शादी के बाद हुई सुहागरात की कहानी

मेरा नाम विराट है. मैं 24 साल का आवरेज दिखने वाला लड़का हू. पर मेरा लंड 8 इंच लंबा और 2.8 इंच मोटा है. मेरी कोई गर्लफ्रेंड नही रही है. मैं हमेशा अपनी बीवी के साथ ही चुदाई के सपने देखता था.

मेरी शादी की बात घर में चल ही रही थी. अंदर से मैं बहुत खुश हो गया था. मेरी शादी सपना नाम के लड़की के साथ टाई हो गयी. सपना 22 साल की थी, और उसका फिगर 36-26-36 था. उसका बॉडी टोने मिल्की वाइट था.

मैं उससे शादी से पहले मोबाइल पर बात करता था. और जब भी कुछ सेक्सी बात करता था, वो कहती की ये सब शादी के बाद करेंगे. मैं शादी का अब और इंतेज़ार नही कर सकता था.

टीन महीनो के अंदर हमारी शादी हो गयी. एक हफ्ते में सारे मेहमान चले गये. हम हमारे फ्लॅट में शिफ्ट हो गये. वाहा सिर्फ़ हम दोनो ही थे. एक सुबा मैने अपनी सपना को पीछे से बाहों में भर लिया. ये पहली बार था जब मैने उसको पकड़ा था.

मेरा लंड उसको छूटे ही खड़ा हो गया. मैने कस्स कर पीछे से सपना को पकड़ लिया, इसलिए मेरे लंड को सपना अपने पीछे महसूस कर पा रही थी. शरम के मारे उसने आखें बंद कर ली. मैने उसको सीधा किया, और कमर से मेरे करीब खींच लिया.

मैने किस करना चाहा, तो वो कहने लगी: ये सब रात को करना.

ये सुनते ही मैने कहा: यहा हमारे अलावा है ही कों? सब अभी कर लेते है. मुझे भी तो देखने दो तुम्हे. कब तक डोर रहोगी? आज तुम पर अपनी मोहर लगा के ही छ्चोधुंगा.

सपना: रात तक का तो इंतेज़ार कर लो ना, प्लीज़.

मे: अछा तो एक काम करो. आज रात तुम नयी नवेली दुल्हन की तरह साज-धज कर बेड पर मेरा इंतेज़ार करना. मैं अपनी नयी नवेली दुल्हन को खुद अपने हाथो से उनबोक्षिंग करूँगा.

फिर मैं बाहर चला गया, और कुछ काम निपटा के शाम को घर आया तो हॉल में मेरी शादी का जोड़ा रखा था. उसके सात एक चित्ति रखी थी, जिसमे लिखा था की “आपकी दुल्हन रात 10 बजे तक कमरे में तैयार मिलेगी. आप भी अपने आप को दूल्हे की तरह तैयार करके अंदर आ जाना”.

फिर मैं एक दूसरे कमरे में नहा धो के तैयार हुआ, और मेरे कपड़े पहन कर तैयार हो गया. 10 बजते ही मैं बेडरूम के अंदर गया. पूरा बेडरूम फूलों से और लाल गुलबो से सज़ा था. कॅंडल्स जल रही थी, और हमारा बेड फूलों से सुहग्रात के लिए तैयार था.

सपना दुल्हन बनी मेरा इंतेज़ार कर रही थी. फिर मैं अंदर गया, और दरवाजा बंद किया. सपना के पास बैठा, और उसका घूँघट उठाया. उसको देखते ही मैं पागल सा हो गया, और अपने आप को रोक नही पाया.

फिर झट से मैं उसके गालों को चूमने लगा. इस बार तो सपना भी अपने आप को शायद रोक नही सकती थी. मैने उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिए, और उसके होंठो को चूसने लगा. पहले उपर के और फिर नीचे के होंठ को चूसना शुरू किया. सपना भी मेरा साथ देने लगी.

