ऑफीस में रंडी बनके चूत और गांद चुदाई

ठिंकू: अर्रे ये क्या, तुम तो उसे छोड़ रहे हो.

बॉस: तुम्हे दिख नही रहा है, मैं अपनी शॉप की स्टाफ के साथ एंजाय (चुदाई) कर रहा था,

ठिंकू: तो ठीक है, मैं भी इसे छोड़ दूँगा.

बॉस: तो जल्दी से अपने कपड़े उतरो, और एंजाय करो. बस इतना ख़याल रखना, की कोई ज़बरदस्ती मत करना इसके साथ. क्यूंकी ये मेरी पर्सनल है.

तभी एक और लड़के की आवाज़ आई ( रिंकू).

रिंकू: रूको, मैं भी हू यहा, मैं भी इसको छोड़ूँगा.

बॉस: तू कैसे आया?

रिंकू: जैसे ठिंकू आया वैसे मैं भी तुम्हारे पीछे-पीछे आ गया बस.

वो तीनो आपस में बातें कर रहे थे. मैं अभी बेड पर ही थी. मैं अपने कपड़े पहन रही थी तो बॉस बोले-

बॉस: पिंकी तुम कपड़े मत पहनो. ये दोनों तुम्हारे कपड़े उतार देंगे, इसलिए तुम नंगी ही रहो. ये अपना काम करके चले जाएँगे, ठीक है?

बॉस के मूह से ये सब सुन कर मैं चुप थी. मुझे इतना तो मालूम हो गया था, की मैं नौकरी के चक्कर में फ़ासस गयी थी. और अभी कुछ बोलूँगी तो मेरी नौकरी चली जाएगी. इसलिए मैं उनके साथ चुदाई के लिए तैयार हो गयी थी. और फिर बॉस वाहा से चले गये. अब मैं और वो दोनो थे.

फिर उन दोनो ने अपने कपड़े उतार दिए, और नंगे हो गये. वो मेरी टाराग बढ़े. एक रिघ्त साइड से, और एक लेफ्ट की साइड से. दोनो ने अपने एक हाथ से मेरे बूब्स को पकड़ा, और दूसरे हाथ से मेरी छूट पर हाथ फेरने लगे.

रिंकू रिघ्त साइड था, वो अपने एक हाथ से मेरे रिघ्त बूब्स को दबाने लगा, और निपल अपने मूह में लेकर चूसने लगा. और दूसरे हाथ से मेरी छूट की रिघ्त साइड और मेरी रिघ्त जाँघ ( थाइ) पर हाथ फेरने लगा.

ठिंकू लेफ्ट साइड था. वो भी अपने हाथ से मेरे बूब्स को दबा रहा था, और मेरे निपल अपने मूह में लेकर चूस रहा था, और नीचे मेरी छूट की लेफ्ट साइड और लेफ्ट जाँघ पर हाथ फेर रहा था. मैं उन दोनो का लंड अपने दोनो हाथो में पकड़ कर हिला रही थी.

मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. इस तरह सेक्स एंजाय करते हुए और उन दोनो के ऐसे करने से मुझे और ज़्यादा ही मज़ा आ रहा था.

रिंकू: देखो ठिंकू, इसके बूब्स कितने कड़क हो गये है, और छूट भी गीली हो कर पानी छ्चोढ़ रही है.

ठिंकू: इसका मतलब इसकी छूट हम दोनो के लंड से चूड़ने के लिए अब तैयार हो गयी है.

रिंकू: लेकिन पहले हम इसके होंठो का मज़ा लेंगे. उसके बाद इसकी छूट को अपने लंड का मज़ा देंगे हम.

और फिर उन दोनों ने मुझे घुटनो के बाल बिता दिया, और दोनो ने मेरे मूह के आयेज अपने लंड कर दिए और बोले दोनो का लंड एक साथ चूसो. फिर मैं भी बड़े मज़े से उन दोनो के लंड के टोपे पर अपनी जीभ फेरने लगी. वो दोनो अपने मूह से हल्की सी आह ह करने लगे.

मुझे मज़ा बहुत आ रहा था दोनो का लंड चूसने में, क्यूंकी इससे पहले कभी मैने दो लंड एक साथ नही चूज़ थे. अब लंड बहुत गरम हो चुके थे. मुझे मेरे होंठो पर एहसास हो रहा था की लंड अब रेडी थे मेरी छूट में जाने के लिए.

