मम्मी के सामने मूठ मारी

हेलो दोस्तो केसे हो आप और मेरी पिछली स्टोरी कैसी लगी आपको उसके लिए कॉमेंट्स जरूर करना अब आयेज बतता हो.

तो जैसे आपको पता है की मम्मी पापा की चुदाई के बाद मेी उपर आया. और वाहा पर मम्मी भी सलवार फने पहले ही खड़ी थी. जो पास मेी ड्ज बाज रहा था उसे देख रही थी. मम्मी की मोटी गांद को देख कर मेरा लवदा और खड़ा हो गया.

मई मम्मी के पास गया और मम्मी को बोला की मम्मी सोई नही काफ़ी देर हो गयी सोई नही.

मम्मी : बेटा निध नही आ रही है.

मई : मम्मी इतना ज़ोर दर काम होने के बाद तो निध आ जानी चाहिए थी.

मम्मी : क्या मतलब है तेरा ज़ोर दर काम

मई : मम्मी मेने नीचे सब देखा जो काम आप दोनो ने कोमल दीदी के रूम मेी किया.

मम्मी : क्या देखा पागल है क्या तू कैसी बात कर रहा है.

मई : मम्मी मेने सब देखा है और मेी अभी जाके कोमल दीदी को बीटीये दूँगा. इतना सुनते ही मम्मी का चेहरे का रंग उध गया.

मम्मी : बेटा प्लीज़ सॉरी अपनी भान को मत बताना प्लीज़ जो तू बोलेगा मेी वही करूगी.

मई : ठीक है मम्मी अब तो तुम ऐसा करो मुझे तुम्हे छोड़ना है जैसे पापा ने आपको छोड़ा.

मम्मी : नही बेटा ऐसा नही हो सकता

मई : ठीक है फिर मेी दीदी को बीटीये दूँगा.

मम्मी : ठीक है बेटा जैसा तू चाहे कर लेना लेकिन अभी नही प्लीज़ अभी मेरी छूट मेी बहोट डरड हो रहा है.

मई : ठीक है मम्मी अभी तो नही फिर कभी कर लूँगा अभी तो मेी मूठ ही मार लूँगा

मम्मी : तो ड्ज देख रही थी जिसपे कुछ ल्डके और लड़किया नाच रही थी.

मई : पीछे से मम्मी की गांद को अपने हाथो से ड़बने लगा और गांद मेी उंगलिया डालने लगा. और मेने एक हाथ मेी अपने लवर से अपना 7इंच का लवदा निकाला.

तो जैसे ही मेने लवदा निकाला तो मम्मी उसे देखती ही र गयी. और मेने मम्मी को बोला की मम्मी इसे चूस तो स्क्ति हो ना. पहले तो मम्मी माना करने लगी फिर मेने बोला की चूस लो ना फिर मम्मी ने मेरा लवदा हाथ मेी लिया.

मम्मी : बेटा ये तो बहोट ब्डा है तेरे पापा से तो ब्डा ही है और लंबा भी.

फिर मम्मी ने उसे अपने लिप्स पे लगाया और जब उसे अपने मूह मेी लिया तो एक अलग ही मज़ा आ गया.

मई : उनन्ं आऊओ क्या मस्त अहसास था मूऊ मम्मी चूसो पूरा आंद्र तक ले के आहः..

मम्मी : बेटा अब मम्मी मत बोल अब तो तू मुझे सुमन बोल मेरे राजा बेटे.

मई : ही मेरी सुमन मेरी जान चूस अपने यार का लवदा पता नही तुमने कितनो के लवदे का बुरा हाल किया है मम्मी.

मम्मी : ऑश मेरी जान अब तो मेी बस तेरा ही लवदा खड़ा करूगी.

मई : आहह सुमन चूसो मुउहह बहोट मज़ा आ रहा है.

फिर मई भी नीचे बेत गया और मम्मी की गुलाबी लिप्स को चूसने लगा जिस पे मेरे लवदे का पानी और मम्मी के मूठ का थूक लगा था. हम दोनो पूरे मदहोश हो गये थे और दोनो एक दूसरे के मूह मेी ज़ीभ दल के चूस र्हे थे. मई अपने एक हाथ मम्मी के बूब्स पे ले गया और मम्मी के मोटे मोटे बूब्स जो मेरे हाथो मेी नही आ र्हे थे उन्हे मेी मसालने लगा.

