मलिक ने नौकरानी की गांद चुदाई की

फ्रेंड्स, नौकरानी की चुदाई कहानी का अगला पार्ट आ गया है. चलिए शुरू करे-

सुबह जब मेरी नींद खुली, तो रोहन सिर का लंड मेरी छूट में ही फ़ससा था. जैसे ही मैं बातरूम जाने उठी, रोहन सिर भी जाग गये. उन्होने मुझे उठाया और बातरूम में ले गये.

बातरूम में जाने के बाद उन्होने मुझे उतरा, और शवर ओं किया. फिर शवर के नीचे मुझे किस करते हुए मेरे बूब्स दबाने लगे. मुझे काटने लगे, और मेरे मूह से उम्म अम्म्म की आवाज़े निकालने लगी.

5 मिनिट ऐसे ही किस करने के बाद उन्होने मुझे नीचे बिता दिया, और अपना लंड मेरे मूह में तूस दिया. मैं गप्प्प गोप्प्प्प स्लूरप्प्प स्लूरप्प्प्प गप्प्प्प्प्प करते हुए उसे चूसने लगी.

अचानक रोहन सिर ने मेरा सिर पकड़ा, और ज़ोर-ज़ोर से मेरा मूह छोड़ने लगे. मुझे दर्द हो रहा था. मेरे मूह से गप्प्प्प गप्प्प्प्प की तेज़ आवाज़ आ रही थी. तभी रोहन ने अपना लंड मूह से बाहर निकाला, और मुझे उल्टा खड़ा कर दिया, और दीवार से सत्ता दिया.

फिर खुद नीचे बैठ कर मेरी गांद चाटने लगे. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. मैं अम्म अम्म्म अम्म छातिए साहब अम्म, ऐसे ही करने लगी. फिर अचानक वो खड़ा हो गया. मुझे लगा अभी मेरी छूट में लंड जाएगा, लेकिन मैं ग़लत थी.

उन्होने लंड पर थूक लगाया, और मेरे गांद में अपना लंड डालने लगे. मैं रोने लगी, और कहनी लगी-

मैं: नही रोहन, प्लीज़ वहाँ नही. वो ग़लत जगह है. नही सिर.

पर तभी रोहित ने एक झटका मारा, और उसके लंड का टोपा मेरी गांद में चला गया.

मैं कूदने लगी: आह ह छ्चोढिए ह मम्मी मॅर गयी (ऐसे बड़बड़ाने लगी).

रोहन रुका नही. उसने और एक ज़ोर का झटका लगाया, और अपना आधा लंड मेरी गांद में डाल दिया. मुझे अब बहुत दर्द हो रहा था. मैं अपने हाथो के नाख़ून से रोहन को नोच रही थी.

पर रोहन नही सुना. वो ऐसे ही मेरी गांद मार रहा था. 10 मिनिट बाद मुझे भी मज़ा आने लगा. मेरे चीखें अब सिसकारियों में बदल गयी.

मैं अम्म्म अम्म्म्म ह रोहन औचह अम्म्म्म अम्म्म्म, ऐसे सिसकारियाँ लेने लगी. रोहन को पता चल गया मुझे भी मज़ा आ रहा था. वो और ज़ोर-ज़ोर से मेरी गांद मार रहा था, और मेरी बॅक पर और नेक पर काट रहा था.

30 मिनिट तक रोहित ने मुझे शवर के नीचे खड़े-खड़े छोड़ा, और फिर मेरी गांद में ही अपना पानी छ्चोढ़ दिया. उसके बाद उसने मुझे घुमाया, और मेरे लिप्स पर किस करने लगा. वो प्यार से मेरे बूब्स दबाने लगा. मुझे लगा अभी वो फिर छोड़ेगा.

तभी मैं बोली: प्लीज़ जी, अभी बहुत हो गया. मुझे बहुत दर्द हो रहा है. हम घर चलते है. आप कल कर लेना प्लीज़ रोहन जी.

तभी रोहन बोला: ठीक है मंजू बेबी. तुम फ्रेश हो जाओ, फिर निकलते है हम.

इतना कह कर वो बाहर चले गये. उसके बाद मैने अपने आप को सॉफ किया. मैं बातरूम गयी, और फिर नहा कर बाहर आई. तो रोहन सिर रेडी थे. उसके बाद मैने भी अपने कपड़े पहने, और उसके बाद हम नाश्ता करके अपने घर चले गये.

