मा के अपने बेटे की रंडी बनने की सेक्सी कहानी

मैं अपने ही बेटे से अंजान महिला बन कर छत कर रही थी, ताकि बेटे को अपनी मों की छूट दिलवा साकु. अब आयेज की स्टोरी पढ़ो.

मैं: एक बात बता मों को छोड़ने का पूरा मूड है ना?

बेटा: हा यार, अब तो बस मिल जाए मों की छूट. बुत वो तैयार तो हो जाए.

मैं: मों के साथ क्या-क्या करोगे?

बेटा: पहले तो बूब्स ही दबौंगा. फिर चूसने है, और फिर मों की आचे से सर्विस करनी है.

थोड़ी देर बाद मैं दूध लेकर उसके रूम में गयी. मैने डीप नेक वाला गाउन पहना था, ताकि बेटा दोनो बूब्स की दरार आराम से देख सके. बेटा मुझे देख कर स्माइल देने लगा तो मैने भी उसको स्माइल दी.

मैने उसके सामने झुक कर दूध का ग्लास दिया. वो मेरे बूब्स को देख कर खुश हो रहा था. मेरा ध्यान दूसरी तरफ था, ताकि वो बूब गौर से देख ले.

बूब्स काफ़ी सारे देख लिए थे उसने. उसको बूब्स दिखा कर मुझे भी मज़ा आया. मैं अपनी एक टाँग उपर करके बैठ गयी. उसको मेरी नंगी थाइस कुछ हद तक दिख रही थी. वो मेरे बूब्स की तरफ देख कर खुश हो रहा था, और वो दूध पीते हुए मेरे मज़े ले रहा था. फिर मैने उसको बोला-

मैं: ज़्यादा देर फोन मत देखना.

तो वो बोला: हा, अब सौंगा.

कुछ देर तक बूब्स देखने के बाद मेरी उससे नज़र मिली तो मैने स्माइल दी. तो वो भी स्माइल देने लगा. मैने अपने बूब्स को उसके सामने ही सहलाया तो वो घूर्ने लगा. फिर मैने उसको बोला-

मैं: चलो अब सो जाओ.

वो लेता तो मैने उस पर झुक कर चादर ओढ़ा दी. उसको बूब्स भी दिखा दिए, और गांद हिलती हुई बाहर आ गयी.

बेटा: यार अभी मों आई थी. मैने मों के बूब बिल्कुल पास से देखे. मॅन किया की मों को पकड़ कर यही छोड़ लू.

मैं: ओह, एक बात तो है. लगता है तेरी मों बहुत मस्त माल है. चलो बाइ अब बेटा आ गया है. अब उसको भी छूट देनी है.

बेटा: चलो ठीक है.

रात को मैं बेटे को याद करते-करते सो गयी. दिन में बेटे को काई बार बूब्स दिखाए. आत्ता गूँथते टाइम मेरे दोनो हाथ आतते में थे, तो बेटे को बोला की मेरी पीठ पर खुजली कर दे.

उस टाइम पीछे से सूट उपर करवा कर उसने मेरी पीठ पर हाथ फेरे. मैं रोहित को गरम करना चाहती थी, ताकि वो मुझे खूब मज़ा दे. बेज़ार जाते टाइम बिके पर काई बार बूब्स उससे टच किए.

रात को उसको रूम में बुला कर पीठ पर हाथ फ़िरवाया. छत करके भी मैं उसको गरम कर रही थी. उसने बातरूम में मेरे नहाते टाइम का मोबाइल से वीडियो भी बना लिया था. मैने उसको पीठ ही दिखाई. बूब्स वाली साइड थोड़ी बहुत दिखाई. वीडियो देख कर वो काफ़ी एग्ज़ाइटेड था.

खाना खाते टाइम भी वो बार-बार मेरे बूब्स ही देख रहा था. फिर 3-4 दिन के बाद मैने सर दर्द का नाटक किया. रात को गाउन पहन कर बेटे को रूम में बुला लिया, और उसको बोली की मेरा सर दब्ए.

