हेलो गाइस. ये पार्ट 2 है. इससे पहले पार्ट 1 पढ़ लो की क्या-क्या हुआ मेरे साथ ट्रेन में. मज़ा आएगा तो लंड हिलना स्टोरी पढ़ कर.
रात के 9 बजे नींद खुलती है, तो देखता हू 1 साउत इंडियन लड़का मेरी सीट के थोड़ी डोर पे खड़ा था. क्यूंकी मैं छ्होटे शॉर्ट्स पहन कर सोया हुआ था, तो मेरी गांद की शेप पूरी टाइट शॉर्ट से दिख रही थी. मेरी गोल चुड़क्कड़ गांद पूरी शेप में दिख रही थी. वो साउत इंडियन लड़का वही पे खड़ा हो कर मुझे देख रहा था, और अपनी लूँगी के अंदर हाथ घुसा कर लंड हिला रहा था.
मैं जैसे ही उठा, तो वो मुझे देख कर मूड कर चला जाता है. पर उसे पता नही था मैने उसे देख लिया था. ऐसे ही वक़्त बीता और डिन्नर आ गया पॅंट्री से. अब मैने खाना खाया. तब एक स्टेशन पे ट्रेन रुकी हुई थी. मैं बाहर निकल कर अपने लिए चिप्स ले रहा था. तब वो 3 साउत इंडियन लड़के भी बाहर आए थे. वो तमिल में बातें कर रहे थे.
मुझे तो उनकी बातें समझ नही आ रही थी. पर वो लड़का जो मुझे देख कर हिला रहा था, उसके बात करने के ढंग से ऐसा लग रहा था की वो बाकी के 2 लड़कों को मेरे बारे में बता रहा था. लगता था मेरी गांद के बारे में बता रहा था, क्यूंकी बाकी के 2 लड़के भी मुझे चेक आउट कर रहे थे. उनकी नज़र मेरी मोटी गांद पे ही थी.
अब फिरसे मुझे चूड़ने का मॅन कर रहा था. पर वो टीटी मुझे कही दिख नही रहा था. फिर हमारी ट्रेन निकली. अब रात हो गयी थी. कल सुबह 10 बजे तक मेरा स्टॉप आ जाना था. तो मैं भी अपना समान ठीक करके डिन्नर कर रहा था. तभी वो टीटी फिर आया. वो तोड़ा पिया हुआ था. उससे दारू की स्मेल आ रही थी.
टीटी: ओये क्या हाल है? मैं थोड़ी देर पहले आया था, तू सो रहा था इसलिए नही जगाया.
मैं: बस खाना ख़ौँगा, और सो जौंगा. कल सुबह स्टॉप आ जाएगा मेरा.
टीटी: अर्रे तू कल चला जाएगा? फिर कब मुलाकात होगी? मेरा लंड तेरी गांद को मिस करेगा.
मैं: अछा, इतना मज़ा है मुझे छोड़ने में?
टीटी: हा यार, आज तक मैने अपनी बीवी और कुछ रंडियों को पेला है. 1 गन्दू को भी पेला था. पर तेरी तरह गांद और लंड चुसाई किसी ने नही करी. तेरे पास चूड़ने के स्किल्स है. आचे-आचे लोगों के लंड का पानी निकाल देती है तेरी ये गांद.
मैं: अर्रे बाप रे, इतनी तारीफ.
टीटी: जब वापस आओगे तो एक बार ज़रूर मिलना.
मैं: ज़रूर-ज़रूर.
मैं खाना खा रहा था, और उसने मेरे सामने अपनी पंत की ज़िप खोल कर अपना लंड बाहर निकाल लिया और हिलने लग गया. उसका लंड आहिस्ते-आहिस्ते खड़ा हो रहा था.
टीटी: यार अब ये लंड तेरी गांद में आखरी बार घुसेगा आज रात.
मैं: क्या मतलब, आज रात भी छोड़ेंगे मुझे?
टीटी: हा, तुझे ऐसे थोड़ी जाने दूँगा. देख यार, मेरा लंड तड़प रहा है.
