मैं एक शेफ हू, जिसने अनगिनत घंटे किचन में बिताए है. मेरी इतनी क्वालिटीस होने के बावजूद एक चीज़ जिसकी मेरी लाइफ में कमी रही है, वो है औरतें.
एक शाम एक हसीन लड़की बिल्डिंग में एंटर हुई. उसकी स्माइल ने मेरा ध्यान अपनी तरफ खींच लिया. वो मेरे टेबल पर बैठी थी, और मैं बड़ा उत्सुक था, क्यूंकी मुझे कुक करते हुए उससे बात करने का मौका मिल गया था.
हमारी बातें बिना किसी दिक्कत के होने लगी, हस्सी के ठहाके लगे, और इंटेरेस्ट शेर किए गये. हर बीट-ते लम्हे के साथ हमारी केमिस्ट्री गहरी होती गयी. उसने मुझे नीचे से उपर देखा, और कामुक तरीके से मुझे आँख मारी, जिससे खाना पकते हुए मेरा हाथ बस जल ही गया.
डिन्नर करने के बाद वो लड़की टेबल से उठ गयी. फिर उसने मुझे उसके पीछे जाने का इशारा किया. मैने उसको साइड डोर तक फॉलो किया, बिना ये जाने की क्या होने वाला था. हम कुछ खाली सीडीयान चढ़े, और हमारे चढ़ने की आवाज़ गूंजने लगी.
फाइनली हम एक अलग-थलग जगह पर पहुँच गये. अब हमारे आस-पास की दुनिया से हम डोर थे, और हम दोनो अपनी ही दुनिया में थे. दीं लाइट में मैं उसकी चमकती आँखें देख सकता था. बिना कुछ बोले हमारी बॉडीस एक-दूसरे की तरफ खिचने लगी, और हमारे हाथ आपस में मिले. उसकी बॉडी के टच से मेरे बदन में करेंट सा दौड़ गया.
हमारे होंठ जुड़े, और हम दोनो होंठो का रस्स चूसने लगे. उसकी ब्रेआत मेरी चेस्ट से डाबब गयी मुझे एक सुखद एहसास देते हुए. उसकी साँसे मेरे चेहरे पर पद रही थी, और मैने उसके होंठ काट दिए. उसने आ भारी, और मैने उसको अपने पास खींच कर जीभ की लड़ाई शुरू कर दी. वो अपने हाथ मेरी चेस्ट से फेरते हुए मेरी कमर पर ले गयी. फिर उसने मेरी बेल्ट खोली, और मेरे कान में कहा-
वो (फुसफुसते हुए): तुम्हारा खाना पानी निकालने वाला था. मुझे तुम्हारा एहसान चुकाने की पर्मिशन.
फिर वो मेरे सामने अपने घुटनो पर आ गयी, और उसकी आँखें मुझे उत्तेजित कर रही थी. फिर उसने मेरे लंड बाहर निकाला, और उसको मसालने लग गयी. उसके बाद उसने अपनी जीभ मूह से बाहर निकली, और मेरे लंड के टोपे पर फिरनी शुरू कर दी.
मैने च्चत के दरवाज़े पर टेक लगा ली, और उसके सर के पीछे हाथ रख कर, मोन करते हुए उसका मूह छोड़ने लग गया. उसको ये पसंद आ रहा था. उसने मुझे फिरसे स्माइल दी, और वापस खड़ी हो गयी. हमारे होंठ फिरसे मिले, और वो घूम गयी. फिर उसने अपनी ब्लॅक ड्रेस उपर उठाई, और मैने उसके चूतड़ पकड़ लिए.
उसने मेरे लंड को अपनी पनटी तक का रास्ता दिखाया, और मैं पनटी साइड करके उसकी छूट को फील करने लगा. फिर उसने अपनी उंगलियों पर थूक लगाई, और उनको अपनी चूत पर रब करने लगी. और मुझे मेरा लंड अंदर जाता हुआ फील हुआ.
