पैसे के लिए ससुर और उनके दोस्तों की रंडी बन गयी

अब मैं अपनी स्टोरी पर आती हू. एक दिन मैने अपने हज़्बेंड से पैसे माँगे तो हज़्बेंड बोले, “इतने पैसे का क्या करोगी? कहा से दूँगा इतना पैसे?”

बहुत सी बातें उन्होने मुझे सुना दी. अब मैं उनसे नाराज़ रहने लगी, और अपने लिए पैसे वाला आदमी ढूँढने लगी. मार्केट भी जाती तो डीप ब्लाउस और सारी पहन कर जाती.

कुछ दीनो पहले की बात है. हमारे घर में एक ही लंडलिने फोन था. एक कनेक्षन उसका बाहर हॉल में था, और एक ससुर जी के रूम में था. सुबा 10 बजे फोन की रिंग आने लगी. मैं बहुत कम फोन उठती थी, क्यूंकी मेरे पास अपना फोन था तो. एक बार फोन की रिंग होने के बाद कट गया.

अब दूसरी बार रिंग होने लगी तो मैने फोन उठा लिया. तभी ससुर जी ने भी फोन उठा लिया था. उनके फ्रेंड गोपाल जी का कॉल था.

गोपाल: रमेश क्या हाल है तेरे?

ससुर जी: एक-दूं मस्त, यार तू सुना.

गोपाल: तेरे तो मस्त ही होंगे.

ससुर जी: क्यूँ ऐसा बोल रहा है?

गोपाल: सेयेल तूने बताया नही तेरे घर में भी एक-दूं सेक्सी माल है.

ससुर जी: यार ये क्या बोल रहा है तू? कोई भी तो नही है.

गोपाल: तेरी बहू जो है, साली बहुत दिन से सेक्सी बन कर आ रही है मार्केट में.

ससुर जी: यार वो तो अभी नादान है. तू बता हमारी निशा रंडी कैसी है? आज आ रहा हू तेरे घर उसको छोड़ने.

गोपाल: मेरी बहू को छोड़ रहा है, और अपनी वाली को च्छूपा रहा है सेयेल.

मैं उन दोनो की बात सुन कर हैरान हो गयी.

ससुर जी: यार रुक तो जेया, तुझे तो पता है एक बार जो मेरे लंड को पसंद आ गयी, उसको छोड़े बिना नही रह सकता हू.

गोपाल: सेयेल पता है तू कितना हरामी है. फिर क्या सोचा अपनी बहू के बारे में?,

ससुर जी: बस जल्दी ही हमारी रंडी बनेगी. बेटे को बाहर भेज रहा हू.

गोपाल: जो करना है जल्दी कर. मुझे लग रहा है कही और ना पहले छुड़वा ले.

ससुर जी: आज दिन का प्लान तो बनाया है. देखता हू काम आज ही हो जाए.

गोपाल: यार साली को पैसा, ज़ेवर, कपड़े कुछ भी देने पद जाए सब देंगे. बस साली की छूट पर अपना लंड होना चाहिए. तूने नाम नही बताया हमारी नयी रंडी का.

ससुर जी: पूजा रंडी.

अब दोनो हासणे लग गये. फिर शाम को मिलने का बोल कर कॉल कट कर दिया.

अब मैं अपने रूम में आ गयी, और सोचने लगी जब घर में ही सब मिल रहा था, तो बाहर जेया कर कोई फ़ायदा नही था. फिर मैं बातरूम गयी, आचे से नहा कर बाहर आई, और एक ट्रॅन्स्परेंट निघट्य पहन ली. निघट्य के अंदर छ्होटी ब्रा पहनी ताकि मेरे बूब्स ज़्यादा बाहर निकले.

अब 11:30 बजे मैं किचन में आ गयी, और लंच बनाने लगी. और ससुर जी के बारे में सोचने लगी. तभी मुझे एहसास हुआ, की कोई मेरी गांद को सहला रहा था. मैं कुछ नही बोली. इससे ससुर जी की हिम्मत और बढ़ गयी.

ससुर जी ने अब मुझे कमर से पकड़ लिया. मैं अंजान बनने का नाटक करते हुए बोली-

मैं: छ्चोढो, मुझे आप से कोई बात नही करनी है. (फिर मैं उनको हज़्बेंड समझ कर बोलने लगी) जब तक आप मुझे 50000 नही दोगे, तब तक आपको हाथ भी लगाने नही दूँगी.

ससुर जी सब सुन रहे थे. अब उनके हाथ ब्रा फाड़ कर बाहर निकालने को तैयार बूब्स पर आ गये.

मैं बोली: चले जाओ यहा से. मुझे ससुर जी के लिए खाना बनाना है.

ससुर जी अब बोल पड़े: पूजा रानी, अब मुझे खाना नही तेरे से कुछ और चाहिए.

मैं नाटक करते हुए उनसे डोर हुई और बोली: ससुर जी, ये क्या कर रहे हो? मैं आपकी बहू हू. ये सब करना ग़लत है.

अब ससुर जी बोले: जो तुझे चाहिए सब मैं दे दूँगा. तू टेन्षन मत ले, बस अपने ससुर की आज आग भुजा दे.

मैं किचन से बाहर आ गयी, और अपने रूम के अंदर चली गयी. ससुर जी भी मेरे पीछे आ गये. आते ही फिर उन्होने मुझे पकड़ लिया और मुझे बोले-

ससुर जी: रानी बना दूँगा तुझे. मुझे खुश कर दे.

