वो जैसे ही शर्ट टाँग के मेरे करीब आई, मैने उसके हाथ उपर करके उसकी त-शर्ट उतार दी. वो अपने हाथो से अपने दूध च्छुपाने की नाकाम कोशिश करने लगी. लेकिन उसके बूब्स बहुत बड़े थे. उसके रूम की लाइट्स तो ऑफ थी, लेकिन उसमे इस तरह की विंडोस थी की बंद होने के बाद भी सूरज की रोशनी अंदर आ रही थी.
उसे शरम आने लगी, और उसने खिड़की पे लगा परदा बंद कर दिया. फिर जैसे ही वो मेरे मेरे पास आई, मैने फिरसे उसे दीवार के सहारे लगा दिया. उसकी गर्दन पे किस्सिंग फिरसे स्टार्ट कर दी, और धीरे से उसके हाथ उसके बूब्स पे से हटा दिए.
उसके सफेद और बड़े-बड़े बूब्स उपर से कड़क निपल्स देख के मैं मदहोश होने लगा. पहले मैने उसके दूध ज़ोर से दबाए, तो वो झटपटा गयी और बोली-
उर्मिला: रॉनित धीरे.
अब मैं गर्दन से होते हुए पहले उसकी क्लीवेज और फिर उसके दूध को चूमने लगा. उसके दूध को किस्सिंग करने से जैसे उसे पता नही क्या हो गया. उसने अपनी आँखें बंद कर ली. वो आहह एसस्स रॉनित कह कर मेरे मूह को अपने दूध पर दबाने लगी. थोड़ी देर ऐसे ही उसके दूध चूसने के बाद जब मैने देखा की अब वो पूरी तरह मेरी हो चुकी थी. तो मैने धीरे से उसे सोफे पे बैठा दिया.
अब मैने नीचे से उसकी कपरी उतार दी. उसने अंदर पनटी नही पहनी थी. उसकी छूट अब मेरे सामने थी. परदा लग जाने के कारण रोशनी अब पहले जितनी नही थी. फिर भी मैं उसकी छूट देख पा रहा था.
उसकी छूट एक-दूं क्लीन थी मानो अभी थोड़ी देर पहले ही सॉफ की हो. छूट एक-दूं टाइट लग रही थी. पता ही नही चल रहा था की वो 1 बच्चे की मा थी. लेकिन उसकी छूट गीली हो चुकी थी. मैने धीरे से उसकी छूट को सहलाना चालू किया. मेरी उंगलियाँ लगते ही उसकी सिसकारियाँ निकालने लगी.
उर्मिला: उफफफ्फ़ आह रॉनित फक मे बेबी.
फिर मैं ज़मीन पे बैठ गया और उसके पैर खोल के मैने अपनी ज़ुबान उसकी छूट पे लगा दी. मुझे छूट चाटने में बहुत मज़ा आता है. मेरी ज़ुबान लगते ही वो तो मानो पागल सी हो गयी. मैने अपनी ज़ुबान से उसकी छूट को छाता. फिर ज़ुबान से ही उसकी क्लाइटॉरिस को चाटने लगा. उसकी छूट से अलग ही टेस्ट आ रहा था.
उसकी छूट से उसके पानी की अजीब सी महक आ रही थी. मुझे उसका नशा सा चढ़ने लगा. मैं पुर जोश से उसकी चटाई करने लगा. वो मज़े ले-ले के छूट चाटने लगी. वो उहह ह रॉनित अब डाल दो कहने लगी.
पर मैं कहा मानने वाला था. मैं तो उसे पूरा तरसा-तरसा के छोड़ने वाला था. उसकी बात को उनसुना करते हुए उसे अपनी ज़ुबान और उंगलियों से छोड़ने लगा. मैं उसकी छूट में जैसे खो गया था. थोड़ी ही देर में उसका पूरा पानी निकल गया.
वो बोली: मेरा निकाल दिया तुमने.
मैने कहा: अभी तो स्टार्टिंग है.
