राशन के लिए चूत की चुदाई

तो दोस्तों चलते है मेरी चुदाई की कहानी पर. रात भर कोठी पर साहब से छुड़वाने के बाद मैं बहुत तक गयी थी. मेरे पेट में, कमर में, और घुटनो में बहुत दर्द था. घुटनो पर च्चिलने के निशान भी बन गये थे. मेरी ड्रेस भी फटत चुकी थी, और खराब भी हो गयी थी.

साहब ने मुझे एक सारी ला कर दी पहनने के लिए. वो पहन कर मैं सबसे पहले घर गयी पापा को देखने. घर जेया कर देखा तो पापा उठ गये थे. उन्होने मेरी हालत देख कर पूछा-

पापा: क्या हुआ, ऐसे ताकि हुई लग रही हो? लंगदाते हुए चल रही हो?

तो मैने कहा: कुछ नही, गिर गयी थी, ईसीए ड्रेस भी खराब हो गयी, तो बदल कर आई हू.

पापा को शायद पता चल गया था. फिर मैने पापा को पूछा, और उनका डाइपर चेंज किया, नाश्ता कराया, और फिर मम्मी के पास हॉस्पिटल में चली गयी. वहाँ गयी तो मम्मी मुझे देख कर रोने लगी. मैं मम्मी के पास गयी, और पूछा-

मैं: क्या हुआ मम्मी?

मम्मी रोते हुए बोली: माफ़ कर दो रीनू. मेरी वजह से तुम्हे ये सब मारना पद रहा है शादी से पहले ही. माफ़ कर दे मुझे.

मैने कहा: ऐसा क्यूँ बोल रही हो मम्मी? कुछ नही हुआ है. सब ठीक हो जाएगा. मैं आपके इलाज के लिए पैसे लौंगी मम्मी.

फिर मैं और मम्मी साथ घर आ गये. तभी मम्मी ने राशन की दुकान से समान लेने को बोला. मैं समान लेने गयी. मैने उनसे समान माँगा, और सब समान देने के बाद उन्होने पैसे माँगे.

तब मैं बोली: पैसे तो नही है, चाहो तो और कुछ दे सकती हू.

मैने सोचा जब साहब से चूड़ना ही था रोज़, तो इससे भी चुड लूँगी, फ्री में राशन तो मिल जाएगा.

तो उन्होने कहा: ठीक है, आ जाना रात को, और सब करके सुबा समान ले जाना.

मैने कहा: समान डेडॉ अभी, मैं रात को आ जौंगी.

तो उसने कहा: साली पिछली बार नखरे किए थे तूने. आज तुझे पूरी रात पेलुँगा. तभी समान दूँगा.

तो मैं वापस आ गयी घर और फिर काम पर गयी. आज कॉंट्रॅक्टर साहब नही थे, इसलिए कुछ हुआ तो नही. पर सब मुझे गंदी नज़र से देख रहे थे. मज़दूर मुझे च्चेड़ रहे थे. एक तो मेरे पास आके पूच भी लिया, कितना लेगी रांड़ एक रात का.

मैने कहा: मैं वैसे नही हू.

और उससे छ्छूटने लगी, तो उसने मुझे दबोच लिया और कहा: साली कॉंट्रॅक्टर से तो चुड्ती हो मा बेटी. मेरे से चुड लो. पैसे दूँगा मैं.

मैं कुछ बोली नही, और वहाँ से भाग कर निकल आई. शाम को घर आने के बाद खाना खाया, और फिर राशन वाले के यहाँ जाने के लिए तैयार होने लगी. पापा के सोने के बाद मैं राशन वाले के पास चली गयी.

जैसे ही मैं उसके घर पर गयी, और दरवाजा खटखटाया. उसने दरवाज़ा खोला और मुझे देखने लगा और बोला-

राशन वाला: साली आ गयी रांड़, आज कितने भी नखरे कर ले, तू चूड़ेगी ही.

फिर उसने मुझे अंदर खींच लिया, और दरवाज़ा लगा दिया. मुझे वहीं दरवाज़े पे दबोच लिया, और मेरे बाल खोल दिए. फिर वो मुझे पागलों की तरह किस करने लगा. मेरे बूब्स उपर से दबाने लगा. मेरे मुझे भूखे कुत्तों की तरह काटने लगा चूमने लगा.

