अंजानी आंटी के मालिश के बाद पनटी उतारी

ही फ्रेंड्स, मेरा नाम अभिनव है, मैं एक सिविल इंजिनियर हू. मैं एक छोटा गॅव से हू मगर मैं एक जाने माने घर से पाला भाड़ा हुआ हू.

अब सीधे कहानी मे आते है. ये कहानी मेरी कुध की है. बचपन से ही मुझे लड़किया बहुत आचे लगती थी. जब भी मई किसी लड़की को देखता था वो मेरे ख़यालो मे छा जाती थी. मगर दोस्तो मई मेरे गॅव में बहुत शरीफ लड़के से जाना जाता था.

डिग्री होने के बाद मैं बंगलोरे जॉब के लिए निकल गया. मेरी कहानी भी यही से शुरू होती है दोस्तो. बंगलोरे मेरे लिए नया था, इसलिए मेरे मामा ने उसके दोस्त के यहा मुझे भेज दिया.

मैं उसको भी मामा ही बुलाता था. बंगलोरे में उसका एक कपड़ो का धूकन था. मेरा जॉब भी उसके धूकन के करीब ही लगा था इसलिए मैं शाम को काम होते ही सीधे उसकी धूकन को आ जाता.

धीरे से मैं भी वाहा पार्ट टाइम जैसे काम करने लगा. मगर मेरे मामा वाहा आने वाले कोस्तोमेर को मेरे बारे में बताते की मेरे गॅव से है, सिविल इंजिनियर है. तो आपको किसी तरह इसको काम है तो बता दीजिए, लड़का जॉब के साथ आपका भी प्लान, इंटीरियर कर देगा.

ऐसे ही मैं भी तोड़ा सा फेमस होने लगा.

एक दिन दोस्तो मेरे मामा के कस्टमर को उसके घर के रेनवेशन करवाना था तो मुझे उसके वाहा बुला लिए. सॅटर्डे आफ्टरनून को मैं उसके घर गया.

जब उसके घर का धरवाजा ओपन हुआ तो मेरे तो खुशी का ठिकाना नही था. मेरे सामने एक 30 साल की औरत खड़ी थी. उसको देखते ही हे हे कितनी सोनी थी वो..

उसने पूछे: जी कों?

मे: मेडम मेरा नाम अभिनव है, आप पूर्विका है ना?

पूर्विका: हन अभिनव, मैने ही बुलाया था आपको, प्लीज़ कम इन..

वो ऐसे बोल के आयेज जाने लगी, क्या कमर थे उसकी! वो एक काले ट्रॅन्स्परेंट सारी में थी. उसका रंग बिल्कुल गोरा था और क्या कमाल लग रही तो वो आए हाए.. उसका बदन कमर पूरा सॉफ दिख रहा था. वो हॉल में सोफा पर बैटी और मुझे छाई और पूछा तो मैने माना कर दिया तो उसने बैठे को बोला.

पूर्विका: मेरा ये घर बहुत ही पुराने कायलो में है, अभी क्या आप इसमे रेनवेशन का काम कर सकते है?

मे: हन क्यू नही.

मैने तुरंत मान लिया और मेरे नज़र उसके बूब्स की तरफ ही जेया रही थी.

पूर्विका: अछा ठीक है में आपको घर दिखा देती हू.

ऐसे बोलते ही वो उठी और मुझे अपना घर दिखाने लगी. उसके घर में 2 फ्लोर थे. जब हॉल से उपर जाते ही वाहा के फोटो देख के ही मई समझ गया की उसके पति अब नही रहे.

मैं उसके पीछे ही जाने लगा. तभी उसका फेर फिसल गया और वो संभाल नही पाई. मैने उसको पकड़ लिया, मगर क्या करे वो हटती कटती मेरे उपर ही गिर पड़ी. वो सीधे आके मेरे मूह के उपर गिर पड़ी. उसकी सारी किसाक गयी और उसके बूब्स मेरे होतो के उपर थे.

पूर्विका: आ मेरे कमर.. मेरे पेर…

मे: मेडम आप ठीक तो है? में आपको उतता हू..