फिर वो एक टवल ले आई और अपनी छूट को सॉफ करने लगी. अभी तक मैने अपनी जीन्स नही उतरी थी. अब मैं सोफे पे बैठ गया, और मैने अपनी जीन्स और अंडरवेर उतारते हुए कहा-
मैं: चलो आ जाओ. अब तुम्हारी बारी है.
वो बोली: नही मुझे मूह में लेना अछा नही लगता.
तो मैने कहा: फिर कहा लॉगी?
उसने अपनी छूट की तरफ इशारा करते हुए कहा: इसमे!
मेरा लंड देख के उसकी आँखों में एक अलग ही चमक आ गयी थी. उसने तोड़ा सा थूक लेके अपनी छूट पे लगाया, और मेरे लंड पे थूक लगा के उसे अपने हाथो में पकड़ लिया. अब वो मुझे सोफे से उठा के अपने बेड पर ले गयी.
अब मैने उसके पैर फैला दिए, और उसके उपर आ गया. मेरा लंड मैने उसकी छूट पे सेट किया और अंदर डालने लगा. उसकी छूट टाइट थी, इसीलिए लंड धीरे-धीरे अंदर जाने लगा. उसे मज़ा आने लगा, और धीरे-धीरे मैने अपना लंड पूरा उसकी छूट में उतार दिया.
मुझे उसकी छूट की गर्मी अपने लंड पे महसूस होने लगी. अब मैने धीरे-धीरे उसे छोड़ना चालू किया.
उर्मिला: आह एस, और ज़ोर से करो जान. छोड़ो मुझे. फक मे. अहह मॅर गयी अहह.
मैं चुप-छाप उसकी चुदाई का मज़ा लेने लगा. उसे छोड़ने में ग़ज़ब का मज़ा आ रहा था. मेरा लंड भी अब अपनी स्पीड पकड़ चुका था. उसकी आवाज़ से पता चल रहा था की शॉट्स सही जगह पे लग रहे थे.
काफ़ी देर उसे मिशनरी में छोड़ने के बाद मैने सोचा अब पोज़िशन बदलनी चाहिए. तो मैं बेड के कोने पर खड़ा हो गया, और मैने उसके पैर अपने शोल्डर्स पे रख दिए. फिर धीरे से लंड अंदर डाला, और 1 बार फिर मैं उसकी चुदाई करने लगा. ऐसा करने से लंड ज़्यादा गहराई में जाने लगा. लेकिन ये पोज़िशन उसे थोड़ी अनकंफर्टबल लग रही थी शायद.
तो उसने मुझे रोका और बोली: ऐसे दर्द हो रहा है.
तो मैने कहा: चलो घोड़ी बन जाओ.
वो तो पत्नी की तरह मेरा हुकुम मानते हुए झट से घोड़ी बन गयी. धीरे से मैने पीछे से अपना लंड उसकी छूट में उतारने की कोशिश की. ग़लती से मेरा लंड उसकी गांद की तरफ चला गया.
वो चीख पड़ी: वाहा नही रॉनित.
मैने भी मस्ती में कहा: आ जाओ, तुम्हारी गांद की वर्जिनिटी तोड़ डू.
वो बोली: नही, इतना बड़ा उसमे डालोगे तो मॅर जौंगी.
फिर उसने खुद धीरे से मेरा लंड अपनी छूट पे सेट किया, और एक बार फिर हम ख्वाबों की दुनिया की सैर करने निकल पड़े. अब मैं घोड़ी बना के उसे छोड़ने लगा. हम दोनो हवस में पूरी तरह डूब चुके थे. अब मैं उसे झटके मारने लगा.
वो उहह ह जान एस, और तेज़ छोड़ो मुझे कह के चुदाई का पूरा आनंद ले रही थी. मैं भी पुर जोश में उसे छोड़ने लगा. फिर मुझे लगा अब शायद मेरा निकालने वाला था. तो मैं रुक गया.
वो बोली: क्या हुआ जानू? रुक क्यूँ गये?
मैने कहा: अब मेरा निकालने वाला है उर्मिला.
उर्मिला: ठीक है, तो क्या मैं आपके उपर आ जौ?
