हैलो फ्रेंड्स, मैं रोहन सिंह 24 का लखनऊ उत्तर प्रदेश से हूं। मेरे घर में मेरे मम्मी-पापा और मेरी बड़ी बहन रहती है। मेरे पापा मुंबई में बिल्डर है, इसलिए पापा ज्यादातर मुंबई अपने काम में ही बिजी रहते है। मेरी मम्मी कभी कुछ दिन यहां हमारे साथ तो कुछ दिन मुंबई पापा के यहां चली जाती है।
अब मैं आप लोगों को अपनी प्यारी बहन प्रिया दी के बारे में बता दूं, जिसका आप लोग बेसब्री से इंतज़ार कर रहे है। मेरी बहन का नाम प्रिया सिंह है। वो 26 साल की है। हाइट 5 फिट 3 इंच, गदराई, चर्बीदार मॉल है। मेरी बहन के लम्बे-लम्बे काले-काले घने बाल, बड़ी-बड़ी प्यारी-प्यारी आंखे, गुलाब की पंखुड़ी जैसे होंठ, टमाटर जैसे गुलु-गुलु गाल, छाती पर दो बड़े-बड़े तरबूज़, टाइट-टाइट नर्म-नर्म मुलायल-मुलायम तने हुए दूध के टैंक मानो सलामी दे रहे हो।
मेरी बहन की चूचियां 36″ की है। नीचे मस्त लचकदार 30″ की कमर। कमर के नीचे बाहर दो भागो में बाहर निकली हुई बड़ी-बड़ी गांड। फिर बहन की मोटी-मोटी गोरी-गोरी जांघें बहुत ही मस्त लगती है।
प्रिया दी की चूचियां और गांड उनकी खूबसूरती में चार चांद लगा देती है। जब प्रिया दी कॉलेज जाती या मार्केट जाती है, तो लोग उसकी चूचियां या गांड ही देखते है। जब दी अपनी कमर मटका कर चलती है, उसकी बड़ी-बड़ी गांड की फांक कभी ऊपर तो कभी नीचे देख कर सब का मन ख़ुश हो जाता है।
कॉलेज में लडके मेरी बहन को अलग-अलग नाम से बुलाते है। कोई दूध की टेंकर, या तो कोई बड़ी गांड वाली मॉल बुलाता है। बहुत सारे नाम है मेरी बहन के लोग प्यार से बुलाते है। हालांकि मैं और प्रिया दी एक ही कॉलेज में पढ़ते है। प्रिया दी मेरी सीनियर भी है, तो हम दोनों एक अच्छे फ्रेंड की तरह रहते है। प्रिया दी के कितने बॉयफ्रेंड है मुझे पता है। कभी-कभी मैं दी से पूछ लेता या तो प्रिया दी मुझे खुद भी बता देती है।
मेरे घर में किसी चीज की कमी नहीं है। हम लोग सिटी में रहते है, तो किसी प्रकार का रोक-टोक भी नहीं है। घूमना-फिरना, कपड़े पहनना, किसी भी प्रकार की रोक-टोक नहीं है। वैसे तो प्रिया दी के कई सारे बॉयफ्रेंड है, कॉलेज से लेकर सिटी के कई लड़के। कई तो पता नहीं कहां-कहां के है। मेरी बहन उन सभी को भी फसा रखी है।
मेरी बहन दिन भर फ़ोन पर किसी ना किसी से बात करती रहती है, और व्हाट्सप्प इंस्टाग्राम पर भी चैटिंग करती रहती है। कभी इस लड़के से बात करती, तो कभी उस लडके से।
जब बाहर के लोग प्रिया दी को गंदे-गंदे कमैंटस करते है, प्रिया दी बस मुस्कुरा देती है, उनको कुछ बोलती भी नहीं है। मुझे भी ये सब गंदे कमैंटस अपनी बहन के बारे में सुन कर अच्छा लगता है। मैं प्रिया दी की ब्रा और पैंटी चुरा कर उस पर मुठ मारता था। फिर वापस ले जाकर रख देता था। वैसे दी के पास बहुत सारी ब्रा-पैंटी है, क्योंकि उनके बॉयफ्रेंड लोग उनको गिफ्ट करते रहते है।
मेरी आदत हो गयी थी और मुझे मज़ा भी आता था प्रिया दी की ब्रा-पैंटी में मुठ मारने की। जब मुझे हिलाने का मन होता तो मैं चोरी से प्रिया दी के रूम में जाता था। वहां से उनकी ब्रा-पैंटी लेकर आता था, और मुठ मारता था।
लेकिन कुछ दिन बाद ही प्रिया दी को शक होने लगा। क्योंकि प्रिया दी की ब्रा-पैंटी पर कभी कभार मेरे मुठ के दाग लग जाते थे।
ऐसे ही एक दिन प्रिया मार्केट जाने के लिए घर से निकली। मैं सोचा कि दी मार्केट गयी, मैं उनकी ब्रा-पैंटी लाता हूं और मुठ मरूंगा। मैं तुरंत दी के रूम में गया, और वहां से उनकी ब्लैक कलर की ब्रा-पैंटी ली।फिर वही अपने लंड पर रख कर और पैंटी मुंह में डाल कर हिलाना शुरू कर दिया।
तभी प्रिया दी पीछे से बोली: ओह, तो तुम ही हो जो मेरी ब्रा-पैंटी पर दाग लगाते हो।
इतना सुनते ही मैं तो बहुत डर गया। पीछे देखा तो प्रिया दी थी। मैंने तुरंत प्रिया दी की ब्रा-पैंटी दूर फेंकी।
प्रिया: अरे क्यूं फेंक दी?
