वेलकम बॅक दोस्तों मेरी नयी कहानी में. मैं रानी वापस आ गयी हू आपके लिए एक तड़पति भड़कट्ी स्टोरी लेकर. इसे पढ़ कर आपका हिलना रुकने वाला नही है.
पिछली स्टोरी में बॉस ने कैसे ली मेरी ये बताया था. उसी कहानी में अब एक नया ट्विस्ट आ गया है. जब मैं बॉस से मरवा रही थी, तब ऑफीस का क्लीनर मतलब नौकर हमे देख लेता है, और वीडियो बना लेता है.
नौकर का नाम सतीश है, जो जवान 22-23 आगे का हटता-कटता लड़का है. हाइट में काफ़ी लंबा है, और अनपड़ होने की वजह से क्लीनिंग का काम करता है. तो फिर चलिए देर ने करती हुई स्टोरी पे आती हू.
जब मेरी और बॉस की चुदाई का नेक्स्ट सॅटर्डे आया. उस दिन बॉस नही आए थे. वो लीव पर थे. ये देख कर मैं काफ़ी खुश हुई की आज शांति से काम करूँगी ये सोच कर.
अब आपको वापस से बता दे की सॅटर्डे हाफ दे है सभी एंप्लायीस का मुझे छ्चोढ़ कर.
तो इस बार भी सब चले जाते है. मैं लंच करी, और अपना काम में लग गयी. करीब 3 बजे का आस-पास सतीश क्लीनिंग करने आता है, और बस मुझे ही घूरता रहता है काम करता हुआ.
मैं इग्नोर करती हुई अपना काम करने लगी. काम करते-करते मैं हल्की सी नींद की झपकी ले रही थी. तब ऐसा फील हुआ की कोई पीछे से मुझे सूंघ रहा था, और टच कर रहा था.
मैं जैसे ही उठ के मूडी, पीछे सतीश था. अचानक मुड़ने के कारण वो मुझ पे गिर गया, और मेरे बूब्स पे हाथ रख दिया, और बूब प्रेस हो गया.
फिर मैं इतनी आग-बाबूला हो गयी की उसे थप्पड़ मार दिया. मैं उसको बातें सुनने लगी.
तभी सतीश मुझे उल्टा थप्पड़ मारते हुए कहना लगा-
सतीश: रंडी साली, बॉस के टच के तो मज़े लेती है, और मैं टच किया तो बुरा लगा.
मैं हकलाते हुए बोली: क्या मतलब है तुम्हारा? क्या बकवास कर रहे हो? दिमाग़ ठिकाने तो है?
तभी सतीश अपना फोन निकालता है, और मुझे वीडियो दिखता है जिसमे बॉस मेरी गांद मार रहा था.
तभी मैं उसे सॉरी बोली, और गिड़गिदने लगी-
मैं: प्लीज़ डेलीट कर दो, मैं बदनाम हो जौंगी. मैं बहुत ग़रीब घर से हू.
सतीश ने कहा: कर देता हू डेलीट.
मैं ये सुन कर काफ़ी खुश हुई. तभी
वो बोला-
सतीश: लेकिन एक शर्त पर
डेलीट करूँगा.
मैने कहा: क्या है शर्त?
सतीश: जैसे बॉस को खुश किया है तुमने, मुझे भी करो. तब मैं डेलीट कर दूँगा.
मैं उसको वीडियो डेलीट करने के लिए रिक्वेस्ट करने लगी प्लीज़-प्लीज़ बोलते हुए. सतीश मेरी टेबल पे बैठा था, और मेरा हाथ पकड़ का अपनी और खींच कर कहने लगा-
सतीश: ज़्यादा नखरे ने कर रंडी. चुप-छाप से मान जेया, वरना मैं बहुत कुछ कर सकता हू वीडियो का.
ये कहते हुए वो मुझे ज़ोर से पीछे से हग करके नेक पर किस करने लगा. मैने बहुत कोशिश की, लेकिन उससे डोर नही हो पा रही थी. क्यूंकी सतीश बहुत ही हटता-कटता और मस्क्युलर था, जो पूरी पवर से मुझे जाकड़ रखा था, जैसे किसी भूखे शेर की तरह बस मुझे खा ही जाएगा.
सतीश का तन्ना हुआ लंड मैं मेरी गांद पे आचे से महसूस कर रही थी. अब और कोई ऑप्षन नही था, तो मैं गिव उप कर दी और ढीली पद गयी. ये देखते हुए सतीश ने मुझे गोद में बॅक से उठा कर बिता लिया. अब मेरी गांद में उसका लंड चुभ रहा था. लेकिन सतीश बस पूरा फोकस मुझे गरम करने में लगा रहा था. नेक पे किस करता हुआ वो मेरे बूब्स ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगा.
