मूह बोली बेहन को प्रेग्नेंट करने की हॉट कहानी

हेलो दोस्तों, मैं एक बार फिरसे हाज़िर हू नयी कहानी लेकर. उम्मीद करता हू आपको मेरी पहली कहानी अची लगी. तो शुरुआत करते है इस कहानी की.

तो बात 2015 की है, जब मैने एक कंपनी जाय्न की. वाहा मेरी मुलाकात हीना( बदला हुआ नामे) नाम की लड़की से हुई जो की उमर में मुझसे 2 साल बड़ी थी, और शादी-शुदा थी. क्यूंकी वो मेरी सीनियर थी, इसलिए मुझे पहले दिन उसी के साथ बिता दिया गया काम सीखने के लिए.

वो नेचर में काफ़ी अची थी, और कहर की सुंदर लड़की थी. हमने साथ में ही लंच किया. मैं उसको हीना माँ कह के बुलाता था. कुछ ही दीनो में हमारी दोस्ती अची हो गयी, और मैं उसको हीना कह के बुलाने लगा.

एक दिन उसने मुझसे कहा की वो मुझे अपने भाई की तरह मानती थी, हालाकी तब तक मेरे मॅन में भी उसके लिए कोई ग़लत ख़याल नही था. तो मुझे भी बुरा नही लगा.

उसके बाद से ही हम भाई-बेहन की तरह रहने लगे. हम ऑफीस में साथ में खाना खाते, साथ में उठते-बैठते सब कुछ. वो मुझे अपने घर की बातें भी शेर करती थी. मैं भी उसको अपनी हर चीज़ बताता था. ऐसे ही टाइम निकलता गया, और 6 महीने बीट गये.

फिर एक दिन मुझे नयी कंपनी में जॉब मिल गयी अची सॅलरी पे, तो मैने अपनी ये वाली कंपनी छ्चोढ़ दी. मुझे कंपनी छ्चोढने से ज़्यादा दुख इस बात का था, की मैं हीना से डोर हो जौंगा. पर कहते है ना बाप बड़ा ना भैया, सबसे बड़ा रुपैया.

मैने वो कंपनी छ्चोढ़ दी, और हीना और मेरी स्टार्टिंग में फोन पे बात हो जाती थी. एक दिन उसने मुझे बताया की उसने भी वो कंपनी छ्चोढ़ दी थी. फिर काफ़ी दिन तक उसने कही जॉब नही करी, और फिर वो किसी और कंपनी में जॉब करने लगी. मैं किसी और कंपनी में था.

फिर हमारी बात ऑलमोस्ट बंद हो गयी. मैं जहा जॉब कर रहा था, मैने वाहा से जॉब छ्चोढ़ दी, और दूसरी कंपनी जाय्न कर ली. पर मुझे वाहा मज़ा नही आ रहा था, तो मैने 2 महीने में ही वो जॉब भी छ्चोढ़ दी.

अब मैं घर बैठ गया बिना जॉब के. फिर एक दिन मेरी बात एक पुराने दोस्त से हुई. उसने मुझे बताया के उसकी कंपनी में ओपनिंग थी. तो मैने कहा मैं आ जौंगा.

जब मैं वाहा इंटरव्यू देने गया तो मैने वाहा हीना को देखा. मैं बहुत खुश हो गया उसको देख के, और वो भी मुझे देख के काफ़ी खुश हो गयी. वो पहले से थोड़ी बदल गयी थी फिगर वाइज़, और पहले से ज़्यादा सुंदर हो गयी थी.

मैने वाहा जाय्न कर लिया, और इत्तेफ़ाक़ से हीना और मैं एक ही टीम में थे, और आमने-सामने बैठते थे. क्यूंकी हम एक-दूसरे को पहले से जानते थे, तो मैं काफ़ी कंफर्टबल था पहले ही दिन से.

फिर वाहा भी वही सिलसिला चालू हो गया. साथ में उतना-बैठना, खाना-पीना, वग़ैरा-वग़ैरा. फिर एक दिन मैने उससे पूछा की उसकी शादी को अब 4 साल हो गये थे, तो उसने अभी तक बच्चा क्यू नही किया.

