ही दोस्तों, मैं आपका मूडछंगेरबोय आया हू एक और इन्सेस्ट सेक्स स्टोरी लेकर. ये स्टोरी है मा और बेटे के बीच बदलते गये रिश्ते की. जो लड़के अपनी मा को छोड़ना चाहते है और जो औरतें अपने बेटे से छुड़वाना चाहती हो, ये स्टोरी उनके लिए ख़ास है. क्यूंकी ये सॅकी गटना हुई है. मैं आपको सीधा स्टोरी पर ले चलता हू.
मेरा नाम अभी है. मेरी जॉब इट में है, तो मैं घर से ही काम करता हू. मेरी फॅमिली में मैं अभी (आगे 24), मेरा बड़ा भाई (आगे 26), मों (आगे 48), दाद (आगे 51), और भाभी (आगे 24) रहते है.
ये कहानी मेरे और मेरी मम्मी के बीच बने रिश्ते की है. सब कैसे हुआ मैं आपको बता देता हू. ये कहानी शुरू होती है आज से 6 साल पहले यानी की 2018 से. मैं तब कॉलेज में था और मेरी इट में स्टडी चल रही थी. जून का महीना था, मैं और मम्मी नानी के घर उनके गाओं 7-8 दिन वाकेशन पर गये थे. मेरे बड़े भाई का तब जॉब लग गया था, तो वो नही आ सका.
अब गाओं में लोग ज़्यादातर 10 बजे के आस-पास सो जाते है. और मेरे घर का सिस्टम ऐसा है की हम कभी 11 बजे से पहले सोए ही नही थे. एक बार रात को मुझे भूख लगी, और सब सो रहे थे. मैने देखा की मामी और नानी सो रहे थे, तो उनको डिस्टर्ब नही करता.
फिर मैं उठ कर किचन में गया, सोचा कुछ नाश्ता मिल जाए तो खा लेता हू. मैं जैसे किचन में गया, तो मुझे किचन का खिड़की खुली दिखी. मैने बाहर देखा तो मेरी मम्मी खड़ी थी. मैने सोचा मेरी मम्मी अभी यहाँ क्या कर रही थी?
मैं आपको बता देता हू की आपको शायद पता होगा की गाओं में टाय्लेट और बातरूम अक्सर घर के बाहर पीछे की साइड होते है. और नानी के घर पूरी रात पीछे और आयेज एक बल्ब जला कर रखते है.
मैने देखा की मेरी मम्मी पसीने से लत-पाठ सारी उतार रही थी. वो देख कर मेरी ढकने बढ़ गयी. मैं 18 साल का जवानी में प्रवेश करने वाला लड़का, जो ये भूल गया की बाहर जो 42 साल की ब्लू सारी पहने औरत को वो देख रहा था, वो उसकी मा थी. पता नही मुझे क्या हुआ, मुझे मम्मी को ऐसा देखने के लिए मॅन किया. मैने तब तक किचन की लाइट ओं नही की थी. अंधेरे की वजह से मम्मी मुझे नही देख नही पा रही थी.
मम्मी की बात करू तो यूयेसेस टाइम उसकी हाइट 5’3” वेट 52क्ग और फिगर 34द-30-36 था. मम्मी ने पहले अपनी ब्लू सारी निकली. उसका फेस मेरी क्रॉस साइड था. फिर उसने अपने ब्लाउस के हुक खोले. दोस्तों वहाँ उसका एक-एक हुक खुल रहा था, और यहाँ मेरी ढकने रफ़्तार पकड़ रही थी. मम्मी ने ब्लाउस निकाला, तो वो वाइट ब्रा और वाइट पेटिकोट में खड़ी थी.
मेरी मम्मी ने माइके में बहुत काम किया था. हार्ड वर्क से उसका बॉडी शेप जिम में जाने वाली लड़कियों जैसा था. दोस्तों मेरी मम्मी क्या माल थी वो मुझे उस दिन पता चला. उसको उस हालत में कोई भी देख लेता, तो उसकी चुदाई के सपने देखने लग जाता. मैं उसका बेटा होकर उसके बारे में सोचने लग गया.
