साहिल और मैं एक ही ऑफीस में काम करते थे. वो दिखने में हॅंडसम और जिम बिल्ट था. तीखे नैन-नक्श होने की वजह से लड़कियाँ आसानी से पट्ट जाती थी उससे. जिस दिन से वो ऑफीस में आया था, उसको देख के लंड में हलचल होने लगती थी. पर मैं जान-बूझ कर दूरी बनाए रखता था.
काई महीने बीट जाने के बाद एक बार जब सॅलरी आई, उस दिन उसने पूछा: क्या दोस्त, बियर पिलाएगा?
मैं मॅन ही मॅन तो खुश हुआ, पर उपर से पूछा: क्यूँ, तुझे सॅलरी नही मिली क्या?
उसने कहा: ऐसा नही है, बुत में चाहता हू की तू मुझे बियर पिलाए.
मैने थोड़ी इधर-उधर की बातें करने के बाद कहा: ठीक है चलो.
और फिर हम बार में बैठ गये. दो-दो बियर पीने के बाद वो अपनी गर्लफ्रेंड्स की चुदाई के किससे बताने लगा. उसकी बातें सुन के मेरी धड़कने तेज़ होने लगी थी. फिर कुछ देर बाद हम घर चले गये.
मैं उस वक़्त पुणे में अकेला ही रहता था. अगले दिन बातों-बातों में मैने साहिल को बताया की क्या वो मेरे घर बैठ कर दारू पीना पसंद करेगा. क्यूंकी बार में ज़्यादा पैसे लगते है. वो रेडी हो गया, और फिर शाम को ऑफीस के बाद हम दोनो मेरे घर आ गये. साथ में हम विस्की का एक खंबा लेके आए थे.
हमने कुछ ग़ज़ल लगाई, और पेग बना के पीने लगे. मैने देखा ग़ज़ल सुन के उसको नशा जल्दी चढ़ रहा था. मेरा दिल धड़कने लगा. मैं उसका हाथ अपने हाथ में लेके फील करने लगा. फिर उसकी बाइसेप्स को च्छुआ, और उसकी तारीफ कर दी.
वो आँखें बंद करके शराब और ग़ज़ल के मज़े लेता रहा, और मैं उसके जिस्म को यहा-वाहा छूटा रहा. फिर मैने उसको कहा-
मैं: लाओ तुम्हारा सर दबा डू. मसाज कर डू.
इसी बहाने मैने उसको उपर से नीचे तक चू कर फील कर लिया. कुछ घंटो के बाद वो घर चला गया, और मैं उसको याद करके मूठ मारने लगा, और पानी गिरा के सो गया.
अगले दिन जान-बूझ कर मैने उसको कुछ नही कहा. उसके अगले दिन फ्राइडे नाइट होने की वजह से उसने ही सामने से पूछा-
साहिल: पीने बैठे?.
मैं रेडी हो गया, और फिर जेया पहुचे मेरे घर. मैने सोच रहा था आज कुछ हरकत करूँगा, देखता हू उसका रिक्षन. जब एक-दो पेग अंदर गये, तो मैने लॅपटॉप पर पॉर्न मोविए लगा दी. वो देखता रहा और मैं उसके लंड को पंत के अंदर ताँता हुआ देखता रहा. मैने देखा उसका लंड पूरा टाइट हो चुका था, और वो उसको सहला रहा था.
मैं उसका हाथ हटा के खुद सहलाने लगा. उसने कुछ नही कहा. मैं काफ़ी देर तक सहलाता रहा. वो दारू के सिप्स लेते रहा, और मोविए देखता रहा. मुझे उसके लंड की हरकत सॉफ महसूस हो रही थी. मैने धीरे से उसकी ज़िप खोलने की कोशिश की, और उसने कुछ नही कहा.
