नीता रोहित से छूट छुड़वा कर मेरे रूम में आ गयी. मेरे रूम में आ कर बेड पर बैठ गयी.
मिताली: कैसा रहा तेरा?
नीता: मस्त रहा है. रोहित ने खूब मज़ा दिया है. बहुत छोड़ी है यार बता भी नही सकती. उसको मैने बोल दिया की तेरी मों को भी छोड़ तो बोला की मों तैयार नही होगी. मैने बोला मैं पत्ता दूँगी. फिर मान गया की अगर मों चूड़ना चाहेगी तो छोड़ दूँगा.
मिताली: ये बोला बेटा?
नीता: ह्म. अभी तो तोड़ा तक गया है. आराम करने दे. थोड़े टाइम बाद तुम को लेकेर जौंगी साथ में. अंधेरे में तू छुड़वा लेना. एक बार चुड गयी तो फिर कोई प्राब्लम नही होगी.
मिताली: नही यार, तू ही कर ले. मुझे ठीक नही लगता ये. तेरे बेटे से कर लूँगी मैं.
नीता: ऑश यार, तू एक बार रोहित से करवा कर तो देख. बहुत मज़ा देगा. अगर मेरा बेटा ऐसे छोड़ता तो मैं तो दिन रात ही चुड़वति.
मिताली: तो तू ट्राइ कर ले.
नीता: यार मैं तो रोहित से ही चड़वौनगी. तेरा बेटा बहुत बड़ा फकर है. उल्टी सीधी करके क्या छोड़ता है. यार इतने प्यार से कभी हब्बी ने भी नही छोड़ी मुझे. घोड़ी बना कर छोड़ता है, तब तो मज़ा भी बहुत आता है.
मिताली: यार अपने बेटे से ठीक नही लगता. उससे नज़र कैसे मिलौंगी?
नीता: रोहित को पता भी नही होगा की अंधेरे में तुम छुड़वा रही हो. मैं लाइट ऑफ करके बोलूँगी की छोड़े. वाहा मैं बोलूँगी और तुझे आयेज कर दूँगी. रात में उसको कुछ पता नही लगेगा.
मिताली: देखते है.
नीता: देख यार आज से रोहित मेरा ब्फ है. वही मुझे मज़े देगा और तुम भी तैयार हो जाओ. अगर दोनो चूड़ने लगी तो यही नीचे एक साथ आराम से छुड़वा सकती है. पुर घर में जहा मर्ज़ी चुड़वव.
मिताली: किसी को पता चल गया तो?
नीता: यार रात को तुम दोनो एक ही बेड पर सोना. रात को कोई नही आएगा की दोनो मों बेटे क्या कर रहे है. तू अपने बेटे से आराम से सुबा तक मॅन करे उतनी बार छुड़वा सकती हो.
मिताली: ह्म.
नीता: दिन में मों और रात को वाइफ बन कर मज़े लेना. किसी को कोई शक नही होगा. रोहित छोड़ेगा तो मूड भी अछा रहेगा. ये राज़ बस अपने तक ही रहेगा.
फिर हम थोड़ी देर बात करने लगे. नीता ने 4 बजे का अलार्म लगा दिया. फिर हम सो गये. 4 बजे उसने मुझे उठाया और पानी पिलाया. मैं उठ कर बैठ गयी.
नीता: चलो वाहा दोनो नंगी ही चलेंगी. ताकि कोई प्राब्लम ना हो. रोहित सोया होगा तो तुम उसको किस करना और लंड चूसना. मैं तेरे पास ही रहूंगी. रोहित बोलेगा तो मैं बोल कर रिप्लाइ दे दूँगी.
मिताली: चलो ठीक है.
नीता ने मेरे गाउन उतार दिया और मेरे बूब्स और गांद पर हाथ फेरा. फिर मुझे आयेज करके खुद भी रूम से बाहर आ गयी.
नीता: तू तो बहुत मस्त माल है यार. बेटा खुश हो जाएगा. बूब्स और गांद देख कर किसी का भी खड़ा हो जाएगा. ऑश बहुत मस्त माल छोड़ेगा रोहित.
हम दोनो एक-दूं नंगी ही रोहित के रूम में चली गयी. नीता ने मेरा हाथ पकड़ रखा था. उसने रोहित के लंड को अंधेरे में ही पकड़ा और मेरे हाथ में पकड़ा दिया. मैने लंड को सहलाया तो वो खड़ा हो गया. रोहित भी जाग गया.
