हेलो फ्रेंड्स.. मई वापस आ गयी हू अपनी स्टोरी के साथ तो बिना किसी देरी के शुरू करते है स्टोरी.
पिछला पार्ट यहा पढ़े – तारक मेहता का ऊलतः चश्मा – समानांतर विश्व
तो जैसे ही अंजलि माधवी को अपने घरे लेके जाती है, तुरंत अंजलि दरवाज़ा बाँध करके माधवी को दीवाल से लगा देती है और गॅल और लिप्स पे किस करने लगती है. और साथ ही माधवी की सारी उतार ने लगती है. माधवी को तो मानो जन्नत मिल गयी हो.
अंजलि:- आज तो मुझे मौका मिल ही गया तेरी छूट फाड़ने का… चल आजा मे तुझे दिखती हू.
ऐसे कहते ही अंजलि ने माधवी के सारी उतार दी. और अब वो ब्लाउस मे और पेटिकोट मे थी.
अंजलि अब माधवी के बूब्स दबाने लगी और दोनो ज़ोर ज़ोर से आहे भर रही थी. दोनो ने जाम के एक दूसरे को किस की. अंजलि अब माधवी का ब्लाउस खोलने लगी तभी माधवी ने अंजलि सलवार मा हाथ डाला और डाइरेक्ट पनटी के उपर से छूट पर हाथ रख दिया, और सहलाने लगी.
अंजलि तो मदहोश हो गयी, और ज़्यादा मूड मे आ गयी.
माधवी को पूरा नंगा कर दिया और सीधा उसके बड्डे बड्डे बूब को मूह मे लेके चाटने लगी. एक हाथ से एक बूब दबा रही थी तो दूसरा मूह मे दल के काट रही थी. बरी बरी दोनो बूब्स को मूह मे अंदर बाहर कर रही थी.
माधवी तो मानो सातवे आसमान पर हो.
माधवी:- आहह अंजलि साली आहह उम्म्म्मम आहमम्म ऑश फक मेरे बूब्स बड़े हो जाएगे अहह ऑश आयययययी आयययी और ज़ोर से आहह श मा आहह..
ऐसे ही दोनो की छूट मे से पानी भी निकल ने लगा.
अब अंजलि ने माधवी की दोनो टाँग फैला दी और सीधा छूट पर मूह मार दिया.
और चाटने लगी, अंजलि को बड़ा मज़ा आ रहा था और जुंगली की तरह छूट खा रही थी मानो की माधवी की छूट फाड़ देगी.
माधवी भी ज़ोर ज़ोर से मोन कर रही थी उससे भी बड़ा मज़ा आ रहा था.
माधवी:- ऐस्शह आह ह ऑश और ज़ोर से आआआहह ओह उम्म्म्म ओययूहह व्वजकक फ्कमरमल फुक्कककनल्क…
अब माधवी झाड़ गयी और फिर भी अंजलि नही रुकी.
माधवी:- ब्सस्सस्स आ कर रंडी आह मेरी चुट्त उम्म्म्म अहह ऑश आह उम्म मेरे पति के लिए भी बाकी रख दे आहह..
और अंजलि हेस्ट हुए खड़ी हो गयी अब माधवी ने मौका देख के अंजलि को लैयता दिया और जल्दी से सलवार कमीज़ उतार दिए और सीधा उसने छूट मे अपने मूह चिपका लिया.
पहले तो सारा रास्पान पी गयी और अब अंजलि की छूट के दाने को झीभ से गोल गोल चाटने लगी अब अंजलि से भी रहा नही गया.
अंजलि:- आह अहह उम्म्म्म उफफफ्फ़ आउच आहह फुक्कक ऊऊओा आहह..
पुर 15 मीं चाटने, चूसने और काटने के बाद अब माधवी ने अपनी 2 उंगली अंजलि के छूट मे दल दी और एक ही बार मे पूरी अंदर.
अंजलि:- अहह ओह माधवी ह ऐस्शह..
अब माधवी ज़ोर ज़ोर से छोड़ने लगी और अंजलि को एसए छोड़ा जेसे कोई मर्द छोड़ रहा हो.
अंजलि:- ह रंडी तू तो मर्द से भर ज़्यादा ह अची चुदाई करती है ह सिहह ह ऑश..
माधवी:- हा मेरी रंडी, यह ले और ले.
ऐसे ही माधवी ने स्पीड और पूरा हाथ छूट मे दल के छोड़ने लगी.
अंजलि:- अहह फुक्ककक मे हार्डर अहह छोड़ड़ो और छोड़दे ह ऑश उम्म्म आह ह सीहह आह आज छूट फाड़ दो आह अपनी बना लो आहह…
माधवी:- हा हा यह ले मेरी रानी ह यह ले ली ले ले क्यू मज़ा आ रहा है ना..?
