मा के जन्मदिन पर बेटे के मज़े
ये स्टोरी व्हातसपप से बेडरूम तक सीरीस का 4त पार्ट हैं, अगर आप नये हैं, तो आपसे अनुरोध हैं की पहले के तीन पार्ट पढ़ लीजिए. अब स्टोरी शुरू करते हैं… मों को तो जैसे काटो तो खून नही. उसने क्या सोचा था, और क्या हो गया. उसका इरादा था की वो आज अपने हब्बी …