ये सुन कर वो तोड़ा उदास हो गयी, और कुछ नही बोली. मुझे लगा मैने उसका दिल दुखा दिया. तो मैने उसको सॉरी बोला, और उसने कहा इट’स ओके. फिर हम नॉर्मल बात करने लगे.

कुछ दिन ऐसे ही निकल गये. एक दिन उसने आके बताया की वो दो वीक की लीव पे जेया रही थी. तो हम सब ने बोला ‘ओके, नो प्राब्लम’. फिर मैने उससे छाई पीते टाइम पूछा-

मे: इस एवेरितिंग ओके? तुम इतनी लंबी लीव ले रही हो.

तो उसने बताया की उसकी एक सर्जरी थी.

मैने कहा: किस चीज़ की?.

तो उसने तोड़ा शरमाते हुए बताया की उसके बेबी नही होता इसलिए.

मैने कहा: ओक.

फिर वो नेक्स्ट वीक से लीव पे चली गयी, और मेरा मॅन नही लगता था बिल्कुल भी. क्यूंकी कोई था ही नही उसके अलावा बात करने वाला. फिर जैसे-तैसे 2 वीक्स कट्ट गये, और वो वापस आई. दिन गुज़रने लगे. मैने एक दिन उससे पूच लिया-

मे: सब सही है? ऑपरेशन कैसा हुआ आंड ऑल? खुशख़बरी कब सुनाएगी?

तो उसकी आँखों में आँसू आ गये. फिर मैने उसको चुप करवाते हुए पूछा-

मे: क्या हुआ?

तो उसने बताया की उसके पति में प्राब्लम थी, और वो कभी बाप नही बन सकता था. पर उसके घर वाले इस बात को मानने को तैयार नही थे. मैने उसको समझाया-

मे: तुम लोग बच्चा गोद लेलो.

पर उसको अपना बच्चा चाहिए था, तो उसने माना कर दिया. फिर ऐसे ही दिन बीतने लगे तो एक दिन उसने बताया की वो लोग आइव्फ ट्राइ करेंगे, पर उसमे काफ़ी खर्चा आएगा तो कोई गॅरेंटी नही है.

तो मैने उससे कहा: इससे बेटर गोद लेलो एक बच्चे को. इससे उसको अची ज़िंदगी मिल जाएगी.

पर वो उस बात के लिए राज़ी नही हो रही थी.

उन्होने आइव्फ ट्राइ किया, पर उसमे भी उन्हे कोई सक्सेस नही मिली, और पैसे भी लग गये तो वो और टूट गयी.

मैने उसको समझाया: देख, अब एक ही रास्ता है. अगर तुझे अपना ही बच्चा चाहिए, तो तू किसी और से सेक्स कर ले.

इस बात पे वो गुस्सा हो गयी, और चली गयी वाहा से. मुझे भी लगा शायद मैने ग़लत बोल दिया. नेक्स्ट दे जब वो आई, तो मैने उसको सॉरी बोला.

उसने कहा: इट’स ओके, और अगर मैं तेरी बात मान भी लू, तो भी मैं किसपे भरोसा करू, जो इस बात को सीक्रेट रखे हमेशा?

हम लोग बहुत देर सोचते रहे, और कुछ समझ नही आया और बात आई-गयी हो गयी.

पर उसके घर वाले उसको रोज़ ताने देते थे बचे के लिए. वो बहुत परेशन हो चुकी थी. एक दिन वो मेरे पास आई और बोली-

हीना: मेरी एक हेल्प करेगा तू?

मैने कहा: हा बोल क्या हुआ?

तो उसने जो कहा, उसको सुन के मैं हैरान रह गया.

उसने कहा: तू देदे मुझे बच्चा. ये तेरे मेरे बीच में सीक्रेट भी रहेगा हमेशा, और मुझे तुझसे ज़्यादा ट्रस्ट किसी पे नही है.

मैने उसको कहा: तू पागल है क्या?

और मैं वाहा से चला गया.