उसकी छूट पूरी गीली थी, और मेरा लंड अंदर घुस गया. उसने फिरसे आहह भारी. हम कभी भी पकड़े जेया सकते थे, और मैं ये रिस्क नही ले सकता था. फिर मैने अपना एक हाथ उसके मूह पर रख दिया जिसको वो चाटने लगी, और पीछे से उसको ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने लगा. जब मैने उसकी साँसे तेज़ होती महसूस की, तो मैने अपनी स्पीड बढ़ा दी. मेरे टटटे अकड़ने लगे, और मैने आयेज होके उसके कान में बोला-
मे: फक! मेरा निकालने वाला है.
वो: अपना माल मेरी गांद पर निकाल दो. मुझे तुम्हारा चिपचिपा माल महसूस करना है. ताकि घर जाते तक मुझे चूड़ने की स्मेल आती रहे.
फिर मैने अपना लंड उसकी छूट से निकाला, और उसकी पनटी पर अपना माल निकाल दिया. माल उसकी टाँग पर बहने लगा, क्यूंकी उसने लंड पकड़ कर हिला दिया. फिर वो घूम गयी, और उसने अपने बूब्स बाहर निकाल लिए मुझसे चटवाने के लिए.
मैने उसके बूब्स अपने माल लगे हुए हाथो से पकड़ लिए. फिर उसने मेरे हाथ चाट कर सॉफ किए, और मुझे वाइल्ड किस करने लगी. उसके बाद वो अंधेरे में कही गायब हो गयी. मैं वाहा कुछ मिनिट रुका, और फिर अपनी शिफ्ट के लिए चला गया.
मैने उसको फिर कभी दोबारा नही देखा. एक रात मैने उसको ऑनलाइन सर्च करने का फैंसला लिया. जल्दी ही मैं किसी सेक्सी लड़की को ढूँढते हुए पॉर्न साइट्स पर पहुँच गया. जब मैं सर्च कर रहा था, तभी “देल्ही सेक्स छत” नाम की वेबसाइट पोप-उप हुई. मैं इस साइट से आकर्षित हुआ, और मैने साइट ओपन की.
ये साइट मुझे बहुत ही हॉट कॅम साइट पर ले गयी. मैने मॉडेल्स की लिस्ट को स्क्रोल किया, और मुझे एक बहुत ही सेक्सी पंजाबी लड़की मिली जिसका नाम प्रीत था. वो उसी लड़की की तरह लग रही थी जिसे मैने छोड़ा था. मुझे वो चाहिए थी. मैने साइन-उप किया, और सीस्क पर अपना अकाउंट बनाया. फिर मैने अपी का उसे करके कुछ ही सेकेंड्स में कुछ क्रेडिट्स खरीदे.
उसके बाद मैने प्रीत को कुछ प्राइवेट मेसेजस भेजे, की मैं क्या चाहता था. मैं उसको कुछ एक्सट्रा क्रेडिट्स पे करने के लिए रेडी था, अगर वो मेरे कहे के अकॉरडिंग करती तो. कुछ मिनिट बाद उसका जवाब आया.
प्रीत: तुम बहुत नॉटी हो, के नही?
मे: क्या हुआ अगर हू तो?
प्रीत: मैं भी बाद गर्ल बन सकती हू. अगर तुम मुझे एक्सट्रा क्रेडिट्स दोगे तो, जैसे की तुमने प्रॉमिस किया.
मे (एग्ज़ाइट्मेंट से): हा मेरे पास क्रेडिट्स है, और मुझे वो खर्च करने है.
फिर प्रीत ने कॉल शुरू की. उसने ब्लॅक लाइनाये पहनी हुई थी. उसकी लेस पनटी रोशनी में चमक रही थी, और उसने अपनी गांद लहराई पीछे चलते हुए म्यूज़िक पर. उसके बालों ने उसका आधा चेहरा धक रखा था, और उसके पिंक लिप्स ने मुझे उन्हे टेस्ट करने की इक्चा जगा दी. वो उस दिन वाली लड़की से कही ज़्यादा सेक्सी थी, और मुझे वो चाहिए थी.
फिर प्रीत ने अपने होंठ काटे, और अपनी लेस ब्रा के हुक खोलने लगी. जब उसकी ब्रा के स्ट्रॅप्स नीचे गिरे, तो वो कॅमरा में देख कर मुस्कुराने लगी. उसके डार्क निपल्स ने मुझे उत्तेजित कर दिया. मैने अपना लंड बाहर निकाल लिया, और उसको हिलने लगा.
