मैं और दीदी दोनो उपर चले गये. दीदी की छूट में आग लगी हुई थी. उपर जाते ही दीदी ने मुझे पकड़ लिया, और रूम में किस करने लगी.
दीदी मेरे होंठ चूस रही थी. दीदी को तो मैं चूस्टा हू, पर आज दीदी खुद चूस रही थी. मैने भी दीदी के गाल चूसने शुरू कर दिए.
अमित: कम ओं दीदी, लगता है आज बहुत मज़े डोगी.
मोनिका: बस मज़े लेले मेरे. ऑश आचे से छूट छोड़ना मेरी. छ्होटे फुल मज़ा चाहिए आज मुझे.
अमित: ऑश बहुत मस्त चूस्टी हो दीदी यार. आज पहली बार तुम को इतना सेक्सी होते देखा है.
मोनिका: कपड़े खोल मेरे यार, बस आज मज़ा देदे भाई. मेरे आचे से चूसना, मज़ा चाहिए फुल.
अमित: क्या चूसने है?
मोनिका: अर्रे मज़े मत ले, मेरे बूब्स चूस. तुझे भी मज़ा आएगा. ऑश अपने कपड़े तो खोल. दोनो साथ में नहा कर आते है. बाहर पसीना आया था. नहा कर छोड़ना मुझे आचे से.
अमित: चल मेरी जुंगली छूट, साथ नहाते है.
हम दोनो नंगे हो गये. मैने दीदी की कमर पकड़ी और नहाने चले गये. दीदी बहुत मस्त लग तही थी.
मोनिका: यहा कुछ मत करना, चुदाई नहा कर ही करनी है.
अमित: ऑश मेरी दीदी ऑश, क्या लग रही हो. जी कर रहा है की यही पकड़ कर गांद मार लू. ऑश वाउ तेरी गांद मस्त हो गयी है. तू बिल्कुल मों जैसी होने वाली है.
मोनिका: ह्म. यार मों तो बड़ी मस्त टाइप माल है. मों के मुममे कितने मस्त है.
अमित: अर्रे तभी तो दादा जी ने पकड़ कर छोड़ी थी. मों ने बूब्स दिखा कर ही दादा जी को पटाया था.
मोनिका: ऑश भाई, नहाने से देख बॉडी सही हो जाती है. पहले पसीने की स्मेल आ रही थी. यार जल्दी नहा लो. तेरा लोड्ा भी खड़ा हो रखा है.
अमित: तुम सामने खड़ी हो ना. दीदी की छूट छोड़ कर खुश होगा ये.
मोनिका: भाई तेरा लोड्ा है बहुत मस्त. इतना लंबा है की अंदर जाते ही फील होता है.
मैं मोनिका दीदी के बूब्स पर हाथ फेरने लगा. वो काफ़ी खुश थी. उसने अपना हाथ मेरे लंड पर रख दिया.
मोनिका: ऑश कितना मस्त है लंड? ऑश भाई अब चल यार. दीदी को तेरा लोड्ा चाहिए. ऑश कितना अकड़ रहा है. वाउ मज़ा आएगा.
अमित: अब चल यार रूम में छोड़ता हू तुमको. दीदी वैसे आज बहुत मस्त लग रही हो यार.
मोनिका: चल बताती हू तुमको अंदर. छ्होटे आचे से छोड़ना अपनी बेहन को. मूड बना हुआ है पूरा. अब रहा नही जाता.
अमित: ऑश वाउ यार आज बेहन की छूट छोड़ कर मज़ा आना चाहिए. दीदी तेरी छूट तो ये लोड्ा छोड़ेगा. घोड़ी बना कर छोड़ूँगा मेरी जान. ऑश दीदी, बेहन की लोदी, टाँग चौड़ी करके मारूँगा तेरी छूट.
हम दोनो रूम में आ गये. दीदी ने टोलिया हटा दिया.
अमित: ऑश मी गोद, क्या माल लग रही हो दीदी. आज तेरी छूट के पुर मज़े लूँगा.
मोनिका: भाई चल शुरू कर दे. अब ज़्यादा देर वेट नही कर सकती.
मैने दीदी को अपनी और खींच लिया. मैने दीदी के लिप्स पर अपने लिप्स रख दिए, और चूसने शुरू कर दिए. दीदी को पकड़ते ही मज़ा आने लगा. मेरा हाथ दीदी की पीठ पर था.
मोनिका: ऑश भाई ऑश, आचे से चूसो आअहह. मुझे अपनी रखैल समझ कर छोड़ना है आज.
अमित: ऑश दीदी ऑश, तेरी जैसी छूट घर में हो तो फिर रखैल की क्या ज़रूरत है? तू तो मेरी परसोनल रंडी है.