मैने घर जाके बहुत देर इस बात को सोचा, और लगा की मुझे उसकी हेल्प करनी चाहिए. पर मैं उसको बेहन मानता था.

फिर मैने उसकी फोटो देखी अपने फोन में, और मुझे पहली बार उसमे बेहन की जगह एक लड़की दिखी, एक सेक्सी लड़की. क्यूंकी हीना का फिगर काफ़ी अछा था. उसके बूब्स का साइज़ 34″ होगा, और आस लगभग 36″ की थी.

मैं नेक्स्ट दे ऑफीस गया. हम दोनो छाई पी रहे थे. वो मुझसे नज़रे नही मिला रही थी. फिर मैने उसके हाथ पे अपना हाथ रख के उसको कहा-

मे: मैं रेडी हू तेरी हेल्प करने के लिए.

ये सुन कर उसकी आँखों में चमक आ गयी. वो बहुत खुश हो गयी, और उसने मुझे थॅंक योउ बोला.

फिर हम वापस अपने डेस्क पे आके काम करने लगे. शाम को घर जाने के बाद उसकी कॉल आई.

उसने कहा: कब करेंगे हम?

मैने उससे कहा: उससे पहले ये नही समझ आ रहा की कहा करेंगे?

तो उसने कहा: किसी होटेल में सही रहेगा.

मैने कहा: होटेल बहुत रिस्की है. वाहा कॅमरास हो सकते है.

तो हम सोचने लगे की कहा करे.

फिर मैने उससे कहा: हम तुम्हारे घर में कर सकते है. तुम्हारे पति के ऑफीस जाने के बाद.

क्यूकी वो और उसका पति अलग फ्लोर पे रहते थे, और सास-ससुर अलग फ्लोर पे. और उसको भी ये आइडिया अछा लगा. फिर हमने एक दिन डिसाइड किया, और वेट करने लगे उस दिन की.

फाइनली वो दिन आया. मैं सुबा 11 बजे हीना के घर गया. उसने सूट-सलवार पहना हुआ था क्रीम कलर का. और बहुत सुंदर लग रही थी वो उसमे.

मैं अंदर गया. हम लोग बैठे और छाई पी. हम थोड़ी बातें करने लगे ताकि वो कंफर्टबल हो जाए. फिर मैने उससे आँखों-आँखों में पूछा, की क्या वो रेडी थी. उसने भी आँखों में ही जवाब दिया हा का. फिर हम बेड पे आ गये.

मैने उसको कंफर्टबल करने के लिए उसके हाथ पे अपना हाथ रख दिया, और सहलाने लगा. फिर धीरे-धीरे उसको अपनी तरफ लीन किया. अब हम दोनो काफ़ी करीब थे. एक-दूसरे की साँसे हमे महसूस हो रही थी.

फिर मैने देर ना करते हुए उसके लिप्स पे अपने लिप्स रख दिए, और किस स्टार्ट किया. पहले वो साथ नही दे रही थी, पर फिर उसने भी किस किया मुझे. फिर मैने अपना एक हाथ उसके बूब्स पे रख दिया, और हल्का सा प्रेस किया तो वो सिसक उठी. मैने किस करते-करते हुए उसको लिटा दिया, और खुद उसके उपर आ गया.

अब हम एक-दूसरे को किस कर रहे थे खुल के, और मेरे हाथ उसके कॉटन जैसे सॉफ्ट-सॉफ्ट बूब्स को दबा रहे थे. जिससे वो और भी ज़्यादा मदहोश होती जेया रही थी. फिर मैं उसके गले पर किस करने लगा.

अब बारी थी उसकी कमीज़ उतारने की. मैने उसकी कमीज़ उतरी, तो वो शर्मा गयी, और अपने बूब्स पे हाथ रख दिया और उन्हे च्छुपाने लगी. मैने उसका हाथ हटाया, और उसकी काली ब्रा के उपर से ही उसके बूब्स दबाए, और उन पर अपना मूह लगा के चूसने लगा.

