इस लेस्बियन सेक्स स्टोरी के पिछले पार्ट में आपने पढ़ा कि मैं घर पर अकेली थी, और मैंने सोनिया को वैक्सिंग के लिए बुला लिया। फिर हम दोनों में कामुकता बढ़ गई। अब आगे-
अब सोनिया कमर से मेरी केले जैसी चिकनी जांघों पर मालिश करने लगी। रेंगती उंगलियां मेरे अंदर गुदगुदी पैदा कर रही थी। उधर मेरा हाथ अचानक फिसला और सोनिया के कड़क गोल सुडोल नितंब से टकराया। मुझे अच्छा लगा। मैंने जान-बूझ कर नितंब से हाथ नहीं हटाया। सोनिया कुछ नहीं बोली, और मालिश करने का नाटक करने लगी।
मेरी हिम्मत बढ़ी। मैंने हल्के से अपना राइट हैंड उसके नितंब पे ज़ोर से सटा दिया। बस सोनिया मुस्कराने लगी और मेरी जांघों से होते नीचे पैर तक मालिश करने लगी। अब तो उसके दोनों कड़क सुडोल हिप्स मेरी तरफ थे। सोनिया झुक कर मालिश करने लगी तो पूरा बैक मेरी तरफ था। मैंने मौका देख कर उसके दोनों हिप्स पर मेरे हाथ रख दिए। क्या मज़ा आया उस वक्त बता नहीं सकती। गरम हिप्स, धीरे से दोनों को सहलाने लगी।
अब मुझे सोनिया की टाइट स्कर्ट के नीचे पैंटी की दोनों धारियां स्पष्ट दिख रही थी। मुझे वो और गरम कर रही थी। तब अचानक सोनिया ने थोड़ा ज़ोर लगा कर अपने कड़क नितंब मेरे हाथों से सटा दिये। अब करीब-करीब मेरे दोनों हाथों में उसके सेक्सी नितंब थे। मैंने उन्हें दबाना शुरू किया। मेरी तो हालत ही ख़राब हो गयी। सोनिया भी मजे ले रही थी, और उसकी गरम सांसे लेने का अहसास मेरे घुटनों पर हो रहा था।
थोड़ी और क्रीम लेकर उसने अब दोनों जांघो की बीच मालिश शुरू की। उसकी रेंगती उंगलियां और नरम हाथ मेरी चिकनी जांघों पर घूम रहे थे। अब मुझे मेरी योनी में एक अलग सा खिंचाव और गीलापन महसूस होने लगा। सोनिया की उंगलियां गजब से काम रही थी। धीरे-धीरे वो मेरी योनि तक पहुंच गयी। मैं एक-दम सिहार उठी, जैसे किसी ने गरम रोड रख दी हो, इतनी गरम थी उसकी उंगलियां। मालिश करते उसके हाथ मेरी योनि के दोनों होंठों पर पहुंचे। मैं उछल पढ़ी।
सोनिया बोली: क्या हुआ?
में मदहोश थी, और कांपती आवाज़ में बोली: बेबी मैं बहुत गरम हो गयी हूं। देखो मेरी योनी गीली हो गयी है।
तब सोनिया शैतानी मुस्कराहट से बोली: तुमने तो मुझे भी गरम कर दिया यार, मेरे सुन्दर हिप्स दबा के। सच में तुम हॉट हो शबनम। मन करता है खा जाऊं तुझे।
मैंने कहा: खाओ, तुम्हारे सामने ही हूं, एक-दम नगी।
बस इसी का सोनिया को इंतज़ार था। मेरा इशारा मिलते ही उसने दोनों क्रीम से सनी उंगलियां मेरी योनी में डाल दी। मैं तड़प कर उछल पड़ी। लेकिन सोनिया रुकी नहीं, और ज़ोर-ज़ोर से दो उंगलियां मेरी टाइट छोटी गीली योनी में डाल दी, और अंदर-बाहर करने लगी। मैं हांफने लगी। एक अद्भुत अहसास और मज़ा था उसमें। मेरे शरीर के रोंगटे खड़े हो गए। अब मैं भी उत्तेजना के मारे नीचे से ऊपर उछलने लगी।
मैं: सोनिया डार्लिंग मत रुकना, और ज़ोर से करो। आह, बहुत मज़ा आ रहा है। कई दिनों बाद ऐसा मौका मिला है।