मम्मी भी अब सिसकारिया लेने लगी अया मुहह मेरे बेटे और मसालो अपनी मम्मी के बूब्स को आआहः..

अब मेरे से रहा नही गया मेने अपना एक हाथ ले जाके मम्मी की छूट पे लगा दिया. जो अभी भी सलवार के बंद नडे मेी क़ैद थी. मई सलवार के उपर से ही सुमन मम्मी की छूट पे हाथ रखा वो पहले से ही बहोट गर्म हो रही थी. मानो अंदर गरम हिटर चल रहा हो और छूट से पानी निकल कर सलवार को गीला कर रही थी.

श मम्मी क्या गर्म और फूली छूट है तुम्हारी अया सुमन… मम्मी श बेटा आर्म से करो डरड हो रहा है अया ऑश मेरी जान मुऊऊ आहह एस… मम्मी मेरे लवदे को पकड़ के मूठ मरो ना इतना खते ही मम्मी ने मेरा लवदा पकड़ा.

मई : श सुंना क्या नाज़ुक हाथ है तेरे श मेरी जान.

मम्मी : बेटा तेरा लवदा भी बहोट मस्त है जी कर रहा है अभी इसे अपनी छूट मेी ले लू ऑश बेटे श आहः..

मई : करो मेरी कुटिया मरो मेरा निकालने वाला है अहहा मार साली मूठ तेज तेज आहाः सुमन ऑश कर अहः ये आहः..

मम्मी : हा मेरे कुत्ते निकल अपनी मा कर मूह मेी पानी अहः मेरे कूटे साले माद्रचोड़ अहहा निकल अहहः..

मई : ले भंकीलोड़ी आहा आने वाला है.. और मेरे लवदे से एक दम से 3 4 पानी की धार मा के मुहह मेी और बालो पे गालो पे जाकर लगी. मेरा वीरये मा के मूह से होता हुआ अब उनके सूट पे और नीचे सलवार पे गिर रहा था.

फिर मम्मी ने मेरे लवदे के आखरी बूँद तक निचोड़ दी और सॉफ कर दिया. उसके बाद अपने फेस को अपनी च्छुंी से सॉफ किया और खने लगी की बेटा तुम्हारा पानी बहोट टेस्टी है.

मेने कहा मम्मी तुम चिंता मत करो अब मेी तुम्हे रोज पे पानी पुलौगा. फिर मम्मी खने लगी की श शीत ये देखो मेरे क्पडे भी गंदे हो गये मेने कहा की मम्मी कोई नि नीचे जाकर और फना लेना.

वेसए मम्मी तुम कोमल दीदी के पलज़ू मेी बड़ी मस्त लग रही थी. मेरा भी मॅन कर रहा था तुम उस ड्रेस मेी देख कर छोड़ने का अछा साले ये बात है तो कोई नि तेरी ये हसरट भी पूती कर दूँगी.

अब नीचे नही चलना क्या या यही खुले मेी अपनी मा छोड़ेगा. श मम्मी नीचे जाने का म्न नही कर रहा है. चल अब चलेटे है नीचे खि तेरी बेहन ना उठ जाए मम्मी आज बहोट मज़ा आया. कोमल दीदी के पास तुम दोनो की चुदाई देख कर और जब धक्के लग र्हे थे और उस से कोमल दीदी की गांद हिल रही थी.. तो वाउ क्या मस्त लग रही थी..

अछा तू अपनी भान पे भी नज़र डाल रहा है.

मम्मी मुझे क्या पता नही दीदी पे कों कों नज़र डालता है. वेसए अभी कुछ महीने से कुछ जयदा ही मस्त होती जा रही है.

हा बेटा मुझे भी ऐसा ही लग रहा है खि किसी और से तो नही करवा रही कुछ काम.. श बेटा चलो अब मत करो एसी बात मेरी छूट फिर गरम हो जाएगी. फिर हम मा बेटे दोनो नीचे आ गये.

अब आप कॉमेंट्स करना मुझे और बताना की कैसी लगी स्टोरी मैल ईद – ये हणगौत्स पर भी कॉमेंट्स कर सकते हो आयेज कहानी मेी अलग ही मज़ा आने वाला है. नेक्स्ट पार्ट के लिए तोड़ा वेट करना होगा बाइ.

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