उसके बाद वो ब्लाउस फेंकने मेरे साइड तुर्न हुई, तो मुझे उसके फ्रंट से बूब्स दिखे. क्या बूब्स थे दोस्तों. मीडियम लार्ज साइज़ पर्फेक्ट रौंद बूब्स थे. उसके बाद मम्मी तुर्न हुई, तो मुझे उसकी पतली कमर और वाइट ब्रा का स्ट्रॅप दिखा.
वो नज़ारा देख कर मैं बहक गया. अब मम्मी ने पेटिकोट का नाडा खोला, वो उसके पैरों में अटक गया. मम्मी जब उसको निकालने नीचे झुकी. तब ब्लॅक पनटी में उसकी गांद जो मूव हुई थी दोस्तों, अफ क्या नज़ारा था. मेरा हाथ मेरे लंड पर चला गया, और मैने शॉर्ट्स के उपर से लंड मसल दिया.
मम्मी 2-4 स्टेप चल कर बातरूम में गयी. उसकी गांद और कमर क्या मूव हो रही थी. वो बातरूम में चली गयी, उसके बाद भी मैं वहीं देखता रहा. दोस्तों मैं किचन में आया, और मम्मी ने बातरूम का डोर बंद किया. ये टाइम ड्यूरेशन कुछ एक मिनिट से भी कम था. लेकिन वो एक मिनिट में मेरा मेरी मा को देखने का नज़रिया बदल गया.
कुछ एक मिनिट बाद मुझे रीयलाइज़ हुआ की मैं किचन में क्यूँ आया था.
मैं वो सब सोचते हुए नाश्ता करने लगा. तब तक मैने किचन की लाइट ओं कर दी थी. जब मम्मी बातरूम से निकली तो मैं उसको फिर से देखने लगा. मम्मी ने मरून कलर की मॅक्सी पहनी थी. वो सिल्क की थी, और शायद मम्मी ने नीचे ब्रा नही पहनी थी. उसकी बॉडी शेप सिल्क की मॅक्सी में बहुत सेक्सी लग रही थी.
उसके तनने हुए बूब्स और उभरी हुई गांद को छ्छूने का मॅन किया. एक मिनिट के हादसे ने मुझे मेरी मा के जिस्म का भूखा बना दिया था. मम्मी बाहर अपना काम कर रही थी. वो कपड़े टाँग रही थी, और मैं उसकी हिलती हुए गांद देख रहा था. उसका हर एक मूव मुझे पागल बना रहा था.
मुझे जब किचन में आई तब मैं नाश्ता कर रहा था. मुझे देख उसने स्माइल की. हम बातें कर रहे थे, पर मेरी नज़र बार-बार उसके बूब्स पर जाने लगी. बिना ब्रा के मॅक्सी में उसके बूब्स काफ़ी बड़े लग रहे थे. उसके बाद वो सोने चली गयी. पहली बार मैने मम्मी को इतना नोटीस किया. वो काफ़ी क्यूट लगी मुझे. मेरे से रहा नही गया, तो मैं बातरूम में मूठ मारने की सोच कर चला गया. मैं अंदर गया, वहाँ मम्मी की ब्रा लटकी हुई थी. मैने उसको हाथ में पकड़ा, तब वो पसीने में भीगी हुई थी. मैने ब्रा को स्मेल किया. वाउ क्या स्मेल थी दोस्तों. मैं तो मदहोश हो कर स्मेल करता रहा, और लंड हिलता रहा. मैने स्पर्म को मम्मी की ब्रा के कप में निकाल दिया.
मुझे जब रीयलाइज़ हुआ की मैने ये क्या कर दिया, तो ब्रा को पानी से धो कर वहीं टाँग दिया. मैं अब रोज़ रात का वेट करता की कब मम्मी जाए और मैं ये नज़ारा देख साकु. पर मुझे बस 2 बार देखने को मिला. अब मेरा रोज़ का हो गया. मम्मी बातरूम से निकलती तो उनकी ब्रा पर मूठ मारता.
जब हम हमारे घर आए, उसके बाद मुझे ये मौका ही नही मिल रहा था, की मम्मी को ऐसे देखु. लेकिन उसके बाद मैं मम्मी के जिस्म को देखने लगा था. वो काम करती तब, और मेरे रूम में झाड़ू लगाने आती तो ब्लाउस में बूब्स देखा करता. मैने लेकिन कभी मम्मी को ये रियलाइज़ होने नही दिया, की मैं मम्मी को गंदी नज़र से देखता था. मैं पूरा फील लेता था, लेकिन मेरा बिहेवियर कॉज़ल ही रहता था.
