मा के नौकर के साथ मूह काला करने की स्टोरी

हेलो रीडर्स, उमीद है आप सब को पिछला पार्ट पसंद आया होगा. अब आयेज कंटिन्यू करता हू. मैं मम्मी और पापा के बीच में सो गया था. मुझे लग रहा था की मम्मी और पापा चुदाई करेंगे. इसीलिए मैं सो नही रहा था, और ऐसे ही आँखें बंद करके लेता रहा.

थोड़ी देर बाद ही मम्मी उठी. मैने हल्की सिर आँख खोल ली थी. रूम में दीं नाइट लॅंप जल रहा था. मम्मी ने अपना गाउन उतार दिया, और नीचे ज़मीन पे ही फेंक दिया.

मम्मी ने फिर पापा को उठाया, और पापा का लोवर नीचे करके उनका लंड आज़ाद कर दिया. पापा का लंड वैसे कोई ज़्यादा बड़ा सा नही था. बस मेरे वाले से तोड़ा बड़ा ही था. और तब तो मुझे भी नही पता था की मेरा कितना बड़ा है. फिर मैने अगले दिन स्केल से नापा तो मेरा 5 इंच का था, और समझ लो पापा का 5.5 इंच का होगा.

फिर मम्मी पापा के लंड को मूह में लेके तोड़ा चूसने लगी और 2 मिनिट बाद मम्मी के मूह में ही पापा झाड़ गये. मम्मी ने पापा का माल साइड थूक दिया.

मम्मी: अर्रे आपका तो 2 मिनिट में ही निकल गया. अब मेरा क्या होगा?

पापा: प्लीज़ मधु, मुझे अब सोने दो. बहुत थकान हो रही है. मैं तुम्हे कल खुश कर दूँगा.

मम्मी बहुत गुस्सा थी. मम्मी ने अपना गाउन उठाया, और पहन कर मेरी साइड में आके लेट गयी. उन्होने ना तो अपना मूह सॉफ किया और ना ही नीचे जो पापा का माल थूका था वो सॉफ किया. कल मैं सुबा उठ कर बाहर चला गया, और फिर सीधा दोपहर को आया. आज पापा घर पे नही आए थे.

पापा ने स्टोर पे काम करने वाले रोहित भैया को भेज दिया था. हमारे स्टोर में 10 लोग कम करते थे, जिसमे से सबसे ज़्यादा पापा रोहित पे ही यकीन करते थे. जैसे घर भेजना और पैसे वग़ैरा का लें-दें भी. तो सोफे पे रोहित बैठा हुआ था, और मम्मी किचन में थी.

रोहित: अर्रे ध्रुव बाबा, कैसे है आप?

मे: ठीक हू, आप क्या खाना लेने आए हो?

रोहित: हा.

फिर मैं किचन में गया तो मम्मी पापा के लिए खाना पॅक कर रही थी. मम्मी ने आज येल्लो सारी पहन रखी थी. सारी का ब्लाउस स्लीव्ले था, और मम्मी ने सारी का पल्लू पतला सा करके साइड पे बाँध रखा था. मम्मी का गोरा सेक्सी पेट पूरा दिख रहा था, और मम्मी ने ब्रा नही पहनी थी. इसका भी पता चल रहा था मम्मी के निपल्स से.

मम्मी का पसीना बूब्स की दरार में जेया रहा था. मम्मी फुल बॉम्ब लग रही थी. मैं मम्मी के पास से बाहर आ गया, और टीवी देखने लगा. मम्मी भी 2-3 मिनिट बाद तिफ्फ़िं लेके आई, और रोहित को देने लगी.

रोहित साइड पे बैठा हुआ था, और मम्मी जब उसके पास टेबल पे तीफ्फें रखने के लिए झुकी, तो रोहित की नज़र सीधी मम्मी के बूब्स पे थी.

मम्मी ने पूरा पल्लू भी पतला सा करके बाँध रखा था, जो बूब्स के बीच में फ़ससा हुआ था. उन्होने भी उसको बूब्स देखते देख लिया, लेकिन मम्मी ने कुछ कहा नही. और रोहित स्माइल करने लगा.

रोहित: ओक मालकिन, मैं चलता हू.

