Savita Bhabhi : Doctor Doctor

डॉक्टर ने अन्दर आकर सविता भाभी का फाडू हुस्न देखा तो एकदम बौरा गया.. वो सोचने लगा कि काश मैं भी इसके साथ जांच टेबल पर चढ़ पाता.. तो इसके गरम जिस्म से अपना जिस्म रगड़ कर ही झड़ जाता।

खैर.. डॉक्टर की बात मान कर सविता भाभी जांच टेबल पर लेट चुकी थीं.. जिससे उनकी चूचियां एकदम उभर कर दिखने लगीं।

डॉक्टर ने सविता भाभी के मुँह के पास अपनी उंगली ले जाते हुए कहा- मुँह खोलिए..

सविता भाभी ने अपना मुँह खोल दिया और डॉक्टर ने अपनी उंगली सविता भाभी के मुँह में घुसेड़ दी।

डॉक्टर सोचने लगा कि आह्ह.. इसकी जुबान की नमी मेरी उंगली को ही इतनी भली लग रही है.. तो मेरे लौड़े को कितना मजा देगी।

कुछ देर यूं ही सविता भाभी के मुँह को चैक करने के बाद डॉक्टर सोचने लगा कि अब आया इसकी मदमस्त चूचियों को दबाने का मौका.. कोशिश करके देखता हूँ क्या प्रतिक्रिया होती है।

अगले ही पल डॉक्टर ने स्टेथोस्कोप को सविता भाभी के चूचों के ऊपर रख दिया और उनकी धड़कन को चैक करने के बहाने मम्मों को दबाने लगा।

जैसे ही डॉक्टर ने सविता भाभी के मम्मों पर अपना आला लगाते हुए दबा कर जांच करनी शुरू की.. सविता भाभी को लगा कि ये डॉक्टर तो वास्तव में जांच के बहाने मेरी चूचियों से खेल रहा है। वे सोचने लगीं कि मैंने ब्रा उतार कर गलती कर दी।

उधर डॉक्टर चूचियों को दबा-दबा कर मजा ले रहा था.. तो सविता भाभी फिर सोचने लगीं कि इतना तो मेरी डॉक्टर श्वेता ने भी कभी नहीं दबा कर जांचा था.. जरूर ये कुछ गलत कर रहा है।

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दूसरी तरफ डॉक्टर आला के साथ अपनी हथेलियों को सविता भाभी के स्तनों पर स्पर्श कराते हुए मजा लेने की कोशिश करने लगा था।

अब डॉक्टर फुल मस्ती में आ गया था उसने सोचा कि कुछ और कोशिश करता हूँ।

‘भाभी जी.. इधर तो सब ठीक लग रहा है.. अब आप पेट के बल लेट जाइए, तो मैं आपकी पीठ की जांच भी कर लूँ।’

भाभी बिना कोई विरोध के उलट गईं।

जैसे ही सविता भाभी ने करवट ली, उनकी पैन्टी छोटे गाउन से दिखने लगी और उनके उठे हुए चूतड़ों ने डॉक्टर के लौड़े को तन्ना दिया।

डॉक्टर के दिमाग में खुराफात चलने लगी कि काश इन उभरे हुए चूतड़ों पर मैं अपना लौड़ा रगड़ पाता.. ये कितने मादक हैं।

अगले ही पल डॉक्टर बोला- भाभी जी अब मुझे आपका गाउन नीचे से थोड़ा ऊपर को करना होगा.. क्योंकि मुझे आपकी कमर के निचले हिस्से की जांच करनी है।

सविता भाभी सोच रही थीं कि ये मेरी पूरी पैन्टी देख कर ही मानेगा।

‘तो मैं आपका गाउन ऊपर खिसका रहा हूँ..’

भाभी सोचने लगीं कि हो सकता है ये एक डॉक्टर की हैसियत से ही मेरी जांच सामान्य रूप से ही कर रहा हो।

उधर डॉक्टर ने जैसे ही गाउन ऊपर किया.. भाभी के चूतड़ एकदम से खुल कर उसके सामने आ गए।

डॉक्टर का मन मचलने लगा कि वाह क्या गुदाज चूतड़ हैं.. काश मैं इनके बीच में अपना लण्ड फंसा कर अन्दर ठेल पाता।

वो बोला- भाभी जी अब मैं आपकी निचली कमर पर दवाब डाल रहा हूँ।

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जैसे ही डॉक्टर ने भाभी की कमर पर हाथ लगाया, उसका लौड़ा खड़ा होने लगा।

इधर सविता भाभी ने जैसे ही डॉक्टर की उंगलियां महसूस की, वे सोचने लगीं कि ये क्या.. इसकी उंगलियां तो मेरी पैन्टी के अन्दर जाने लगीं।

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