घर जाने के बाद मैने वो सारी चेंज की, और अपना काम करने बंगलोव में चली गयी. मैने सोचा पहले खाना बना लू, फिर सफाई कर लूँगी. सबसे पहले मैने किचन सॉफ किया, और फिर रोहन सिर के लिए पनीर की सब्ज़ी, रोटी, और चावल बनाए.

टाइम देखा तो 1 बाज रहे थे. मैने सोचा पहले रोहन सिर को खाना खिला डू, फिर घर की सॉफ-सफाई में लग जौंगी. मैने रोहन सिर को कॉल किया, और खाने के लिए उनको नीचे बुलाया. उनके आते ही मैने उनको खाना परोसा, और साइड में खड़ी थी.

तभी वो बोले: मंजू ये सब अभी तुम्हारे काम नही है. तुम मेरी बीवी हो. आओ ना साथ में खाना खाते है.

इतना कह कर उन्होने मेरा हाथ खींचा, और मुझे अपनी गोदी में बिता दिया. उसके बाद उन्होने मुझे अपने हाथो से रोटी का नीवाला खिलाया. उनका ये प्यार देख कर मैं खुश थी बहुत.

तभी उन्होने कहा: मंजू, जब तक हम दोनो घर में अकेले है, तुम कोई नौकरानी नही हो. तुम मेरी बीवी हो.

मैं ये सुन कर बहुत खुश थी. खाना खाने के बाद मैने बर्तन धो दिए. तब तक रोहन सिर हॉल में टीवी देख रहे थे. जैसे ही मेरे बर्तन हो गये, और मैं घर जाने को निकली, तभी रोहन सिर ने मुझे उठाया, और सीधे अपने बेडरूम में ले गये.

वहाँ जेया कर उन्होने मुझे उतरा, और वहीं एक दीवार से सत्ता कर, खड़ी करके, मेरी कमर में हाथ डाल के मुझे अपने पास खींचा और चूमने लगे, काटने लगे.

मेरे मूह से अम्म्म अम्म्म की आवाज़ आ रही थी. तभी रोहन सिर ने मेरी सारी निकाल दी, और अब मैं बस ब्रा और पनटी में थी. फिर उन्होने मुझे उल्टा घुमा दिया, और मेरी गांद चाटने लगे. मैं उनको बोली-

मैं: रोहन नही प्लीज़. अभी भी दर्द कर रही है वो. प्लीज़ छूट में डाल दो.

तभी रोहन उठा, और अपना लंड मेरी गांद में पेल दिया. मैं चिल्लाई-

मैं: आहह मॅर गयी मा, आराम से ना. रोहन अम्म्म आ.

और रोहन मुझे ज़ोर-ज़ोर से काटने लगा, छोड़ने लगा. 10 मिनिट बाद उसने मुझे बेड पर घोड़ी बनाया, और फिर मेरी छूट में अपना लंड डाल दिया. वो मुझे घोड़ी बना कर छोड़ने लगा. 10 मिनिट के बाद वो मेरी छूट में ही फ्री हो गया. फिर हम वहीं बेड पर नंगे सो गये. तभी मेडम का कॉल आया, और मैने उठाया. तो वो बोली-

मेडम: मंजू मैं रात को घर आ रही हू. तुम मेरे आने के बाद ही अपने रूम में जाना.

मैने कहा: ठीक है मेडम, मैं आपका रूम सॉफ करके रखती हू.

फिर मैं तुरंत उठ गयी, और घर की सॉफ-सफाई में लग गयी. मैने पूरा घर सॉफ कर दिया, और मेडम का वेट कर रही थी. रात को 12 बजे मेडम घर आई, और उनके साथ एक जवान लड़की थी. दोनो ने दारू पी थी. मेडम ने आते ही घर देखा. वो खुश हो गयी और मुझे 2000 की नोट दी, और मैं घर जाने लगी.

सुबह जब मैं घर आई, तो मुझे अलग ही धक्का मिल गया. उसके बाद मेरे साथ क्या हुआ, वो मैं अगले पार्ट में बतौँगी. सेक्स स्टोरी अची लगे तो रिप्लाइ करना

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