सुरेखा की कुवारी चूत

हेलो फ्रेंड्स मैं पिछले कई सालो से डीके का पाठक हू और कई बार सोचा की मैं भी अपनी देसी सेक्स स्टोरी आप सब के साथ शेयर करू लेकिन नही कर पाया पर आज मैं अपने प्यार की चुदाई के बारे मे आप सब को बता रहा हू.

मेरा नाम नागेंद है कलर वेथलीस वैसे दिखने मे हॉट और दिखने मे ठीक ठाक हू मैं 25 ईयर और रायपुर से हू.

बात आज से करीब 3 साल पुरानी है जब मैं 22 का था और मेरी जीएफ़ 23 की जो की मुझसे 1 साल बड़ी थी, मेरी जीएफ़ का नाम सुरेखा जो बहोत ही खूबसूरत और गोरी चिट्टी है.

वो गर्मी के दीनो मे अपने मामा के घर आई थी घूमने जो की उनके मामा का घर और मेरा आमने सामने है, तो जब वो हमारे घर बैठने आई थी तो मैने बोला की आपके गाओं मे मेरे लायक कोई लड़की होगी मेरे कास्ट की क्यूकी वो शाहू थी और मैं पटेल.

तो वो बोली की अपना नंबर दे दो फिर मैं बताउंगी फिर वो अपने घर चली गई और जाते ही 2-3 दिन बाद मुझे मिस कॉल की और मैं रिटर्न कॉल किया तो वो बोली की ये एक लड़की है जिसे तुम बोले थे जीएफ़ के लिए तो बात कर लो.

फिर जब जब मैं उस लड़की से बात करता तो सुरेखा उससे मोबाइल छिन लेती और खुद ही मुझसे बात करने लग जाती और जब भी उस लड़की से मेरी बात होते रहती थी तो वो चिढ़ जाती तो मैने पूछा की तुम हम दोनो के बीच बार बार क्यू आ जाती हो तो उसने बोला की वो मुझे चाहने लग गई है तो अब वो उससे बात नई करने को बोली और मुझे भी आई लव यू बोलने पर मजबूर कर दिया, फिर हम रोज ढेर सारी बात करते और मैने उसे एक मोबाइल भी दे दिया था तो हम रात को भी बात देर तक बात करते थे.

अब तो लगभग हमारा प्यार 1 साल हो चुका था तो मैं उससे एकदम से घुल गया था और मैं उससे कुछ भी बात कर देता हज़्बेंड वाइफ के बीच होने वाली सब बात मैं उसे पूछता और कुछ मैं भी बताता.

हम अब फोन सेक्स भी करते थे, क्यूंकी वो मुझसे बड़ी थी और उसके घर वाले उसकी शादी के लिए लड़का भी देख रहे थे जिसके कारण से वो रोज टेन्षन मे रहती थी.

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तो मैने उसे किसी तरह समझाया और वो शादी के लिए मान गई, क्यूंकी हम अलग अलग कास्ट के है इस कारण से हमारी शादी नही हो सकती तो अब उनका रिश्ता भी तय हो गया.

अब मैं उनके फॅमिली मे जाता ही रहता था तो मेरा उनसे एक अच्छा रिश्ता भी बन गया था अब उनकी शादी का दिन आया और मेरी सुहाग रात का तो वो दिन था जब शादी स्टार्ट होती है वो दिन जब चुलमाटी लाया जाता है हमारे .गाओ मे उस शाम.

मैं और सुरेखा उसके बगल वाले के घर पे जो डबल मंज़िल का है, उसके घर भी कोई नई था सब शादी मे दूसरे गाओं गये थे और बस एक लड़की ही थी घर मे जिससे सुरेखा का अच्छा जमता था तो उसने बोला की हम कुछ देर उपर वाले रूम मे है अगर कोई आए या हमारे बारे मे पूछे तो मत बताना की हम यहा है.

और हम उपर रूम मे चले गये और जाते ही मैने दरवाजा बंद किया और मेरी जान को अपनी बाहो मे जकड लिया और उसे बेतहाशा हो के चूमने लगा उसके होट को गाल को गर्दन को फिर उसने बोला हमारे पास टाइम नही है जो भी करना है जल्दी करो तो फिर मैने चटाई बिछाई और उसे लिटा दिया और उसके कपड़े उतारदिए जो की उसने पहने थे टी शर्ट और अपने भाई का लोवर.

