सेक्सी भाभी ने मजे लेकर चुदवाया

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम अभिषेक है और में भी आप सभी की तरह सेक्सी कहानियों को पढ़कर बहुत सालों से बड़े मज़े ले रहा हूँ। ऐसा करने में मुझे बड़ा सुख का अनुभव होता है सेक्सी कहानियों को पढ़ते हुए मुझे वैसे एक साल से भी ज्यादा हो चुका है। दोस्तों मेरी उम्र 21 साल है में अभी तक कुंवारा ही हूँ। मुझे सेक्स करना जोश भरी कहानियों पढ़कर कभी कभी मुठ मारकर अपने लंड को शांत करना बहुत अच्छा लगता है। मेरी रूचि इन कामो में बचपन से ही बहुत ज्यादा थी और आज यह मेरी पहली पहली सच्ची कहानी है जिसको में आप सभी के लिए लेकर आया हूँ जिसमे मैंने एक तरसती हुई औरत की चुदाई करके उसको वो सुख दिया जो उसके पति ने उसे अब तक नहीं दिया था, उसके बाद उसके अपने जीवन की सभी खुशियां मिल गई और मुझे उसके साथ चुदाई का मौका जिसके बाद में उसके साथ मज़े से चुदाई में लगा रहा। दोस्तों चलो अब सीधे में अपनी आज की कहानी पर आता हूँ दोस्तों यह बात पिछले साल दिसंबर की है और इस बार कानपुर में ठंड पिछले 40 साल में सबसे ज़्यादा तेज थी और इसलिए शाम के समय अंधेरा जल्दी हो जाता था।

एक दिन रात को करीब 9 बजे में अपने घर वापस आ रहा था तो रास्ते में एक खाली सुनसान सड़क पर से गुज़र रहा था। फिर मैंने देखा कि सड़क पर एक होंडा सिटी कार रुकी हुई थी और उसकी पार्किंग लाइट चालू थी। मैंने अपनी कार को थोड़ी सी कम स्पीड में कर लिया और जब में उसके पास में पहुँचा तो मैंने देखा कि 27-28 साल की एक बहुत ही सुंदर और सेक्सी औरत उस कार के पास खड़ी हुई थी और वो मुझे रुकने का इशारा कर रही थी। फिर मैंने जब अपनी कार को उसके पास ले जाकर रोकी तो वो मेरी कार के पास आ गई। तब मैंने देखा कि उसने हल्का गुलाबी रंग का टाइट पजामी वाला सूट पहना हुआ था और मैंने देखा कि उसका क्या मस्त सुंदर बड़ा ही आकर्षक फिगर था उसके बूब्स का आकार 36 इंच से थोड़ा सा ज़्यादा ही होगा और उसके पूरे जिस्म का आकार करीब 36-28-34 होगा और वो बहुत सुंदर लग रही थी और उसका वो पजामी सूट बड़ा टाइट फिटिंग वाला था तो इसलिए हल्के गुलाबी रंग के सूट के अंदर गहरे लाल रंग की ब्रा पेंटी भी नजर आ रही थी। उसके सूट का अगला और पिछला गला भी इतना बड़ा था कि में क्या बताऊँ और उस सूट में पीछे की तरफ तो पूरी एक लंबी चेन लगी हुई थी और गोरी तो वो इतनी ज़्यादा थी कि पहचान में नहीं आ रहा था कि उसके सूट का कलर क्या है? अब मैंने अपनी कार की पावर विंडो को नीचे किया उसके बाद मैंने उससे पूछा मेडम आपको क्या समस्या है? तब वो मेरी कार की खुली खिड़की वाली जगह पर ही थोड़ी सा नीचे झुककर खड़ी हो गयी और वो अब मुझसे कहने लगी कि मेरी कार का पेट्रोल शायद खत्म हो गया है।

दोस्तों जब वो यह बात मुझसे कह रही थी तब उसके नीचे झुकने की वजह से उसके गोरे बूब्स का वो द्रश्य उनके बीच का हिस्सा मुझे बड़ी गहराई तक साफ साफ नज़र आ रहा था, जिसको देखकर मेरा मन तो कर रहा था कि में उसी समय उसकी ब्रा को फाड़ दूँ और उसके गोरे गोरे बूब्स को अपने मुहं में डालकर उनको चूसने दबाने के मज़े ले लूँ, लेकिन मैंने अपने पर बहुत कंट्रोल किया। अब मैंने उससे कहा कि कोई बात नहीं है मेडम आप आइए मेरे साथ, में आपको अपनी कार में बैठाकर पास किसी पेट्रोल पंप तक ले चलता हूँ। वैसे मेरे पास कार में तेल की एक खाली बड़ी प्लास्टिक की एक बॉटल भी रही हुई थी यह बात भी मैंने उसको बताई तो उसने मुझसे धन्यवाद कहा और फिर वो मेरे साथ ही मेरी कार में बैठ गयी।