फिर सपना को मैने गोद में उठाया, और मेरे उपर बिता दिया. अब मेरा मूह उसके बूब्स के पास आ गया था. मैने उसकी नेक पर किस करना शुरू किया. सपना को जैसे ही नेक कर किस किया, वो पागल सी हो गयी, और आ आहह की आवाज़ निकालने लगी.

मैने नेक को किस करते-करते उसके बूब्स को कपड़ो के उपर से ही दबाना शुरू किया. सपना और ज़्यादा उत्तेजित हो गयी. फिर मैने उसको गोद में उठाया, और उसको हमारे कमरे के आईने के सामने खड़ा किया. हमारे कमरे में एक दीवार पर बहुत बड़ा सा आईना है. मैने सपना के सामने अपनी शेरवानी उतार दी.

अब मैने उपर कुछ नही पहना था. फिर मैने सपना को पीछे से कस्स कर पकड़ा, और उसकी गर्दन पर चूमने लगा. यहा मेरा एक हाथ उसके पेट पर घुमा रहा था, और दूसरे हाथ से बूब्स दबा रहा था. फिर उसके आयेज जाके उसको बाहों में ले लिया, और वापस एक बार किस किया. इस बार हमारी किस फ्रेंच किस में बदल गयी.

मैने उसके मूह और लिप्स से सारा पानी चूस लिया. ये करते वक़्त सपना मेरे उपरी नंगे बदन को चू रही थी, और जगह-जगह अपने निशान लगा रही थी. मैने पीछे से उसकी सारी का पल्लू निकाला, और सारी को धीरे-धीरे करके उतार दिया.

फिर पीछे से ब्लाउस का बटन निकाला, और उसके ब्लाउस को निकाल दिया. पहली बार उसके बड़े-बड़े बूब्स को देख रहा था मैं, जो ब्रा से बाहर आने के लिए तड़प रहे थे. ऐसे लग रहा था, की इतने बड़े बूब्स एक छ्होटी साइज़ की ब्रा में तूस दिए हो. मैने झट से उसके बूब्स को दबाना शुरू किया, और ब्रा के उपर से ही अपने मूह में लेने लगा.

कुछ देर बाद मैने अपना पाजामा उतार दिया. अब मैं सिर्फ़ अंडरवेर में खड़ा था. मैं बेड पर बैठ गया, और सपना को मैने अपनी एक जाँघ पर बिताया. आख़िर उसका हक़ बनता है.

फिर मैने एक हाथ से उसके पेटिकोट का नाडा निकाला, और दूसरा हाथ उसके बूब्स और पेट पर फिरने लगा. जैसे ही वो खड़ी हो गयी, उसका पेटिकोट नीचे गिर गया. और अब वो सिर्फ़ ब्रा और पनटी में मेरे सामने खड़ी थी.

अब मैं कहा रुकने वाला था. मैने सपना को बाहों में भर दिया और कहा-

मैं: जान अब वक़्त आ गया है. मुझे दिखा दो सब कुछ. अब और मत तड़पाव.

सपना: सब आप ही का है. जो आपको करना है कर दीजिए.

फिर मैने उसकी ब्रा की हुक खोली, और उसके बूब्स को आज़ाद किया. मैने अपने हाथो से जाम कर उन्हे दबाया, और कुछ ही देर में मैने उन्हे मूह में भर लिया. 10-15 मिनिट तक मैं बूब्स को चूस्टा रहा. फिर मैने उसकी पनटी को पकड़ा, और उसे नीचे खिसका दिया.

सपना ने झट से अपने हाथो से अपनी छूट को च्छुपाया. मैने भी उसके सामने अपनी अंडरवेर उतार दी. मेरा लंड देख कर उसकी आँखें बड़ी हो गयी, और उसके चेहरे पर दर्र दिख दिखने लगा. मैं समझ गया की चुदाई से वो दर्र गयी थी.