अंजलि:- अहह हा हाअ हाअ और ज़ोर से और ज़ोर से.
ऐसे ही अंजलि झाड़ गयी और दोनो अब एक दूसरे की फुददी चाटने लगे 69 पोज़िशन मे, और दोनो एक दूसरे की छूट के दाने को मसल रहे थे और ओर्गसम आने के बाद दोनो ने साठे म शवर लिया और वाहा भी तोड़ा बोहोट फुददी मे उंगली करते करते नहा लिया.
अंजलि:- मज़ा आया आज तो.
माधवी:- तूने पहले कभी मेरे को चान्स ही नही दिया, क्यू और जेया तू दया के पास.
अंजलि:- अछा इसी वजह से मेरी जान आज इतने गुस्से मे छोड़ड़ रही थी मुझे.
माधवी:- हाअ और भी छोड़ुगी अगर वापस उसके पास गयी तो.
अंजलि:- फिर तो मुझे दया से रोज़ छुड़वाना पड़ेगा.
दोनो हेस्ट हुए किस करती है.
माधवी:- लोवे योउ बाइ.
अंजलि:- लोवे योउ टू बाइ.
दोनो अपने अपने घर जाके सोचने लगी की शायद पाटनेर चेंज हुआ वो सही था.
(अब आती है दया और रोशन की बारी)
जैसे की दोनो ने डिसाइड किया था की दोनो को सॅटिस्फॅक्षन मिल जाता है तो कुछ नही करेगे लेकिन आयेज देखते है असल मे क्या होता है.
तो होता कुछ एसा है की दया अंजलि के घर चीनी लेने जाती है लेकिन आपको तो पता है की वाहा अंजलि और माधवी दोनो एक दूसरे को छोड़ रहे थे तो दया ने कुछ एसा सुन लिया जो शायद उससे नही सुन ना चाहिए था.
जब माधवी ने कहा था की “और जेया दया के पास” यह सब बाते सुनके दया को गुस्सा आ गया और फिर वो रोशन के यहा जेया रही थी तभी बबिता कोमल के घर से बाहर आई.
बबिता :- अरे दया भाभी आप का भी मान हो गया क्या, रोशन भाभी के पास जा रही है ना?
दया:- अरे नई नई, मे तो वो चीनी लेने जा रही हू.
बबिता:- हा हा सब पता है (मज़ाक करते हुए दया को चिढ़ती है) दोनो हासणे लगे.
तो बबिता ने देखा के दया कुछ ठीक नही लग रही और उदास है तो उसने पूछ लिया-
बबिता:- कोई प्राब्लम है क्या ?
दया :- हाा….नाआआ.
बबिता हेस्ट हुए-
बबिता:- क्या प्राब्लम है ? किसीने छोड़ने से माना कर दिया, जेता जी ने छूट चाटने से माना किया? क्या हुआ बताइए?
दया:- अरे नई नई ऐसा कुछ नही है वो दरअसल…
फिर वो पूरी बात बताती है.
बबिता :- अछा ऐसी बात है, मेरे पास एक आइडिया है दया भाभी.
दया:- क्या आइडिया?
बबिता:- चलो मेरे साथ.
फिर दोनो माधवी के घरे जाते है.
दया:- अरे यह तो माधवी का घर है, हम यहा उसका मर्डर करने आए है ?
बबिता हेस्ट हुए बोली-
बबिता:- नही नही वेट रूको तोड़ा, कान दो अपना.
फिर बबिता सब कुछ दया के कान मे बताती है, और दया खुश हो जाती है.
बबिता डोर बेल बजाती है, जेसे ही माधवी दरवाज़ा खोलती है, दोनो बबिता और दया अटॅक कर देती है और डाइरेक्ट दरवाज़ा बाँध करके माधवी को रूम मे ले जाके सारी उतार देती है और ब्लाउस भी उतार देती है.
बबिता के पास सेक्स टाय्स पहले से थे क्यूकी कोमल ने उसको सेक्स करने के बाद गिफ्ट दिए थे.
तो उसमे ब्दसम टाय्स जेसे की हथकड़ी भी थे. बबिता ने दोनो हाथ बेड पर बाँध दिए और दोनो पाव भी बाँध दिए.
अब माधवी पूरी नंगी और पूरी बेड पे फैली हुए थी.