रोहित पापा को मलिक और मम्मी को मालकिन कहता था.

मम्मी ने उसको देख के स्माइल कर दिया. फिर मैने और मम्मी ने भी खाना खाया, और फिर हम टीवी देखने लगे. रात को पापा आ गये, तो हम सब खाना खा के तोड़ा टीवी वग़ैरा देख के 11 बजे सोने चले गये.

कल सनडे था, तो आराम से उतना था मैने. तो मैं फिर मम्मी पापा के बीच के लेट के इंतेज़ार करने लगा दोनो की चुदाई का. मम्मी ने रात को रेड गाउन पहन लिया था. जो बहुत हॉट लग रहा था.

मैने सोने का नाटक किया, और मम्मी थोड़ी देर बाद उठी, और अपना गाउन उतार कर पापा को किस करने लगी.

दोनो ने 2-3 मिनिट किस किया. फिर मम्मी ने पापा का लोवर नीचे कर दिया, और लंड को सहलाने लगी. मम्मी तुरंत पापा के लंड पे बैठ गयी, और उछालने लगी.

चूड़ते हुए मम्मी अपने बूब्स दबा रही थी, लेकिन पापा वैसे ही लेते हुए थे. 2-3 मिनिट मम्मी उछली होंगी की पापा ने मम्मी को अपने उपर से उतार दिया, और मम्मी के पेट और बूब्स पे अपना माल छ्चोढ़ दिया.

मम्मी: आपका तो रोज़ का हो गया है. इतनी जल्दी निकल जाता है आपका.

मम्मी बहुत गुस्से में थी

पापा: अर्रे मधु, अब मेरी उमर भी तो हो गयी है. चलो ये सब छ्चोढो, और सो जाओ.

मम्मी ने बहुत ही खराब मूड से अपना गाउन उठाया, और साइड में आके लेट गयी, और अपनी छूट मसालने लगी.

मम्मी ने टांगे बहुत खोल रखी थी. उनकी टाँगे मुझे टच हो रही थी, और मेरा फेस भी मम्मी की साइड था.

मम्मी बेफिकर होके अपनी छूट मसल रही थी. फिर 10 मिनिट बाद मम्मी झाड़ गयी, और अपना गाउन पहन के सो गयी.

सुबा सनडे था, तो मैं आराम से उठा था. तब तक पापा स्टोर जेया चुके थे, और मम्मी घर की सफाई कर रही थी.

मे: गुड मॉर्निंग मुम्मा.

मम्मी: उठ गया मेरा बेटा.

मैने जेया कर मम्मी को हग किया, और उनके बूब्स का फील लिया. मम्मी ने वही रात वाला रेड गाउन पहन रखा था. उसका गला काफ़ी डीप था. जब भी मम्मी तोड़ा सा भी झुक रही थी, तो मम्मी के बूब्स बिल्कुल आचे से दिख रहे थे. यहा तक की मम्मी के निपल्स भी अंदर से दिखाई दे रहे थे.

मैने फिर फ्रेश हो कर मम्मी के साथ ब्रेकफास्ट किया, और टीवी देखने लगा. मम्मी मुझे काफ़ी उदास सी दिख रही थी. क्यूंकी मम्मी बेचारी अब चुड नही आ रही थी. मम्मी की छूट में बहुत आग लग रही थी. उनको मैने बार-बार छूट के उपर हाथ फेरते या हल्का उपर से ही मसालते देखा था.

मम्मी की छूट में बहुत प्राब्लम हो रही थी. उनकी छूट लंड माँग रही थी. लेकिन मम्मी कर भी क्या सकती थी. पापा का लंड बेकार हो गया था. फिर मम्मी घर का सारा काम करके काफ़ी तक गयी थी, और सोफे पे आके मेरे साथ बैठ गयी थी.

मे: मम्मी हम एक सर्वेंट क्यूँ नही रख लेते. आप कम करके तक जाती हो.

मम्मी: हा रख सकते है. मैं तेरे पापा से बात करूँगी. मेरे प्यारा बेटा मेरी कितनी फिकर करता है.

ये कह कर मम्मी ने मुझे गाल पे किस किया और अपनी गोदी में मेरा सिर रख कर मेरे सिर पे हाथ फेरने लगी. थोड़ी देर हम ऐसे ही बैठे रहे. फिर मम्मी बोली.