धीरे-धीरे मेरी शर्ट के पुर बटन्स खोल दिए उसने, और शर्ट निकाल दी. फिर ब्रा में हाथ डाल कर बूब्स दबाने लगा. धीरे-धीरे वो हाथ अपना नीचे ले जाने लगा. फिर मेरी पंत का बटन खोल कर पनटी में हाथ डाल दिया. अब वो मेरी छूट सहलाने लगा.
सतीश खुशी का मारे पागल हो रहा था. उसने कभी ये सोचा नही था, की जिसे इमॅजिन करके वो बातरूम में रोज़ हिलता था, आज वो उसका हिलाएगी, और वो उसकी लेगा.
सतीश को ये कोई सपने से कम नही लग रहा था. फिर वो उठा, और मुझे गोद में उठा के सिर के कॅबिन में ले गया, और बगल में पड़े सोफे पे पटक दिया.
अब उसने मेरी पंत और पनटी को साथ में निकाल दिया. फिर मेरी छूट चाटने लगा. मेरी आँखें बंद हो गयी, और मैं ज़ोरों को सिसकियाँ निकालने लगी. सतीश बॉस से अछा चाट रहा था. फिर मैं झाड़ गयी सतीश के मूह पर ही. वो जीभ से पूरा चाट लिया, और मुझे उठा कर किस करने लगा.
मैं भी पुर जोश में साथ दे रही थी. मैने भी फिर उसकी त-शर्ट उपर की. क्या बॉडी थी सतीश की जिम वाली पूरी.
फिर मैं घुटनो पे आ गयी और उसकी ट्राउज़र और अंडरवेर नीचे की. उसका साँप फंफनाने लगा मेरे मूह के सामना.
मोटा काला साँप था जिसमे से पूरी पसीने की बदबू आ रही थी. मैं नाक बंद करना लगी, तभी सतीश ने मेरे बाल पकड़ का सर उपर किया, और पूरा लंड मूह में डाल दिया.
फिर वो लंड मूह के अंदर-बाहर करने लगा. थोड़ी देर दिक्कत हुई, और फिर मैं भी मज़े से चूसने लगी आइस क्रीम की तरह.
फिर हम 69 करने लगे. सतीश भी मेरे मूह ही झाड़ गया, और पूरा माल पीने तक उसने लंड मूह से बाहर नही निकाला. फिर उसने अपना लंड पूरा सॉफ किया और अपनी थूक से मेरी छूट गीली की, ताकि लंड आराम से मेरी छूट में जेया सके.
मुझे फिर उसने उठने के लिए कहा, और ज़मीन पर लिटा दिया. उसे सोफे पर छोड़ने की आदत नही है. वो मेरी टांगे फैला कर कहता है-
सतीश: क्या छूट है! बॉस ने काफ़ी मज़ा लिया है. अब उसके नौकर की बारी है.
ये कहते हुए लंड उसने छूट पे सेट किया, और ज़ोरदार धक्का दे दिया. मेरी आ उहह की आवाज़ निकल जाती है, क्यूंकी दोस्तों बॉस के लंड से काफ़ी मोटा सतीश का लंड था, बस लंबाई में 1 इंच कम था. फिर ज़ोरदार दूसरे धक्के से पूरा लंड मेरी छूट में समा गया. अब वो ज़ोर-ज़ोर से धक्के लगाने लगा.
सतीश कब से भूखा था पता नही. मैं भी मज़े से छुड़वाने लगी, और आवाज़े निकालने लगी. फिर मैने पोज़िशन चेंज की, और लोटस पोज़िशन में चुदाई स्टार्ट हुई. सतीश चेर पर बैठ गया, और मुझे उसके लंड पे बैठने को कहा.
मैं बैठ कर उसके लंड पे जंप करने लगी.
मुझे इस पोज़िशन में काफ़ी मज़ा आ रहा था. तभी सतीश ने मेरी ब्रा का स्ट्रॅप खोल कर मेरे बूब्स को आज़ाद कर दिया, और चूसने लगा.
काफ़ी देर सतीश के लंड पे राइड करने के बाद सतीश झाड़ गया. वो तक गया था. फिर हम थोड़ी देर लेते रहे, और मैने उससे अपनी वीडियो डेलीट कराई हर जगह से.
फिर दोनो क्लीन करके अपने-अपने काम में लग गये.
और ये स्टोरी यही ख़तम होती
है. दोस्तों स्टोरी कैसी लगी ज़रूर बताना, और लीके आंड कॉमेंट करिएगा.
थॅंक योउ फॉर रीडिंग मेरे दोस्तों.