हेल्प की और फिर चुदाई

दोस्तों, औंतीयों, भाभियों, जैसे की आपको पता है पिछले 1 साल से मैं लुधियाना में पोस्टेड हू. आपने मेरी पहले की कहानियों को बहुत प्यार दिया.

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ये कहानी कुछ टाइम पहले की है. मुझे स्कूल के अकाउंट्स का चार्ज भी मिल गया. ये हाइ स्कूल था, तो काफ़ी बच्चे थे. सब का अकाउंट मेनटेन करना पड़ता था मुझे. इस चक्कर में मुझे बॅंक में भी जाना पड़ता था.

आपको पता है बाँक्स में कितनी भीड़ होती है. मैं वाहा जाता तो काफ़ी सारे अकाउंट्स होते थे, तो काई बार मुझे 1 से 1:30 घंटा बॅंक में ही लग जाता था. एक दिन मैं वही बैठा था, तभी पेवं ने आ कर मुझे बोला की आपको मॅनेजर मेडम बुला रही है. मैं पहले कभी उनसे मिला नही था.

फिर मैं उनके कॅबिन मैं गया. अब उनके बारे में क्या बतौ. उनकी आगे 37-38 रही होगी. रंग सावला था, बुत उनके नैन-नक्श देखते ही बनता था. वो स्लिम बॉडी वुमन थी. बुत बूब्स 34″ या 36″ के होंगे. मैं उन्हे देखता ही रह गया.

तब उन्होने बोला: क्या हुआ सिर?

मैं चौंक गया और बोला: कुछ नही.

फिर उन्होने मेरे बारे में पूछा, तो मैने बताया मैं स्कूल से हू. देन उन्होने कॉफी मँगवाई और बोली-

मॅनेजर: आप डाइरेक्ट मेरे पास आया करे. भीड़ में वेट मत करा करे. आप भी स्टाफ है.

उनका नाम कणिका था, और वो बिहार से थी. उन्होने बताया की उनका प्रमोशन हुआ था, और अभी जाय्न किया था उन्होने. पहले वो देल्ही में पोस्टेड थी. फिर हमने कॉफी पी और उन्होने अकाउंट चेक किए, बातें की, और फिर मैं वाहा से चला आया.

आज फ्लॅट पर आके मुझे उनकी ही याद आ रही थी. आज तक मैने स्लिम गर्ल की चुदाई कभी नही की थी. अब मैं अक्सर कुछ दिन बाद जाता तो डाइरेक्ट उनके पास ही बैठ जाता था. एक दिन जब मैं गया तो वो सारी पहन कर आई थी. उनके बड़े बूब्स, और ब्लाउस के नीचे से पेट दिख रहा था. मॅन कर रहा अभी पकड़ कर छोड़ डू. इतने में वो स्माइल देने लगी और बोली-

कणिका: कहा खो गये?

मैने मज़ाक में कहा: आप में.

वो हासणे लगी, और बोली: आप भी ना सिर.

ऐसे हमारे नंबर एक्सचेंज हो गये. अब हमारी रेग्युलर छत होने लगी, और बातें होने लगी. मैं उनकी बहुत तारीफ करता, बुत बात आयेज नही बढ़ पा रही थी. तब उन्होने बताया की उनका बेटा कोटा में मेडिकल की प्रेपरेशन कर रहा था. उनके हज़्बेंड बॅंक में ही जॉब करते थे, और वो देल्ही ही पोस्टेड थे.

वो बोली: हमारी पोस्टिंग हमेशा डोर-डोर रही है.

मैं मॅन ही मॅन खुश हुआ. वो भी मुझसे पूछती थी की मेरी गफ़ है क्या? इतने स्मार्ट हो, ये वो. बुत पता नही क्यूँ बात रुक गयी थी. एक दिन मैं जब बॅंक काम से गया तो कणिका थोड़ी परेशन लग रही थी. वो कॉल पर बोल रही थी “ऐसे माना थोड़ी कर सकते हो”.

मैने पूछा: क्या हुआ?

तो उन्होने बताया: अचानक एक मीटिंग के लिए अमृतसर जाना है. बुत ड्राइवर माना कर रहा है.

मैने बोला: आप मेरी कार ले जाओ.

तब उन्होने बोला: मुझे ड्राइविंग नही आती.

मैने बोला: अछा मैं चलता हू.

मीटिंग कर लिए अमृतसर जाना था. पहले तो उन्होने माना किया और बोली-

कणिका: आप परेशन मत हो.