मम्मी: चलो बेटा ., मुझे अब लंच भी रेडी करना है.

मम्मी फिर उठ कर किचन में चली गयी. . के पास से किचन का सिर्फ़ सेंटर ही . था. लेकिन दोनो साइड्स की . लगी हुई नही दिखती थी.

मम्मी वाहा से मुझे दिखाई नही दे रही थी.

मैं फिर उठ कर मम्मी के पास गया और देखने लगा की मम्मी क्या बना रही थी.

फिर मैं . होने लगा, तो मैं 1स्ट्रीट . पे चला गया. वाहा पे मेरा . था. मैं उसमे ग़मे खेलने लगा. मैं . में ही लगा हू था. तभी मैने डोरबेल सुनी तो देखा टाइम 1:30 . हो रहा था. मैने . पे से ही देखा तो रोहित भैया आए थे(हमारे स्टोर का .)

मैं . पे ही च्छूप कर वाहा देखने लगा. मैने सोचा था जब रोहित भैया बैठ जाएँगे तो उनको पीछे से दर्रा दूँगा.

रोहित: नमस्ते मालकिन, कैसी है आप?

मम्मी (स्माइल के साथ): नमस्ते, आओ रोहित बैठो.

मम्मी: 15-20 मिनिट बैठो खाना बनने में तोड़ा टाइम लगेगा.

रोहित: जी मालकिन.

मम्मी: पानी लोगे?

रोहित: जी मालकिन दे दीजिए.

मम्मी जब किचन में जाने लगी तो रोहित मम्मी की गांद बहुत ध्यान से देख रहा था, और अपने लंड पे हाथ फेर रहा था.

ये सब देख के मैने रोहित को डरने का प्लान ड्रॉप कर दिया, और वही खड़ा होके देखने लगा. फिर रोहित सोफे पे बैठ गया, और किचन की तरफ ही देखता था.

2 मिनिट में मम्मी पानी लेके आई, और मम्मी ने झुक के उसके आयेज ट्रे की तो रोहित पानी का ग्लास उठाते हुए मम्मी के बूब्स ही निहार रहा था, जो बिल्कुल आचे से दिख रहे थे. मम्मी ने उसको देख लिया था, और स्माइल कर दी थी, और रोहित ने भी स्माइल कर दी.

मम्मी फिर ट्रे वाहा रख के किचन में जाने लगी. और जाते हुए मम्मी स्माइल कर रही थी. मैं वही खड़ा हुआ था.

रोहित: मालकिन ध्रुव बाबा कहा है? दिख नही रहे.

मम्मी: अर्रे वो तो उपर ग़मे खेल रहा है. बहुत मुश्किल से नीचे आएगा अब वो.

फिर मम्मी ने रोहित को आवाज़ दी और किचन में बुला लिया. रोहित जल्दी से उठ कर किचन में गया और मैं भी जल्दी से नीचे आ की दीवार के पीछे च्छूप कर देखने लगा.

मम्मी: रोहित ज़रा प्लीज़ मेरी हेल्प कर दो.

रोहित: जी मालकिन बोलिए.

मम्मी: जल्दी से रोटी बना देती हू, तुम इतने में डाल देखते रहो.

रोहित: जी मालकिन.

मम्मी ने आता गूँथना शुरू कर दिया. रोहित डाल चेक करते-करते मम्मी की गांद भी देखे जेया रहा था, और ये सब मम्मी भी तिरछी नज़रों से देख रही थी, और स्माइल कर रही थी.

मम्मी आता गूँथते हुए अपनी गांद बहुत ज़्यादा हिला रही थी. मम्मी भी जान-बूझ कर रोहित को अपनी सेक्सी गांद दिखा रही थी, और एक तो मम्मी ने पनटी भी नही पहनी थी, जिससे गांद और ज़्यादा उछाल रही थी. रोहित भी फुल एंजाय कर रहा था. फिर मम्मी ने रोहित को बोला-

मम्मी: रोहित, ज़रा ये उपर वाले कपबोर्ड में से मुझे एक प्लेट निकाल के दे दो.

