लड़का हो गया अपनी पुरानी स्कूल टीचर का दीवाना

हेलो दोस्तों मेरा नाम अरुण है और मैं २३ साल का हु. मेरा लुंड ६ इंच का है और किसी भी औरत को बड़ी ख़ुशी से संतुस्ट कर सकता है.

आज मैं आपको बताऊंगा की कैसे मैंने अपनी पुरानी स्कूल टीचर की खूब चुदाई की और खूब मज़े लिए. अब आप लोगो का ज़्यादा टाइम न लेते हुए सीधा स्टोरी शुरू करता हु. सभी मर्द लुंड हाथ में ले ले और औरते छूट में ऊँगली दाल ले. क्युकी मज़ा बहुत आने वाला है आप लोगो को.

कहानी आज से लगभग साल भर पहले शुरू हुई थी. एक दिन मैं यु ही अपने फ्लैट की बालकनी में खड़ा था जहा मैं अपनी फॅमिली के साथ रहता हु. तो मैंने देखा की सोसाइटी कंपाउंड मैं एक कार रुकी और उसमे से एक काफी सुन्दर औरत निकली.

जब मैं उन्हें देख रहा था तो मुझे उसकी शकल देखते ही याद आ गया की वो तो मेरी ११थ-१२थ क्लास की मैथ्स की टीचर नैना मैडम थी. उनके पास कुछ बैग्स भी थे. मम की उम्र लगभग ३५ साल थी और कमाल का गोरा बदन था उनका और सेक्सी फिगर था. फिर मैं नीचे गया उनके पास.

में: गुड मॉर्निंग मम.

मम: गुड मॉर्निंग आप कोण?

में: अरे मम मैं अरुण. याद नहीं आपको ११थ-१२थ में आप मेरी मैथ्स टीचर थी कक्ष पब्लिक स्कूल में?

मम: अरे अरुण! हां याद आया. कैसे हो बीटा?

में: ाचा हु मम आप यहाँ क्या कर रही हो इतने सामान के साथ?

मम: मैंने यहाँ फ्लैट लिया है. तुम यहाँ क्या कर रहे हो?

में: अरे मैं तो बचपन से यही रहता हु मम. कोण सा फ्लैट लिया है आपने? दीजिये सामान मैं आपकी हेल्प कर देता हु.

मम: अरे नहीं-नहीं अरुण इसकी ज़रुरत नहीं है. मैं कर लूंगी. और फ्लैट नंबर तो ३०१ है.

में: अरे मम आप कैसी बात कर रही है. मेरे होते हुए आप क्यों ३ मंज़िल इतना सामान लेके जायेंगे?

ये कह कर मैं सामान उठा लेता हु और मम के फ्लैट तक पहुंचने में हेल्प करता हु.

में: लीजिये मम आ गया सारा सामान. और बोलिये क्या काम है? अब तो आप मम के साथ पडोसी भी हो गयी है. मैं २०१ में रहता हु.

फिर मैं मम की थोड़ी सेटिंग में हेल्प कर देता हु और बाकी छोटी-मोती चीज़ो में भी.

मम: थैंक यू सो मच अरुण. बहुत हेल्प कर दी तुमने बिना कहे.

में: अरे मम इसमें थैंक यू किस बात का? ये तो मेरा फ़र्ज़ है. जो भी काम हो बस बिंदास बोल देना आप.

मम: हां बैठो तुम अब मैं २ मिनट में फ्रेश होक आयी.

में: ओके मम.

फिर मैं सोफे पे बैठ जाता हु. मैं थोड़ा थक भी गया था और मुझे हल्का पसीना भी आ रहा था. फिर मम थोड़ी देर में कोल्ड ड्रिंक लेके आती है मेरे लिए.

में: ारी मम इसकी क्या ज़रुरत थी?

मम: अरे पियो न. और बताओ चल रही है पढ़ाई और बाकी चीज़े.

में: मम मेरी पढ़ाई तो पूरी हो गयी है. अब डैड के साथ बिज़नेस में लग गया हु. आप बताओ आप कैसी हो? और आप अभी भी उसी स्कूल में पढ़ा रही हो या छोड़ दिया?

और सर कहा गए? वो कब तक आएंगे? और आपका बीटा जब हुआ था तब मैं ११थ में था.