अब वो मेरे पास वाली सीट पर बैठी हुई थी और उसके बदन से इतनी प्यारी मधहोश करने वाली महक आ रही थी कि उसकी वजह से किसी का भी कंट्रोल खत्म हो जाता, लेकिन में तब भी कुछ सोचकर चुप ही था। फिर रास्ते में मैंने उससे पूछा कि मेडम आप बिल्कुल अकेली इस समय कहाँ से आ रही है? तब उसने कहा कि वो बात यह थी कि मेरे पति उसके काम की वजह से चार पांच दिन के लिए कहीं बाहर गये हुए है और में घर पर अकेली बोर हो रही थी तो इसलिए में अपनी एक सहेली के साथ पास ही के एक सिनिमा में फिल्म देखने गयी थी और फिल्म खत्म होने के बाद अपनी उस दोस्त को उसके घर पर छोड़कर में अपने घर वापस जा रही थी तभी रास्ते में मेरी गाड़ी का पेट्रोल खत्म हो गया। फिर हमने पंप से पेट्रोल लिया और रास्ते में उसने मेरे बारे में पूछा कि आप क्या करते हो और आपकी शादी हुई या नहीं? तो मैंने भी अपने बारे में सब कुछ उसको बता दिया। फिर उसके बाद जब हम वापस उसकी होंडा सिटी कार के पास पहुँचे तो जाते समय उसने मुझसे दोबारा धन्यवाद कहा और उसी समय उसने मेरा फोन नंबर माँग लिया। फिर मैंने उससे पूछा कि मेडम आप मेरे फोन नंबर का क्या करोगी? तब उसने बहुत ही शरारती आवाज़ में कहा कि आप जैसे सुंदर गोरे हट्टेकट्टे बंदे की क्या पता कब ज़रूरत पड़ जाए? दोस्तों उसके बाद मैंने उसकी गाड़ी में पेट्रोल डालकर उसको उसको वहां से रवाना किया और में भी अपने घर आ गया, लेकिन रात को जब में सोने लगा तो मेरे मोबाईल पर उसकी तरफ से धन्यवाद और शुभरात्री का एक मैसेज आ गया।

दोस्तों मुझे तो अब तक पता भी नहीं था कि वो फोन नंबर किसका है? तो इसलिए मैंने भी अपनी तरफ से एक मैसेज भेजकर उससे पूछा कि आप कौन हो? तब उसने एक मैसेज करके मुझे बताया कि मेरा नाम सुनीता है और आज आपने ही पेट्रोल लाने में मेरी मदद की थी तो मुझे पूरी तरह से समझ में आ गया कि यह कौन है? वो रात का समय था इसलिए मेरी मम्मी पापा पास वाले कमरे में थे, इस वजह से में फोन पर उससे बात नहीं कर सकता था और इसलिए मैंने उसके साथ मैसेज से ही बातें करना शुरू किया। अब उसने मुझे अपने बारे में बहुत कुछ बताया और उसने मुझसे मेरे बारे में भी सब कुछ पूछ लिया और फिर उसके बाद से हमेशा ही हर रात को उसके मेरे पास मैसेज आने शुरू हो गये और कभी कभी तो उसका फोन भी मेरे पास आ जाता था जिसकी वजह से धीरे धीरे बढ़ते हुए हमारे बीच एक रिश्ता बनता चला गया और अब हमारी दोस्ती भी हो गयी। फिर एक दिन उससे मुझे पता चला कि उसका पति हमेशा बहुत शराब पीता है और वो अपनी पत्नी की बिल्कुल भी परवाह नहीं करता था और इस वजह से उसका अभी तक अपना कोई बच्चा भी नहीं था और जब भी उसका पति शहर से बाहर जाता था। तो वो मेरे पास दिन में फोन ज़रूर करती थी और रात में जब उसका पति दारू पीकर टल्ली होकर सो जाता था, तब वो मेरे साथ मैसेज पर बातें किया करती थी। antarvasnahd.com