मोनिका: ऑश आअहह भाई चूस यार आहह बेहन को मज़ा दे.
अमित: ऑश मेरी जान, क्या गाल है तेरे, ऑश मी डार्लिंग.
मोनिका: जल्दी चूस जो चूसना है, छूट में आग लगी हुई है.
अमित: बस 2 मिनिट्स बूब्स चूस लेने दे. फिर तेरी छूट छोड़ूँगा.
मोनिका: आअहह भाई बूब को आचे से चूस आअहह वाउ यार. दोनो चूस मेरे मुममे.
मैं दीदी के दोनो बूब्स चूस रहा था. दीदी के दोनो बूब्स पहले से बड़े हो गये थे. मैं दीदी के निपल्स चूसने लगा.
मोनिका: ऑश आअहह मेरी चुचि, आअहह मज़ा आ रहा है मेरे राजा. ऑश चूस-चूस मेरे निपल्स.
अमित: ओनन्न दीदी आहह ऊहह.
मोनिका: ऑश भाई आहह मज़ा आ रहा है. ऑश चूस्टे रहो चूस्टे रहना मेरे बूब्स ऊओ आआहह.
दीदी के बूब चूस कर मज़ा आ रहा था. मोनिका दीदी की आ आ सुन कर पता चल गया की दीदी को भी मज़ा आ रहा था. मोनिका दीदी ने काफ़ी देर बूब चुस्वाए. अब मेरा हाथ छूट पर था. दीदी की आ आ निकालने लगी.
मोनिका: ऑश भाई, बहुत मज़ा दे रहा है तू. ऑश अब छूट पर लोड्ा रग़ाद भाई.
मैं दीदी को चारपाई पर ले आया ताकि आसानी से छोड़ साकु. मैने दीदी की छूट पर लोड्ा रख कर रगड़ना शुरू कर दिया.
मोनिका: ऑश भाई आअहह मॅर गयी यार, ऑश आअहह मेरे यार.
अमित: ऑश मेरी कुटिया आहह, तेरी छूट लेने का टाइम आ गया है. बेहन की छूट बहुत सेक्सी है. ऑश चिकनी छूट ऑश बेबी ऑश तेरी छूट मैं मारूँगा तेरी छूट. दीदी मस्त है तेरी छूट. लोड्ा खुश हो जाएगा भाई का. ऑश बेहन की छूट छोड़ने में बहुत मज़ा आता है.
मोनिका: भाई छोड़ ले बेहन की छूट ऑश आअहह अब डाल दो यार. बहुत देर हो गयी तड़प्ते हुए. मेरी प्यास बुझा दे भाई यार.
अमित: श बेबी ऑश, मेरी होने वाली वाइफ आअहह, तेरी छूट की कसम, बहुत मस्त माल मिला है छोड़ने के लिए. ऑश बेहन की छूट ऑश.
मैने लंड को छूट पर रख दिया और मोनिका दीदी पर झुक कर शॉट मारा. लंड छूट को चीरता हुआ छूट की गहराई में चला गया. दीदी की आ निकल गयी.
मोनिका: ऑश मॅर गयी यार. ऑश एक ही शॉट में घुसेध दिया तूने ऑश पूरा अंदर गया लोड्ा. ऑश बाहर निकाल, छूट फाड़ दी मेरी. ऐसे थोड़ी ना छोड़ते है. हटो यार ऑश, ऑश मी गोद.
दीदी छूट को देखने लगी. उसको लगा की छूट फटत गयी थी. मैने झट से 2-3 शॉट मारे.
मोनिका: ऑश आहह क्या कर रहा है. तोड़ा आराम से छोड़ ले भाई.
अमित: अब तो बंद बाजौंगा तेरा दीदी. बेहन की लोदी लोड्ा लेले, नखरे मत कर मेरी चिकनी छूट.
मोनिका: ऑश आअहह मज़ा आएगा.
लंड पूरा दीदी की छूट में जेया रहा था. दीदी लंड को छूट में जाता देख कर स्माइल दे रही थी.
अमित: आहह मज़ा आ रहा है दीदी. ऑश बेबी ई लोवे योउ सिस्टर. ऑश कितनी मस्त है तेरी छूट दीदी.
मोनिका: छोड़ भाई छोड़, दीदी की छोड़ ले छूट. ऑश आअहह बहुत अछा लग रहा है मेरी जान. वाउ यार, बहुत मस्त पेल रहे हो, ऑश ऐसे ही छोड़ते रहो.
अमित: ह आहह वाउ यार आहह बेहन की छूट छोड़ने का सुख दे रही हो डार्लिंग. तू बहुत मस्त है बेबी ओह.