वैसे ठिंकू का लंड बड़ा था रिंकू के लंड से. करीब 7.5 इंच का था, और रिंकू का करीब 6 इंच का था. फिर वो दोनो मुझे बेड पर ले गये और सीधा लिटा दिया. उसके बाद एक मेरे बूब्स की तरफ आ गया और दूसरा मेरी छूट की तरफ. मेरी टाँगे फैला कर अपना सर मेरी छूट पर रख दिया और अपनी जीभ से मेरी छूट को चाटने लगा.

और दूसरा मेरे बूब्स के बीच में अपना लंड रख कर रगड़ने लगा. मुझे अछा लग रहा था दोनो के साथ. फिर हमने पोज़िशन चेंज की. ठिंकू मेरी छूट चाटने लगा. रिंकू मेरे बूब्स दबाने लगा. करीब 10 मिनिट तक दोनों ने मेरे साथ ऐसे ही किया. एक ने मेरी छूट छाती, दूसरे ने बूब्स दबाए, और लंड रगड़ा.

रिंकू: ठिंकू पहले तुम छोड़ो, क्यूंकी पहले तुम आए थे इसलिए पहले तुम्हारी बारी.

ठिंकू: नही हम दोनों ने अब तक जो भी किया, एक साथ किया. इसलिए इसकी चुदाई भी हम एक साथ ही करेंगे.

पिंकी: ओह बाप रे, ये क्या बोल रहे हो?

और फिर ठिंकू बेड पर सीधा लेट गया. मैं उसके उपर लेती उसका लंड अपनी छूट में लेकर (काउ गर्ल की पोज़िशन में). फिर रिंकू मेरे पीछे मेरी गांद में अपना लंड डालने लगा. गांद बहुत तंग थी, तो उसने पहले मेरी गांद पर थूक लगाया, और फिर अपने लंड के टोपे पर. उसके बाद उसने आहिस्ते-आहिस्ते करके अपना लंड मेरी गांद में घुसा दिया.

मुझे ऐसा लग रहा था, की किसी ने गरम सालिया मेरी गांद में डाल दिया हो. मेरी छूट में तो आराम से लंड जेया रहा था. लेकिन गांद में दर्द हो रहा था. पर रिंकू कहा सुनने वाला था. उसने तो मेरी गांद मारनी शुरू कर दी, और नीचे से ठिंकू मेरी छूट छोड़ रहा था.

पिंकी: ह ह ह ह ओह उफफफफफ्फ़ अहह ह आह ऑश उफ़फ्फ़ रिंकू प्लीज़ मुझे दर्द हो रहा है मेरी गांद में, प्लीज़ धीरे-धीरे करो.

क्यूंकी मेरे ना बोलने से वो रुकने वाला तो था नही, इसलिए मैने बोला ज़रा धीरे-धीरे से करो.

रिंकू: पिंकी रूको, थोड़ी देर में तुमको मज़ा आने लगेगा. गांद तुम्हारी थोड़ी तंग है, इसलिए तुम्हे दर्द हो रहा है. थोड़ी देर बाद तुम खुद बोलॉगी और ज़ोर से छोड़ने को.

और बिल्कुल ऐसे ही हुआ. थोड़ी देर में मुझे छूट में भी मज़ा आने लगा, और गांद में भी मज़ा आने लगा. तो मैं दोनो को बोलने लगी-

पिंकी: मुझे छोड़ो, मुझे छोड़ो, बहुत मज़ा आ रहा है.

फिर दोनो ने पोज़िशन चेंज कर ली. अब रिंकू कुर्सी पर बैठ गया और मैं उसके उपर उसका लंड अपनी छूट में लेकर बैठ गयी. और पीछे से ( चलो ठिंकू अब तुम मेरी गांद में अपना लंड डालो. शरमाओ मत, अब मेरी गांद में लंड डालने की तुम्हारी बारी है).

और फिर ठिंकू ने मेरी गांद में लंड डाला. अब मुझे उन दोनो के साथ मज़ा आ रहा था इस पोज़िशन में. ठिंकू साथ मेरे बूब्स भी दबा रहा था, मेरी गांद मारते वक़्त. और मेरे मूह से आ आ उफ़फ्फ़ की सिसकियाँ निकल रही थी. मैने पहली बार दो लंड एक साथ लिए थे, और पहली बार में ही मुझे इतना मज़ा आ रहा था की बता नही सकती.

रिंकू मेरे निपल को अपने दांतो से ज़ोर-ज़ोर से काट रहा था. इससे मुझे दर्द भी हो रहा था, और मज़ा भी आ रहा था. ऐसे ही उन दोनो ने मुझे 10 मिनिट तक ऐसे ही छोड़ा.