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फिर एक दिन बातों ही बातों में हमारे बीच ब्रा और पेंटी पर कोई बात शुरू हो गयी तो मैंने मज़ाक में उससे पूछ लिया कि तुमने आज कौन से रंग की ब्रा पेंटी पहनी है? तो उसने मुझे अपनी तरफ से कोई भी जवाब नहीं दिया, इसलिए में भी कुछ देर चुप हो गया, लेकिन उसी रात को करीब 11 बजे उसका मेरे पास एक मैसेज आया जिसमे लिखा हुआ था कि आज मैंने नारंगी रंग की ब्रा पेंटी पहनी है। तब मुझे उस मैसेज को पढ़कर याद आया कि आज दिन के समय मैंने फोन पर उससे पूछा था कि तुमने आज कौन से रंग की ब्रा पेंटी पहनी है? तो यह मैसेज पढ़कर मेरा लंड खड़ा हो गया और फिर उसका एक मैसेज आया कि उसका पति तो उसके पास रहते हुए भी कुछ नहीं करता क्योंकि वो दारू पीकर सीधे अपने कमरे में जाकर सो जाता है और उसकी शादी को अभी सिर्फ़ दो ही साल हुए थे और उसने कहा कि वो तो सेक्स करने के लिए हमेशा तड़पती ही रहती है, क्योंकि उसका पति उसके साथ महीने में सिर्फ़ एक या दो बार ही सेक्स करता है और वो अपने शरीर की आग से जलती ही रह जाती है।

फिर मैंने कहा कि में हूँ ना। फिर उस रात से हम रोज़ रात को फोन पर बातें करते हुए सेक्स करते थे में हर दिन उसकी ब्रा, पेंटी का रंग पूछता फिर उससे कहता कि में अब तुम्हारी ब्रा को उतार रहा हूँ अब तुम्हारे निप्पल को अपने मुहं में डाल रहा हूँ, बूब्स को चूसने लगा और उसके बाद में अब तुम्हारी पेंटी को उतार रहा हूँ और वो उसके बाद जोश में आकर अपनी चूत में ऊँगली डालकर अपने आप को शांत करती और कभी कभी तो वो इतनी ज्यादा गरम हो जाती थी कि उससे बिल्कुल भी कंट्रोल नहीं होता था और वो अपने फोन को वाइब्रेशन पर करके अपनी पेंटी के अंदर रख लेती थी और उसके बाद वो मुझसे कहती थी कि में बार बार फोन करता रहूँ जिसकी वजह से उसका फोन लगातार हिलता रहे और उसकी चूत को शांति मिले। फिर कुछ दिन तक हमारे बीच ऐसा ही चलता रहा और रोज़ रात को में उसको फोन करता और अपने फोन को वो अपनी पेंटी में डालकर चूत को शांत करती, लेकिन मुझे तो अपने हाथ से ही मुठ मारकर सोना पड़ता। फिर एक दिन रात को मैसेज पर उसने मुझसे कहा कि बधाई हो, मैंने उससे पूछा कि वो किस लिए? तब उसने मुझसे कहा कि कल उसके पति पूरे सात दिन के लिए हमारे देश से बाहर जा रहे है और उसकी सास भी किसी शादी की वजह से कुछ दिनों के लिए दिल्ली चली जाएगी और वो भी परसों के बाद ही वापस आएगी तो अब हम दोनों के पास मज़े मस्ती करने के लिए एक दो दिन का समय है और कल मुझे उसने अपने घर पर बुलाया।

फिर मैंने उससे कहा कि वो सब तो ठीक है, लेकिन रात को तो में वहां पर रुक नहीं सकता, क्योंकि में अपने घर पर मम्मी पापा से क्या कहूँगा? तो उसने कहा कि कोई बात नहीं है तुम कल पूरा दिन मेरे साथ मेरी बाहों में रहना और शाम को ही वापस भी चले जाना। फिर दूसरे दिन ही मेरे पापा हमारी कार को लेकर कहीं काम से चले गये, जिसका मुझे बहुत दुःख हुआ और इस समस्या के बारे में मैंने उससे कहा उसको बताया कि आज तो मेरे पास अपना कोई भी साधन तुम्हारे पास आने के लिए नहीं है। तो वो हंसती हुई मुझसे बोली कोई बात नहीं है तुम तैयार हो जाओ और कुछ देर बाद वो खुद मुझे अपनी कार से लेने मेरी बताई हुई जगह पर एकदम ठीक समय से आ गई। वो सुबह के करीब 11 बजे का समय था और जब मैंने उसको देखा तो वो उस दिन तो बड़ी ही मस्त लग रही थी। उसने नीले रंग की केफ्री पहनी थी और साथ में हरे रंग का जाली वाला सेक्सी टॉप पहना हुआ था और उसकी पिस्ता कलर की सिल्क वाली ब्रा की डोरी भी साफ नज़र आ रही थी, मतलब वो दिखने में बहुत ही सुंदर आकर्षक नजर आ रही थी और कुछ देर बाद हम दोनों उसके घर जा पहुंचे थे।