नीता: ऑश रोहित छोड़ो मुझे.
रोहित: ऑश फिर तैयार हो गयी तू?
नीता: चल यार एक रौंद और छोड़ ले. फिर घर जौंगी.
रोहित ने मुझे सीधा लिटा लिया. जब वो किस करने लगा को मैने उसको बोल दिया की मैं मिताली हू.
रोहित धीरे से बोला: मुझे पता है. तुझे तो अंधेरे में ही पहचान लेता हू.
वो मुझे नीता बोल कर ही छोड़ने लगा. मिताली का पता चलते ही उसे और भी मज़ा आने लगा. वो मेरे होंठ चूसने लगा. मैं आराम से लेती हुई थी. रोहित मेरे उपेर लेट गया. मेरे बूब्स उसके सीने से लगे हुए थे. रोहित आराम से लिप्स और गाल चूस रहा था.
मिताली: ऑश आअहह.
रोहित: ऑश मज़ा आ रहा है. आराम से करने दो. ऑश बूब्स बहुत आचे है.
रोहित मूह से मूह लगा कर किस कर रहा था. उसको किस करने में बहुत मज़ा आ रहा था. मैं उसकी पीठ पर हाथ फेरने लगी.
रोहित: तुझे तो आराम से छोड़ूँगा. ऑश तेरे मज़े लेने है.
रोहित आराम से लिप्स चूस रहा था. फिर उसने बूब्स चूसने शुरू कर दिए. मुझे भी मज़ा आने लगा. दोनो बूब्स को पकड़ कर निपल चूसने लगा.
नीता वही पास में लेट गयी. उसको पता था की अब उसकी कोई ज़रूरत नही थी. रोहित आराम से मिताली को छोड़ लेगा.
मैने रोहित के लंड को पकड़ा, तो वो काफ़ी तन्ना हुआ था. मैने छूट पर सेट किया और बाकी का काम रोहित ने कर दिया. चुदाई शुरू हो गयी थी. रोहित मज़े ले ले कर छोड़ रहा था. लंड बार-बार छूट की गहराई में जाता और बाहर आता. मुझे भी खूब मज़ा आने लगा. काफ़ी देर छोड़ने के बाद उसने घोड़ी बना लिया.
रोहित: श घोड़ी को छोड़ कर बहुत मज़ा आएगा. चल मेरी घोड़ी चुड. ऑश क्या छूट है तेरी. छोड़ने के लिए एक-दूं बेस्ट छूट है.
मिताली: श आहह छोड़ो ना छूट.
रोहित ने कमर पकड़ ली, और छोड़नी शुरू कर दी. मुझे मज़ा आने लगा था. रोहित गांद पर थप्पड़ मार कर मेरे मज़े ले रहा था. रोहित कभी कमर, कभी कंधे और कभी बूब्स पकड़ कर शॉट मार रहा था. मुझे भी खूब अछा लग रहा था.
मिताली: ऑश यार ऊहह मज़ा आ रहा है बहुत.
रोहित: मेरी रंडी, श ऐसे ही चुड़वति रह. तेरे लिए तो मैं हू ना. तेरा घर वाला मैं हू. रोज़ रात को सुहग्रात होगी तेरी. तेरी जैसी छूट के लिए ही मेरा लंड खड़ा है. बस तू चुप-छाप छूट मरवा ले अपनी.
मिताली: ऑश आआहह.
रोहित: ऑश आअहह मज़ा आ रहा है यार. बहुत मज़ा आ रहा है.
मिताली: ऑश आअहह छोड़ो. मुझे.
रोहित: तो चुड़वति रहो, मज़ा आएगा. ऑश अया क्या गांद है तेरी. आज से मेरी रंडी बन जेया. रात को चूड़ने आ जया कर.
मिताली: मज़ा आ रहा है, ज़ोर से छोड़ मेरी छूट.
रोहित की जाँघ से मेरी गांद बार-बार भीड़ रही थी, तो आवाज़ ज़ोर-ज़ोर से आने लगी. तभी रूम की लाइट एक-दूं से जल उठी. नीता ने लाइट ओं कर दी थी. रोहित मुझे पेल रहा था.