अब उसका लंड पूरा खड़ा हो गया था. उसके मोटे लंड ने मुझे भी हॉर्नी फील करवा दिया. मॅन कर रहा था पूरी रात चूसू उसका लंड. फिर मैं रेडी हुआ, और घुटनो में बैठ कर उसका लंड चूसने लगा. फुल थूक लगाया, और डीप थ्रोट देने लगा.
टीटी: आअहह, चूस यार आचे से चूस.
मैं: उम्म्म उम्म्म्मम म्नममम स्लर्प स्लूरप्प्प्प्प स्लर्प स्लूरप्प्प्प्प.
उसका लंड को चूसने के बाद मैं डॉगी स्टाइल में लेट गया, और वो मेरी पंत को खोल कर मेरी गांद में मूह डाल दिया. वो जीभ मेरे च्छेद के अंदर डाल रहा था. मैं ज़ोर से मोन करने लगा. फिर उसने मेरी गांद में लंड सेट करके ज़ोर से घुसा दिया, और ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने लगा.
मैं: आअहह आअहह. मदारचोड़ आहिस्ते छोड़.
टीटी: चुप भद्वे सेयेल.
हम दोनो अब ज़ोर-ज़ोर से मोन कर रहे थे, और टीटी मेरी फुल जानवरो की तरह गांद मार रहा था. हमारी आवाज़ अभी ट्रेन के चलने की आवाज़ से भी ज़्यादा आने लगी, और वो 3 साउत इंडियन लड़के भी मेरी सीट के पास आ गये. वो हमे देख कर शॉक हो गये.
मैं भी उनको देख कर शॉक हो गया. तब वो लोग तमिल में एक-दूसरे से बात कर रहे थे. फिर 1 लड़के ने बोला-
पहला लड़का: अर्रे ये तुम लोग ओपन सेक्स कर रहे हो. ये सब अलोड है ट्रेन पे?
दूसरा लड़का: हा ये क्या चल रहा है?
टीटी तो फुल हवस में था, और उसने मेरी गांद में से लंड नही निकाला, और मुझे छोड़ता रहा. उन लोगों को मेरी गांद दिखा-दिखा कर छोड़ रहा था.
टीटी: अर्रे कभी चुदाई नही देखी है तुम लोगों ने? ये गांद देखो कैसे चुड रही है.
पहला लड़का: अछा तो हमे भी मौका मिलेगा इसकी गांद छोड़ने का? या हम सिर्फ़ देखने आए है?
टीटी: ज़रूर-ज़रूर, इस रंडी की गांद मारने का मज़ा ही अलग है.
मैं (चूड़ते हुए): आहह आअहह यॅ मुझे छोड़ोगे तुम सब?
ये सुन कर 3 लड़कों ने अपनी लूँगी हटाई और उनके काले लंड 5 से 6 इंच के बाहर निकल आए. उन 3 लड़कों के लंड भी खड़े हो गये थे. टीटी मेरी गांद छोड़े जेया रहा था. फिर 3 लड़के आए और मेरी गांद टच करने लगे. मेरे चुचे दबाने लगे. मेरी चुड्ती हुई गांद पे थप्पड़ भी मारा उन लोगों ने.
फिर टीटी ने लंड बाहर निकाला, और मुझे चूसने को बोला. अब डॉगी स्टाइल में मैं उसका लंड चूस रहा था और पीछे से 1 लड़के ने मेरी गांद मारना शुरू किया. वो अपने काले लंड से छोड़ रहा था, तब तक मैं टीटी का लंड चूस रहा था. थोड़ी देर में टीटी मेरे मूह में झाड़ गया. वो अब तक कर कोने में लेट गया.
अब 2 लड़कों ने मेरे मूह में लंड दिया. पहले एक-एक करके दोनो का चूसा, और फिर एक साथ दोनो का लंड मूह में लिया. दोनो के लंड को मूह से थूक लगा कर चाटने भी लगा. तब तक 1 लड़का ऑलरेडी मेरी गांद मार रहा था. फिर दूसरा लड़का वही सीट पर लेता, और मैं उसके उपर चढ़ गया. फिर काउ गर्ल स्टाइल में गांद में लंड लेने लगा. उसके बाद जो लड़का मेरी गांद मार रहा था, वो मेरे मूह में लंड डालने लगा. मज़ा आ रहा था.
