ऑफीस की खूबसूरत लड़की की चुदाई की कहानी

ही दोस्तों, मेरा नाम रोकके है. और मैं बिहार का रहने वाला हू. पर काफ़ी सालों से बाहर रह कर पढ़ाई और जॉब की है, तो मेरी पर्सनॅलिटी बिल्कुल अलग दिखती है. मैं आपको बता डू, की इस साइट का मैं पिछले 8 साल से डेली रीडर रहा हू. अब मैं आपको बोर ना करते हुए सीधे कहानी पर आता हू.

तो बात आज से दो साल पहले की है, जब मैं देल्ही एक इंटरव्यू देने गया था. तो वाहा पर करीब 15 लोग थे, जो इंटरव्यू देने आए थे. जिनमे हम 8 मेल्स और 7 फीमेल्स थे.

पहले तो हमे आपस में ही नही पता था की कों-कों था, जो इंटरव्यू देने आया था. बुत जब धीरे-धीरे सब के नंबर आने लगे, तो पता चलता गया. मेरा नंबर 10त था. तो मैं अपने नंबर का वेट करने लगा. तभी एंट्री हुई इस कहानी की आक्ट्रेस की. उसने मुझसे अपने फॉर्म पर साइन करने के लिए पेन माँगा था.

शी: एक्सक्यूस मे!

मे: एस.

शी: क्या आप मुझे 1 सेकेंड के लिए अपना पेन दे सकते है? मैं सुबह जल्दी में थी, तो घर पर साइन करना भूल गयी. अभी याद आया.

उसका नंबर मेरे जस्ट बाद में था. तो मैने उसे पेन दिया, और उसने थॅंक्स कहा. फिर इतने में मेरा कॉल आ गया की आपको अंदर बुलाया है.

मैं अंदर गया और इंटरव्यू देके बाहर आया. मेरा इंटरव्यू काफ़ी अछा गया था. फिर मैं बाहर आ कर उसकी वेट करने लगा.

अब उसके बारे में बता डू. उस दिन उसने ब्लू जीन्स और वाइट शर्ट पहनी हुई थी, जिसमे उसके बूब्स एक-दूं कड़क लग रहे थे. मॅन तो कर रहा था की मैं ही उसका इंटरव्यू लेलू. और जीन्स थी एक-दूं फिटिंग में थी, जिसमे से उसकी गांद बाहर निकल कर आने को बेताब थी.

जब वो बाहर आई, तो तोड़ा बेचैन थी. मैने बात करने की कोशिश की तो पता चला की इंटरव्यू लेने वाला तोड़ा खड़ूस था, और पता नही उसे जॉब मिलेगी की नही.

फिर बातों ही बातों में हम दोनो पास में ही कॉफी पीने चले गये. वाहा मैने उसे दिलासा दिलाया की वो चिंता ना करे, वेकेन्सी है तो जॉब मिल जाएगी.

फिर थोड़ी देर बाद हम घर आ गये. घर आते ही मैने उसे सोच कर पहले मूठ मारी. फिर सोचने लगा की क्या उससे फिरसे मुलाक़ात होगी या नही. फिर ऐसे ही दो दिन निकल गये, और इंटरव्यू का रिज़ल्ट आ गया. दो दिन बाद जाय्निंग थी. मैं सोच रहा था की क्या उसका सेलेक्षन हुआ होगा या नही.

बुत किस्मत को अब मेरे लिए कुछ और ही मंज़ूर था. क्यूंकी उसका भी सेलेक्षन हो गया था. सभी लोगों में हम ही थे, जो एक-दूसरे से तोड़ा घुले-मिले थे. बाकी सब नये और अंजान थे. तो मुझे इसी का फ़ायदा हुआ. फिर धीरे-धीरे हम दोनो की बातें फोन पर, फिर अडल्ट बातें, और फिर गफ़ या ब्फ तक बातें पहुँच गयी.

फिर एक दिन मैने उसे वीडियो कॉल की रात को 9 बजे. उसे पता नही था तो उसने पता नही कैसे कॉल पिक कर ली. उस समय वो नहाने जेया रही थी, तो सिर्फ़ तौलिया (टवल) लपेटा हुआ था. मुझे वो कॅमरा से थोड़ी सी दिखी, और उसकी आवाज़ आई-

वो: बस थोड़ी देर में आती हू.

फिर मैने एक-दो मिनिट कॉल चालू रखी, और अपने 6 इंच लंबे और 3 इंच मोटे लंड को सहलाने लगा. क्यूंकी किस्मत आज बहुत कुछ देने वाली थी. फिर जब वो 5 मिनिट से उपर हुए, तो मैने कॉल कट कर दी, और खुद नहाने चला गया.