लेकिन मैं मम्मी का अछा बेटा बन रहा था. उसका हर एक काम करने लगा था. वो भी मेरी ज़्यादा केर करने लगती. मुझे कभी-कभी गिल्ट भी फील होता की मैं मम्मी के बारे में ग़लत सोच रहा था, और ऐसा नही सोचना चाहिए. पर मम्मी का सेक्सी जिस्म मुझे उसका दीवाना बना रहा था. मेरे पापा और मम्मी में हमेशा तू-तू मैं-मैं होती रहती थी, और मम्मी और मैं अकेले होते तब मम्मी एमोशनल हो कर रोटी और अपनी सारी परेशानी मुझे बताती. मैं मम्मी को हमेशा पॉज़िटिव और खुश रहने को बोलता. उसको मेरे साथ अछा लग रहा था. और मेरे से हर एक प्राब्लम शेर करने लगी.
मैने सोच लिया की मैं जल्दबाज़ी नही करूँगा. मैं बिना किसी एक्सपेक्टेशन्स के मम्मी से क्लोज़ होता रहा. जैसे साल गुज़रते गये, मेरी मम्मी को मैने और मॉडर्न और स्टाइलिश कर दिया था. वो अब अपनी स्किन और फिगर का बहुत आचे से ख़याल करने लगी. मेरी मा की उमर बढ़ रही थी, पर वो और ही सेक्सी बन रही थी. ऐसे ही 4-5 साल गुज़र गये, पर मैने हार नही मानी. मेरी कोशिश लगातार जारी रही.
इस बीच मैने बहुत सी लड़कियों और भाभियों को छोड़ लिया, और यहीं एक कारण था की मेरी लाइफ में सेक्स की कमी नही थी. तो मैं मम्मी के लिए पेशियेन्स रख पाया.
पर जो मज़ा मेरी मा का बदन छ्छूने में था, वो वाली वाइब्स किसी और में नही आ रही थी. मैं उसको ग़लत तरीके से छ्छूने की हमेशा कोशिश करता रहता. मैं आपको बता देता हू की अब मेरी मम्मी भाभी टाइप लगती है. वो है तो 48 की पर दिखने में 38 से उपर की नही लगती.
पीछले साल यानी की फेब, 2023 में मेरी मम्मी स्टूल से नीचे गिर गयी. तो उसके पैर की हड्डी टूट गयी. सर्जरी से ठीक हुआ. अब घर में मैं और भाभी दोनो मम्मी की सेवा करने लगे. उनका सारा काम मैं और भाभी करते. मम्मी को कही जाना होता तो मैं उसको सपोर्ट देता. मम्मी उस टाइम मॅक्सी पहना करती.
जब मैं उसको बॅक से सपोर्ट देता, तब मुझे उसका टच बहुत अछा लगता. कभी-कभी मुझे उनकी ब्रा की स्ट्रॅप भी फील होती. मेरा तो ऐसे टाइम लंड खड़ा हो जाता था. मैं हमेशा मम्मी को इसी बहाने छ्छूने की तलाश में रहता. और इन 6 महीनो में मम्मी मेरे से और आत्तेछेड़ हो गयी.
उसके बाद 2-3 मंत्स की फिसियोतेरपी से मम्मी एक-दूं ठीक हो गयी. ये 6 मंत्स के बेडरेस्ट और मेडिसिन के उसे से मम्मी का 8-10 क्ग वेट बढ़ गया. मम्मी अब थोड़ी मोटी लगाने लगी थी. उसकी गांद और बूब्स पहले से बड़े हो गये थे. और अब सारी में उनकी मोटी गांद बहुत ज़्यादा सेक्सी लग रही थी. उनके बूब्स और गांद के कुवर्व्स मुझे और पागल बना रहे थे. एक दिन शाम के टाइम मैं और मम्मी दोनो उनके बेडरूम में पास में लेते हुए थे.
मम्मी: अभी मुझे लग रहा है मेरा बहुत वेट बढ़ गया है, और मैं मोटी हो गयी हू. मुझे शरीर भारी लग रहा है.
मैं: कहाँ मोटी हो गयी हो? पहले से ज़्यादा अची लगने लगी हो (मम्मी ब्लश करने लगी).