वो तमिल में मुझे गाली दे देकर छोड़ रहे थे. मुझे उनकी लॅंग्वेज समझ नही आ रही थी, पर चूड़ते हुए मज़ा आ रहा था. फिर 3र्ड लड़का पीछे से आ कर मेरी गांद में लंड डालने की कोशिश कर रहा था. मैं काउ गर्ल पोज़िशन में ऑलरेडी गांद में लेकर चुड रहा था. वो 3र्ड लड़के ने ज़ोर से अपना लंड घुसाया और उसका लंड भी मेरी गांद के च्छेद में घुस गया.
मुझे डबल पेनेट्रेशन में चूड़ने में दर्द हो रहा था, क्यूंकी मेरी गांद के च्छेद में 2 लंड एक साथ घुस रहे थे. दोनो मेरी गांद की चुदाई कर रहे थे. ज़ोर-ज़ोर से दोनो का लंड एक साथ मेरी गांद के च्छेद में अंदर-बाहर हो रहा था.
मेरी पीछे इतनी रफ चुदाई हो रही थी, और आयेज से मेरे मूह में लंड डाल कर 1 लड़का मेरा मूह छोड़ रहा था. उफफफ्फ़, अब मज़ा आने लगा. अब लग रहा था मैं एक नंबर का छिनाल हू, एक नंबर की रंडी बन चुका था. मैं और ज़ोर-ज़ोर से लंड चूस रहा था.
वो टीटी को ये सीन देख कर मज़ा आ रहा था. मैं भी उस टीटी की आँखों में देख कर गंगबांग करवा रहा था. और टीटी का लंड फिरसे खड़ा हो रहा था. ऐसा लग रहा था की मैने उस टीटी को क्यूक्कल्ड बना दिया, और बाकी के 3 लड़के मेरा रफ गंगबांग कर रहे थे.
टीटी: आहह सेयेल रंडी के बच्चे क्या चुड रहा है तू.
ट्रेन अब रात में फुल स्पीड में चल रही थी, और मेरे कॉमपार्टमेंट में मेरा रफ गंगबांग हो रहा था. फिर जो लड़के मेरी गांद मार रहे थे, उसमे एक लड़का झाड़ जाता है मेरी गांद के अंदर. फिर थोड़ी देर में दूसरा लड़का भी झाड़ जाता है मेरी गांद के च्छेद के अंदर.
अब मेरी गांद में से 2 लड़कों का स्पर्म बह रहा था. तब तक वो टीटी का भी खड़ा हो गया था. अब वो दूसरा लड़का जो मेरा मूह छोड़ रहा था, वो मेरे मूह में ही झाड़ जाता है. मेरी गांद के च्छेद और मेरे मूह दोनो में माल भरा होता है. टीटी ने भी इतना हिलाया मुझे देख के की अब मेरा मूह छोड़ने लगता है, और थोड़ी देर में वो भी झाड़ जाता है. ये पूरी गंगबांग की चुदाई रात के 2 बजे तक चली. मेरी गांद और मेरे मूह में स्पर्म ही स्पर्म भरे थे. मैं भी इतनी चुदाई में 3 से 4 बार झाड़ चुका था.
हम इतना तक गये की हम नंगे ही सो गये. मैं भी चुदाई के दर्द से तक कर सो गया था. जब दूसरे दिन सुबह हुई तो हमने फिर क्या-क्या किया, ये अगले पार्ट में पढ़िए.
ये स्टोरी का अगला पार्ट पढ़ने के लिए नेक्स्ट पार्ट में जाए. मुझे मेसेज करने के लिए (इंटेस्टाइनल.टूट86@गमाल.कॉम) पे मेसेज करो. तब तक स्टोरी पढ़ो और लंड हिलाओ.