पापा: लगता है दर्द ज़्यादा ही हो रहा है (मेरी गांद के च्छेद पर क्रीम लगते हुए).
मैं: पापा साहिल अंकल टूल से अंदर तक करते है, आप भी करो.
पापा: च्छेद कितना खुल गया है. ये देख कर ही लग रहा है. साहिल दवाई के बहाने खुद के मज़े ले रहा था.
मैने पापा का ध्यान चेंज करने के लिए बात के बीच ही बोल दिया.
मैं: पापा आप आयिल से मालिश कर दो.
पापा खड़े हुए, और अपनी शर्ट और पंत उतारने लगे. अब वो ओन्ली अपनी ब्लू अंडरवेर में थे. आज पापा कुछ नेक्स्ट लेवेल मूड में थे. कुछ भी हो, मेरा ड्रीम पूरा हो रहा था.
पापा: देव कपड़े गंदे हो जाएँगे. शायद साहिल भी ऐसा ही करता होगा.
ये बोलते ही पापा गुस्से में मेरी गांद और जांघों की मसाज करने लगे. अबकी बार वो मेरी गांद में उंगलियों को भी डाल रहे थे बीच-बीच में. पापा शायद गुस्से में थे, इसलिए उंगलियाँ बहुत तेज़-तेज़ बाहर-अंदर करने लगे.
मैं: पापा दर्द हो रहा है, आराम से.
पापा (गुस्से में): बस बहुत हुआ. सच-सच बोलना देव. साहिल तुम्हारे साथ वो ही कर रहा था ना, जो उस दिन मॉर्निंग में मैने तुम्हारे साथ किया था (गुस्से में)?
मैं अचानक से खड़ा हो गया. और मैं बिल्कुल नंगा था.
मैं: नही पापा, आप ऐसा क्यूँ सोच रहे हो? साहिल अंकल ऐसा नही कर रहे थे. वो तो बस मेडिसिन लगा कर मुझे घर भेज देते थे.
पापा: फिर तुम्हारी गांद का च्छेद इतना कैसे खुल गया?
मैं (रोते हुए): पापा वो आपका इतना बड़ा था, और फिर अंकल अपने टूल से दवाई डालते थे. इसलिए भी मेरी गांद का च्छेद खुल गया है. और कुछ नही पापा. आप ऐसा सोचते हो मेरे लिए?
ये बोलते-बोलते मैने पापा को कस्स के पकड़ लिया, और उनकी कमर को सहलाने लगा. पापा ने भी मुझे कस्स के पकड़ लिया. मैं पूरा नंगा था, और पापा मेरी बाहों में ओन्ली अंडरवेर पहने हुए खड़े थे.
पापा: देव तुम बहुत मासूम हो. आज कल तुम्हारे जैसे लड़कों का लोग ग़लत फ़ायदा उठा लेते है (पापा मुझे नंगा ही अपनी गोद में बिता कर बोलने लगे).
उनकी गोद में नंगा बैठने का सुख बहुत शानदार था.
पापा: देव तुम्हे दिलीप याद है? पता है जब हम खेत में उनके सामने नंगे हो गये थे. उस दिन वो तुम्हारी गांद और जिस्म के लिए मुझे बोल रहा था. हरंखोर है वो.
ये बात करते-करते पापा मुझे सहलाने लगे.
पापा: देव, दिलीप ने कभी कोई हरकत तो नही करी ना तुम्हारे साथ?
मैं: नही पापा, आपके अलावा और किसी का लंड नही गया मेरी गांद में.
धीरे-धीरे हम दोनो एक-दूसरे से ऐसे ही बात करने लग गये थे. ये सुनते ही पापा ने मुझे कस्स के पकड़ लिया, और मेरे गाल पर चूमने लगे. पापा का लोड्ा भी अब खड़ा होने लगा था, जो मेरी गांद में सॉफ-सॉफ फील हो रहा था.
मैं: लगता है पापा आपका लोड्ा खड़ा हो गया है.
पापा मुझे पकड़ते हुए बोले: टुमरे जिस्म की गर्मी से हो रहा है ये बेटा.
मैं: क्या एक बार फिरसे देख सकता हू?
ये सुनते ही पापा ने अपना लोड्ा मेरे सामने बाहर कर दिया. आज फर्स्ट टाइम पापा का लोड्ा इतना पास से देख रहा था. कसम से क्या मस्त लोड्ा है पापा का. अभी पूरा खड़ा नही था, तब भी 6 इंच लंबा और 2 इंच मोटा लग रहा था. मैने देखते-देखते ही पापा के लोड को हाथ से पकड़ लिया. मेरे पकड़ते ही पापा के मूह से आआहह निकल गयी. मैं अपने हाथ से आयेज-पीछे करने लगा. हम दोनो अब धीरे-धीरे मदहोश होने लगे.
पापा: देव, क्या अपने पापा का लोड्ा मूह में लेगा?
मैने बिना बोले ही उनका लोड्ा मूह में उतार लिया. पापा तो एक-दूं मस्ती में ही खो गये. मैं पागलों की तरह पापा का लोड्ा चूसने लगा. आज फाइनली मेरा ड्रीम पूरा हो रहा था. मेरी एग्ज़ाइट्मेंट का कोई लेवेल नही था. चूस्टे-चूस्टे थोड़ी देर में ही उनका लोड्ा पूरा खड़ा हो कर 9 इंच लंबा और 3 इंच मोटा हो गया.
अब तो लोड्ा मेरे मूह में भी नही आ रहा था. पापा मेरे सर को दबा-दबा कर मेरे मूह की चुदाई करने लगे. मुझसे साँस लेना भी मुश्किल हो रहा था. मेरी आँखों से आँसू आने लगे. चूस्टे-चूस्टे पूरा लोड्ा गीला हो गया था.