लेकिन फिर वो मान गयी. मैं मॅन ही मॅन खुश था की आज टाइम स्पेंड करने का मौका मिला था.

वो बोली: अभी निकलना है, और मुझे घर से फॉर्मल ड्रेस भी लेनी है.

फिर हम उनके घर गये. मैं नीचे कार में था. वो जल्दबाज़ी में गयी, और अपना एक बाग ले आई. जब उन्होने बाग को कार में रखा था, उसमे से एक ब्रा और पनटी बाहर गिर गयी.

मैने मज़ाक में बोला: सिर की कलर चाय्स बहुत अची है.

वो हासणे लगी और बोली: नही, मैं खुद बाइ करती हू. सिर को तो टाइम कहा है. 2 महीने से मिलने भी नही आए. फिर उन्होने टॉपिक चेंज कर दिया.

वो बोली: मुझे भी ड्राइविंग सीखनी पड़ेगी.

मैने बोला: मैं सीखा दूँगा.

उन्होने ओक बोला. फिर 3 घंटे के ट्रॅवेल के बाद हम अमृतसर पहुँचे. वाहा उन्होने किसी स्टाफ फ्रेंड के यहा ड्रेस चेंज की. जब वो बाहर आई तो बहुत सेक्सी लग रही थी. उन्होने फुल टाइट फॉर्मल सूट पहना था. फिर मैने उनको मीटिंग प्लेस पर ड्रॉप किया. लगभग 3 बाज चुके थे. मैं वाहा घूमने लगा. लगभग 7:30 कणिका की कॉल आई, और वो बोली-

कणिका: मैं फ्री हो गयी.

मैं उसे पिक करने गया. वो बहुत खुश लग रही थी. जब वाहा पहुँचा तो उन्होने मुझे हग किया और थॅंक योउ बोला. जब उन्होने मुझे हग किया तो उनके तीखे-तीखे बूब्स फील हुए. मैने भी टाइट हग किया. उन्हे बेस्ट फीमेल मॅनेजर का अवॉर्ड मिला था, और वो खुश थी. फिर हम 8 बजे के करीब वाहा से निकले. 10 बजे हमने एक ढाबे पर डिन्नर के लिए कार रोकी, और खाना खाया.

तब उन्होने बोला: ड्राइविंग नही सिख़ाओगे? अब तो रोड पर वेहिकल्स भी कम है.

मैने बोला: क्यूँ नही माँ.

तब मैने बोला: आप ड्राइवर सीट पर बैठ जाओ.

मैं फिर साइड में बैठ गया, और वो धीरे-धीरे चलाने लगी. इतने में पीछे से वेहिकल आए तो वो घबरा गयी. उनसे ब्रेक की जगह ज़्यादा आक्सेलरेट हो गया. वो दर्र गयी, और मैने कार कंट्रोल की.

फिर वो नीचे उतार कर बोली: मैं नही सीख पौँगी.

और वो रोने लगी.

मैने बोला: प्लीज़ ऐसे मत करो. कुछ नही हुआ.

वो बोली: आप मेरे साथ बैठ जाओ, फिर ही चलौंगी.

मैं फिर ड्राइवर सीट पर बैठ गया, और वो मेरी गोद में बैठ गयी. अब रात हो गयी थी. देखने वाला कोई नही था. उनकी गांद के साथ लगते ही मेरा 8 इंच का मोटा लंड तंन गया. मुझे उनकी गांद की दरार फील हो रही थी.

मैं गियर चेंज कर रहा था, और वो धीरे-धीरे चला रही थी. मैने उनके पेट पर हाथ रख लिए, और वो आराम से चला रही थी. थोड़ी देर बाद मैने बोला-

मैं: अब गियर भी आप खुद संभलो.

तब उन्होने बोला: जो नीचे वाला गियर है, वो भी क्या?

ये सुन कर मैं खुश हो गया, और वो स्माइल देने लगी.

वो बोली: आप मेरे हॉर्न दब्ाओ ना.

मैं उनके दोनो बूब्स दबाने लगा, और वो मोन करने लगी.

वो बोली: नीचे वाला गियर भी मुझे दे दो. मैं उसे कंट्रोल करूँगी.

मैं उसे नेक पर किस करने लगा. वो पागल हो रही थी. तब मैने कार रोकी, और उसका मूह अपनी तरफ कर लिया. मैने उसकी शर्ट के बटन खोल दिए. सच बतौ तो इतने तीखे और टाइट बूब्स मैने आज तक नही देखे थे. वो देखने में छ्होटे लग रहे थे. जब ब्रा हटाई तो ऐसा फील हुआ बहुत बड़े है.