मैने उसको बोला: मेरा सर दर्द हो रहा है, और मैने नींद वाली गोली ली है. जब मुझे नींद आ जाए तो तुम अपने रूम में चले जाना.

बेटा ये बात सुन कर खुश हुआ. वो मेरा सर दबाने लगा. थोड़ी देर बाद मैने नींद लेने का नाटक किया. उसको लगा की मैं सो गयी, तो वो अपने रूम में गया और सब बात छत पर बता दी.

मैने उसको बोला: तू मों का गाउन हटा कर उसके बूब्स चूस और फिर छूट चाट. फिर छूट चिकनी हो जाएगी तो छोड़ लेना. लाइट ऑफ करके करना. रूम में बिल्कुल नंगे हो कर जाना ताकि आराम से ये सब कर सको.

वो तोड़ा डरा हुआ था. बुत 2-3 बार रूम में गया और वापस आ गया. बुत उसको फोर्स किया की ऐसा मौका फिर नही मिलेगा. मों जाग भी गयी तो वो आँख नही खोलेगी.

फिर वो रूम में आया और गाउन डोर करके मेरे बूब्स दबाने लगा. फिर छूट सहलाने लगा. थोड़ी ही देर में उसने लंड मेरी छूट में डाला, और शॉट मारने लगा. मुझे अछा फील होने लगा. बुत वो कुछ डरा हुआ था, तो तेज़ शॉट नही मार रहा था.

उसने कुछ देर बाद लंड बाहर निकाल लिया, और मेरे उपर दबाते हुए हिलने लगा. मेरा मॅन था की वो मुझे छोड़े. बुत इससे ज़्यादा कुछ नही हुआ. वो अपने रूम में चला गया. मैं सोचने लगी की अब तो बेटे को ओपन ही इन्वाइट करना होगा ताकि वो जाम कर छोड़ सके.

दूसरे दिन मैं प्लान बनाने लगी. रोहित नहा कर टोलिया लपेट कर बाहर आ गया. मुझे उसको देखते ही प्लान याद आ गया. मैं रात को नहाने से पहले गाउन पहन कर उसको स्टोररूम में बिस्तर उपर रखने के लिए ले गयी. वाहा जगह कम थी. मेरे पीछे थोड़ी सी जाग ही थी. बिस्तेर रखते टाइम बिस्तेर मैने जान-बूझ कर नीचे गिरा दिए.

बेटे को बोला की वो मेरे पीछे से आ कर बिस्तेर पकड़ ले. बेटा मेरे पीछे गया तो मैने बोला-

मैं: तुम बस पकड़े रहो.

फिर मैं बिस्तेर को धक्का देने लगी और मेरी गांद आयेज-पीछे होने लगी. मेरी गांद पर उसका लंड लग रहा था. मुझे मज़ा आने लगा. मैने 3-4 मिनिट तक बिस्तेर को उपर सेट किया. तब तक उसने मेरी कमर भी पकड़ ली थी. उसका मूड बना हुआ था.

मैं वापस मूडी तो गाउन खुल कर नीचे गिर गया था. मेरे बूब दिख रहे थे और पुर नंगे हो गये थे. बेटे ने मुझे देखते ही स्माइल दी. तभी मेरे पीछे से एक दो बिस्तेर मेरे उपर गिरे तो मैं बेटे पर गिर गयी. मेरे बूब्स उसके चेहरे पर थे. वो तोड़ा सा झुका हुआ था तो मैं भी उस पर झुक गयी. मैने उसके टोलिए को पकड़ कर नीचे गिरा दिया.

उसने मेरे बूब्स को हाथ से पकड़ लिया. मैने पीछे से दूसरे बिस्तेर को भी खींचा तो सारे बिस्तेर नीचे गिर गये. फिर मैं बेटे को बोली-

मिताली: चलो यहा से. श बेटा, पैर में मोच आ गयी. कंधा दो.

रोहित: मों हमारे कपड़े?