नेक्स्ट पोज़िशन में मुझे बेड पर सीधी लिटा दिया, और मेरा सर बेड के कॉर्नर की तरफ उल्टा कर दिया.

फिर रिंकू उस तरफ खड़ा हो कर मेरे मूह में अपना लंड डाल कर मेरे मूह को छोड़ने लगा. ठिंकू ने बेड पर घुटनो के बाल बैठ कर मेरी टांगे अपने कंधे पर रख ली, और अपना लंड सीधा मेरी छूट में घुसा कर मुझे छोड़ने लगा.

अब एक मेरी छूट को छोड़ रहा था, और दूसरा मेरे मूह को. अब तो मैं आहह ह आह आह भी नही कर सकती थी. लेकिन मज़ा बहुत आ रहा था ऐसे भी चुदाई का.

ठिंकू: पिंकी तुम्हारी छूट बहुत रस्स भारी है. मेरा दिल करता ही नही की मैं लंड तुम्हारी छूट से बाहर निकालु. क्यूंकी मुझे बहुत मज़ा आ रहा है तुम्हारी छूट छोड़ने में.

रिंकू: हा ठिंकू, इस पिंकी की छूट और बूब्स सब मस्त है. जी करता है बस इसके साथ सेक्स एंजाय करते रहे. ये बहुत सेक्सी लड़की है.

उन दोनो की ये बातें सुन कर मैं और गरम हो रही थी. क्यूंकी मुझे पहली बार इतने मस्त लंड मिले थे, वो भी दो-दो. मेरा दिल ही नही भरा था. इस तरह चुदाई में बहुत मज़ा आया, और फिर नेक्स्ट पोज़िशन.

इस पोज़िशन में ठिंकू सीधा लेता, और मैं उसके मूह पर बैठ गयी. फिर मैं अपनी छूट को उसके मूह पर रगड़ने लगी. और रिंकू मेरे मूह को छोड़ने लगा. क्यूंकी अब मूह को छोड़ने की बारी उसकी थी. अब तो मेरा मूह दुखने आया था छुड़वा-छुड़वा कर. पर मेरा मॅन और कर रहा था छुड़वाने के लिए.

थोड़ी देर बाद दोनो ने अपना-अपना लंड मेरे मूह से और छूट से बाहर निकाला, और मुझसे कहा की मैं अब बेड पर घोड़ी बन जौ. क्यूंकी अब क्लाइमॅक्स होने वाला था. अब दोनो झड़ने वाले थे.

मैने बहुत सारी पॉर्न मूवीस देखी थी. लेकिन कभी सोचा नही था जैसे पॉर्न पिक्चर में चुदाई होती है वैसे मेरी चुदाई कभी होगी. और मैने ये भी कभी नही सोचा था की मुझे दो लंड से छुड़वाने में इतना मज़ा आएगा.

फिर जैसे ही मैं घोड़ी बनी, रिंकू मेरे पीछे आ कर एक झटके से अपना लंड मेरी छूट में घुसा कर घपा-घाप झटके मारने लगा. 4 से 5 झटके मारे और उसने मेरी छूट के अंदर अपने लंड की गरम-गरम पिचकारी छ्चोढ़ दी. फिर 5 से 10 सेकेंड्स तक अपना लंड मेरी छूट में दबा कर रखा. जब उसने लंड बाहर निकाला, तो मेरी छूट से उसके लंड का माल तपाक रहा था.

अब ठिंकू की बारी थी. उसने मेरी छूट से माल सॉफ किए बिना ही अपना लंड मेरी छूट में घुसा दिया, और वैसे ही झटके मारने लगा मेरी छूट के अंदर. उसने भी 4 से 5 झटके मारे, और मेरी छूट के अंदर ही अपना गरम-गरम माल छ्चोढ़ दिया. फिर अपना लंड मेरी छूट के अंदर थोड़ी देर के लिए दबा के रखा, ताकि पूरा माल अंदर जेया सके.

लास्ट में हम सब एक साथ फ्रेश हो कर अपने-अपने घर चले गये. मैने घर आ कर 2 दिन रेस्ट किया. मैं काम पर नही गयी, क्यूंकी मेरी छूट में और गांद में दर्द था.

तो दोस्तों मेरी ये कहानी कैसी लगी, प्लीज़ मुझे कॉमेंट करना. मैं थोड़ी बिज़ी हो गयी थी, इसलिए कहानी लिख नही पाई. अभी लगातार कहानी लिखती रहूंगी. इस कहानी का नेक्स्ट पार्ट जल्दी ही आएगा.

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