फिर में उसके साथ अंदर आ गया। उन दिनों ठंड बहुत तेज थी इसलिए वो मेरे लिए गरम गरम कॉफी बनाकर ले आई, लेकिन वो सिर्फ़ एक ही कप लेकर आई थी और में सोफे पर बैठा हुआ था और वो सीधी आई और अब वो मेरे ऊपर आकर ही बैठ गयी, जिसके बाद उसने और मैंने उस एक ही कप में कॉफी पी और उसने कप को एक साइड में रख दिया और उसके बाद वो अपना चेहरा मेरे चेहरे के साथ रगड़ने लगी थी और आज भी उसके बदन से वही महक आ रही थी, जब में सबसे पहले उससे पहली बार मिला था उस दिन आ रही थी। फिर यह सब करते करते मैंने और उसने स्मूच करना शुरू कर दिया और थोड़ी देर स्मूच करते करते मैंने उसका टॉप वहीं पर ही उतार दिया। तब मैंने देखा कि उसकी पिस्ता कलर की ब्रा इतनी मुलायम और चिकने कपड़े की थी कि जब में स्मूच करते हुए उसके बूब्स को दबा रहा था तो पता ही नहीं चल रहा था कि उसने ब्रा पहनी भी हुई है या नहीं।

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फिर जब मैंने उसके बूब्स को सहलाया मसला तो वो पागल सी हो रही थी यह सब करते करते मैंने उसकी केफ्री का भी बटन खोल दिया और अब केफ्री को उसके घुटनों के नीचे तक कर दिया और फिर उसने अपनी केफ्री को भी उतार दिया। तब मैंने देखा कि उसने क्या मस्त शानदार पेंटी पहनी हुई थी वो भी ब्रा के साथ के उसी रंग और वैसी ही मुलायम भी थी। दोस्तों उसका बदन इतना गोरा था कि में क्या बताऊँ पहली बार मुझे एक पंजाबन गोरी के हुस्न को कदर देखने को मिला था वो मेरे सामने उस समय सिर्फ़ ब्रा और पेंटी में थी, 36 इंच के बड़े बड़े गोरे गोरे बूब्स और ऊपर से सेक्सी ब्रा, पेंटी में वो बिल्कुल कातिल लग रही थी।

फिर उसने मेरी टी-शर्ट और जींस को भी उतार दिया और मैंने उसके बदन को बहुत जमकर चाटा चूमा कुछ देर बाद उसने मुझे इशारा किया कि में उसको अब अपनी बाहों में उठा लूँ। अब उस आधी नंगी को मैंने अपनी बाहों में उठा लिया और उसको उसके बेडरूम की तरफ ले गया। उसके बाद मैंने उसको बेड पर लेटा दिया और में खुद भी उसके साथ ही साथ लेट गया। फिर उसके बाद हम दोनों ने एक बार फिर से स्मूच करना शुरू किया, तभी में उसके ऊपर लेट गया और अब हम एक दूसरे को पागलों की तरह चूम रहे थे। चूमते-चूमते मैंने अपना हाथ उसकी कमर में डालकर उसकी मुलायम ब्रा के हुक को खोल दिए और बहुत ही प्यार से उसकी ब्रा को उतार भी दिया, जिसकी वजह से उसके गोरे गोरे बूब्स मेरी आखों के सामने आ गए। फिर मैंने देखा कि उसके हल्के गुलाबी- भूरे रंग के निप्पल थे। मैंने उसके एक निप्पल को अपने मुहं में डालकर बहुत देर तक चूसा और दूसरे बूब्स को अपने एक हाथ से बहुत मसला जिसकी वजह से वो गरम होकर जोश में आकर सिसकियाँ लेने लगी। फिर ऐसे ही करते करते मैंने अपने एक हाथ को उसकी पेंटी के अंदर डाल दिया। तब मुझे महसूस हुआ कि वो नीचे से अपनी चुदाई के लिए पूरी तरह से तैयार हो चुकी थी, इसलिए मैंने उसकी थोड़ी सी अपनी ऊँगली से चुदाई करनी शुरू की और उसके बाद में बिल्कुल सीधा लेट गया और वो मेरे ऊपर आ गयी, जिसकी वजह से उसके बड़े आकार के बूब्स मेरे मुहं के पास आकर लटकने लगे और मैंने फिर से उन्हे दबाना शुरू किया।

