मेरी कोलीग के साथ लेज़्बीयन रोमॅन्स

ये कहानी मेरी और मेरी गफ़ की है. मैं एक स्कूल टीचर हू, और मेरी गफ़ वाहा पे अकाउंटेंट का काम करती है. उसका नाम स्वाती है, और वो भी 25 की है, और बहुत सुंदर है. स्कूल के सभी माले टीचर की नज़र उसके बूब्स पे रहती है. वो उसके बूब्स को कुत्तों की तरह लार टपका के देखते जाते है, की कभी मौका मिले तो नोच के खा जाए.

ये सिलसिला तब शुरू हुआ, जब वो पहली बार हमारे स्कूल में आई. वो बहुत शांत सी लड़की है. तो ज़्यादा किसी से बात नही करती. शुरू-शुरू में मुझे उसपे कोई इंटेरेस्ट नही था, लेकिन एक दिन जब वो बारिश में भीग के स्टाफ रूम में आई, तो मैं उसे देखती ही रह गयी.

वो एक-दूं अप्सरा के जैसे लग रही थी. उसके बूब्स और भी ज़्यादा निखार आए थे. क्यूंकी रूम में कोई और स्टाफ नही था, तो मैने उससे कहा-

मैं: तुम थोड़ी देर फन में बैठ जाओ (बारिश के कारण काई और टीचर नही आए थे, और स्टूडेंट की भी संख्या बहुत कम थी. जिसके कारण क्लासस मर्ज हो गयी थी, और मेरी कोई क्लास नही थी).

मैने उसको कहा: अपनी कुरती उतार दो डोर क्लोज़ करके.

पहले वो तोड़ा सोची, फिर उसने मेरी बात मान ली. अब वो मेरे सामने बस ब्रा में थी, और एक-दूं सेक्सी लग रही थी. मुझे कुछ-कुछ होने लगा. मॅन कर रहा था उसके बूब्स को अपने मूह में ले लू. लेकिन मैने अपना होश संभाला. वो मुझे नोटीस कर रही थी, लेकिन कुछ बोली नही.

फिर देखते ही देखते हमारी बातें शुरू हुई, और उसने मुझे अपने घर डिन्नर पे इन्वाइट किया. मैं और वो दोनो ही सिटी में अकेले घर में रहते थे. तो कोई प्राब्लम नही थी डिन्नर पे जाने में. फिर वो कपड़े पहन कर अपने काम पे लग गयी, और मैं अपनी क्लास में चली गयी.

अब मैं रात को उसके घर जाने की वेट करने लगी. मैने उसके लिए कुछ स्वीट्स और चॉक्लेट्स ली, और उसके घर उसके बताए हुए टाइम से पहले पहुँच गयी. क्यूंकी मुझसे वेट नही हो रही थी.

मैने जैसे ही बेल बजाई, उसने तुरंत डोर ओपन किया, मानो वो मेरे ही बेल बजाने की वेट कर रही. वो रेड निघट्य में थी, और एक-दूं हॉट आंड सेक्सी लग रही थी. उसके लिप्स एक-दूं जुवैसी लग रहे थे, और मैं अपने कंट्रोल से बाहर जेया रही थी, ये सब देख के. फिर वो मेरा हाथ पकड़ के घर के अंदर ले गयी. उसने मुझे पानी दिया और मेरे बगल में आके बैठ गयी.

फिर हम बातें करने लगे. बात करते-करते मुझसे कंट्रोल नही हुआ, और मैने उसको किस करना शुरू कर दिया. उसका हाथ पकड़ लिया था मैने, और उसको कस्स के अपने से दबा रखा था. कुछ ही सेकेंड में वो भी मुझे किस करने लगी. वो अपनी टंग मेरे मूह में डाल रही थी, जिससे मैं और वाइल्ड हो गयी और उसके बूब्स को दबाने लगी.

उसके बूब्स एक-दूं सॉफ्ट थे. फिर उसने मुझे सोफा की दूसरी तरफ धकेला, और मेरे उपर आ गयी. वो मुझे किस करने लगी सारी जगह, और मेरे कपड़े उतारने लगी. उसने खुद के कपड़े भी उतार दिए.