पापा: थॅंक्स देव, बहुत दिन से तुम्हे देख-देख कर ये खड़ा हो जाता था. आज इसकी भूख मिट रही है. लोवे योउ बेटा.
अब पापा ने मुझे बेड पर लिटा दिया, और 69 की पोज़िशन में मेरी गांद को चाटने लगे, और मैं उनका लोड्ा चूस रहा था. पापा ऐसे मेरी गांद को चाट रहे थे, जैसे बहुत सालों से चुदाई नही करी हो. मुझसे अब रहा नही जेया रहा था. मैने अचानक से बोल दिया.
मैं: पापा अब डाल दो. अब नही रहा जेया रहा, प्लीज़.
पापा: बेटा जी, पहले गांद को रेडी तो कर डू. उसके बाद तो आपका ही है ये लोड्ा.
वो फिरसे मेरी गांद चाटने लगे, और अचानक खड़े हो कर कॉंडम पहन कर मेरी गांद और लोड पर आयिल लगाने लगे. मिशनरी पोज़िशन में मेरी गांद में अपना टोपा डाल दिया, और धीरे-धीरे अंदर-बाहर करने लगे. इतनी बार गांद मरवाने के बाद अब ज़्यादा दर्द फील नही हो रहा था.
मैं: पापा तेज़ करो, बहुत तेज़.
ये सुनते ही पापा के अंदर का मर्द जाग गया, और पापा ने धीरे-धीरे पूरा लोड्ा मेरी गांद में उतार दिया. मैं बहुत तेज़ चीखने लगा. बहुत दर्द हो रहा था, लेकिन आज सब बर्दाश्त कर सकता था मैं. पापा भी बहुत तेज़-तेज़ झटके देने लगे. पूरा बेड हिलने लगा इतने तेज़ झटको से.
मैं: बाहर निकालो पापा बहुत दर्द हो रहा था.
इतना लंबा लोड्ा मैने फर्स्ट टाइम पूरा लिया था. मेरी दर्द बारी चीखें सुन कर पापा ने स्पीड कम कर दी, और बहुत देर तक आराम-आराम से करने लगे. पापा मेरे चूचों को चूसने लगे. फिर पापा ने लोडा बाहर निकाल दिया. उनके कॉंडम पर मैने ब्लड देखा.
पापा: कोई बात नही बेटा, थोड़ी देर की बात है.
ये बोल कर पापा मुझे बेड से उठा कर सोफे पर ले गये, और डॉगी पोज़िशन में मेरे चूचों को पकड़ कर एक साथ पूरा लोड्ा मेरी गांद में दे दिया.
पापा: बेटा तोड़ा दर्द सहन कर ले अपने पापा के लिए.
मैं: आपके लिए तो मैं रोज़ गांद मरवा सकता हू पापा.
पापा: लोवे योउ बेटा. दिलीप सही बोल रहा था, तुम्हारी गांद बहुत मस्त है.
मैं: पापा मैं खुद आप से प्यार करता हू. बहुत बार ट्राइ करा, आज फाइनली आपका प्यार मिला है. लोवे योउ टू पापा.
ये सुनते ही पापा और भी ज़्यादा स्पीड में चुदाई करने लगे. मुझे फिरसे सीधा लिटा कर मेरे लिप्स पर किस करते हुए छोड़ने लगे.
पापा: अब जब तुम बोलो तुम्हारे पापा तुम्हारे लिए रेडी है.
अलग-अलग आंगल्स से पापा के लोड से मेरी गांद की चुदाई होते-होते 30 मिनिट हो गये थे. तभी कॉंडम निकाल कर पापा ने मेरी गांद की चुदाई तेज़ कर दी. अब बहुत तेज़ तेज़ झटके दे रहे थे. हम दोनो बिल्कुल पसीना-पसीना हो गये थे. तभी मेरी गांद में गरम-गरम लावा भर गया जो मेरे पेट (स्टमक) तक फील हो रहा था. पापा का लोड्ा था ही इतना बड़ा. पूरा माल अनादर ही गिरा कर पापा मेरे उपर ही गिर गये. मैने पापा को किस किया.
मैं (रोते हुए): थॅंक्स पापा, लोवे योउ.
पापा: बहुत दर्द हो रहा है, सॉरी बेटा.
फिर किस करते हुए, लोवे योउ बोलने लगे.
मैं: ये दर्द के आँसू नही है, प्यार के है. पापा मैं आप से बहुत टाइम से प्यार करता हू. लेकिन कभी हिम्मत नही हुई.
ये बोलते ही हम दोनो एक-दूसरे के गले मिले.
पापा: कोई बात नही बेटा. पापा अब सिर्फ़ तुम्हारे है.
अब मेरी ज़िंदगी में पापा आ गये थे. अब मुझे किसी की ज़रूरत नही थी. उनका साथ मेरे लिए सब कुछ था. ऐसे ही हम दोनो सो गये. मम्मी 15 दिन तक घर नही आई. तब तक हम दोनो घर पर नंगे ही रहने लगे. पापा मेरी बहुत केर करते. उनके साथ चुदाई घर के हर खोने में होती. ये मोमेंट मैं कभी नही भुला सकता.
मम्मी के आने के बाद भी पापा बहुत बार मेरे रूम में आ कर मेरी गांद छोड़ा करते थे. ख़ास कर जब मम्मी ऑफीस से लाते आती थी. आज इस बात को काफ़ी साल हो गये है. मैं स्टडी के लिए देल्ही रहने लगा हू. पापा की बहुत याद आती है.
थे एंड.