फिर मैने उसको पीछे से पकड़ा, उसके दोनो हाथो को छूट पर से हटाया, और अपना लंड उसकी गांद पर रखा. फिर उसको हल्की आवाज़ में कहा-

मैं: दररो मत मेरी जान, मैने हू ना. सब कर लूँगा.

सपना: मैं नही ले पौँगी इसको अपने अंदर. बहुत बड़ा है ये.

मैं: चिंता मत करो, मैं हू ना. मैं डाल दूँगा.

सपना को फिर मैने आईना दिखाया. हम दोनो ने एक-दूसरे को आईने में नंगा देखा. पर अब तक सपना मेरे लंड को देख कर शरमाये जेया रही थी. तो मैं उसको बेड पर ले आया.

मैने सपना को बेड पर बिताया, और फिर मैने सपना के दोनो हाथो को पकड़ लिया. फिर मैने अपना लंड सपना के हाथो में दे दिया. उसने पहले तो हाथ हटा लिया. पर दूसरी बार उसने मेरे लंड को पकड़ लिया.

मैं: आज से ये तुम्हारा है. इसका ध्यान तुम्हे ही रखना है. जब ये जो माँगे इसको दे देना.

सपना कुछ नही बोली.

मैं: चलो अब इसको सहलाओ.

फिर सपना ने मुझे हॅंजब देना शुरू किया.

मैं: चलो अब इसको प्यार करो.

सपना: वही तो कर रही हू ना.

मैं: ऐसे नही मेरी रानी. अपने कोमल होंठो से इसको पहले किस करो. फिर अपने होंठो से इसको चूसो, और अपने मूह के अंदर इसको समा लो.

पहले तो सपना ने माना कर दिया. मैने बहुत बार उसको मानने की कोशिश की.

मैं: देखो सपना, ये भी एक संभोग का प्रकार है. आज नही तो कल तुम्हे इसको लेना ही होगा. और अब इसको तुम नही लॉगी तो कों लेगा? प्लीज़ मेरी जान, मान जाओ ना.

कुछ देर मानने के बाद वो मान गयी. फिर क्या था, उसने पहले मेरे लंड और टट्टो की किस किया. और फिर कही जाके धीरे से उसने मेरे कहने पर लंड मूह में लिया. ये उसका पहली बार था, इसलिए मैने कोई जास्ति नही की.

कुछ देर तक वो धीरे-धीरे लेती रही. 10-15 मिनिट तक मैने उससे अपने लंड की चुसाई करवाई. उसका मूड तोड़ा ऑफ हो गया था, इसलिए मैने उसको मनाया और उसको किस करने लगा. मैं उसके बूब्स चूसने लगा.

फिर उसके पैरों के बीच बैठ कर उसकी छूट को पहले अपने हाथो से सहलाया. फिर उसकी छूट चाटने लगा. जैसे-जैसे मैने छूट चाटना शुरू किया, वैसे ही सपना का मूड ठीक हो गया. उसका तोड़ा बहुत गुस्सा भी गायब हो गया.

अब उसकी सिसकारियाँ पुर घर में गूंजने लगी. वो माधमस्त हो गयी. कुछ देर बाद वो बोली-

सपना: अब और मत तड़पाव मेरे राजा. अब अंदर डाल भी दो.

मैं: जैसे तुम कहो मेरी प्यारी.

ये कहते ही मैने उसकी छूट पर अपना लंड सेट किया. हम मिशनरी पोज़िशन में थे. उसके दोनो पैर फैला के मेरा लंड अंदर जाने को तैयार था. फिर मैने उसको किस किया, और अपने होंठो से उसके होंठ लॉक कर दिए. और यहा नीचे धीरे-धीरे मैने अपना लंड अंदर डालना शुरू किया.

फिर मैने एक धक्का दिया, तो मेरे लंड का टोपा उसके अंदर चला गया. पर उसको बहुत दर्द हुआ तो वो चिल्लाई.