दया अपने कमर पर डिल्डो पहें के उसके उपर बेत जाती है और उसको बिना गरम किए ही छूट मे पूरा डिल्डो घुसा देती है और और अंदर बाहर करने लगती है बबिता भी अपनी छूट को माधवी के मूह पे रख के छोड़ ना शुरू करती है.
माधवी तो दर्द के मारे कुछ बोल भी नही सकती अब.
15-20 मीं छोड़ने के बाद माधवी झाड़ गयी और उसको आज़ाद करके डॉगी स्टाइल कर दिया.
अब दया और बबिता दोनो एक एक करके पिछवाड़े पे तपद मरने लगी और तो और उंगली करने लगी.
बबिता मे डिल्डो पहें के सीधा गांद पे घुसा दिया और ज़ोर ज़ोर से छोड़ने लगी.
माधवी:- अहह ओह सीहह आहह उम्म्म्मम ऑश ह आअहह चोर्ड़ो मुझे आहह आहह सिहह आ मेने क्या बिगाड़ा है तुम दोनो का सिहह..
बबिता:- नाटक मत कर आह सिहह यह ले.. तूने अंजलि को क्या बोला था श यह ले और ले..
दया बाजू मे खड़े हुए बोलती है-
दया:- अब क्या करेगी बता, माफी मगेगी या और छोड़े?
माधवी:- अहह मुहह आहह जानने दो माफ़ करदी अहह.. अब से नही होगा अहह मे अंजलि को बता दूँगी की मे मज़ाक कर रही थी आहह अब जाने दो..
एसए माधवी दूसरी वार झाड़ गयी और बाद मे माधवी नहाने गयी.
दया:- वाह बबिता जी क्या बात है, यह आपने कहा से सीखा?
बबिता:- अरे दया भाभी वो देसी कहानी पर अननोन_लवर करके कोई है उसके साथ छत करके मुझे पता चला की एसा होता है, डॉमिनेंट करते है लोग एसए सेक्स मे.
दया:- अचाअ मज़ा आया ना?
बबिता:- हाा.
बाद मे दोनो माधवी को लेके अंजलि के घर गये. माधवी ने माफी मेजाइ और सब क्लियर किया की दया के साथ तुम होती हो तो उससे जलन होती है और कहा की तुम कर सकती हो उसके साथ.
दया:- मुझे तुम्हारी पर्मिशन की ज़रूरत नही है, लेकिन अंजलि तुम माधवी के साथ कर सकती हो. लेकिन इसका मतलब यह नही की मेरे साथ ना करो.
माधवी:- माफ़ करना दया भाभी और थॅंक योउ हा.
दया:- अगली बार से ध्यान रखना.
माधवी:- दया भाभी और बबिता जी जेसे आज आपने मुझे छोड़ा वेसए मुझे हर लेज़्बीयन पार्टी मे छोड़ना प्लीज़ हा, मुझे आज मज़ा आया,
बबिता आंड दया:- सच मे, ठीक है फिर पक्का छोड़ेगे तुमको.
अंजलि:- मे भी ट्राइ करू क्या?
बबिता:- हा हा क्यू नही अगली बार पक्का ट्राइ करेंगे.
दया:- ओो टाइम तो देखो हुमारे पति देव आते होगे.
बबिता:- चलो चलो आज बोहोट काम है.
तभी रोशन और कोमल दोनो आ जाती है और वाहा उन सबको देख के खुश हो जाती है.
बबिता, अंजलि, दया, माधवी:- अरे दोनो यहा?
कोमल आंड रोशन:- हाअ.
रोशन:- वो रोशन एक महीने के लिए बाहर गये है, मुझे अभी पता चला.
बबिता:-. अछा और आपको भी मूड बना है है ना?
रोशन :- हा रे हा रोशन रोज इतने बजे आके मेरी फुददी चाट के और छोड़ के जाता है रे बावा.
बबिता:- योउ गॉटा ग्रेट लक.
अंजलि:- कितने लकी हो आप.
रोशन:- लेकिन अभी क्या करू?
दया:- अरे रोशन बेन आपको बताना चाहिए था ना.
रोशन:- मुझे लगा आपका मॅन नही है तो ज़्यादा फोर्स नही करती हू.
दया:- कोई बात नही रोशन बेन कल करते है ग्रूप लेज़्बीयन सेक्स, क्या बोलते हो?
बबिता, रोशन, अंजलि, कोमल, माधवी:- सही आइडिया है वैसे तो.
तो इसके बाद अब सब अपने अपने घर चले गये.
मेरी स्टोरीस अची लगे तो कॉमेंट्स करे और अगर कोई आइडिया हो स्टोरी के लिए तो ज़रूर कॉमेंट मे बता दीजिए और थॅंक योउ फॉर सपोर्टिंग.