फिर मैने उसकी ब्रा के हुक खोल के उसके बूब्स को आज़ाद कर दिया. वो पूरी तरह से शरम से लाल हो गयी, और अपने बूब्स धक दिए. मैने उसके हाथ हटाए, और पागलों की तरह उसके बूब्स चूसने लगा.

उसकी शरम अब सिसकियों में बदल गयी. वो पूरी तरह से अपने आप को मुझे सौंप चुकी थी.

अब मैं किस करते-करते उसके पेट पे आ गया. उसके पेट पे किस करते-करते उसको चाटने लगा. मेरे हर मूव से वो मदहोश होती जेया रही थी. फिर मैने उसकी सलवार उतार दी, और अब वो सिर्फ़ पनटी में मेरे सामने लेती थी. उसकी पनटी बिल्कुल गीली हो चुकी थी, जिसकी खुसबु मुझे आ रही थी.

मैने उसकी पनटी के उपर से ही उसकी चूत को छाता, तो वो बहुत तेज़ सिसक उठी. फिर उसने मेरा सर अपनी छूट में दबा दिया. मैने उसकी पनटी को एक झटके में उसके बदन से अलग कर दिया, और उसकी नंगी छूट को चाटने लगा. अब पूरा रूम उसकी सिसकियों से गूँज रहा था.

अब मेरी पूरी जीभ उसकी छूट में थी, और पागलों की तरह मैं उसको चाट रहा था. तभी अचानक उसकी छूट ने अपना पानी छ्चोढ़ दिया, और वो निढाल पद गयी वही पे.

अब बारी थी उस काम की जिसके लिए हम आए थे. हालाकी मैं चाहता था वो भी मेरा लंड चूज़, पर अगर वो चाहे तो. फिर मैने उसके उपर जाके उसको किस किया, और उससे पूछा, की क्या वो मेरा लंड चूसेगी.

तो उसने कहा: अगर तुम बुरा ना मानो तो मैं ऐसा नही करना चाहती. मुझे अछा नही लगता.

मैने बी कहा: कोई बात नही. जैसा तुम चाहो.

अब बारी थी उसको छोड़ने की. तो मैं उसको किस करके दोबारा नीचे आया. फिर अपना लंड बाहर निकाल के उसपे आचे से थूक लगाई, और उसे उसकी छूट पे रखा. फिर आराम-आराम से उसकी छूट सहलाने के बाद, एक झटके में अपना पूरा लंड उसकी छूट में उतार दिया, और झटके मारने लगा.

हीना: अयाया भाई अया अया भाई

मैं: अयाया हीना अया, बहुत मज़ा आ रहा है.

हीना: हा भाई, मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा है. और तेज़-तेज़ करो.

मैं: अयाया हा बेहन अयाया ले अया

हीना: अया भाई, मुझे अपने बच्चे की मा बना दे. डाल दे अपना बीज मेरे अंदर.

मैं: अयाया बेहन अया, आज तुझे अपने बच्चे की मा बना के रहूँगा अयाया.

ऐसे ही बहुत देर तक छोड़ने के बाद मैने अपना पानी उसकी छूट में छ्चोढ़ दिया, और उसके उपर लेट गया. उस दिन हमने 3 बार अलग-अलग पोज़िशन में सेक्स किया.

4 बार सेक्स करने के बाद एक दिन उसकी कॉल आई मेरे पास और उसने रोते-रोते कहा-

हीना: भाई तूने मुझे वो दे दिया, जो मुझे चाहिए था. ई आम प्रेग्नेंट भाई, ई आम प्रेग्नेंट.

उसके बाद हम मिले, और मैने उससे कहा मैं एक बार उसके साथ सेक्स करना चाहता था. तो उसने कहा मैने उसको वो चीज़ दी थी, जो सबसे अमूल्या थी, तो मैं जो चाहता हू वो मुझे देगी.

फिर हमने एक बार और सेक्स किया ज़ोरदार. कुछ वक़्त बाद उसने जॉब छ्चोढ़ दी. आज उसके दो बच्चे है एक बेटा, एक बेटी जुड़वा, और वो अपने घर में बहुत खुश है.

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