गैर मर्द से चूत की चुदाई हुई

हेल्लों दोस्तों मेरा नाम पिंकी है, और मेरी उम्र अभी 28 साल की है | मैं नागपुर की रहने वाली हूँ, और मेरी हाईट ज्यादा लम्बी नहीं हैं 5 फुट 2 इंच हाईट है मेरी, और रंग गोरा है | मेरा फिगर मेरी हाईट के हिसाब से परफेक्ट है मेरे मम्मे ज्यादा बड़े भी नहीं हैं और न ज्यादा छोटे हैं | मेरी गांड गोल हैं और मेरी कमर पतली है | मैं एक स्कूल में जॉब करती हूँ जो की मेरे घर से काफी दूर है | मैं अपना सफ़र अपनी स्कूटी से करती हूँ | मेरे पति नागपुर में एक सॉफ्टवेर इंजीनियर हैं और वो अक्सर अपनी कंपनी से काम से कभी भी टूर पे निकल जाते हैं इसी वजह से उनकी सैलरी बहुत अच्छी है |

मैं बहुत सीधी सादी थी जब मेरी शादी हुई थी मैं कभी किसी गैर मर्द की तरफ नजर उठा के तक नहीं देखती थी | मेरी गैर मर्द से चुदाई कुछ ऐसे पड़ाव पर पड़ी जब मेरी चुदाई की भूख हद से ज्यादा बढ़ गई थी और ये चुदाई की प्यास एक औरत ही समझ सकती है जो मेरी कभी नहीं बुझती है | मैंने अपने कुछ सालों में ऐसे कई गैर मर्दों से अपनी चुदाई करवाई हैं जिन्हें मैं जानती तक नहीं थी जो आप अभी इस कहानी में पढ़ के समझ जाओगे |

आप सभी को मैं पहले ही बता चुकी हूँ की मेरे पति अधिकांश घर से बाहर ही रहते थे तो जब भी मैं अपने स्कूल जाती थी तो मैं वहाँ से बहुत लेट आती थी घर | क्यूंकि मेरे पति तो होते नहीं थे घर पर और बच्चे भी नहीं है हमारे | ऐसे ही एक दिन मेरे स्कूल में एक नयी फीमेल टीचर का ट्रान्सफर हुआ जिसका नाम अंजलि था वो कुछ ही समय में मेरी एक बहुत अच्छी दोस्त बन गई थी |

एक बार की बात है अंजलि को किसी काम से स्कूल में टाइम लग रहा था और फिर शाम को हमने प्लान बनाया था कि मैं और अंजलि साथ में मेरे घर में रुकेंगे तो वो शाम को स्कूल के काम से फ्री हो कर मेरे घर आ गयी थी | फिर मैंने उसे अन्दर बुलाया और फिर हम बैठ के आपस में बात करने लगे |

उसने मुझसे पूछा कि क्या तुम इस घर में अकेले रहती हो ?

तो मैंने जवाब में कहा कि हाँ मैं यहाँ एकेले रहती हूँ क्यूंकि मेरे पति अपने काम के सिलसिले में ज्यादातर बाहर ही रहते हैं |

फिर उसने कहा अच्छा.. फिर उसने पूछा उसने कि क्या तुम्हारा दिल नहीं करता की तुम्हारे पति यहाँ हो और तुम दोनों प्यार करो ? तो मैंने जवाब में कहा कि मन तो बहुत करता हिया पर क्या करें ? तो फिर वो बोली कि जब तुम ऐसे अपना प्यार पूरा नहीं कर पा रही हो तो क्यूँ न तुम किसी गैर मर्द को बुलाकर अपने सेक्स की इच्छा पूरी कर लो |

मैं एक दम से चौंक गई और उससे गुस्से से बोली की तुम ठीक तो हो न पागल तो नहीं हो गई हो कैसी बात कर रही हो तुम ? और वो बेशर्म जैसे बोली कि इसमें पागल होने की क्या बात है ? ये जवानी इसी काम तो आती है | अब तेरे पति तो है नहीं यहाँ तो ये जिस्म की प्यास किसी गैर मर्द से छुड़ा लिया कर | फिर मैंने उससे पूछा की अगर तू अकेली रहती तो क्या करती ?