मे: मुझे पसंद है तुम्हारे जैसे हार्ड निपल्स.
प्रीत (अपने निपल्स को देखते हुए): अछा ये? तुम्हे ये पसंद है?
मे: तुम मेरे बिस्तर पर घोड़ी बनी हुई बहुत अची लगोगी, पसीने से भीगी हुई.
प्रीत: ओह फक, हा (अपने निपल्स को मसालते हुए). मुझे पसीने भरा चिपचिपा सेक्स करना अछा लगता है.
वो मोन करने लगी, और उसका एक हाथ उसकी बॉडी से होता हुआ उसकी छूट तक पहुँच गया. ये देख कर मेरी उसको पेलने की इक्चा और भी बढ़ गयी.
मे: मुझे इस लंड से बुरी तरह तुम्हारी छूट छोड़नी है.
प्रीत ने एक पंप वाली बॉटल साइड से उठाई, और और खुद पर पानी स्प्रे कर लिया. उसके बाल गीले हो गये, और पानी उसकी सेक्सी बॉडी पर बहने लगा. ये देख कर मैं तेज़ी से लंड हिलने लगा. वो मोन करने लगी, और अपनी छूट में 2 उंगलियाँ डाल ली. मुझसे बात करते हुए वो ज़ोर-ज़ोर से अपनी छूट रगड़ने लगी.
मे: तुम मेरा चाहती हो ना अपनी छूट में?
प्रीत: फक! बहुत गीली हो गयी मैं. हा मुझे चाहिए प्लीज़!
मे: अपनी टांगे खोलो, और खुद को मेरे लिए छोड़ो.
प्रीत (अपनी टांगे खोल कर पीछे टेक लगते हुए): ओह मी गोद! हा!(मोन करने लगी)
उसकी आँखें बंद हो गयी, और उसने बेडशीट जाकड़ ली. उसने मोन करते हुए खुद को बह जाने दिया.
मे: देखो तुम मुझे कितना सख़्त कर रही हो, प्रीत!
प्रीत (आँखें खोलते हुए): ओह फक! डालो उसको मेरे अंदर प्लीज़!
वो मुझे लंड को हिलाते हुए देख कर अपनी छूट को ज़ोर-ज़ोर से मसालने लग गयी. मैं भी उतनी ही स्पीड में लंड हिलने लगा.
मे: मैं तुम्हारी टांगे खोलूँगा, और तुम्हारी छूट में अपना लंड ज़ोर से थोक दूँगा.
प्रीत: ओह एस, डॅडी! ज़ोर से डालो!
उसकी उंगलियाँ उसकी गीली छूट में अंदर तक जेया रही थी. उसने आ भारी, और उसकी आँखें दोबारा बंद हो गयी. मैं उसकी बॉडी को अकड़ते हुए देखने के लिए रुका, और उसकी पिचकारी निकलते हुए देखने लगा. वो स्क्रीन के उपर आके खुद को उसके साथ रगड़ने लगी, और अपने होंठ चाटने लगी.
प्रीत: एस, डॅडी! और ज़ोर से हिलाओ, बिल्कुल ऐसे ही.
मे: ओह फक! खुद को टच करती रहो. उन बूब्स और गीली छूट को.
वो अपने छूट रगड़ने लगी, और बूब्स मसालने लगी, और मेरे लंड ने माल छ्चोढ़ दिया. मैं तक कर पीछे होके बैठ गया. मैने उसकी तरफ देख कर स्माइल की, और उसने भी आयेज से स्माइल की.
मे: वाउ! मज़ा आ गया.
प्रीत: मुझे खुशी है तुम्हे मज़ा आया, डॅडी. मुझे अगले क्लाइंट के पास भी जाना है, तो बाइ.
उसने मुझे एक किस दिया जाने से पहले, और वीडियो बंद कर दी. मैं उसी वक़्त समझ गया था की मैं सीस्क पर और पैसे खर्च करने वाला हू.
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