मैं: सॉरी दी गलती हो गयी मुझसे, पता नहीं कब कैसे मैंने कर दिया।
मुझे डर लग रहा था, कि अगर दी ये बात मम्मी और पापा को बता दी तो मेरा क्या हाल होगा। मैं ये सब सोच कर बहुत डर रहा था।
प्रिया दी: अरे भाई डर मत, शांत हो जा। मैं कुछ बोल रही हूं क्या तुम्हें?
फिर प्रिया दी मेरे पास आयी, मुझे बेड पर बैठाई, और खुद बगल में बैठ गयी।
वो बोली: शांत हो जा, डरने की कोई बात नहीं होती है इस उम्र में ये सब करने पर। जवानी में नहीं करेगा तो कब करेगा?
मैं: सॉरी दी अब नहीं करूंगा। आप घर पर किसी को मत बोलना।
प्रिया दी (हसने लगी और बोली): पागल हूं मैं जो ये सब बात किसी को बोलूंगी?
मैं: दी आपको बुरा नहीं लगा ये सब देख कर?
प्रिया दी: नहीं भाई, इसमें बुरा लगने वाली क्या बात है? मुझे कई दिनों से शक था तू ये सब करता है, तो मैं तुझे पड़कना चाहती थी। आज तो मैं बस यूहीं मार्केट का बहाना की थी, और आज मैं तुझे पकड़ भी ली।
मैं: ये तो गलत है दी, ऐसे पकड़ना। आप मुझसे पूछ भी सकती थी। मैं आपको बता देता। आप अपने छोटे भाई को डरा दी
प्रिया दी: अच्छा और जो तू मुझसे पूछ कर ले जा सकता था, मैं तुझे कभी कोई भी चीज मना की आज तक? तू चोरी से मेरी ब्रा-पैंटी ले जाता था, तो मैं परेशान हो जाती थी कि मेरी ब्रा-पैंटी कौन ले गया। ऊपर से दाग तू बिना धोये ऐसे ही ब्रा-पैंटी लाकर रख देता था।
मैं: सॉरी दी अब पूछ कर ले जाऊंगा, और धो कर रख दूंगा।
प्रिया दी: कोई बात नहीं भाई, और सॉरी यॉर मैं तुझे डरा दी। तू जब चाहे जो भी ब्रा-पैंटी ले जाना चाहता है ले जा सकता है। और हां धोने की जरूरत नहीं है, ऐसे ही रख देना।
मैं: ठीक है दी।
ले जा रहा हूं आपकी ब्रा-पैंटी।
प्रिया दी: ठीक है भाई।
मैं: एक और अपनी ब्रा-पैंटी दे दो।
प्रिया दी (मुस्कुरा कर बोली): लेलो कपबोर्ड में से, जो तुम्हे अच्छी लगे।
मैं जब कपबोर्ड खोला, उसमे ढेर सारी ब्रा-पैंटी थी। मैं उसमे से ब्लू कलर की पैंटी निकाला और कपबोर्ड बंद कर दिया।
मैं: आपके पास तो बहुत सारी ब्रा-पैंटी है।
प्रिया दी: हां भाई, बॉयफ्रेंड लोग देते रहते है।
हम दोनों साथ में जोर-जोर से हसने लगे।
मैं ब्लैक वाली और ब्लू वाली ब्रा-पैंटी दोनों ले लिया, और ब्लैक वाली पैंटी मुंह में डाल ली प्रिया दी के सामने।
प्रिया दी हसने लगी और बोली: रोहन तुम ऐसे बहुत प्यारे लग रहे हो।
फिर मैं अपने बाथरूम में आ गया। वहां 2 बार मुठ मारा ब्लैक ब्रा और ब्लू ब्रा पर।फिर मैं अपने बेड पर आकर सो गया। फिर दी को शाम को उनकी ब्रा-पैंटी वापस कर दिया। अब जब भी मेरा मन होता है, मैं दी के रूम में जाकर उनकी ब्रा-पैंटी ले आता हूं। कभी-कभी तो प्रिया दी मेरे रूम में खुद ही अपनी ब्रा-पैंटी लाकर मुझे देती है।
