आंटी जी का चुदाई का ज्ञान-4

मम्मी के आने के बाद हम दोनो भाई बेहन ऐसे बैठ गये जैसे हम दोनो के बीच कुछ हुआही नही था.

नेक्स्ट दे हम दोनो भाई बेहन स्कूल गये हुए थे, मों नीचे घर में बैठे हुए बोर हो रही थी तो आंटी जी के पास उनसे मिलने चली गयी, पहले तो आंटी जी मों से इधर उधर की बातें करती रही फिर उन्होने मों से कहा की भाई जी एक बात बोलूं आप नाराज़ तो नही होंगी.

मों: नही मैं क्यूँ नाराज़ होंगी, और ऐसी कौन सी बात है जो मैं नाराज़ हो जाऊंगो.

आंटी: जी वो बात ही कुछ ऐसी है की किसी भी मा को यह सब सुनना कभी पसंद नही आएगा.

मों: भाभी जी आप खुल के बताइए, ऐसे पहेलियाँ मत बुझाइय.

आंटी: वो मुझे आज कल राहुल की हरकतें कुछ ठीक नही लग रही हैं.

मों: क्यूँ भाभी जी ऐसा की आकर दिया मेरे राहुल ने?

आंटी: वो जब भी ऊपेर आता है बॅस मेरी छाती ही घूर घूर के देखता रहता है.

मों: अरी नही भाभी जी , यह आपकी ग़लत फहमी है, राहुल अभी बच्चा है.

आंटी: यही मैं भी सोंछती थी भाभी जी लेकिन कल तो उसने जान बूझ कर मेरे बूब्स को हांत लगाया था.

मों: भाभी जी ग़लती से लग गया होगा उसका हाथ.

आंटी: अगर हाथ ग़लती से लग जाता तो कोई बात नही थी, लेकिन कुछ दिन पहले ही मैने उसे अपनी ब्रा को सूंघते हुए देखा था, तब मैने उसे दांता भी था और सोनचा था की शायद वो सुधार गया होगा, लेकिन मैं ग़लत थी, उसकी हिम्मत अब बदती ही जेया रही है,

मों: आने दीजिए उसे आज स्कूल से, खाल उधेड़ दूँगी मैं उसकी.

आंटी: अरी नही नही भाभी जी, उसे मारिएगा नही, अगर मारना ही होता तो मैं कब का उसे पीट देती, अभी 9 क्लास में ही है, होता है इस उमेर में, बॅस उसे समझना है, मार से तो वो और बिगड़ जाएगा, और इसी उमेर में तो लड़के बिगड़ते हैं, भगवान ना करे अगर किसी ग़लत संगत में पद गया तो

मों: आप सही कह रही हैं भाभी जी.

आंटी: आप एक काम कीजिएगा, आज जैसे जी वो स्कूल से आए तो उसे ले के मेरे पास आ जाइएएगा.

मों: ठीक है भाभी जी, थॅंक योउ वेरी मच और प्ल्स यह सब बात आप किसी और से मत कहिएगा वरना मेरी बहुत बदनामी होगी.

आंटी: अरे नही भाभी जी कैसी बात कह दी आपने, मैं संभाल लूँगी आपके राहुल को.

इतना कहते ही आंटी ने मम्मी को गले से लगा लिया और मम्मी की आँखों से आँसू आ गये और वो वापस नीचे चली गयी, उनके जाने के बाद आंटी मान ही मान मुस्कुरा रही थी क्यूंकी यह तो उनकी चाल थी मों को पाटने की उन्हे सिड्यूस करने की.

करीब 2 बजे स्कूल्स से आने के बाद मैने लंच किया और लगभग 4 बजे जब नेहा भी लंच करने के अपने रूम में जेया के सो गयी तो मों ने मुझसे कहा की बेटा रहुलजारा मेरे साथ ऊपेर तो चल आंटी जी को तुझसे कुछ काम है.

मैं सोंछने लगा की ऐसा कौन सा काम है जो मों मुझे ले के आंटी जी के पास जेया रही हैं, क्यूंकी मुझे आंटी के प्लान के बारे में कुछ भी नही पता था.

मम्मी मुझे ले के आंटी के पास गयी, आंटी उस टाइम घर पे अकेली ही थी औट अपने रूम में आराम से बैठ के टीवी देख रही थी, मुझे और मों के देख के उन्होने टीवी ऑफ कर दिया और खड़ी हो गयईन.

आंटी : आइए भाभी जी बैठिए, और राहुल कैसा है तू बच्चे ?

मे: मैं ठीक हूँ आंटी.

मों: राहुल आंटी जी ने आज मुझे तेरे बारे में सब कुछ बता दिया है, बता यह सब क्या चक्कर है ???