और अपनी जेब से 500-500 के बहुत सारे नोट निकाल कर मेरी ब्रा में डाल दिए.

मुझे जो चाहिए था, मिल रहा था, तो मैने भी अब अपनी निघट्य उतार दी, और मैं ब्रा पनटी में हो गयी.

अब ससुर जी मुझे किस करने लग गये. उन्होने मुझे बूब्स तक किस किए. अब मेरे बूब्स ब्रा से आज़ाद कर दिए.

मैने भी ससुर जी के पाजामा के उपर से उनके लंड पर हाथ रख दिया. मुझे महसूस हुआ ससुर जी का लंड लंबा और मोटा था.

ससुर जी ने मेरा हाथ पकड़ कर अपने पाजामा के अंदर कर दिया. सच में उनका लंड मोटा और लंबा था. और मेरे हाथ में नही आ रहा था.

मैने ससुर जी का पाजामा और अंडरवेर दोनो नीचे कर दिए, और खुद नीचे बैठ कर ससुर जी का लंड मूह में ले कर चूसने लगी.

ससुर जी भी मेरे लंड चूसने को देख कर मस्ती से सिसकारियाँ लेने लग गये.

ससुर जी: वाह साली रंडी, क्या मस्त लंड चूस रही है. ऐसा तो आज तक किसी ने मेरा लंड नही चूसा होगा.

15 मिनिट बाद ससुर जी मेरे मूह में झाड़ गये. मैं उनका सारा पानी पी गयी, और लंड चाट कर सॉफ कर दिया. अब हम डन पुर नंगे थे.

ससुर जी ने अब मुझे अपनी गोदी में उठा लिया, और अपने रूम में ले गये मुझे, और बेड पर सुला दिया. फिर वो मेरी छूट को चाटने लग गये.

मैं ससुर जी को बोली: मुझे भी मेरा लॉलिपोप और चूसना है.

तो ससुर जी 69 पोज़िशन में आ गये. अब उनका लंड मेरे गले तक अंदर जेया रहा था, और ससुर जी मेरी छूट के अंदर अपनी जीभ डाल रहे थे.

थोड़े टाइम बाद मैं भी झाड़ गयी. ससुर जी ने मेरी छूट चाट कर सॉफ कर दी. ससुर जी का लंड भी पूरा खड़ा हो गया था.

अब ससुर जी ने मेरी टाँगो को फैला दिया, और छूट पर लंड सेट किया, और एक ज़ोर का झटका मारा. लंड एक ही बार में छूट को फाड़ता हुआ अंदर चला गया. मेरी थोड़ी सी चीख निकल गयी. अब ससुर जी मुझे बेरेहमी से छोड़ने लग गये और बोल रहे थे-

ससुर जी: रंडी साली, तू बहुत लंड ली है. तेरी छूट से पता चलता है.

मैं भी बोल दी: आपके बेटे में वो दूं ही नही है. तो मैं क्या कर सकती थी?

मेरी बातें सुन कर ससुर जी और तेज़ छोड़ने लग गये. थोड़ी देर बाद मैं फिर झाड़ गयी. पर ससुर जी मुझे छोड़े ही जेया रहे थे. 30 मिनिट की चुदाई के बाद ससुर जी ने अपना लंड छूट से निकाला, और मेरे मूह में डाल दिया. उनके लंड से पिचकारी निकालने लगी, जो मेरे गले से अंदर तक चली गयी.

मैं उनका सारा पानी पी गयी, और आचे से लंड को सॉफ कर दी. अब ससुर जी का लंड सोए हुए बच्चे की तरह लग रहा था. मैं अब ससुर जी के साथ नंगी सो गयी, और उनके सोए हुए लंड से खेल रही थी.

ससुर जी बोले: साली पहले ही बोल देती तू चुदाई के लिए, तो इतना नही तड़पना पड़ता. और बाहर जेया कर रंडी नही छोड़ता.

मैं बोली: आपने भी तो कभी नही बोला.

हम दोनो हासणे लग पड़े, और अब फिर ससुर जी का लंड खड़ा हो गया. मैने लंड मूह में ले कर चूसा.

ससुर जी फिर मेरी छूट पर आ गये, तो मैने ससुर जी को बोला-

मैं: अब क्या पूरी फाड़ दोगे अपनी रंडी की छूट? गांद भी है आपकी रंडी के पास.

ससुर बोले: मुझे लगा तूने गांद नही मरवाई होगी.

मैं झट से घोड़ी बन गयी, और ससुर जी के सामने अपनी गांद कर दी. ससुर जी ने भी मेरी गांद पर थूक लगाई, और लंड गांद में घुसा दिया.

मैने शुरू से ही बहुत गांद मरवाई थी, तो ज़्यादा प्राब्लम नही हुई. आराम से पूरा लंड अंदर चला गया. अब ससुर जी मेरी गांद को छोड़ने के साथ गांद पर थप्पड़ भी मार रहे थे.

काफ़ी देर छोड़ने के बाद ससुर जी मेरी गांद में ही झाड़ गये. उनके लंड का पानी मेरी गांद से निकल रहा था. फिर मैने उनका लंड चाट कर सॉफ कर दिया, और दोनो नंगे एक-दूसरे के साथ चिपक कर सो गये.

कैसी लगी मेरी स्टोरी मुझे मैल करके बताना

नेक्स्ट स्टोरी में बतौँगी, की कैसे मैने ससुर जी और उनके 2 दोस्तों के साथ एक साथ चुदाई की.

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