10 मिनिट तक मुझे वहीं दरवाज़े पे दबोच कर चूम-काट रहा था. उसके बाद उसने किस तोड़ी, और मेरी सारी का पल्लू नीचे खींच दिया. मेरी सारी खुल गयी. मैं बस ब्लाउस और पेटिकोट में थी. उसने मुझे पास खींचा, और कमर में हाथ डाल के भींचने लगा.

फिर मेरे ब्लाउस के हुक्स खोल कर मेरे बूब्स चूसने लगा, काटने लगा. मेरे मूह से ह ह उम्म्म की सिसकारियाँ निकालने लगी. उसके बाद उसने मुझे उठाया, और अंदर बेड पर ले गया, और बेड पर फेंक दिया. फिर मेरे उपर चढ़ गया. मेरे बूब्स चूसने लगा, और काटने लगा.

फिर वो मेरे पेट पर काटने लगा, और नीचे जेया कर मेरे पेटिकोट को उपर उठाया कमर तक. उसने मेरी पनटी निकाल दी, और मेरी छूट चाटने लगा, और दांतो से काटने लगा. मैं ब्सस्सस्स अहह उफफफफफ्फ़ छातो और छातो अहह ऐसे सिसकारियाँ लेने लगी. उसके मूह को मैं छूट में दबाने लगी.

कुछ देर बाद मेरी बॉडी सिकुड़ने लगी, और मैं बोली: आह सेठ जी, छातो, और ज़ोर से छातो. मेरा होने वाला है. ऐसे कहते हुए उनको अंदर दबाने लगी. फिर अचानक मेरी छूट से पानी का फव्वारा निकला. वो पूरा सेठ पी गया.

उसके बाद उसने अपना लंड मेरे मूह में डाल दिया, और मेरा मूह छोड़ने लगा. मेरे मूह से गप्प गप्प की आवाज़ आने लगी. 5 मिनिट बाद उसने लंड निकाला, और फिर मुझे किस करने लगा. उसने मेरी टाँगें अपने कंधे पर रख दी, और अपना लंड सीधा मेरे छूट में घुसा दिया.

मैं चिल्लाई: आह आ सेठ हरामी, एक बार में ही डाल दिया. ह मॅर गयी रे. आराम से छोड़ सेयेल.

तभी उसने मुझे एक थप्पड़ मारा और बोला: साली रांड़, पहले से चूड़ी हुई है. फिर भी नखरे दिखा रही है. ले साली!

और वो और ज़ोर-ज़ोर से लंड अंदर बाहर करने लगा.

मैं: आह आह सेठ आराम से ना सेयेल. वो मुझे छोड़ते हुए मेरे बूब्स को काटने लगा, दबाने लगा. मुझे मज़ा आ रहा था. पर में फिर भी आ आहह आराम से सेठ आह, ऐसे चिल्ला रही थी. 20 मिनिट बाद वो रुक गया, और फिर मुझे उल्टा करके घोड़ी बना दिया.

फिर पीछे से मेरी लेने लगा और मेरे बाल खींचने लगा. मैं अभी घुटनो पर खड़ी हुई चुड रही थी, और बस आह आह सेठ आहह आराम से, जान निकाल दोगे क्या मेरी आह, ऐसे ही करने लगी.

तभी वो बोला: साली मुझे पता था तू रांड़ है तेरी मा की तरह. तेरी मा भी बाप के आक्सिडेंट के बाद से घर चलाने के लिए कितनो से चुड रही है. रंडी बन गयी है साली.

फिर मैं बोली: हू रांड़, तू बनाएगा अपनी रखैल मुझे बोल? रोज़ मज़े दूँगी तुझे, पर बदले में मुझे राशन के साथ पैसे भी चाहिए.

और ऐसे कहते-कहते ही वो मुझे ज़ोर-ज़ोर से छोड़ रहा था.

ऐसे ही उसने रात भर में 3 बार मुझे छोड़ा, और सुबा मैं महीने भर का राशन और 10000 लेकर घर आ गयी. उसके बाद नहा कर काम करके काम पर चली गयी. फिर वहाँ क्या हुआ, कैसे कॉंट्रॅक्टर साहब ने मुझे सब के सामने पेला, ये अगले पार्ट में बतौँगी. स्टोरी अची लगे तो रिप्लाइ करना गाबोत्तों600@गमाल.कॉम पर.

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