रूमेट का लंड चूसने की सेक्सी कहानी

आज वो दिन आ गया जब हमने एक साथ एक फ्लॅट कर लिया. हम चार लोग थे, और बंगलोरे में 2-भक फ्लॅट कर लिया था. मेरे साथ अरणाव, सौरभ और कार्तिक थे. एक रूम में सौरभ और कार्तिक रहने लगे, और दूसरे में मैं और अरणाव.

गुम चारो लगभग एक ही उमर के थे. अरणाव को मैं पसंद करने लगा था. अरणाव तोड़ा अग्रेसिव नेचर का था, और जल्दी गुस्सा हो जाता था. पर मुझे उसका गुस्सा पसंद आने लगा था. एक रात ग़लती से मेरा हाथ उसके लंड को चू गया. हम दोनो के बीच एक ऑक्वर्ड साइलेन्स छा गया.

उस रात को हम दोनो बेड पर लेट गये. उसने मेरी तरफ मूह किया, और सोने का नाटक किया. मैं भी उसके तरफ मूह करके सोने लगा. कुछ देर बाद मैने आँखें खोली, तो देखा अरणाव मुझे ही देख रहा था.

वो मुझे देख मुस्कुराया, और मैने भी स्माइल कर दी. हम दोनो तोड़ा करीब आए. फिर धीरे-धीरे हमारे होंठ मिल गये. मेरा लंड एक झटके में खड़ा हो गया. हमारे होंठ एक-दूसरे को बड़े प्यार से चूस रहे थे. एक छ्होटी पर याद-गार किस के बाद, उसने अपने हाथ मेरे चेहरे पर फिराए.

फिर धीरे-धीरे नीचे चेस्ट पर ले गया. वाहा से मेरे पेट पर घूमने लगा, और हल्के हाथो से उसने मेरे लंड पर अपना हाथ रख दिया. एक हल्की सी सिसकारी मेरे मूह सी आह निकल गयी. मैं शरमाया और अपनी आँखें बंद कर ली. उसने फिर मेरे लंड को ज़ोर से दबाया. अब उसके हाथ में मेरा लंड था.

फिर उसने अपनी पकड़ ढीली की, और मैने अपनी आखें खोली. अरणाव मेरे और करीब आया, और उसने मेरे शॉर्ट्स में हाथ डाल दिया. उन दीनो मैं कभी रात को अंडरवेर नही पहनता था. तो सीधा उसका हाथ मेरे लंड पर चला गया. वो और नीचे टच करने लगा. मुझे मज़ा आ रहा था.

मैने अपने दोनो पैर फैला दिए. उसने एक हाथ से मेरे टट्टो यानी बॉल्स को पकड़ लिया, और दबाया. मैं दर्द में आह करने लगा. वो मुझे दर्द में देख कर मज़े ले रहा था. उसने अपना हाथ और नीचे मेरी गांद की च्छेद पर रख दिया. अब मुझे दर्र लगने लगा.

उसने एक उंगली मेरी गांद के च्छेद पर रख दी, उर प्रेस करके अंदर डालने की कोशिश की. पर वो ऐसे जेया नही रही थी.

फिर अरणाव ने मुझसे कहा: मारने दे ना मेरी जान.

मैने माना किया. उसने मुझे मानने की कोशिश की, पर मेरी हिम्मत नही हो रही थी. उसने मेरी तरफ पीठ की, और सो गया. मुझे पता था वो गुस्से में था. पर कही ना कही मैं भी उसके साथ सेक्स करना चाहता था.

फिर मैने उससे कहा: नाराज़ है क्या? ऐसा मत कर ना. बात कर ना मुझसे.

अरणाव: बात मत कर मुझसे तू.

मैं: प्लीज़ यार, नाराज़ मत हो. सुन ना, सुन तो.

जब वो मेरे मानने से नही माना, तो मैने उसको कहा-

मैं: अछा ठीक है, तू जैसा बोलेगा मैं करूँगा.

सच में मैने उसका हाथ अपने शॉर्ट्स के अंदर डाल दिया. जब मैने ऐसा किया तब ही अरणाव को यकीन हुआ की मैं सच बोल रहा था. उसने मेरे लंड को पकड़ा और कहा-

अरणाव: मर्डारचोड़, पहले मान जाता तो अब तक तेरी गांद मार लेता.

वैसे तो मैं गाली देता नही, और मुझे गाली पसंद भी नही. पर अरणाव के मूह से मुझे गाली सुनना अछा लगता है.

