सविता भाभी का साक्षात्कार

मित्रो, यह कहानी विश्व प्रसिद्ध सविता भाभी के रंगीन जीवन से जुड़ी हुई एक रोचक घटना पर आधारित है.. आनन्द लीजिएगा।

एक दिन खाना खाते हुए सविता भाभी ने अपने पति अशोक से पूछा- क्या बात है अशोक, तुम कुछ परेशान से लग रहे हो?
‘हाँ.. आर्थिक मंदी के कारण मेरी कम्पनी में भी परेशानियां हैं और इसी के चलते मेरी नौकरी भी जा सकती है।

सविता भाभी कुछ परेशान होकर सोच में पड़ गईं।

अशोक- तुम्हारा क्या रहा.. तुम अपना हैल्थ चैकअप कराने गई थीं?
सविता भाभी मन में उस चैकअप के दौरान हुई घटना को सोचते हुए बोलीं- सब ठीक रहा।

जबकि उनके मन में चल रहा था कि ‘अब तुम्हें क्या बताऊँ अशोक… चैकअप और भी मजेदार हो सकता था।’

सविता भाभी गईं इंटरव्यू देने

खाने के दौरान सविता भाभी ने हैल्थ चैकअप के विषय को बदलते हुए कहा- अशोक, क्या मैं नौकरी करने की कोशिश करूँ? मेरी सहेली शालिनी कह रही थी कि उसके ऑफिस में एक जगह खाली है।

अशोक की मौन स्वीकृति को जान कर सविता भाभी ने फोन उठाते हुए बोला- मैं अभी शालिनी से बात करती हूँ।

शालिनी से बात करने के बाद सविता भाभी ने बताया- उसने मुझे दो दिन बाद मुझे अपने विवरण पत्र के साथ आने को कहा है।
अशोक- ओह्ह.. ठीक है।

दो दिन बाद:

सविता भाभी पूरी लगन से नौकरी के लिए इंटरव्यू के लिए तैयार होने लगीं।

वे अपने ड्रेसिंग टेबल के शीशे के सामने एक छोटी सी तौलिया पहने हुए अपने कामुक जिस्म को निहारते हुए सोच रही थीं कि इन्टरव्यू के लिए मुझे किस तरह की साड़ी ब्लाउज पहनना चाहिए।

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फिर उन्होंने सोचा कि गहरे गले का ब्लाउज नीली साड़ी पहनती हूँ क्योंकि इन्टरव्यू के समय मुझे सुन्दर दिखना चाहिए।

अभी सविता भाभी अपने अंडरगारमेंट्स पहन ही रही थीं, उन्होंने एक छोटी सी पैन्टी पहनी फिर अपने भरे हुए मम्मों पर ब्रा पहन रही थीं कि मनोज मालिश वाला आ गया.. जो सविता भाभी की चूत को बड़े ढंग से चोद चुका था।

भाभी ने जैसे ही उसको देखा तो बड़ी प्रसन्नता जाहिर करते हुए उससे कहा- तुम बिल्कुल सही समय पर आए हो मनोज.. जरा मेरी ब्रा के हुक को लगा देना।

मनोज भाभी को सजने संवरने में मदद करने लगा और जब सविता भाभी पूरी तैयार हो गईं तो मनोज ने सविता भाभी की सुन्दरता की तारीफ़ करते हुए कहा- भाभी जी, आप बहुत सुन्दर लग रही हैं.. आपको नौकरी जरूर मिल जाएगी।

सविता भाभी की सहेली

सविता भाभी एक ऑटो से शालिनी के ऑफिस पहुँच गईं और उधर पहुँच कर उन्होंने शालिनी को फोन लगाया- हैलो शालिनी.. मैं तुम्हारे ऑफिस के बाहर पहुँच गई हूँ.. हाँ ठीक है, मैं अन्दर आती हूँ..

सविता भाभी के मस्त कामुक जिस्म पर जिसकी भी नजर पड़ती.. वो एक पल के लिए उनकी तरफ ललचाई निगाहों से देखने लगता।

सविता भाभी ने बड़ी नफासत से शालिनी के ऑफिस में कदम रखा तो सामने शालिनी दिख गई।

‘हाय सविता.. यहाँ आ जाओ.. मैनेजर ज़रा फोन पर व्यस्त हैं.. बस अभी दस मिनट में उनसे मिलने चलते हैं।’

सविता भाभी अपनी सहेली शालिनी के साथ बैठ गईं और उन्होंने पूछा- शालू ये जगह काम के लिए सही है न?

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शालिनी- ये जगह एकदम सही है.. बस तुम्हारा व्यवहार खुला और दोस्ताना होना चाहिए.. तुम यहाँ से बहुत कुछ पा सकती हो।

तभी घन्टी बज उठी, जिस पर शालिनी ने कहा- चलो बॉस ने बुलाया है।

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