Trekking Camp Aur Meri Gaand Ki Suhagrat

और उन्होंने आंख मारी.. मैं समझ गया कि आज मेरी दिल की इच्छा पूरी हो जाएगी।

इतने में उन्होंने मुझे किस किया और एकदम से हटे.. तो जैसे मेरे अन्दर हज़ारों लहरें एक साथ उठी हों.. ऐसा लगा।

फिर क्या था.. हम दोनों पागलों की तरह एक-दूसरे को किस करते और अकरम सर ने मुझे उनकी मज़बूत बांहों में भर लिया।
चूमना काटना सब कुछ जोरों पर था।

फिर एकदम से उन्होंने रजाई से बाहर निकलते हुए मुझे उठा लिया और गोद में बिठा कर मेरे गले को, मेरे होंठों को चूसकर मुझे पूरा गीला कर दिया।
उस बीच मैं भी उन्हें उसी शिद्दत से चूम रहा था।

तभी वो बोले- जाज.. आई लाइक यू.. कब से मैं तेरे होंठों को काटना चाहता था।
यह कह उन्होंने मेरे निचले होंठ को जोर से काट लिया।

मैं तड़फ उठा.. थोड़ा खून भी निकल आया और वो उसे मेरे होंठों से चूसते चले गए।
क्या मस्त का आलम था..

कुछ देर की चूमाचाटी और लव बाईट गेम के बाद उन्होंने धीरे से मेरे कपड़े उतारना शुरू कर दिए।

अब ठण्ड क्या चीज होती है, हमें नहीं मालूम था।

मेरी टी-शर्ट निकालते ही उन्होंने मेरी छाती की घुंडियों को चूसना शुरू कर दिया और काट भी लिया.. जिससे मेरी चीख निकल पड़ी। मेरी चीख अभी जोर से निकलती इससे पहले ही उन्होंने मेरा मुँह हाथ से बंद कर दिया।

मेरे निप्पलों को चूसते हुए उन्होंने मुझे पूरा नंगा कर दिया। इसके बाद तो सर ने मेरी पूरी बॉडी को जीभ से चाटते हुए गीला कर दिया।

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अब उन्होंने अपने कपड़े उतारे.. हाय.. मानो मेरे सामने खुद कामदेव आ गए थे।
क्या क़यामत बरपाने वाला मर्दाना जिस्म था.. और जैसे ही उन्होंने अपनी अंडरवियर उतारी.. मेरा मुँह खुला का खुला ही रह गया।
लम्बा और मोटा दानवी आकार का लौड़ा मेरे सामने खड़ा था।

मैंने बिना सोचे और पूछे उसे अपने मुँह में ले लिया.. जिससे सर थोड़ा सा चौंक उठे पर मेरे होंठों की गरमाहट से वो पागल हो गए।

बहुत देर तक मैं बड़े प्यार से उनके लण्ड को चूसता रहा.. और सर बड़े मन से चुसवाते रहे।

तभी एकदम से सर ने मेरी गांड पर हाथ मारा और बोले- जान.. तेरी गांड सचमुच मस्त है.. तू सिर्फ मेरा है और इस गांड पर सिर्फ मेरा हक़ है।
यह कहकर उन्होंने मेरी गांड में उंगली डाल दी.. जिससे मैं थोड़ा सा उचका.. पर मेरे मुँह में उनका भीमकाय लण्ड था.. तो कुछ कह भी नहीं पाया।

सर मेरी गांड में उंगली अन्दर-बाहर करने लगे।

फिर उन्होंने मुझे एकदम से उठाया और लिटा दिया.. और मेरे ऊपर आकर लेट गए, मेरे होंठों को कस के चूम लिया।
वे मुझे किस करते हुए मेरी टांगों के बीच में आ गए और मेरी टांगों को थोड़ा सा उठाया और एक हाथ से अपना लण्ड मेरी गांड की छेद पर रख दिया, थोड़ा सा धक्का दिया।

मुझे थोड़ा सा दर्द हुआ और मैंने अपने हाथ से उन्हें थोड़ा सा हटाने की कोशिश की.. तो उन्होंने अपने हाथों से मेरे दोनों हाथ ऊपर करके मुझे पकड़ लिया और मुझे बहुत जोर से चुम्मा किया।

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अब वे अपनी जुबान मेरे मुँह के अन्दर ले गए ताकि मेरा मुँह पूरा ब्लाक हो जाए।
इसी बीच उनका पूरा लण्ड धीरे से मेरी गांड के अन्दर आ चुका था। मुझे पता भी नहीं चला.. ये उनका बेहतरीन तरीका था।

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