अब उसने भी मुझे चूमना शुरू किया और वो नीचे की तरफ जाती हुई चूमती चली गयी। फिर कुछ देर मुझे चूमने के बाद उसने मेरे अंडरवियर को भी उतार दिया और अब उसने मेरे लंड को चूमने चाटना शुरू कर दिया। कुछ देर बाद उसने लंड को अपने मुहं में डालकर बहुत बार अंदर बाहर करते हुए चूसा उसके बाद मैंने उसको सीधा लेटा दिया और बहुत ही प्यार से उसकी पेंटी को उतार दिया और पेंटी को एक बार चूमकर एक साइड में रख दिया। उस समय वो मेरे सामने पूरी तरह नंगी थी। फिर मैंने अपने लंड को उसकी चूत के मुहं पर रखकर अंदर करना शुरू किया, पहले तो मैंने बड़े धीरे धीरे धक्के मारे और फिर एकदम से ज़ोर का एक झटका मारकर अपने पूरे सात इंच लंबे लंड को उसकी चूत के अंदर डाल दिया जिसकी वजह से उसके मुहं से एक बहुत तेज चीखने की आवाज़ निकली आहह ऊऊहह आईईइ। फिर मैंने उसी समय अपने होंठो से उसके होंठो को दबा लिया, जिसकी वजह से उसकी आवाज बाहर ना निकले और में अब लगातार हल्के धक्के देने लगा और फिर जब उसको मज़ा आना शुरू हुआ।

फिर उसने मुझसे कहा कि हाँ और ज़ोर से हाँ ऐसे ही ज़ोर से करो आह्ह्ह ऊफ्फ्फ आज तुम फाड़ दो मेरी इस चूत को, वो वैसे ही मेरा जोश बढ़ाती रही और में उसको धक्के देता चला गया। फिर करीब दस मिनट के बाद में झड़ गया और मैंने अपना सारा वीर्य उसकी चूत के अंदर ही निकाल दिया। उन धक्को के बीच वो दो बार झड़ चुकी थी और चेहरे से एकदम शांत संतुष्ट नजर आ रही थी। फिर हम दोनों थोड़ी देर तक वैसे ही नंगे एक दूसरे के साथ लिपटकर लेटे रहे और उस दिन हम दोनों ने दो बार सेक्स के मज़े किया, सबसे पहले उसने मेरे लंड को अपने मुहं में लेकर दोबारा खड़ा करके चुदाई के लिए तैयार किया और मैंने कुछ देर आराम करने के बाद उसकी जमकर चुदाई करना शुरू किया। उसने मेरा पूरा पूरा साथ दिया, जिसकी वजह से मेरा जोश पहले से ज्यादा बढ़ गया। मैंने उसको पहली चुदाई से भी ज्यादा तेज धक्के देकर करीब बीस मिनट से भी ज्यादा देर तक चोदा, जिसकी वजह से हम दोनों खुश हो गए में मन ही मन उसकी प्यासी चूत की चुदाई करके बड़ा प्रसन्न था और वो अपनी प्यासी चूत की आग को बुझाकर पूरी तरह से संतुष्ट थी। दोस्तों उसके बाद में शाम को उसके साथ गाड़ी में बैठकर ख़ुशी ख़ुशी अपने घर आ गया, लेकिन उसकी वो चुदाई पूरी रात मेरे सामने बार बार आती रही। दोस्तों हमारी उस पहली चुदाई के बाद भी हम दोनों ने वैसे ही अच्छे मौके का फायदा उठाकर करीब चार पांच बार मिले और बहुत जमकर चुदाई के वैसे ही मज़े किए, लेकिन अभी पिछले सप्ताह अब उसका अपने पति के साथ हमेशा के लिए ऑस्ट्रेलिया जाकर वहीं पर रहने का विचार बन गया, इसलिए वो अब अपने पति के साथ ऑस्ट्रेलिया चली गई, लेकिन वो जाते समय मुझसे वादा करके गयी है कि महीने या दो महीने में जब भी वो लुधियाना आएगी तब वो मुझसे ज़रूर मिलेगी और वो मेरे साथ सेक्स भी करेगी ।।



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