और अब मैं भूखे भेड़िए की तरह उसके उपर बैठ कर उसके होटो को चूमा और और उसके बूब्स दबाते जा रहा था और चूस भी रहा था और वो मेरे पैंट के उपर से ही मेरा लॅंड सहला रही थी अब हम दोनो एकदम गर्म हो चुके थे और वो तो एक बार झड़ चुकी थी.

अब मैने अपने सारे कपड़े उतार फेका और उसकी पैंटी और ब्रा भी उतार दिया अब हम दोनो एकदम नंगे ही थे उस कमरे मे अब मैं सुरेखा को बोला की मेरा लॅंड चूसो तो उसने मना किया क्यूकी वो एकदम देहाती लड़की थी गाओं की तो मेरे कहने पे कुछ देर मूह मे डाला और बोलने लगी अब बस जानू मुझसे और सहन नही होता बस डाल दो अपना लॅंड मुझसे सहन नही हो रहा.

तो मैने उसे बोला रूको मेरी जान कुछ देर तुम्हे जन्नत का सैर और करादु फिर मैं झट से अपना मूह उसकी चुत पे रख दिया कितना गोरा साफ किया हुआ प्यारा और सील भी नही टूटी थी अभी तक.
फिर मैने उसकी चुत को चाटना शुरू किया और वो एक दम मदहोश होती जा रही थी और उसके मूह से आह्ह्ह आह्ह आह्ह उनन्ं, की आवाज़े आने लगी और जब भी मैं उसके दाने के उपर अपनी जीभ चलाता तो वो मचल उठती.

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अब बस जानू मुझे और मत तड़पाव और डाल दो मेरी चुत मे और इसका हवस पूरा कर दो फाड़ दो अपने प्यार का सील और मना लो अपने प्यार के साथ शादी से पहले ही सुहगरात.

अब मैने और देरी ना करते हुए उठा और उसकी जाँघो को चौड़ा करके उसकी चुत के सुपरे मे अपना 7′ इंच का लॅंड रखा और रगड़ा फिर हल्के से अंदर डालने लगा तो जा ही नही रहा था फिर मैं इधर उधर देखा तो वाहा क्रीम पड़ा था क्यूंकी वो एक लड़की का टॉप जो था ना.

तो मैने क्रीम लिया और अपने लॅंड पे मालिश किया और कुछ सुरेखा की चुत पे भी तो वो मचल रही थी अब मैं फिर से उसके टाँगो के बीच जा के बैठ गया और अब हल्का सा धक्का दिया तो आधा लॅंड 4′ घुस गया और उसकी मूह से चीख निकल पड़ी फिर मैने कुछ देर रुका और उसको बोला की जानू ज़्यादा मत चीक कोई सुन लेगा.

कहानी पढ़ने के बाद अपने विचार नीचे कॉमेंट सेक्षन मे ज़रूर लिखे, ताकि देसीकाहानी पर कहानियों का ये दौर आपके लिए यूँ ही चलता रहे.

फिर मैने धक्का दे के पूरा लॅंड अंदर किया और धीरे धीरे आगे पीछे होने लगा और उसके मूह से धीमी धीमी सिसकियाँ निकलने लगी उउउह्ह्ह्ह उह्ह्ह उऊः उः आ आ अह्ह वो तो मेरी चुदाई से फिर झड़ गई और मैने अपना काम जारी रखा और लगभग 20-25 मिनिट की चुदाई के बाद मैं भी झड़ गया और सारा माल उसकी चुत मे ही छोड़ दिया.

फिर हम नंगे ही कुछ देर लिपटे ही रहे और फिर टाइम देखा तो हमे उसके घर से निकले 1 घंटे हो चुके थे तो हमने जल्दी से कपड़े पहने और नीचे घर चले गये और आपको पता है की सुरेखा का उसी दिन पीरेड आना था तो वो अब मेरी ही बच्ची की मा है, और मेरी बच्ची का नाम डिंपल है.



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