सपना: आहह आहह, निकालो इसको. बहुत दर्द हो रहा है.

मैने: से लो मेरी जान. अब कुछ ही वक़्त दर्द होगा, फिर मज़ा आएगा.

कुछ देर मैं वैसे ही पोज़िशन में रहा. 4-5 मिनिट बाद मैने फिर धक्का लगाया. इस बार मेरा आधा लंड उसके अंदर चला गया. सपना ज़ोर से चीखी, पर मैने उसको नही रोका. आख़िरकार मुझे मज़ा आने लगा था. ये मीठा दर्द हर पति अपनी पत्नी को देना चाहता है.

कुछ देर शांत रहने के बाद एक आखरी धक्के में मेरा पूरा लंड उसकी छूट में था. पर सपना दर्द के मारे चिल्ला उठी, और इस बार उसकी छूट शायद फॅट गयी थी. और उसकी आँखों से आँसू आ गये. हम कुछ वक़्त तक एक ही पोज़ में चिपके रहे. फिर मैने अपने लंड को अंदर बाहर करना शुरू किया.

5-6 धक्को के बाद सपना का दर्द कम हुआ, और अब वो भी मेरे लंड का मज़ा लेने लगी थी. मैने उसकी चुदाई करना शुरू किया. हर बार पूरा लंड ऑलमोस्ट बाहर निकालता, और एक ही झटके में वापस अंदर डाल देता. मेरा लंड अपने ज़ोरो पर था.

मैने कस्स कर अपनी ट्रेन शुरू की. पहली बार के मुक़ाबले काफ़ी अची चुदाई हुई. करीब 15-20 मिनिट तक मैने सपना को छोड़ा. फिर उसके पेट पर सारा माल निकाल दिया. हम दोनो ने बातरूम में एक-दूसरे को सॉफ किया. फिर आके एक-दूसरे की बाहों में लेते रहे.

आधी रात को वापस मेरी नींद खुली, और मेरा लंड सपना को नंगा अपने बाहों में देख कर खड़ा हो गया. मैने उसको . और उसके बूब्स दबाना शुरू किया. सपना की नींद खुल गयी थी, और सपना भी मज़े ले रही थी.

मैने सपना को . लिटा दिया. उसकी कमर के नीचे बहुत सारे . लगा के उसकी गांद को उपर की तरफ पोज़ किया. फिर उसकी कमर पकड़ कर अपना लंड उसकी छूट पर लगाया, और एक धक्के के साथ ही इस बार आधा लंड अंदर था. फिर दूसरे धक्के में पूरा लंड अंदर . दिया. सपना इस बार चिल्लाई, पर अब वो हिल नही सकती थी.

मैने एक और बार चुदाई शुरू की. सपना पहले डॉगी बन गयी. उसके नंगे बदन को देख के उसको छोड़ने का मज़ा ही कुछ अलग आ रहा था. मेरी गाड़ी ज़ोरो पर थी. एक बार मैं झाड़ चुका था. इसलिए इस बार थोड़े लंबे समय तक चुदाई चली.

करीब आधे घंटे की चुदाई के बाद मैने अपना माल उसकी गांद पर निकाला. सपना को भी बड़ा मज़ा आया. हमने एक-दूसरे को सॉफ किया, और नंगे ही सो गये.

उस दिन से सपना को मैं ऐसे ही अलग-अलग पोज़िशन में छोड़ता हू. अब सपना को लंड चूसने की आदत हो गयी है, और रोज़ सुबा नहाते वक़्त वो मेरा लंड चूस्टी है, और रात को भी सेक्स से पहले उसको लंड चूसना पसंद है.

हमने काई और एक्सपीरियेन्सस लिए है. अगर आपको ये स्टोरी पसंद आई, तो बताए. ताकि मैं और अपने चुदाई एक्सपीरियेन्सस शेर करू.

यह कहानी भी पड़े  सिस्टर की फ्रेंड को चोदा


error: Content is protected !!