रोहित मम्मी के पीछे आके खड़ा हो गया, और बिल्कुल चिपक कर कपबोर्ड का गाते खोला. मम्मी भी वाहा से हॅट नही रही थी, बस अपना सिर तोड़ा नीचे करके वही खड़ी रही. रोहित बिल्कुल मम्मी से सता हुआ था. मम्मी को उसका लंड फुल आचे से महसूस हो रहा होगा.

रोहित: मालकिन कों सी प्लेट निकालनी है?

मम्मी: पीछे वाइट प्लेट्स होंगी, एक निकाल लो.

रोहित और ज़्यादा आयेज हो गया और मम्मी बिल्कुल ही किचन की स्लॅब पे झुक गयी. मम्मी ने रोहित को कुछ भी नही कहा. 2-3 मिनिट आचे से रोहित जान-बूझ कर प्लेट निकालने की कोशिश के बहाने मम्मी की गांद में अपना लंड घुसता रहा, और मम्मी भी बिना कुछ बोले एंजाय करती रही.

फिर रोहित ने प्लेट निकाल के साइड पे रख दी. लेकिन मम्मी के पीछे से नही हटा. मम्मी जो बिल्कुल ही स्लॅब पे झुक गयी थी, अब मम्मी सीधी हुई. मम्मी के गाउन पे आत्ता लग गया था. उन्होने अपनी गर्दन घुमा के स्माइल करते हुए रोहित को देखा.

रोहित ने फिर मम्मी की गर्दन पे किस करना शुरू कर दिया. मम्मी ने भी अपनी आँखें बंद कर ली, और गर्दन उपर करके लंबी-लंबी साँसे लेने लगी. रोहित ने मम्मी को घुमा दिया, और किचन की स्लॅब पे एक दूं से बिता दिया. जिस वजह से एक-दूं से मम्मी आतते वाले बर्तन के उपर ही बैठ गयी.

मम्मी ने वो बर्तन साइड किया, और दोनो लीप तो लीप किस करने लगे. इतनी ज़ोर-ज़ोर से दोनो किस कर रहे थे, की पूछ पूछ की आवाज़ काफ़ी आ रही थी. 3-4 मिनिट किस करने के बाद रोहित मम्मी के बूब्स गाउन के उपर से दबाने लगा. रोहित के हाथो पे भी आत्ता लग गया था.

मम्मी ने रोहित की त-शर्ट उतार दी, और साइड फेंक दी, और उसकी चेस्ट और निपल्स पे किस करने लगी. रोहित ने भी मम्मी को खड़ा करके मम्मी का गाउन उतार दिया, और मम्मी को नंगा देख के वो पागल सा ही हो गया. बूब्स के पिंक निपल्स और छूट भी बिल्कुल पिंक.

रोहित ने मम्मी के बूब्स चूसने शुरू कर दिए, और मम्मी सिसकारियाँ लेती हुई. वो उसका सर अपने बूब्स पे दबाने लगी. थोड़ी देर बूब्स चूसने के बाद मम्मी ने रोहित को पीछे कर दिया, और फिर उसकी पंत और अंडरवेर निकाल दिए और घुटनो पे बैठ कर मम्मी ने अपने बाल बाँध कर छोटी बना ली और उसका लंड चूसने लगी.

रोहित का लंड पापा के लंड से काफ़ी बड़ा था. मम्मी ज़ोर-ज़ोर से रोहित का लंड चूस रही थी, और रोहित मम्मी की छोटी पकड़ कर उससे खेल रहा था.

रोहित: आहह मालकिन ससस्स बहुत मज़ा आ रहा है आअहह.

फिर मम्मी खड़ी हुई और रोहित को किस करने लगी. रोहित ने खड़े-खड़े ही मम्मी की टाँगे खोली, और अपना लंड छूट में डालने लगा. मम्मी की छूट में लंड जा नही रहा था, तो रोहित काफ़ी ज़ोर लगा रहा था.

एक-दूं झटके से रोहित ने अपना लंड मम्मी की छूट में डाल दिया, और मम्मी की चीख निकल गयी. मम्मी ने अपना हाथ अपने मूह पे रख लिया और एम्म्म एम्म्म करने लगी.