मिताली: चलो छ्चोढो उनको. मुझे उपर ले चलो.

हम दोनो बिल्कुल नंगे ही थे. मैने उसके कंधे पर अपनी बाहें रखी और उपर जाने लगे. वो मेरे दूसरे बूब पर हाथ रख कर चल रहा था.

मिताली: ये किसी को बोल मत देना ये सब.

रोहित: नही बोलूँगा.

मुझे मज़ा आ रहा था. रोहित का लंड खड़ा हो गया था.

मिताली: अर्रे इसको क्या हुआ? रोहित तेरा तो तेरे पापा जैसा है.

रोहित ने स्माइल दी. हम आँगन में आ गये.

रोहित: मैं कोई कपड़ा लता हू.

मिताली: अभी रूम पर चलो. कोई नही देख रहा.

जब सीडीयान आई तो रोहित ने मुझे ज़ोर लगा कर गोद में उठा लिया, और मुश्किल से उपर चढ़ने लगा. वो रूम में आया और मुझे बिता दिया. वो मेरे सामने ही खड़ा था. मैने उसके लंड को पकड़ लिया.

रोहित: श मों, आप ये क्या कर रही हो?

वो कुच्छ बोलता तब तक मैं खड़ी हो गयी, और उसको बाहों में भर लिया.

मिताली: श रोहित, तू तो जवान हो गया है.

मैं ये बोलते ही उसके लिप्स पर लिप्स रख कर चूसने लगी. रोहित मेरे कंधे पर हाथ रख कर मेरे होत चूसने लगा. वो बिना बोले ही लगातार लिप्स और गाल चूस रहा था.

मिताली: श रोहित, बहुत मस्त चूस्टा है तू. श, तेरी मों आज बहुत खुश है. बेटे आज अपनी मों को खुश कर दे.

रोहित: श मों, श मज़ा आएगा बहुत. श मस्त है बहुत तू.

मिताली: तेरे पापा से भी मस्त चूस्टा है तू. श आहह रोहित तू ही खुश करेगा अब अपनी मों को.

रोहित अब मेरे बूब्स दबाने लगा. मैं उसकी पीठ पर हाथ फेरने लगी.

रोहित: ऑश आहह मों बहुत मस्त है तेरे बूब.

मिताली: श, अपनी मों को छोड़-छोड़ कर अपनी रंडी बना ले.

रोहित: ऑश अपनी मों को छोड़ने में आज बहुत मज़ा आएगा. श, पापा ने भी खूब छोड़ा है तुझे. अब तू मेरी वाइफ बनेगी. साली अब तू मेरा माल है. श, इतने दिन से कहा थी मेरी जान?

मिताली: तू तो तेरे बाप से भी ज़्यादा मज़े देगा. ये बूब्स चूस अपनी मों के.

रोहित अब बूब चूसने लगा. दोनो बूब्स को दबा रहा था और बारी-बारी से दोनो निपल्स चूसने लगा.

मिताली: ऑश, बेटा हो तो तेरे जैसा, जो अपनी मों की प्यास बुझा दे. आहह बेटे, चूस आज मेरे बूब्स. बहुत मज़ा आ रहा है. उई मा, आहह बेटे. बेटे से छुड़वाने का आइडिया पहले आ जाता तो 5 महीने प्यासी नही रहना पड़ता.

रोहित लगातार बूब्स चूस रहा था. मैने उसके लंड को हाथ लगाया तो वो खूब टन कर टाइट हो गया. लंड को हाथ लगते ही मेरा दिल धड़कने लगा. मैने लंड को छूट पर लगाया. थोड़ी देर सहलाने के बाद बेटे ने शॉट मारा. इससे तोड़ा लंड अंदर गया. थोड़ी ही देर में लंड पूरा समा गया. लंड अंदर जाते ही मुझे मज़ा आने लगा.

