जहाज में मिली हसीन चूत को मुम्बई में चोदा

लंड चुसाई

उसकी चूत में से गाढ़ा सा सफ़ेद पानी निकलना शुरू हो गया।
मैंने कहा- इशिका, अब मेरा लण्ड चूसो!

वो तुरंत उठ कर बैठ गई, पहले तो अपने हाथों से मेरे लण्ड को सहलाने लगी फिर मुँह में लेकर चूसने लगी।
इशिका लण्ड चूसने में माहिर लग रही थी, वो बहुत ही अच्छे से चुसाई कर रही थी…
सच में मुझे तो बहुत मज़ा आ रहा था।

वो मेरे लण्ड को पूरा मुंह में ले लेती फिर पूरा निकाल कर उस पर थूक देती फिर चाटने लगती।

अब इशिका कहने लगी- कुणाल, मेरी चूत की चुदाई कर दो… अब मुझे क्यों परेशान कर रहे हो… मैं मरी जा रही हूँ, चोदो न मुझे!

मैंने भी ज्यादा देर ना करते हुए इशिका को सीधी लेटा लिया और एक ही पल मैं मैंने एक शॉट में लण्ड का सुपाड़ा इशिका की चूत में उतार दिया।

वो उत्तेजना में मेरे होंठ चूसने लगी और उसने अपने पैरों को मेरी कमर पर लपेट लिया।
इशिका ने अपनी बांहें मेरे गले में डाल ली थी।

मैं इशिका की चूचियों को कभी मसलता तो कभी मुँह में लेकर चूसता, कभी दायीं चूची को चूसता तो बायीं चूची को… कभी उसकी घुंडी को दांत से हल्का सा काट लेता जिससे इशिका काम्प जाती!

मैं अब इशिका के पैरो कों अपने कंधों पर रख कर उसकी चूत में लण्ड पेलने लगा, मैं उसे जोर जोर से पेलने लगा।
अब इशिका की चूत से ‘खचाखच.. फचाफच..’ की आवाज आ रही थी और उसके मुँह से ‘ओह्ह्ह.. ऊऊफ़.. आहसीई.. उफ़..’ की आवाजें आने लगीं।
इशिका अपनी चूत उठा-उठा कर मेरे लण्ड को अपनी चूत में ले रही थी।

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‘ऊऊफ़आह.. और पेलो.. ऐसे ही.. चोदो.. मुझे.. मैं ऐसे ही लण्ड से चुदने के लिए तड़फ रही हूँ.. आईईईई सीऊऊह सीईईई आह ऊफ़्फ़्फ़.. चोद.. पेल.. मार साले मेरी चूत…’ इशिका अब गली देने लगी थी।

‘कुणाल कस-कस कर अपना लौड़ा मेरी चूत में डालो… आज इसकी सारी गर्मी निकाल दो!’

मैं इशिका की चूत को चोद रहा था और इशिका अपनी चूत को मुझसे चुदवा रही थी।
जैसे ही मैं ऊपर से झटका देता तो वो भी नीचे से अपनी चूत को उठा कर मेरे लण्ड पर मार देती।

अब मैं पूरा ज़ोर लगा कर धक्के पर धक्के लगाता हुआ पूरा लण्ड चूत में जड़ तक डाल रहा था।

वो चूत चुदाई का मजा ले रही थी

मैं इशिका की जबरदस्त चुदाई कर रहा था और इशिका सिसकारी लेते हुए चूत चुदवाती जा रही थी ‘आहसीई.. आउउई.. फाड़ दो.. मेरी चूत.. मेरे चूचों को खा जाओ… जोर से चूसो इन्हें… और और रगड़ कर पेलो… मेरे जानू इसे कहते हैं असली चुदाई… चूत के राजा.. मेरी चूत का कीमा बना दो जानू… आआह्ह्ह.. म्म्म्म म्म्मार.. चूतत.. मेरे जानू. डालल.. पेलल.. आहसीई… ऊईई.. मैं गई.. मेरे राजा लगा धक्का.. कस कस.. कर पेल साले.. मार चूत आआ..! मेरी सा…साली.. चूत.. आह आउइ उउउइ..’ कहते हुए इशिका ने मुझे बहुत तेजी से जकड़ लिया और अपना पानी छोड़ दिया।

वो मुझे कस कर पकड़ कर झड़ रही थी और मैं इशिका की झड़ी हुई चूत पर धक्के पर धक्के लगाते हुए काफी देर तक चोदता रहा।
अब मेरा भी होने वाला था तो मैं भी इशिका की चूत में लण्ड को पूरा जड़ तक घुसा कर झड़ने लगा और इशिका को पूरी तरह अपनी बाँहों में कसकर दबा के.. लण्ड से वीर्य की धार छोड़ कर झड़ने लगा।
हम दोनों एक-दूसरे को बाँहों में लिए काफी देर तक पड़े रहे।

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