मम्मी का चेहरा उस समय गुस्से से लाल हो रहा था और मुझे समझ नही आ रहा था की आंटी ने मम्मी को क्या क्या बता दिया, अगर सब कुछ बता दिया होगा तो मेरी तो अब खैर ही नही, यह सोंच सोंच के मारे दर्र के मैं काँपने लगा.

मे: ई म सॉरी मों, मुझसे ग़लती हो गयी, ई प्रॉमिस उ आयेज से कभी ऐसी ग़लती नही होगी.

मैं सोंच रहा था की शायद आंटी ने मों को सारी बातें बता दी है.

मों: बेटा यह ग़लत है, तेरे घर में एक जवान बेहन है और अभी तेरी पड़ने की उमेर है, अभी से अगर तू यह सब करेगा तो तेरा फ्यूचर खराब ही जाएगा, वो तो भला हो भाभी जी का जिन्होने तुझे इतना सब होने के बाद भी कुछ नही कहा..

मुझे समझ नही आ रहा था की यह चक्कर क्या है, आंटी ने मों को क्या बताया है मुझे कुछ नही समझ आ रहा था.

आंटी: देखो राहुल बेटा तुम्हारी अभी ऊमेर ही ऐसी है जिस उमेर में लड़के किसी भी औरत को देख के मचल जाते हैं, और अगर तुम्हारे साथ भी ऐसा हो रहा है तो इसमें कोई ग़लत बात नही है, बॅस मैं तो यह चाहती हूँ की तुम जो भी करो वो सब घर के अंदर ही हो घर के बात अगर कोई भी बात जाएगी तो तुम्हारे घर किबाहुत बदनामी होगी, कल तो नेहा की शादी में प्राब्लम आ सकती है.

मम्मी: भाभी जी बिल्कुल सही कह रही हैं, तू अपना ध्यान सिर्फ़ पड़ाई में लगा.

आंटी: भाभी जी आप मेरी बात समझी नही , इस उमेर में लड़कों को औरत की हेर चीज़ देखने की इच्छा होती है अब जब तक यह वो सब कुछ देख नही लेता यह मानेगा नही, अभी तो हमारे सामने माना कर देगा और कल को कहीं बाहर कोई ग़लत हरकत कर दी तो ?? आप न्यूज़ पेपर तो पड़ती ही हैं आज कल कितने छोटे बच्चे भी रेप करने लगे है, भगवान ना करे अगर हमारा राहुल भी.

मम्मी: नही नही भाभी जी शुभ शुभ बोलिए, मेरा राहुल ऐसा कुछ नही कर सकता, कभी नही..

अब मुझे समझ में आ रहा था की ज़रूर इसमें आंटी जी की की चाल है, इतना सोंछते हो मेरा दर्र तोड़ा कम हुआ.

आंटी: देख राहुल, तेरे लिए इस घर में सब कुछ है जो तू चाहता है वो सब कुछ.

मे: नही आंटी ऐसी कोई बात नही है.

आंटी: तो बोल कल तूने मेरी चुचि क्यूँ दबाई थी ?

मम्मी के सामने आंटी को ऐसा बोलते देख मेरी हालत फिर से खराब हो गयी.

मे: नही आंटी मैने नही दबाई थी.

मों: तो क्या आंटी झूठ बोल रही हैं.

मे: सच्ची मों मैने ऐसा कुछ नही किया था , मुझे कुछ समझ नही आ रहा है की आंटी कयल बोल रही हैं.

आंटी: अच्छा तो तेरा मतलब है की मैिंझूठ बोल रही हूँ, इतना कहते ही आंटी मेरे पास आईं और दोनो हांतों से मेरे बाल पकड़ के खींच दिए.

मों: अरी भाभी जी यह क्या कर रही हैं.

आंटी: भाभी जी मैं इसे प्यार से समझा रही हूँ और यह मुझे हे झूठा बोल रहा है.

मे: नही आंटी मैं झूठ नही बोल रहा हूँ.

आंटी: तू चुप छाप यहीं रुक.

फिर आंटी मम्मी के पास आईं और बोली की भाभी जी आप मेरे साथ ज़रा बाहर तो आइए फिर मों आंटी के साथ रूम से बाहर चली गयीं और मैं वहीं रूम में अकेले बैठा हुआ सोंच रहा था की आख़िर आंटी का प्लान क्या है.

आंटी: भाभी जी देखिए अभी मैं राहुल के साथ हार्ड हो जाऊँगे ऐसा करना ज़रूरी भी है, आप बस मेरा साथ दीजिएगा क्यूंकी अगर अभी हुँने राहुल को नही ठीक किया तो कल को जाने यह बाहर क्या करे.