ऐसा बोलते बोलते मेरे बदन में अचानक अजीब सी जकड़न हुई। मेरा बदन कांपते-कांपते मेरी योनी ने एक गरम लावा छोड़ दिया। सोनिया और तेज़ गति से अंदर-बहार करती रही उंगलियां। अब उसकी दोनों उंगलियां और हाथ मेरे गरम पानी से सन्न थे। अब संतुष्ट थी मैं। मेरा बदन हल्का हो चुका था। मैं निढाल हो गयी थी। कुछ देर तक मेरे दोनों हाथ सोनिया की चिकनी सफ़ेद दूध जैसी जांघों में थे। मैं सहला रही थी उन्हें। सोनिया अब गहरी सांसे लेने लगी। वो भी अब गरम हो चुकी थी।।
सोनिया ने मेरी पूरी बॉडी पे लोशन से मालिश कर दी। जैसे ही वो पलटी मेरी तरफ, मैंने खींच के उसे अपनी बाहों में भर लिया। अब हम दोनों के बूब्स चिपक गए थे एक-दूसरे से। सोनिया के बड़े 32D के कड़क बूब्स मेरे ऊपर छा गए थे। मुझे मज़ा आ रहा था। सीधे मैंने अपने मुलायम लिप्स सोनिया के नरम लाल होंठों से चिपका दिए।
अब मैं खुल गयी थी सोनिया के साथ। सोनिया ने भी भरपूर साथ दिया। अपने दोनों हाथ मेरी गर्दन के पीछे लेकर मेरा मुंह आगे किया, और अपने मुंह से सटा दिया। मेरे तो होश ही गुम हो गए। उसकी लिपस्टिक की खुशबू अलग थी, और उसकी बॉडी से क्रिस्टल नोयर परफ्यूम की भीनी-भीनी खुश्बू मुझे और उत्तेजित कर रही थी। सोनिया बहुत गरम थी, तो पागलों की तरह मुझे चूमे जा रही थी।
उसने अपने सॉफ्ट होंठो में मेरा लोअर लिप ले लिया, और बड़े ही मस्त तरीके से धीरे-धीरे चूसने लगी। चूंकि मेरे लिप्स सोनिया से पतले है, तो उसको आसानी हो रही थी चूसने में। करीब 15 मिनट तक मेरे होंठ चुस्ती रही। तो मैं भी गरम होने लगी। मेरे दोनों हाथ सोनिया की पीठ पर थे, और एक-दम उसकी टाइट ब्रा के हुक पर थे। मैं उन्हें खोलने की कोशिश कर रही थी, पर पकड़ नहीं पा रही थी। तो मैंने मेरी दो उंगलियां ब्रा के नीचे से अंदर डाल दी।
पूरी ब्रा की पट्टी के नीचे से उंगलियां फेरती रही। फिर मैंने सोनिया का एप्रॉन हटाया, टॉप ऊपर किया पीछे से, और उतार दिया। सोनिया अब सिर्फ ब्रा और स्कर्ट में थी। इतने बड़े और ब्रा के अंदर टाइट बूब्स देख कर मेरी वासना भड़क गयी। उसके आधे बूब्स सफ़ेद दूध जैसे ब्रा के बाहर निकलने को बेताब थे। सोनिया ने अब अपनी खुशबूदार लचीली सॉफ्ट जीभ निकाली, और मेरे सोचने से पहले मेरे मुंह के अंदर घुसेड़ दी। मैं तो पागल हो गयी। इस बात से उसकी गरम सॉफ्ट गीली जीभ मेरे मुंह के अंदर थी। एक अजीब सिरहन मेरे बदन में दौड़ गयी।
सोनिया ने अपनी टेस्टी जीभ मेरे मुंह के अंदर घुमाना शुरू की, तो ऐसा लगा जैसे कोई टेस्टी चूसने वाली चीज़ मेरे मुंह के अंदर थी। अब मैं और ज्यादा गरम हो गयी, और मेरे अंदर सेक्स फिर से डोलने लगा। मैंने झट से सोनिया की जीभ को अपने मुंह से बंद कर दिया और बेतहाशा चूसने लगी। अब उसका मीठा मजेदार थूक मेरे मुंह में भर गया। मैंने बिना देरी के गटक करके पी लिया। उफ्फ, क्या बताऊं ऐसा टेस्टी रस पीने का मज़ा।
इसके आगे क्या हुआ, ये आपको आगे आने वाले पार्ट में पता चलेगा। यहां तक की लेस्बियन सेक्स कहानी का आनंद आया हो, तो कमेंट करके जरूर बताएं।