मोनिका: भाई आहह भाई आहह बेहन की छूट तेरे लिए ही बनी है, तू बस मेरे मज़े ले ले. ऑश आउच ऑश कम ओं भाई, ज़ोर से छोड़ अया मज़ा आ रहा है बहुत.
दीदी की छूट गीली होने लगी. उसकी सेक्सी आवाज़ से रूम गूंजने लगा. मैं और दीदी दोनो नंगे हो कर चुदाई कर रहे थे.
मोनिका: अब ज़ोर से छोड़ भाई मज़ा आने वाला है. ऑश भाई छोड़ यार.
मैने दीदी को बेड पर बुला लिया. दीदी की दोनो टांगे उपर करके छोड़ने लगा. कुछ टाइम बाद दीदी चुड गयी थी.
मोनिका: आह ऊहह मज़ा आ गया यार. अब मेरे उपर लेट कर शॉट मारना मस्ती से. साथ में मुझे किस करना.
अमित: ठीक है, मुझे अभी मज़ा नही आया. मैं तो एक बार आचे से मारूँगा छूट.
मोनिका के उपर लेट कर हल्के-हल्के शॉट मारने लगा. दीदी के गाल भी चूसने लगा. दीदी चुड कर काफ़ी खुश हो गयी थी.
मोनिका: ऑश आराम से छोड़ते रहो. मुझे तो मज़ा आ गया यार. श भाई आचे से चूस.
अमित: आहह दीदी तुमको चाहे कैसे भी पकड़ कर छोड़ लो, मज़ा बहुत आता है. ऑश क्या बूब्स है तेरे.
मैने दीदी को घोड़ी बना लिया, और छूट पर लंड रख कर शॉट मारा. दीदी की आ निकल गयी.
मोनिका: ऊहह वाउ, पूरा डाल दिया तूने एक ही झटके में.
अमित: मेरी घोड़ी घोड़े के लोड का मज़ा ले चिकनी छूट. ऑश आअहह मज़ा दे रही हो खूब.
मोनिका: आअहह बस तू कमर पकड़ कर छोड़ता रह. आअहह भाई ऊहह यार आअहह मज़ा आ रहा है.
अमित: ऑश बेबी ऑश मी डार्लिंग ऑश दीदी आहह. बहुत आचे से छुड़वा रही हो यार. लोड्ा खुश हो गया तेरी छूट में जेया कर.
मोनिका: बस तू बेहन की छूट के मज़े लूट. ऑश भाई ऐसी बेहन नही मिलेगी.
मैं ज़ोर-ज़ोर से घोड़ी बनी हुई दीदी की छूट पेल रहा था. दीदी की आवाज़ सेक्सी हो गयी थी.
मोनिका: ह ऊहह ऊहह ऊवू फक मे ब्रो, ऑश. छोड़ मेरी छूट भाई ऊओह.
अमित: ऑश बेबी ऊहह मेरी जुंगली बिल्ली आअहह मस्ती चढ़ गयी लोड को. ऑश बेहन की लोदी ऑश आअहह क्या छूट है तेरी ऊहह ऊहह बेबी ऊहह बेबी ऑश डार्लिंग.
मोनिका: कम ओं भाई ऐसे ही छोड़. दीदी चूड़ने वाली है.
अमित: बस 2 मिनिट्स रुक जेया मेरी जान. छूट आज मज़े से भर दूँगा मेरी रानी.
मोनिका: ऑश आअहह आअहह ऊऊओ बेबी ऊहह भैया ऊहह तू तो आज सैयाँ बन गया बेहन का.
थोड़ी देर बाद दीदी झाड़ गयी थी. मैने भी ज़ोर-ज़ोर से शॉट मारे तो मैं भी दीदी की छूट में झाड़ गया था.
दीदी को छोड़ कर बहुत मज़ा आया. दीदी खड़ी हुई तो मेरे सीने से लग कर किस करने लगी. वो स्माइल दे रही थी.
अमित: दीदी आहह आज तो बहुत मस्त चुदाई हुई है. मज़ा आ गया दीदी तुमको छोड़ कर.
मोनिका: मुझे भी आया है. तू बूब्स बहुत मस्त चूस्टा है छ्होटे. चल अब साथ नहा कर आते है.
अमित: यार तेरी गांद देख कर मेरा तो लोड्ा खड़ा हो जाता है.
मोनिका: अब नहाने चल. वही किस करूँगी तुझे.
मैने दीदी की गांद पर हाथ फेरा तो वो स्माइल देते हुए आयेज चलने लगी. रूम में दीदी को नंगी देख कर दिल खुश हो गया. सच में दीदी की गांद अब थोड़ी बड़ी हो गयी थी. स्टोरी अची लगे तो बताना