अरणाव: सन जानेमन, कपड़े निकाल दे.

मैं: तुम ही खोल दो सब.

ये सुनते ही उसने मेरी त-शर्ट और शॉर्ट्स उतार दिए. मैं कुछ ही पॅलो में उसके सामने नंगा हो गया. उसने अपनी त-शर्ट और शॉर्ट्स उतार दी. अब वो सिर्फ़ ब्रीफ्स में था. उसने मुझे लिटाया और मेरे उपर चढ़ गया.

अरणाव: सेयेल, मतलब हर रात को तू अंदर कुछ नही पहनता है? मैं शर्मा गया: नही.

अरणाव: तो आज के बाद तू कभी चड्डी नही पहनेगा. बहनचोड़. समझा मेरी रंडी?

मैं: हा समझा.

उसने मेरे बालों को पकड़ कर खींचा और मेरे होंठो पर होंठ रख दिए. मेरे होंठो को कस्स कर चूसना शुरू किया. फिर मेरे गले को काटा और चूसा. उसके बाद मेरी चेस्ट पर उसने अपनी जीभ से चाटना शुरू किया.

वो एक हाथ से मेरे बूब्स दबाने लगा. दबाना क्या, ये कहो मसालने लगा. मुझे दर्द होने लगा. उसने मेरे निपल्स को मूह में लिया, और काटना, और चबाना शुरू किया. मेरे मूह से चीख निकल गयी. उसने सब कुछ रोक कर एक ज़ोरदार थप्पड़ मुझे गाल पर मारा और कहा-

अरणाव: चुप बैठ रंडी साली. अगर मूह से आवाज़ निकली, तो मूह में लंड घुसा दूँगा.

ये कह के उसने मुझे उल्टा कर दिया. फिर उसने अपने दोनो हाथो से मेरी गांद को दबाया, और छानते मारने शुरू कर दिए. मेरे मूह से वापस चीख निकल गयी.

अरणाव: तू ऐसे नही मानेगा. चल उठ.

फिर उसने मुझे घुटनो के बाल बिताया. उसके बाद वो मेरे सामने आके खड़ा हो गया.

अरणाव: चल, निकाल मेरे लंड को बाहर.

मैने उसकी चड्डी ज़रा सी नीचे कर दी. और उसका लंड निकाल कर हिलने लगा. उसने गाल पर फिर एक बार छाँटा मारा.

अरणाव: आबे लॉड, हिलता क्या है. चल मूह खोल, और लॉलिपोप की तरह चूस इसको.

मुझे लंड चूसना बहुत अछा लगता है. मैने झट से उसका लंड मूह में लिया, और चूसने लगा. मैने करीब 5-6 मिनिट लंड चूसा. फिर मैं तक गया.

अरणाव कहा इतनी जल्दी मुझे छ्चोढने वाला था. उसने मेरे सर को पकड़ा और उसका लंड बड़ी बहरहमी से मेरे मूह में पेल दिया. फिर उसने ज़ोर-ज़ोर से शॉट्स लगाने शुरू किए.

हर एक बार वो अपना पूरा लंड मेरे गले तक डालता. मुझे अपने गले में दर्द महसूस हुआ, क्यूंकी उसका लंड मेरे गले को ज़ोर से टच हो रहा था. उसने 10-15 मिंटो तक मेरे मूह की चुदाई की. फिर जैसे ही उसने मुझे छ्चोढा मैं तो बेड पर गिर गया.

अरणाव: सेयेल हरामी रांड़. इतने में ही तक गया. जब गांद मारूँगा क्या होगा तेरा?

मैं हस्स दिया.

अरणाव: और अब इसकी रोज़ आदत डाल दे. कल से तो ब्रेकफास्ट में मेरा ही पानी पिलौँगा तुझे.

उसके बाद उसी रात कुछ देर बाद मेरी चुदाई जाम के हुई.

अगर आपको ये पार्ट पसंद आया हो, तो बताए कॉमेंट्स में. मैं अपनी चुदाई की आयेज की कहानी बतौँगा. और ऐसे ही बहुत सारे एक्सपीरियेन्सस शेर करूँगा. अभी तो सौरभ और कार्तिक ने भी मेरी चुदाई कैसे की. अरणाव ने मुझे कब-कब और कहा-कहा पेला. ये बात बतानी बाकी है. अरणाव ने मुझे अपनी पर्सनल रंडी, और बीवी बना के खूब छोड़ा. पीज़ वेट फॉर पार्ट 2.

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