मम्मी: नही नही भाभी जी , ऐसा मत बोलिए, आपको जो ठीक लगता है वो कीजिए बॅस मेरे राहुल का मान पड़ाई में लगा रहे, अभी उसकी उमेर ही क्या है, इतना कहते ही मम्मी की आँखों में आँसू आ गये, आंटी जी ने मम्मी को इतना डरा दिया था की उन्हे यह दर हो गया था की सेक्स के चक्कर में उनका बेटा बाहर किसी लड़की का रपेही ना कर दे, इसी दर से वो आंटी जी की बातों में आ गयी.

आंटी: चलिए भाभी जी मेरे साथ रूम में चलिए और जैसा मैं कहूँ वैसा ही कीजिएगा.

मम्मी: थेक है भाभी जी जैसा आपको ठीक लगे.

आंटी और मम्मी दोनो रूम में आ गये, आंटी मेरे पास आ के मुझे से बोली.

आंटी: देखो राहुल बेटा मैं चाहती तो तेरे पापा को भी सारी बता देती लेकिन मैने अभी सिर्फ़ तेरी मा को ही सारी बातें बताई हैं, अब सच सच बता की मुझे देख के या अपनी मा और बेहन को देख के तुझे कुछ होता है क्या ??

मे: नही आंटी मुझे कुछ भी नही होता है.

आंटी: तू फिर से झूठ बोल रहा है, मैं सब जानती हूँ तू हम सबको गंदी निगाहों से देखता है, इसका मतलब तू बाहर भी सारी लड़कियों और औरतों को ऐसे ही गंदी नज़रों से देखता होगा.

मे: मुझे कुछ समझ नही आ रहा है आंटी जी आप यह सब क्यूँ बोल रही है, आप मेरी आंटी हैं यह मेरी मों हैं, मैं आओ सब को गंदी नज़रों से कैसे देख सकता हूँ.

आंटी: अच्छा तो यह बात है तो ठीक है तू अपनी जीन्स उतार..

यह सुनते ही मों चौंक गयी और बोली की भाभी जी यह आप क्या कह रही हैं ????

आंटी: देखिए भाभी जी मैने आप से पहले ही कहा था की आप बॅस मेरी हेल्प कीजिएगा, और यह सब मैं अपने राहुल के लिए ही कर रही हूँ.

मम्मी: ठीक है, राहुल अपनी जीन्स उतारो.

मे: नही मों मैं अपनी पंत नही उतारूँगा.

आंटी मेरे पास आ के मेरे बालों को खींचते हुए बोली,

आंटी: अगर तू अपनी जीन्स नही उतारेगा तो मैं तेरी सारी बातें तेरे पापा को बता दूँगी.

फिर डरते डरते मैने अपनी मों के सामने अपनी जीन्स उतार दी.

आंटी: मैने कहा पूरा नंगा हो जा और अपना लंड दिखा, अपनी फ्रेंची भी उतार.

इस वक़्त मम्मी की नज़रें झुकी हुई थी और शरम के मारे वो मुझे नही देख रही थी, मम्मी सोंच रही थी की यह सब आंटी जी मेरी भलाई के लिए ही कर रही हैं.

मैं माना करने लगा तो आंटी आयेज मेरे पास आई और एक झटके से मेरी फ्रेंची निकाल दी, अब मैं आंटी और अपनी मम्मी के सामने सिर्फ़ त शर्ट में था नीचे से पूरा नंगा, अभी मेरा लंड भी सुकड़ा हुआ था, मैने अपनी निगाहें झुका रही थी.

आंटी: देखिए भाभी जी राहुल के लंड की तरफ देखिए.

मम्मी: यह आप क्या कह रही हैं भाभी जी राहुल मेरा लड़का है और मैं उसे ऐसी हालत में कैसे देख सकती हूँ.

आंटी: भाभी जी अगर आप राहुल का भला चाहती हैं तो आपको देखना ही होगा.

फिर औन्यटी जी मम्मी के पास आई और उनका मूँह ऊपेर कर के उन्हे मेरा लंड दिखाया.

आंटी: देखिए भाभी जी अभी इसका यह लंड सुकड़ा हू आयानी की छोटा सा है.

इतना कहने के बाद आंटी जी ना वही मम्मी और मेरे सामने अपनी ब्लाउस के बटन खोलने शुरू कर दिया और एक ही मिनिट में उन्होने अपना ब्लाउस अपने सीने से अलग कर दिया, मम्मी को कुछ समझ नही आ रहा था की आख़िर भाभी जिकया करना चाहहति हैं, और इस तरह से सबके सामने वो अपना ब्लाउस क्यूँ खोल रही हैं.

आंटी: भाभी जी प्ल्स ज़रा मेरी ब्रा का हुक खो दीजिए.

पढ़ते रहिए.. क्योकि ये इंडियन सेक्स स्टोरी अभी जारी रहेगी और मेरी मैल ईद है [email protected]

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