मैने फिर ज़िप खोल के पंत के बटन खोल दिए, और अंडरवेर में तनने हुए लंड को देख कर सहलाता रहा. उसने मेरा हाथ पकड़ के अपनी अंडरवेर के अंदर डालने का इशारा किया. यही तो मैं चाहता था. मैने अंदर हाथ डाला, और उसका लंबा और मोटा लंड अपने हाथ में ले लिया.
वाक़ई काफ़ी मोटा था. कुछ देर सहलाने के बाद उसने मेरे सर को धीरे से धक्का दिया अपने लंड की तरफ. मैं इशारा समझ गया और मैने लंड को चूमना शुरू कर दिया. धीरे से लंड की नोक पर अपनी जीभ फेरी, और मूह में लेने लग. आख़िर गले तक लेने बाद मैने महसूस किया वो मेरी बॉडी को अपने हाथो से सहला रहा था.
मैने ज़ोर-ज़ोर से लंड चूसना शुरू कर दिया. आओ अजीब आवाज़े निकाल रहा था, और मेरे सर को अपने लंड पे धकेल रहा था. मैं जितना हो सके अंदर तक गले तक लेने की कोशिश कर रहा था. थोड़ी देर में वो मेरा मूह छोड़ने लगा, और फिर एक सिहरन के साथ उसने अपने लंड का गरमा-गरम माल मेरे मूह में गिरा दिया, और मैं लंड मूह से बाहर निकाल कर बातरूम में चला गया फ्रेश होने.
जब मैं बातरूम से बाहर आया तो वो एक और पेग बना चुका था, और एक दूसरी पॉर्न देखने लगा था. मैं भी उसके पास बैठ के देखने लगा. हम दोनो ने एक-दूसरे की तरफ नही देखा, ना कोई बात की. कुछ देर बाद मैने महसूस किया उसका लंड फिरसे टाइट हो रहा था. मैं मॅन ही मॅन खुश होने लगा. मैने इस बार डाइरेक्ट पूच लिया-
मैं: गांद मारोगे?
उसने आँख मारी और मुझे अपने करीब कर लिया. मैने फिर उसका लंड चूसना शुरू कर दिया.
उसने कहा: कॉंडम है?
मैं उठा और कॉंडम लेके आया. उसने कॉंडम पहना और मुझे उल्टा लिटा के पीछे से थूक लगाया मेरी गांद पे, और अंदर डालने की कोशिश करने लगा. मेरी गांद का होल कुछ टाइट होने की वजह से ठीक से जेया नही रहा था.
उसने कहा: रिलॅक्स कर.
मैने लंबी साँस ली, और होने वाले दर्द का सामना करने लगा. कुछ देर कोशिश के बाद उसने एक झटके से अपने लंड का मोटा सूपड़ा मेरी टाइट गांद में डाल दिया. मैं दर्द से बिलबिला उठा. सोचा उसको धक्का देके हटा डू, पर मैने किसी तरह सहन किया.
कुछ देर बाद वो अपना लंड अंदर-बाहर कर रहा था, और मेरा दर्द काफ़ी कम चुका था. मैने राहत महसूस की, और मैं उसके लंड के मज़े लेने गया. कुछ देर बाद उसने मुझे पीठ के बाल लेटने का इशारा किया, और सामने से मेरी टांगे उठा के मेरी गांद मारने लगा. इस बार मुझे उसकी आँखों में देखने का मौका मिला, और वो आँख मारता रहा मुझे.
फिर उसने कहा: चल मेरा गिरने वाला है. कहा लेगा पानी?
मैने उसके सामने मूह खोल दिया. उसने फिर लंड गांद से निकाला, उसपे से कॉंडम हटाया, और मेरे मूह को छोड़ने लगा. कुछ देर में उसका गरमा-गरम पानी मेरे गले तक उतरता चला गया.
उसके बाद हम दोनो ने साथ में शवर लिया, और वो अपने घर चला गया. उसके बाद काई मौकों पर हमने ये सब किया, पर कभी इस बारे में बात नही की.
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