एक दिन कॉलेज में कुछ लडके बात कर रहे थे कि प्रिया को 3-4 लोग कॉलेज के पीछे वाले रूम में ले गए थे, क्योंकि उसमें कैमरा नहीं लगा। मैं जब उन लोगों की बात सुना, तो मैं चोरी कॉलेज के पीछे उसी रूम के बगल में पहुंच गया। वहां खिड़की से देखा, सच में 3 लडके थे जो कि दो कॉलेज के थे सलमान और असीफ़, एक कोई बाहरी था।
वो तीनों मिल कर प्रिया दी को प्यार कर रहे थे। प्रिया दी भी मज़े कर रही थी। बारी-बारी वो सब प्रिया दी की पैंटी के अंदर उनकी चूत में ऊंगली कर रहे थे,
और मेरी बहन की शर्ट के बटन खोल कर उनकी ब्रा को नीचे करके उनकी चूचियों को चूस रहे थे। असीफ़ दी की स्कर्ट उठा कर नीचे बैठ कर उनकी चूत चाटने लगा, और सलमान और जो बाहरी लड़का था, वो दोनों मिल कर मेरी बहन की एक-एक चूची चूस रहे थे। मेरी बहन की चूचियां इतनी बड़ी-बड़ी है कि दोनों यही सोच रहे थे कि प्रिया दी की चूचियां ही खा जायेंगे।
लेकिन दोनों कितनी भी कोशिश कर रहे थे, मेरे बहन की सिर्फ आधी चूचियां ही अपने मुंह में ले पा रहे थे। मैं खिड़की से ही बाहर देख रहा था। मुझे अच्छा लग रहा था ये सब देख कर। तभी प्रिया दी की नज़र मुझ पर पड़ी। मैं उनको देख रहा था, और वो मुझे। मैं हस कर वहां से भाग गया। प्रिया दी लगभग 15 मिनट बाद ही वहां से निकली। फिर हम कॉलेज से घर आये। मैं दी को अपनी बाइक पर ले आ रहा था। रास्ते में प्रिया दी मुझसे पूछी-
प्रिया दी: रोहन तू वहां हम लोगों को देख कर हंसा क्यूं?
मैं (मैं बाइक चला रहा था और बोला): दी घर चलो बताता हूं।
हम दोनों कुछ देर में घर पहुंच गए और फ्रेश हुए।
फिर मैं दी के रूम में गया। प्रिया दी किसी के साथ व्हाट्सप्प पर चैटिंग कर रही थी।
मैं वही बगल में बैठ गया।
प्रिया दी: तुमने बताया नहीं तुम हंस क्यूं रहे थे?
मैं: वो दोनों आपकी एक-एक चूची ही नहीं संभाल पा रहे थे। दोनों सोच रहे थे कि पूरी चूची अपने मुंह में भर लूं, लेकिन दोनों मिल कर आपकी आधी चूची भी मुंह में नहीं ले पा रहे थे, यही देख कर मुझे हंसी आ गयी।
प्रिया दी: ओह, ये बात (हंसते हुए)।
मैं: वैसे दी आप बहुत जल्दी आ गयी वहां से?
प्रिया दी: हां भाई, थोड़े बहुत मज़े करके हम लोग वापस आ गये। वहां सेफ नहीं है।
मैं: बेचारों को असली मज़ा तो मिल ही नहीं पाया।
प्रिया दी: बेचारे नहीं है वो सब। तेरी बहन को दो बार ले चुके है। वहां तो बस ऐसे थोड़े बहुत मज़े करने गए थे।
मैं: दी वो सलमान और असीफ़ तो कॉलेज के ही थे, और वो तीसरा वाला कौन था?
प्रिया दी: वो भाई सलमान का फ्रेंड था हैदर।
मैं: क्या बात है, ये तो खुद मज़े तो कर ही रहे है, साथ अपने दोस्तों को भी लाते है आपके साथ मज़े करने के लिए?
प्रिया दी और मैं साथ में हसने लगे।
प्रिया दी: भाई वो सब तेरी बहन के साथ मज़े करते है। तो तेरी बहन उन सभी के साथ मज़े ही करने जाती है।
मैं: आखिर बहन किसकी है।
फिर जोर से हसने लगे।
मैं: तब तो आज मेरी बहन के मज़े करने की डेट कन्फर्म हो गयी होगी असीफ़, सलमान, और हैदर के साथ?