मम: ओह ाचा गुड. नहीं अब स्कूल में नहीं पद्धति मैं घर में ही पद्धति हु और बाकी कोचिंग इंस्टिट्यूट में एक. बाकी बीटा तो अभी उसकी मौसी के साथ है. एक बार सब सेट कर लू सामान फिर उसको ले आउंगी. बाकी सर अब नहीं रहे.

में: ओह! ी ऍम सॉरी मम.

मम: आईटी’स ओके.

थोड़ा माहौल इमोशनल हो जाता है और हम दोनों चुप-चाप बैठे होते है कुछ मिनट. उसके बाद मम बोलती है-

मम: कोई बच्चे हो सोसाइटी के जिनको ट्यूशन चाहिए हो तो प्लीज मेरा नाम बता देना.

में: अरे मम आप टेंशन न लीजिये. मैं आपकी पूरी हेल्प कर दूंगा बच्चे इकट्ठे करने में.

मम: थैंक यू सो मच अरुण.

फिर मैं वह से चला जाता हु और हम नंबर एक्सचेंज कर लेते है.
मैं शाम को कुछ बच्चे इकट्ठे करता हु सोसाइटी के और मम को कॉल करता हु. मैं उनसे पूछता हु की क्या वो ट्रायल क्लास के लिए फ्री थी उसी वक़्त. और फिर बच्चे लेके मैं मम के घर पहुँच जाता हु.

मम काफी ख़ुशी से काफी ख़ुशी से अरे अरुण इतने सारे बच्चे एक-दम से कहा से ले आये तुम?

में: अरे मम बचपन से यही रह रहा हु. ये तो कुछ नहीं आप स्टार्ट कीजिये मैं और बच्चे ढूंढने की तरय करता हु. आप इनको आज पढ़ा दीजिये जो भी आप लोगो का ट्रायल का रहता है. फिर मैं इनकी मोठेर्स से बात करवा दूंगा आप फाइनल कर लेना.

मम: ओके अरुण थैंक यू सो मच.

ऐसे करके मैं मम के पास काफी बच्चे लगवा देता हु. क्युकी मम भी काफी अछि थे पढ़ने में तो बच्चो को भी ाचा समझ आ रहा था. इस वजह से मेरा और मम का काफी बार मिलना भी हो गया और काफी ट्रस्ट भी बिल्ड हो गया हमारे बीच.

अब यु ही कुछ मोनथस निकल गए. मम का बिज़नेस भी ाचा चल रहा था और वो उसको लेके काफी खुश थी. और हम दोनों की थोड़ी बाते भी होती रहती थे कभी कभार.

एक दिन मम की कॉल आयी दोपहर में.

मम: फ्री हो तुम?

में: मम अभी तो ऑफिस में हु. क्या हुआ कुछ काम था?

मम: नहीं-नहीं ऐसा कुछ ख़ास नहीं है. बस वो शॉपिंग जा रही थी तो सोचा तुम भी साथ चलोगे क्या?

में: जी मम चल लूँगा. बूत अभी नहीं जा पाउँगा. आप शाम को चल लीजिये मैं आ जाऊंगा.

मम: फिर शाम को ४ बजे चलते है.

में: ओके मम.

फिर मैं कार लेके शाम को ४ बजे मम को बुलाता हु. मम आती है और मम ने काफी सुन्दर ग्रीन साड़ी पहनी हुई होती है. और वो बहुत सुन्दर लग रही होती है. उनकी साड़ी उनके मस्त सेक्सी फिगर को कॉम्पलिमेंट कर रही होती है और उनका गोरा रंग मस्त चमक रहा होता है.

में: आइये मम बैठ जाइये.

मम: हां.

में: मम एक बात कहु?

मम: हां कहो न अरुण.

में: आज आप बहुत ब्यूटीफुल लग रही हो. ये कलर और डिज़ाइन बहुत सूट कर रहा है आप पर.

मम थोड़ा शरमाते हुए थैंक यू अरुण.

में: माय प्लेअसुरे मम. तो बताइये क्या-क्या लेना है आपको.

मम: वो थोड़े बेटे के लिए कपडे लेने थे और बाकी अपने लिए थोड़ा कॉस्मेटिक ेट्स.

में: ओके मम मुझे एक ाचा मॉल पता है. वह चलते है.

मम: ओके.
फिर हम मॉल पहुँचते है और शॉपिंग स्टार्ट करते है. पहले हम बच्चे के लिए कपडे ले लेते है कुछ और बाकी छोटी-मोती चीज़े. फिर हम मम की कॉस्मेटिक की शॉप पे जाते है. वो शॉप काफी बड़ी होती है और उसके पास काफी साड़ी चीज़े होती है लेडीज रिलेटेड.