रोहित: श मों श, बहुत मस्त है तेरी छूट आहह, मुझे नही पता था की मों की छूट छोड़ने में इतना मज़ा आएगा. ऑश आअहह मिताली तेरी छूट बहुत मस्त है सच में. आहह मेरी वाइफ है तू. अया घरवाली को घर में ही छोड़ना है आज से.

मिताली: श रोहित, वाइफ और घरवाली बोलता है तो मुझे मज़ा आ रहा है बेटा आअहह. . मों को छोड़ने में मज़ा बहुत आता है.

रोहित ने मेरी दोनो टांगे उपर कर ली.

रोहित: तू और .-. से . है?

मिताली: तेरे पापा से ही. . क्या हुआ?

रोहित: नही ऐसे ही . रहा था.

मिताली: . आ रहा है क्या?

रोहित: तेरी जैसी छूट छोड़ रहा हू, और मज़ा तो आएगा ही. सच में तू बहुत मस्त माल है. बहुत देर से मेरे हाथ आई है. अब तो साली रंडी की तरह चुडवाएगी मेरी जान. तेरे बूब्स देख-देख कर मेरा लंड रोज़ खड़ा होता था. ऑश मों, बहुत मज़ा आ रहा है. आहह साली कुटिया.

मिताली: ऑश आअहह छोड़ अपनी मों को. मुझे भी मज़ा आ रहा है, जब तेरे जैसा बेटा मों की छूट पर कूद रहा है. ऑश आहह ऑश आअहह अब मज़ा आएगा बेटे.

रोहित: ऑश मम्मी, ऑश आअहह बेहन की छूट आअहह, मिताली मेरी रंडी तेरी छूट आअहह आअहह अब आएगा मज़ा.

बेटा ज़ोर-ज़ोर से मेरी छूट छोड़ रहा था. मुझे तो बहुत मज़ा आ रहा था. बेटा इतनी मस्ती से छोड़ेगा ये आज पता चला. फिर मैं झट से खड़ी हुई, और घोड़ी बन गयी. रोहित ने बिना देर किए लंड को छूट पर रखा, और फिरसे छूट छोड़नी शुरू कर दी.

रोहित: ऑश मिताली, ये स्टाइल तो और भी मस्त है. घोड़ी बन कर मस्त चुदाई हो रही है.

मिताली: बेटा ऑश आअहह मुझे भी घोड़ी बन कर अछा लग रहा है. ऑश आज पता चला की बेटे की रंडी बन कर कितना मज़ा आता है.

रोहित: ऑश ऊहह मिताली मेरी जान ऑश अया मज़ा आ रहा है.

मिताली: कम ओं मी बॉय, फक युवर बिच! श आअहह आने वाला है. श आ बेटा श मेरी जान श ऑश.

रोहित: उ मा ऊहह आ आओ ऑश.

मिताली: ऑश आ गया मज़ा आहह.

मुझे बहुत ही मज़ा आया. बेटा भी मेरे साथ ही झाड़ गया. फिर मैं बेड पर बैठ गयी.

मिताली: रोहित मी बॉय, तूने बहुत अछा मों को छोड़ा है. बहुत मज़ा आया.

रोहित रूम से बाहर चला गया. मैं पानी पी कर वही लेट गयी. आज सच में बेटे ने बहुत ही मस्ती से छूट छोड़ी. दिल खुश हो गया. बेटे ने बूब, लिप्स, गाल सब चूज़ और छूट को भी पानी से भर दिया. बेटे से छुड़वा कर मस्ती सी चढ़ गयी थी. चलो अछा हुआ. मों को छोड़ने वाला बॉय घर में ही मिल गया.

मुझ जैसी बहुत सी मों चूड़ना चाहती है बुत हिम्मत नही कर पति. ये स्टोरी पढ़ कर बहुत सारी मोम्स ने अपने दिल की बात एमाइल पर भेजी है. सच में लॅडीस को रात को सोते टाइम अपनी छूट में लंड चाहिए.

काई हाउसवाइफ ने बताया की वो किस तरह छूट घर में छुड़वा कर मज़े ले रही है.

आपको स्टोरी अची लगी है तो बताना.

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