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वो तपाक से बोल उठी की अरे इसमें अकेले रहें और न रहेने की बात क्या है ? अगर सेक्स करवाना हो तो मैं वैसे ही करवा लेती हूँ | अंजलि की बाते सुन कर मैं एक दम दंग रह गई थी की ये कैसे ये सब कर लेती है | फिर मैंने उससे पूछा कि तुझे ये सब करना बुरा नहीं लगता क्या ? तो वो बोली देख पिंकी, ये चूत बनी है सिर्फ और सिर्फ लंड की चुदाई के लिए जब तक लंड नहीं मिलता तब तक तो तक तो ठीक है पर अगर इसका एक बार चस्का लग जाये तो फिर क्या बुरा और क्या अच्छा | मेरा जब भी मन करता है तो मैं किसी से भी चुदवा लेती हूँ | मेरी बात मान तो एक बार आजमा के देख ले | मैं बस उसकी बाते सुनती जा रही थी | फिर उसने मुझसे बोला कि मैं कुछ लडको को जानती हूँ तू अगर हाँ बोल दे तो मैं तेरे लिए उनको बुला लेती हूँ ? तो मैंने बोल दिया कि नहीं यार अंजलि ये गलत होगा तो वो बोली कि देख पिंकी एक बार की ही तो बात है अगर तुझे पसंद नहीं आयगा तो मना कर देना मैं फिर तुझे कभी नहीं बोलूंगी |

फिर वो अपने मोबाइल से दो लडको को फोन करने लगी और मैं घबरा रही थी क्यूंकि मैंने आज तक ऐसा कदम नहीं उठाया था | फोन काटने के बाद वो मुझसे बोली कि बहुत मजा आयगा |

उसने उनलोगों को रात के 11 बजे का टाइम दिया था हम दोनों खाना खा के इन्तजार कर रहे थे उन दोनों लडको का | मैं बहुत घबरा रही थी पर वो बहुत उत्तेजित लग रही थी | राते के 11:15 बजे वो लोग आए और दरवाजा खटखटाया और फिर अंजलि ने दरवाजा खोला | मैं उन दोनों देख कर घबरा गयी थी क्यूंकि दोनों एक दम पहलवान टाइप के शरीर वाले थे | फिर अंजलि ने हमे मिलाया जिनमे से एक का नाम राकेश था और दूसरे का वीरू नाम था | फिर उसके बाद वो वीरू को ले के ऊपर वाले कमरे में चली गई और मुझे आंख मार के चली गई मैं कुछ समझ नहीं पाई थी | मैंने राकेश से कहा कि मैंने अज तक ये सब नहीं किया किसी दूसरे के साथ तो वो बोला कि देखिये पिंकी जी अगर आपका मन नहीं है तो कोई बात नहीं मैं आपको फ़ोर्स नहीं करूँगा |

फिर हम दोनों ऐसे ही बैठे रहे तो ऊपर वाले कमरे से अंजलि की आआआअहाआअ आआअहाआआअ की आवाजे आने लगी और ये सुन सुन के मेरी पेन्टी गीली हुए जा रही थी | और मैं अजीब अजीब से हाव भाव दे रही थी ये चीज़ राकेश ने भांप लिया था और अचानक से उसने मेरे जांघो में अपने हाँथ से स्पर्श कराने लगा | मुझे भी अच्छा लग रहा था फिर मैं उसकी तरफ नशीली निगाहें कर के देखने लगी और वो अपनी जगह से उठ के मेरे पास आया और मेरे होंट में अपने होंठ रख के किस करने लगा | मैं उसका विरोध नहीं कर पाई और उसके आघोष में अपने आप को सौंप दिया | फिर हम दोनों किस करने लगे एक दूसरे को अच्छे से | हम दोनों की गरम लार एक दुसरे के मुंह में जा रही थी मैंने नीचे हाँथ करके उसके लंड में जैसे ही हाँथ फेरा मुझे बहुत बड़ा मालूम पड़ा | फिर वो मेरे सूट को उतार रहा था और उसने मुझे फिर पूरा ही नंगा कर दिया |