मम्मी: अर्रे सच में मोटी हो गयी हू. मेरा पेट बढ़ गया है. (वो अपनी थाइस की और दिखाते हुए) और ये भी अब बढ़ गये है.
मैं (जान-बूझ कर माना कर रहा था): कहाँ हुआ है, मुझे नही लग रहा. चेक करने दे.
अब मैं उसकी बॉडी को टच कर रहा था. क्या मज़ा आ रहा था दोस्तों. मैं पहले उसके आर्म्स, फिर उसकी बॅक, और लास्ट में बूब्स के नीचे से पेट को पकड़ कर फील ले रहा था. मैने उसकी थाइस को भी छ्छू कर देखा. उसका टच मेरे अंदर एक लेहायर उठा देता था.
मैं: हा तोड़ा हुआ है, पर आप बोल रहे हो, उतना नही हुआ.
मम्मी ये सुन कर खड़ी हुई, और बेडरूम का डोर लॉक कर दिया. मैने सोचा मम्मी ये क्या कर रही थी. अब वो मेरे पास आई और उन्होने अपनी मॅक्सी उपर की. मेरी तो ढकने बढ़ गयी. उन्होने नीचे टाइट शॉर्ट्स पहना था. मैने देखा की उनका पेट तोड़ा लटक गया था. अब वो उल्टा घूम गयी तो मुझे उनके लोवे हॅंडल बढ़े हुए दिखे.
मेरा तो मूड ऑफ हो गया था. क्यूंकी 6 साल पहले जो मम्मी देखी थी, और उस दिन की मम्मी के फिगर में बहुत फराक पद गया था. लेकिन अभी भी मम्मी की ह्टनेस कम नही हुई थी. उस लुक में भी मम्मी किसी भी मर्द को उसकी और आकर्षित कर सकती थी.
मैने मम्मी के लोवे हॅंडल को टच किया, और तोड़ा सहला रहा था. मम्मी शॉर्ट्स को तोड़ा नीचे करके कुछ दिखाने वाली थी, की रूम को किसी ने नॉक किया. मम्मी ने फाटाक से मॅक्सी को नीचे किया, वहाँ पापा खड़े थे. और वो मम्मी को खाना लगाने को बोल रहे थे.
ऐसे ही 3-4 दिन निकल गये. और मम्मी झाड़ू लगाने मेरे रूम में आई.
मम्मी: अभी तुमने कुछ बताया नही.
मैं: किस बारे में मम्मी?
मम्मी: अर्रे मेरा वेट कम करना है. और ऐसा कैसे हो गया मेरा? मुझे ऐसा शरीर अछा नही लग रहा (वो अपने फिगर को लेकर काफ़ी बेचैन थी).
मैं: अर्रे वो तो आप रेस्ट कर रही थी ना इसलिए. वो तो टाइम होने पर ठीक हो जाएगा.
मम्मी: तुम जिम जाते हो. मुझे कोई ऐसा एक्सपीरियेन्स बताओ ना की मेरा वेट कम हो जाए. और ये सब चर्बी उतार जाए.
मैं: मम्मी सच काहु तो तुम ऐसे भी बहुत मस्त लग रही हो (वो स्माइल करने लगी).
मम्मी: मुझे भी अपने साथ जिम पर लेकर चल ना.
मैं: ठीक है, कल जिम पर बात कर लेता हू. लॅडीस टाइम पर चली जाना.
मम्मी खुश हो कर रूम से चली गयी. जब वो रूम से निकली तो सारी में उनकी गांद देख कर मैने अपना लंड मसल दिया. उनकी कमर की चर्बी उनको और सेक्सी बना रही थी. मम्मी ने नेक्स्ट मंडे से रेग्युलर जिम जाना शुरू कर दिया. और उसके 2-3 मंत्स में ही उनका वेट कम होने लगा.
उनकी गांद का शेप सही हो गया, और बूब्स का उभार भी बढ़ गया. मुझे पता चल गया की मों की ब्रा का साइज़ अब बढ़ गया था. उसके आयेज क्या हुआ मैं आपको नेक्स्ट पार्ट में बतौँगा. मेरी इन्सेस्ट सेक्स स्टोरी पर अपने रिव्यूज़ ज़रूर दे.