फिर रोहित ने धीरे-धीरे मम्मी को छोड़ना शुरू कर दिया. मैने देखा की जो मम्मी ने गॅस पे डाल रखी हुई थी उसमे से काफ़ी धुआ उठ रहा था. शायद डाल अब जलने लग गयी थी. लेकिन मम्मी और रोहित तो चुदाई में मस्त थे.

मम्मी: आ आ रोहित, ऐसे ही करो.

रोहित: आअहह मालकिन, बहुत टाइट छूट है आपकी. मज़ा आ रहा है बहुत आआहह.

ये सीन देख के मैने भी लंड हिलना शुरू कर दिया था. बहुत सेक्सी लग रही थी मम्मी चूड़ते हुए. दोनो ने वैसे ही खड़े-खड़े 10 मिनिट चुदाई की. फिर रोहित ने मम्मी को घुमा दिया, और किचन की स्लॅब पे झुका कर पीछे से छूट में लंड डाल के छोड़ने लगा.

चूड़ते हुए रोहित मम्मी की गांद पे ज़ोर-ज़ोर से थप्पड़ भी मार रहा था. मम्मी भी ज़ोर-ज़ोर से चिल्ला रही थी. मम्मी बे-ख़ौफ़ थी क्यूंकी एक तो मम्मी मुझे भोला समझती थी, और जब मैं ग़मे खेलट हू तो हेडफोन्स लगा लेता हू. तो मम्मी को पक्का था की मुझे आवाज़े सुनाई नही देंगी.

मम्मी: आअहह रोहित, एयाया और ज़ोर से छोड़ आआ मेरी छूट.

मम्मी तो 3-4 मिनिट में झाड़ गयी थी. उन्होने बहुत पानी छ्चोढा था. काफ़ी रोहित के उपर और नीचे ज़मीन पे भी बहुत गीला-गीला हो गया था. लेकिन अभी रोहित का नही हुआ था, तो रोहित ने फिरसे लंड को छूट में डाला और मम्मी को छोड़ने लगा. इतने में मम्मी का फोन बजा. मम्मी ने रोहित को रोका और फोन पिक किया.

मम्मी: बस थोड़ी देर में भेज रही हू. अभी खाना नही बना है, और वो मेरे साथ किचन में मेरी हेल्प कर रहा है, और उसका फोन बाहर पड़ा होगा इसलिए नही उठा रहा.

मैं समझ गया की पापा का फोन होगा. रोहित 1:30 पीयेम आ गया था, और अब 2 बाज रहे थे, तो पापा ने फोन किया. जितनी देर मम्मी ने पापा से बात की तब तक रोहित ने अपना लंड मम्मी की छूट में ही रखा. जैसे ही मम्मी ने फोन रखा, रोहित ने मम्मी को छोड़ना शुरू कर दिया, और मम्मी को किस करने लगा.

5 मिनिट बाद रोहित ने मम्मी को ज़ोर-ज़ोर से छोड़ना शुरू कर दिया.

रोहित: मालकिन मेरा होने वाला है.

मम्मी: अंदर नट निकालना.

रोहित ने अपना लंड बाहर निकाल लिया, और मम्मी नीचे घुटनो पे बैठ कर उसका लंड ज़ोर-ज़ोर से हिलने लगी.

इतने में रोहित झाड़ गया और सारा माल मम्मी के मूह, नाक, और बूब्स पे गिर गया था.

मम्मी रोहित को देख के नॉटी स्माइल कर रही थी. मम्मी ने रोहित के लंड को चूस कर सॉफ कर दिया, और जो माल मम्मी के मूह और नाक पे गिरा था, वो भी मम्मी ने अपनी उंगली से चाट लिया. तभी रोहित बोला-

रोहित: मालकिन डाल तो पूरी तरह जल के खराब हो गयी. अब क्या करेंगे?

मम्मी: अर्रे ये तो मैं भूल ही गयी थी.

रोहित: कोई बात नही मुझे आप तिफ्फ़िं दे दो. मैं बाहर से खाना ले जौंगा मलिक के लिए.

मम्मी और रोहित ने अपने कपड़े पहने और मम्मी ने उसको तिफ्फ़िं दे दिया. रोहित ने मम्मी को किस किया और चला गया.

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