अब हम दोनो एक-दूं न्यूड थे, और एक-दूसरे को किस किए जेया रहे थे, और बूब्स दबाए जेया रहे थे. मेरा और उसका ये फर्स्ट टाइम था, और बाहर बारिश भी हो रही थी. जिसके कारण माहौल और भी रोमॅंटिक हो गया. ह्म उम्म्म आ की आवाज़ ने पुर घर को जैसे कोई वासना का मंदिर बना दिया हो.

फिर वो मुझे अपने बेडरूम पे लेके गयी, और मुझे अपने बेड पे लिटा दिया. उसके बॅया किस करते-करते वो मेरी छूट पे पहुँच गयी. वो मेरी छूट चाटने लगी, जिससे मेरी आ निकल गयी, और मैने उसका सर अपनी छूट में दबा दिया.

उसने मेरी छूट 10 मिनिट तक लगातार छाती और अपना जीभ मेरी छूट में डाल रही थी. वो मेरी गांद भी दबा रही थी, और फिर मैं झाड़ गयी. अब मैने उसको अपने तरफ खींचा, और किस करते-करते उसकी छूट में उंगली करने लगी.

इससे उसको मज़ा आने लगा, और वो ‘और ज़ोर से पेलो उंगली बोल-बोल कर अपनी छूट में उंगली करवाने लगी. फिर मैने उसकी गांद के नीचे तकिया लगाया, और पावं फेला के उसकी छूट चाटने लगी.

करीब 15 मिनिट तक उसकी छूट छाती, और साथ में एक हाथ से उसकी छूट पे उंगली कर रही थी.

मैं दूसरे हाथ से उसके बूब्स दबा रही थी. फिर उसने भी अपना पानी छोढ़ दिया, और मैं सारा पानी अपने मूह में लेके उसके मूह में डाल के किस करने लगी. इससे हम दोनो ने उसकी छूट के पानी का स्वाद लिया.

फिर हमने बातरूम में शवर के नीचे भी एक-दूसरे की छूट चटाई की करीब 20 मिनिट तक. एक-दूसरे की छूट से छूट रगडी हमने. फिर हमने बिना कपड़े ही पहले डिन्नर किया, और एक-दूसरे को बिना कपड़ों के ही हग करके सो गये.

सुबा जब मेरी आँख खुली, तो वो मेरे बगल में सो रही थी. स्कूल का टाइम भी होने वाला था, तो मैने उसे उठाया. जब वो उठी, तो मुझे प्यार भारी नज़रो से देखने लगी. मैने उसे फिर किस किया, जिससे वो फिरसे गरम होने लगी.

मैं उसके बूब्स को चूसने लगी, और उसकी छूट पे उंगली करने लगी. वो एक-दूं मदहोश हो गयी, और कुछ देर में झाड़ गयी. फिर उसने मुझे किस किया और मेरी छूट को मसालने लगी, जिससे मेरा पानी निकल गया. उसके बाद मैं अपने काम में आ गयी, और वो भी कुछ देर बाद आ गयी.

जैसे ही लंच ब्रेक हुआ, मैं बहाना लगा के स्कूल के स्टोर रूम में आ गयी. वो समझ गयी की मैं उसके लिए ही आई थी, क्यूंकी वो पहले से ही वाहा कुछ समान अरेंज करने के लिए गयी थी. मैने चुपके से डोर क्लोज़ किया, और उसको पीछे से हग कर लिया.

पहले वो घबरा गयी, लेकिन फिर मेरे गले पे किस करते ही समझ गयी की मैं आई थी. फिर वो मूडी और मुझे गले लगा लिया. हम एक-दूसरे को किस करते हुए बूब्स प्रेस करने लगे. लेकिन कुछ और कर पाते, उससे पहले ही लंच ब्रेक ख़तम हो गयी. तब हमे अपने अपने काम पे जाना पड़ा.

ऐसे ही धीरे-धीरे लस्ट से हमारा रिलेशन्षिप प्यार में बदल गया. अब हम साथ रहते है, और रोज़ एक-दूसरे को ऐसा ही प्यार किया करते है.

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