फिर जब मैं नहा कर आया तो उसकी वीडियो कॉल आई. उस समय मैं सिर्फ़ टवल में था, और उधर वो निघट्य में थी. तो हमारी ऐसे ही बातें होनी शुरू हुई. फिर मैने उसे निघट्य खिसकने का इशारा किया. वो समझ गयी, बुत उसने पहले मुझे कहा की मैं अपना लोड्‍ा दिखौ.

मैं तो इसके लिए तैयार था. मैने तुरंत अपना टवल खोल दिया, और मेरा झूमता हुआ लंड बाहर आ गया. उसकी आँखें एक-दूं से फटी रह गयी, और उसकी जीभ उसके होंठो पर चलने लगी. मैने उसे पूछा-

मैं: निशा, क्या हुआ?

उसका नामे निशा था. तो उसने कहा-

निशा: हाए राम, इतना बड़ा लंड है तुम्हारा.

इतना सुन कर मैं समझ गया था, की ये चूड़ने के लिए तैयार थी.

फिर मैने उससे कहा: कल हॉलिडे ले लेते है ऑफीस से, और कही घूमने चलते है.

तो उसने कहा: नही, हम ऑफीस के बाद मिलेंगे.

मैने भी हामी भर दी. फिर अगले दिन मैं तैयार हो कर ऑफीस पहुँचा. वो मुझसे पहले आ चुकी थी. एक-दूं सेक्सी माल लग रही थी. उस दिन वो स्कर्ट और टॉप पहन कर आई थी. जब मैने उसे देखा, तो देखता ही रह गया. फिर जैसे-तैसे मैने दिन निकाला. जब ऑफीस क्लोज़ हुआ, तो उसने मुझे रुकने का इशारा किया.

मैने पहले ही बॉस से ओवरटाइम के लिए बोल दिया था, तो मुझे कोई चिंता नही थी. फिर जब सब चले गये, तो मैं फ्रेश हो कर आया. हम दोनो बाहर लॉबी में थे. उसने विस्की का इंतेज़ां किया. मैने फ्रेश हो कर बाहर आते ही सबसे पहले उसे एक ज़ोरदार किस किया.

फिर मैने उसके टॉप को उतार दिया, तो उसकी पिंक कलर की ब्रा सामने आ गयी. फिर उसने मेरी शर्ट उतार दी. हमने विस्की की बॉटल ख़तम की. फिर धीरे-धीरे हमारे उपर सुरूर चढ़ने लगा, तो मैने ब्रा के उपर से ही उसके दूध को दबाना शुरू कर दिया. वो मेरे लॉड से खेलने लगी. फिर मैने उसके होंठो पर एक ज़ोरदार किस की, और उसे बहुत अछा लगा.

फिर मैने उसकी ब्रा निकाल दी, और उसने मेरी पंत निकाल दी. अब मेरा लोड्‍ा बाहर आ गया. मैं अब पूरा नंगा था. फिर मैने कहा-

मैं: जान ये तो ना इंसाफी है.

ये बोल कर मैने उसे भी पूरी नंगी कर दिया. फिर मैने उसकी छूट में मूह लगा दिया. वाह क्या टेस्ट था उसका! फिर थोड़ी देर में हम 69 की पोज़िशन में आ गये, और 10 मिनिट तक एक-दूसरे को चूस्टे रहे.

उसके बाद हम सीधे हुए, तो मैने उसकी छूट में उंगली घुसा दी. छूट काफ़ी टाइट थी, तो वो तिलमिला उठी, और आ आ करने लगी. वो बार-बार बस यही कहने लगी-

निशा: प्लीज़ अब और मत तड़पाव, डाल दो अपना लोहा मेरी इस भट्टी में, और पकने दो. मतलब फाड़ दो मेरी चूत को.

पर मैने उसे और गरम किया. 10 मिनिट में वो झाड़ गयी, तो मैं उसका सारा माल पी गया. वाह क्या टेस्ट था उसका. फिर मैने भी सिचुयेशन को समझा, और सीधे अपना लंड उसकी छूट पर रख दिया. वो भी तैयार थी. पहले झटके में मेरा 1 इंच अंदर गया. उसे दर्द हुआ तो मैने उसे किस करना शुरू कर दिया.

ऐसे ही फिर धीरे-धीरे 2 मिनिट बाद पूरा लंड अंदर-बाहर होने लगा. हम दोनो को जन्नत का एहसास होने लगा. उस रात मैने उसकी टीन बार छूट और एक बार गांद मारी. इस सब में हम बहुत ज़्यादा तक गये थे, तो हमने अगले दिन की ऑफीस ऑफ कर दी.

तो आपको कैसी लगी मेरी कहानी? उमीद करता हू आपको पसंद आई होगी.

आयेज की कहानी में बतौँगा की कैसे मैने उसकी फ्रेंड और उसकी मा को उसके सामने छोड़ा. तब तक के लिए भाभीया अपनी छूट में उंगली रखे, या मुझे एमाइल करे अपनी मरवाने के लिए. थॅंक्स.

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