फिर मैं बूब्स चूसने लगा. वो मोन करने लगी. उसने एक हाथ से मेरी पेंट की ज़िप खोल कर लंड बाहर निकाला, और लंड को सहलाने लगी. तब मैने उसे साइड सीट पर बिताया और बोला-

मैं: लंड को चूसो.

वो बोली: नही, मैं नही कर सकती. मैने कभी नही किया.

फिर मैं कार ड्राइव करने लगा. थोड़ी देर बाद वो बोली-

कणिका: गुस्सा हो?

मैने बोला: नही.

इतने में वो लंड को मूह में लेकर चूसने लगी. सच में उसका फर्स्ट टाइम था. वो आचे से सक भी नही कर पा रही थी. थोड़ी देर में वो आचे से सक करने लगी. उसे भी मज़ा आने लगा. मैने कार रोकी और बोला-

मैं: मुझे अभी चुदाई करनी है.

वो बोली: यहा नही, मेरे घर चलो मेरी जान, सुहग्रात मनाएँगे.

फिर मैने बोला: मेरा लंड चूस्टी रहो.

वो 20 मिनिट तक चूस्टी रही. मैने बोला: अब मेरा कम पी जाओ.

वो मान गयी. फिर वो हाथ से लंड को हिलने लगी. वो मेरा पूरा कम पी गयी, और वो बहुत खुश थी. कार चलते टाइम मैं उसकी छूट में उंगली कर रहा था. वो 2 बार पानी छ्चोढ़ चुकी थी. हम उसके घर पहुँच गये.

वो बोली: इतना वेट किया है, तोड़ा और करो.

मैं इतने में उसके बातरूम में नहाने लगा. मेरे सिर पर सेक्स चढ़ चुका था. जब तक बाहर आया, वो बेड पर वेड्डिंग सारी में दुल्हन की तरह बैठी थी.

वो बोली: आज आपने कार में बिना चुदाई के ही वो सुख दिया है, जो कभी नही मिला. आप मेरे साथ सुहग्रात मनाओ. हम हमेशा डोर-डोर पोस्टिंग में रहे है. लाइफ में आज तक गिनती की चुदाई की है.

मैने उसका घूँघट हटाया, और उसे किस करने लगा. धीरे-धीरे मैने उसके सारे कपड़े उतार दिए. वो भी शरमाने लगी. अब मैने उसको पकड़ कर अपने पास किया, और उसकी छूट को चाटने लगा. सच में एक अलग ही खुश्बू थी उसकी छूट में, जो कभी महसूस नही की. शायद पहली बार इतनी टाइट छूट महसूस की. जब मैने अपना 8 इंच का मोटा लंड उसकी छूट में डाला, तो वो चिल्लाने लगी की दर्द हो रहा है.

मैने बोला: अभी तो आधा ही अंदर गया है.

वो बोली: प्लीज़ धीरे-धीरे करो.

मैने 2-3 झटको में पूरा लंड उसकी छूट में डाल दिया, और फुल तेज़-तेज़ चुदाई करने लगा. लगभग 15 मिनिट की चुदाई के बाद वो ढीली पड़ने लगी. उसका पानी निकल चुका था.

मैने बोला: अभी क्या हुआ?

फिर मैने उसे घोड़ी बनाया, और छूट में लंड डाला, और फुल तेज़ चुदाई करने लगा. वो फुल तेज़ मोन करनी लगी. 15 मिनिट के बाद मैं झड़ने वाला था. वो 2 बार झाड़ चुकी थी. फिर वो मेरे साथ चिपक कर सो गयी.

आपको पता है मैं बिना गांद मारे तो रह ही नही सकता. 2 घंटे बाद मैं उठा, और उसे घोड़ी बनाया, और गांद में लंड डाल दिया. वो नींद में थी. जैसे ही मेरा लंड उसकी गांद में गया उसकी नींद टूट गयी. अब वो भी मेरा साथ देने लगी. उस रात मैने उसकी 3 बार चुदाई की. वो बहुत खुश थी.

वो बोली: आज आपने मुझे सक्चा सुख दिया है.

अब वो मुझे पति की तरह इज़्ज़त देने लगी. अब हम जब टाइम मिलता है चुदाई करते है. कोई भी आंटी भाभी बात करना चाहती है तो एरर्श009@गमाल.कॉम पर मैल करके अपनी इंस्टाग्राम या फ़ेसबुक ई’द लिखे. ट्रस्ट कर सकते हो आप.

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