रोहित: अर्रे लाइट किसने जला दी? अर्रे नीता तुम! अर्रे ये किसको छोड़ रहा हू मैं?
नीता झट से मेरे पास आ गयी. ताकि रोहित मुझे खड़ी ना कर ले.
नीता: ये मेरी सहेली है. छोड़ इसको एक बार, बहुत मज़ा आ रहा है इसको.
रोहित बाल पकड़ कर छोड़ने लगा. तभी उसने फेस देख लिया.
रोहित: ऑश यार ये मेरी मों है. इसको छुड़वा दिया तूने इसके बेटे से?
उसने मुझे छोड़ना छ्चोढ़ दिया.
नीता: इसको भी लंड चाहिए. बहुत प्यासी है. चल छोड़ इसको. अभी मज़ा आने वाला है. देख तेरे आयेज चूड़ने खुद आई है.
रोहित: अगर मैं छोड़ूँगा तो मों नाराज़ तो नही होगी ना?
नीता: ऑश तू छोड़ेगा तो खुश होगी. अगर अब नही छोड़ी तो नाराज़ होगी. चल छोड़.
मिताली: ऑश बहुत मज़ा आ रहा था. सब खराब कर दिया.
रोहित ने फिरसे छोड़नी शुरू कर दी.
मिताली: ऑश रोहित बेटे, मज़ा आ रहा है. ऑश तेरी मों को छोड़ मेरे राजा. तेरी मों बहुत टाइम से प्यासी है.
रोहित: थॅंक्स नीता, तूने आज मों छुड़वा दी. ऑश मों अब मेरे होते तुझे प्यासी नही रहना होगा. तुम दोनो को मैं ही पेलुँगा. तुम दोनो आज से मेरी घरवाली हो.
मिताली: ऑश बेटा आहह चुड रही हू मैं.
रोहित मेरी कमर पकड़ कर ज़ोर-ज़ोर से छोड़ रहा था. नीता भी उसको अपने बूब्स दिखा कर छोड़ने के लिए बोल रही थी.
नीता: ज़ोर से छोड़ यार. बस मों चूड़ने ही वाली है. ऑश बहुत मज़ा आ रहा है. तुझे भी मज़े दे रही है.
मिताली: कम ओं यार, ऑश फक मे रोहित बेटा. ऑश तेरे लंड बिना नही रह सकती तेरी मों. चुड़वणी है मुझे अपनी छूट. ऑश आअहह फक मे, फक मे यार.
थोड़ी ही देर बाद हम मों बेटा दोनो ही झाड़ गये. रोहित ने मुझे छोड़ा तो मैं खड़ी हो कर उसको किस करने लगी. मुझे भी बहुत मज़ा आया था.
कमरे में एक लड़का था, एक उसकी मों थी, और दूसरी मों की सहेली. उनके बूब्स वो बॉय चूस रहा था. सच में उस रोहित के मज़े ही मज़े थे.
रोहित: आज से तुम दोनो मेरी रंडी हो. तुमको सिर्फ़ मैं ही छोड़ूँगा.
मिताली: ऑश बेटा आज से तेरे पापा की कमी तू ही पूरी करेगा. बहुत मस्ती से छोड़ा है अपनी मों को.
नीता: मुझे भी खूब पेला है. जवान लड़का घर में है और हम बाहर ट्राइ कर रहे थे. रोहित छोड़ता बहुत बढ़िया है.
रोहित हम दोनो को दोनो हाथो से पकड़ रखे था. उसका हाथ हमारी गांद पर था. नीता के और मेरे बूब्स देख कर रोहित काफ़ी खुश था. वो किस भी कर रहा था. फिर रोहित बेड पर लेट गया. नीता और मैं रोहित के पैर दबाने लगी. हम दोनो के बूब्स नीचे लटक रहे थे.
रोहित: अब मैं आराम करूँगा. तुम दोनो भी आराम कर लेना.
नीता: हम दोनो को इसने बहुत छोड़ा है. चलो इसके पैर दबाते है. रोहित जब मूड बने तो बता देना. हम दोनो चूड़ने के लिए तैयार मिलेंगी.
फिर रोहित आराम करने लगा. हम दोनो भी वही आराम करने लगी. आप को स्टोरी अची लगी है तो ज़रूर बताना. अपना सेक्स एक्सपीरियेन्स भी बताना.