फिर जैसे ही हम उस शॉप में घुसते है एक सलेसगिरल हमें असिस्ट करती है. वो हमें हस्बैंड वाइफ समझ लेती है.

सलेसगिरल: आइये सर-मम. वे गावे बेस्ट थिंग्स इन व्होले मॉल. कहिये आपको क्या दिखाऊ?

मम: मुझे कुछ कॉस्मेटिक चाहिए वो दिखा दीजिये.

फिर मम और सलेसगिरल अपने काम मैं लग जाते है और मैं साइड में खड़ा होता हु चुप चाप. थोड़ी देर में मम की कॉस्मेटिक की शॉपिंग पूरी होती है. फिर सलेसगिरल बाकि चीज़े पेश करने लगती है और मुझे भी इन्वॉल्व करने लगती है.

सलेसगिरल: मम हमारे पास बहुत अछि नई कलेक्शन आयी है ब्रा पंतय बिकिनी सब चीज़ की और ाचा डिस्काउंट भी चल रहा है.

मम: नहीं चाहिए मुझे बस यही चाहिए था.

सलेसगिरल: अरे मम एक बार देख तो लीजिये. सर एक बार देख तो लीजिये. काफी ब्यूटीफुल कोर्स भी है. बहुत अछि लगेगी मम उसमे.

और वो ये बोल के दिखाना स्टार्ट कर देती है. उन सब से मम थोड़ी शाय हो जाती है पर सलेसगिरल फुल चेप हो जाती है.

सलेसगिरल: सर देखिये कितना ाचा फैब्रिक है.

में: मम से पूछ लीजिये आप प्लीज. मुझे नहीं पता इन सब के बारे में.

सलेसगिरल थोड़ा नॉटी वे मैं धीरे से मुझे बोलती है सर आपके मतलब वाली भी है कहो तो दिखाऊ?

में: अरे नहीं-नहीं.

मम: नहीं हमें नहीं चाहिए.

वो मोमेंट थोड़ा ावक्वार्ड हो जाता है हम दोनों के लिए.

सलेसगिरल: अरे मम एक बार आप तरय करके तो देख लीजिये. काफी अछि कलेक्शन आयी हुई है प्लीज मम.

और फिर वो धीरे से बोलती है:

सलेसगिरल: मम प्लीज देख लीजिये. अगर आप लेंगी तो मुझे कमिशन मिल जायेगा और मुझे अभी थोड़े पैसो की ज़रुरत है. अगर अछि न लगे तो मत लेना कोई दिक्कत नहीं है.

फिर मम और मैं एक-दुसरे की तरफ देखते है. थोड़ा शाय फील कर रहे थे हम दोनों.

में( मम के कान मैं undefined मैं बाहर चला जाता हु आप देख लीजिये.

मम: अरे नहीं-नहीं अरुण तुम रुक जाओ. ऐसे तुम बाहर खड़े रहोगे तो मुझे ाचा नहीं लगेगा.

फिर सलेसगिरल बिकिनी ब्रा पंतय खूब दिखाना स्टार्ट करती है और उनके ऊपर लगी पिक्स से बता रही होती है की कितनी ओपन या क्लोज रहेगी ये पर्टिकुलर ब्रा पंतय. मुझे बड़ा मज़ा आ रहा होता है जब मम और सलेसगिरल ये सब बाते कर रही होती है और मम बता रही होती है अपने बूब्स और फिगर के बारे में.

पहले ही मम आज मुझे इतनी ब्यूटीफुल लग रही होती थी. और अब ये सब. इससे तो मुझे फीलिंग ही बन रही थी. वो सलेसगिरल मुझे भी दिखा रही होती है कभी-कभी.

फिर ऐसे ही करते-करते मम कुछ ब्रा और पंतय और बिकिनी ले लेती है. इससे सलेसगिरल काफी खुश हो जाती है और मम भी.

इसके आगे क्या हुआ वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा. स्टोरी पढ़ने के लिए थैंक यू.आपको मेरी स्टोरी कैसी लगी प्लीज कमेंट सेक्शन में ज़रूर बताये. और अगर आप नैना मम या मुझसे बात करना चाहते है तो हमें मेल कर सकते है. मेरी मेल ईद है:

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हमें आपकी मेल्स का इंतज़ार रहेगा.

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