कह के मैं उसके एक हाथ को पकड़ा और उतने लगा. क्या कोमल त्वचा थी उसकी. वो वजन में मुजसे ज़्यादा थी तो मैं उसके हाथ को मेरे शोल्डर में लिया और मैने उसकी कमर में दूसरा हाथ कसक के पकड़ कर उसको उताया.

मे: मेडम आपका रूम किधर है?

वो उपर को इशारा करी. में उसे उपर उसके रूम ले जाने लगा. शायद उसे ज़्यादा दर्द हो रहा होगा इसलिए उसको मेरे पकड़ के बारे में उतना कायल आया ही नही.

मैने भी मेरे इश्स चान्स का पूरा इस्तेमाल किया. मैं उसकी कमर को सहलाते हुए उसे उपर ले जाने लगा. वो अभी भी दर्द में थी और उसने कहा-

पूर्विका: अभिनव वाहा पे वोलिनी के आयंटमेंट है, क्या मुझे लगा दोगे?

मेरी तो आज लॉटरी लग गयी थी. में तोड़ा हिचकिचाने लगा फिर मान गया. वो अब उल्टा लेट गयी और मेरे आयंटमेंट लगते ही उसने एक बार चिल्लाया.

मैने सॉरी कहा और धीरे से मालिश करने लगा. अब तक मेरे छोटा भाई (मेरा लंड) खड़ा हो गया था. मैने पूछा क्या यहा पे दर्द हो रहा है?

उसने बोला – तोड़ा नीचे.

मे: वाहा पे सारी बँधी हुई है.

उसने एक बार मेरे चेहरे की तरफ देखा और दर्द से बोली – मैं तोड़ा सा ढीला कर देती हू.

मे: मगर..

पूर्विका: आप प्लीज़ मेरी मालिश कीजिए, मुझे बहुत दर्द हो रहा है.

मे: ठीक है.

ऐसे भोलते ही उसने सारी ढीली कर दी और सारी थोड़ी सी नीचे किसकी. मुझे अब उसकी पनटी नज़र आ रही थी. मेने तोड़ा आयंटमेंट लगा के उसे मालिश करने लगा.

धीरे धीरे मैं मालिश करता रहा. 5 मिंट्स हुई वो अब भी दर्द से करा रही थी. मेरा लंड तो पूरा खड़े हो गया था. अब मेरा दिमाग़ गंदा होने लगा.

मैं धीरे से उसके पनटी के अंदर मालिश करने लगा. शायद उसे वही ज़्यादा दर्द हुआ था क्यूकी वो थोड़ी छीकी और बोली हन वही तोड़ा नीचे..

फिर मैने उसकी सारी तोड़ा और किसका दिया और उसकी पनटी को भी तोड़ा नीचे किया. वो कुछ नही बोली तो मुझे और हिम्मत आने लगी. मैं अब तोड़ा मालिश तेज की.

करते करते कभी मैं उसके पेट पर हाथ फेरता तो कभी उसके बूब्स के पास. धीरे से मैने उसकी आधी पनटी नीचे किसका दी. उसे अभी भी तोड़ा बहुत दर्द हो रहा था.

मैने एक बार उसके पर आयंटमेंट लगाने लगा. अब मैं धीरे से उसके घुटनो तक मालिश करने लगा और फिर से कमर पे आ गया. ऐसे ही 20 मिनिट्स चला.

अब मुझसे रहा नही गया. उसने अपनी आँखे बाँध की हुई थी. मैं मेरे दोनो हाथो से मालिश करते हुए उसकी पनटी के अंदर हाथ डाल दिया. तभी मुझे महसूस हुआ की पनटी पूरी गीली हो चुकी है.

उसने आँखे नही खोली तो मेरी हिम्मत और बढ़ गयी. मैं मालिश करना जारी रखा. फिर एक हाथ उसकी खच्ची के अंदर फेरते हुए मैने मेरी मिड्ल फिंगर को उसकी छूट के अंदर डाल दिया.

तभी एक आवाज़ आई आअहह… वो सिस सिकाने लगी, तभी मैं डोर का बेल बजा और मैने तुरंत मेरा हाथ हटा दिया. उसने अपनी आँखे खोली और मुझे घूर्ने लगी, तभी और एक बार डोर बेल बाजी.

दोस्तो आयेज की कहानी नेक्स्ट एपिसोड में.
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