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फिर मैंने उसके कपडे उतार के उसे पूरा नंगा कर दिया था और जैसे ही मेरी नज़र उसके मुसंड लंड पर गई मेरी तो मेरी आंख फटी फटी की रह गई | इतना बड़ा लंड मेने आज तक अपनी लाइफ में किसी का नहीं देखा था जबकि मेरे पति का तो सिर्फ 6 इंच लम्बा ही लंड है | इतना बड़ा लंड देख के मेरे मुह में पानी आ गया और मैं तुरंत उसका लंड अपने मुंह में ले के चूसने लगी.. मुझे उसका लंड मुंह में लेने में दिक्कत हो हो रही थी | पर मजा भी आ रहा था इसलिए मैं उसका लंड किसी मोटे लोलीपोप की तरह चूस रही थी | 10 मिनट तक उसका लंड चूसने के बाद मैं खड़ी हुई और उसने मुझे अपनी गोद में उठा कर रूम में ले गया और मुझे वहाँ लेटा कर मेरे दूध चूसने लगा | फिर मेरी चूत चाटने लगा मैं बस सिस्कारिया भरते जा रही थी | आहहहाआ अआहहहा आआअह्हहहा आहाहहः अहाह्हहा अ अहाहहह्हाहा और चाटो न मेरी चूत आहहहहहाआ बहुत मजा आ रहा है और चाटो न मेरी चूत को आहाहहहा अहहहहाआ अहहह्हहा अहहहह्हा अहहहह्हा | फिर उसने 10 मिनट तक चूसा था मेरी चूत को और उसी बीचे में मैं एक बार झड़ चुकी थी उसके मुंह में | आज तक मेरे पति नें मेरी चूत नहीं चाटी थी और राकेश इतने प्यार से मेरी चूत चाट रहा था जो मुझे बहुत अच्छा लगा |

फिर उसने मेरी टाँगे चौड़ी की और एक दम से मेरी चूत में धक्का मार के एक ही बार में पूरा लंड घुसेड दिया मुझे तो ऐसा लगा जैसे किसी ने मेरी चूत में गरम लोहा डाल दिया हो | फिर वो मेरी चुदाई करने लगा और मैं अहहहहहा अहहहहा अहहहः आहाहाहा चोदो मुझे फाड़ दो मेरी चूत को आहाहाहा अहहहहहः आहाहह्हाहा अहहहाआआअ क्या लंड है तुम्हारा राकेश | अहहहहा आहाहाहा अआ बहुत मजा आ रहा है चोदते रहो मुझे अहहहः अहहहहहा आआआआघ्हाआ मजा आ रहा है बहुत ज्यादा मैं झड़ने वाली हूँ आहाहाहा अओर फिर मैं झड गई थी | लेकिन राकेश अभी तक न झडा था वो मुझे जोरो से चोदे जा रहा था | 20 मिनट की चुदाई के बाद वो मेरी चूत के ऊपर अपना वीर्य निकाल के मेरे बाजु में आ कर लेट गया |

उस रात हम दोनों ने खूब चुदाई की और अब मैं रोज राकेश से चुदवाने लगी और राकेश हर बार नए लौंडे से मेरी चुदाई भी करवाता था | ऐसे ही मैंने कई सरे लंड खाए है वो मैं आगे की स्टोरी में बताउंगी |

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