प्रिया दी (मुस्कुरा कर बोली): हां अगले मंडे को। लेकिन असीफ़ और सलमान नहीं हैदर बुलाया। वो रहेगा और उसके कुछ दोस्त।
मैं: ओह, नया बंदा और उसके दोस्त।
कहां ले जायेगा दी हैदर आपको?
प्रिया दी: पता नहीं भाई। वो बोला तुम रेडी रहना मैं तुम्हे मार्केट में लेने आऊंगा।
फिर थोड़ी बहुत इधर-उधर की बातें हुई।
फिर मैं अपने रूम में आ गया। दो दिन बाद मंडे था। हम लोगों कॉलेज गए और वापस आये। प्रिया दी पार्लर गयी, वहां से आई और मम्मी से बोली आज उसके फ्रेंड के घर पार्टी थी, वहीं जाएगी और कल सुबह आएगी। मम्मी बोली ठीक है जाओ। फिर
प्रिया दी मेरे रूम में आयी। मैंने दी को देखा, क्या मॉल लग रही थी। टी-शर्ट और शॉर्ट्स पहनी हुई थी। दी की बड़ी-बड़ी चूचियां, बड़ी-बड़ी गांड, गोरी चिकनी जांघे दूध सी गोरी क्या मॉल लग रही थी।
मैं बोला: प्रिया दी सच में आज बम लग रही हो।
प्रिया दी: थैंक्स मेरे प्यारे भाई।
सुन भाई, मुझे बाहर मार्केट तक छोड़ दे। वो वहीं मुझे लेने आएगा।
मैं बोला: ठीक है दी।
मैं बाइक पर दी को बैठा कर मार्केट में ले गया। सब दी की पीछे गांड देख रहे थे।
मैं मार्केट पहुंचा ही, तभी हैदर का फ़ोन आ गया। दी बताई वो यही आयी थी। तभी कुछ देर बाद ही एक फॉरच्यूनर आयी। उसमें 4 लोग बैठे थे। वो सब दी को ही देख रहे थे। हैदर ड्राइव के बगल वाली सीट पर ही बैठा था।
उसने पीछे एक आदमी से बोला: आमिर भाईजान, देखिये मॉल कैसी है।
पीछे वाली सीट पर एक आदमी लगभग 40 साल का रहा होगा, वो दी को घूर-घूर कर ऊपर से नीचे देखा और बोला-
आदमी: वाह हैदर, क्या मॉल है यॉर। आज रात इसको सोने नहीं देंगे।
मुझे और प्रिया दी को उसकी बात सुन कर हसीं आ गयी। हम दोनों हसने लगे।
पीछे वाले जो लोग बैठे आमिर और उसके साथ एक बंदा कोई और था।
उसने दी को बोला: आजा तू हमारी गोदी में।
प्रिया दी: भाई अब तुम जाओ, मैं कल सुबह फोन करूंगी।
मैं: ठीक है दी, आप जाओ। आज रात खूब ज़म कर मज़े करना आप इन चारों के साथ।
प्रिया दी: बिल्कुल मेरे भाई, लव यू।
मैं: लव यू दी।
आमिर ने गाड़ी का गेट खोला और दी को अपनी गोद में बिठा लिया, और किस करने लगा। उसके बगल वाला दी की चूचियां दबाने लगा।
हैदर ड्राइवर से बोला: जल्दी चलो।
हैदर भी पीछे मुड़ कर दी के साथ मस्ती करने लगा। तभी ड्राइवर ने गाड़ी स्टार्ट की और ले गया।
मैं मार्केट में थोड़ा घूमा, फिर फिर घर चला गया।
मैं और मम्मी रात को खाना खाये, और सोने चले गए। मैं सोचा क्यूं ना दी के रूम में जाऊ। वहां जाकर दी के बेड पर अपनी ही बहन की ब्रा-पैंटी लेकर 3 बार मुठ मारी, और दी के ही बेड पर सो गया।
अगली सुबह प्रिया दी का कॉल आया सुबह 8 बजे
प्रिया दी:………………
आगे की कहानी अगले पार्ट में लिखूंगा। अभी कई पार्ट में आएंगे स्टोरी के।
आप लोग कमैंटस करके जरूर बताना कैसी लगी स्टोरी। जो भी कमियां होंगी उसको भी बताना, जो अच्छा लगा उसको भी बताना। मैं इससे अच्छा लिखने की कोशिश करूंगा। मुझे मेल जरूर करियेगा
पर।