मैने कहा: ठीक है, आ जाओ.
अब मैं पीठ के बाल लेट गया, और वो मेरे लंड पे आके बैठ गयी. ब्रेक देने की वजह से मैं थोड़ी देर और छोड़ सकता था. अब वो मेरे लंड पे उछाल-उछाल कर चुड रही थी. उसके नंगा जिस्म और बड़े-बड़े बूब्स देख के मुझे यकीन नही हो रहा था की हम चुदाई कर रहे थे.
फिर मैने उसे कहा: अब मैं ज़्यादा नही रोक पौँगा. तुम निकाल लो अपना.
उसने कहा: ठीक है.
वो मेरे लंड को अपनी स्पीड से लेके अपना निकालने लगी. थोड़ी देर में वो तेज़ आवाज़ के साथ झाड़ गयी. फिर वो मेरे उपर आके मुझे गले लगा के रुक गयी.
वो बोली: मेरा तो निकल गया.
मैने कहा: मेरा भी निकालने वाला है. तोड़ा उपर नीचे होके लेलो. निकल जाएगा.
फिर वो कॉवगिरल पोज़िशन में लंड से छुड़वाने लगी. कुछ ही देर में मेरा भी निकालने वाला था.
मैने कहा: हटो जान, मेरा निकालने वाला है.
वो बोली: कोई बात नही जान. अंदर ही डाल दो. मैं टॅबलेट खा लूँगी.
फिर मैने उसकी छूट में ही अपना पानी निकाल दिया.
ये लंबी चुदाई करके हम दोनो तक चुके थे. हम दोनो थोड़ी देर तक ऐसे ही बेड पे नंगे एक-दूसरे की बाहों में पड़े रहे. चुदाई करते वक़्त हमे पता ही नही चला की रूम बहुत ठंडा हो चुका था. उसने रिमोट से एसी ऑफ किया, और जाके कपड़े पहनने लगी. हम दोनो को पता ही नही चला की चुदाई करते-करते काफ़ी टाइम हो चुका था.
उसने कहा: आप शवर ले लो. मैं आप के खाने के लिए कुछ बना देती हू.
मैने कहा: नही, खाना नही. साथ में नहाएँगे.
फिर हम दोनो ने साथ में शवर लिया. हम दोनो बहुत खुश थे. नहाते टाइम उसने मुझे बताया की उसके पति उसे छोड़ते ही नही है. उसने मुझे थॅंक्स कहा और कहा आज से तुम ही मेरे पति हो.
मुझे समझ नही आ रहा था की मैं उसे क्या काहु. मैने कुछ नही कहा और उसे टाइट हग कर दिया. फिर मैं कपड़े पहन के वाहा से चला गया.
उसके बाद हमने खुल के काई बार सेक्स किया. उर्मिला मुझसे सॅचा प्यार करती है. पर मैं अपनी वाइफ से बहुत प्यार करता हू. लेकिन मैं उसका दिल नही तोड़ना चाहता हू, इसलिए मैने उसे कभी सेक्स के लिए माना नही किया.
मैने सोचा था की शादी के बाद किसी पराई औरत के साथ सेक्स नही करूँगा. लेकिन उर्मिला के साथ मैं खुद को रोक नही पाया. क्या मैने सही किया? या मुझे उर्मिला को माना कर देना चाहिए?
आपको मेरी स्टोरी कैसी लगी, प्लीज़ मुझे होर्णयपलायबॉ82@गमाल.कॉम पर मैल करके ज़रूर बताए की आपको मेरी स्टोरी कैसी लगी?
हमेशा की तरह मुझे आपके मेल्स का इंतेज़ार रहेगा. सिर्फ़ आप सब ही हो जिससे मैं अपने दिल के गहरे राज़ शेर करता हू.
क्या आपको लगता है मुझे उर्मिला से रीलेशन रखना चाहिए. या फिर मुझे उससे डोर हो जाना चाहिए. मैं उसे हर्ट नही करना चाहता. प्लीज़ मुझे अपने मेल्स में सजेशन्स दीजिए.