बारिश में मुंह बोले भाई से चुदाई
राकेश: कंचन कहां हो? राकेश भैया आवाज लगाते हुए अंदर आए। मैं उन्हें देखते ही घबरा गई। मुझे समझ में ही नहीं आया मैं क्या कहूं? कुछ देर इधर-उधर देखने के बाद मैंने उनसे किसी तरह से नज़रें मिलाई, तो उनके चेहरे पर एक कुटिल मुस्कान थी। उनके चेहरे की मुस्कान देख कर मेरी तो …