मा बेटे में चूत और गांद चुदाई की स्टोरी

ही, मेरा नाम अमन है, आंड ये मेरी पहली स्टोरी है, जो एक साल पहले हुई थी.

ये 4त पार्ट है मेरी स्टोरी का.

दे 6-

तो स्टोरी शुरू करते है अब. जैसा आपने लास्ट स्टोरी में पढ़ा, मैं अपने रूम में रेडी था, और वेट कर रहा था अपनी मा के रूम में जाने का. फिर अराउंड 11 बजे के बाद उनका मेसेज

आया और मैं बोला 10 मिनिट में आया. फिर मैं पर्फ्यूम लगा के 10 मीं बाद उस रूम में गया.

मैने देखा पुर रूम में एर फ्रेशनेर के स्मेल आ रही थी. फिर जैसे ही मैने मों को देखा, वो अपनी एक निघट्य में बैठी थी. तो मेरे अंदर की आग चार गुना और बढ़ गयी. मैं भूल गया की वो मों थी मेरी. फिर मैने रूम को लॉक किया. एसी तो ओं ही था, और उसकी साइड में जाके बैठ गया.

मैने अपनी मा से बोला: तू क्या लग रही है. आज तुझे ऐसी जन्नत दूँगा, की तू ज़िंदगी भर मुझे ही देगी बस फिर.

फिर मैने बोला: रेडी है ना?

उन्होने सर को नीचे की तरफ किया, और मैं बोला: आज रात के लिए तू मेरी रानी है, जिसका मैं पति हू. और तू मेरे लिए मेरी बीवी है, जिसे आज मैं जी भर के प्यार करूँगा.

फिर उसका एक हाथ अपने हाथ में लिया, और माथे पे किस करके धीरे-धीरे उसके कान के कुंडल हटा दिए. फिर जो उसके हाथों की चूड़ियाँ थी, धीरे-धीरे सब उतार दी. तभी उसने मुझे पायल की तरफ इशारा किया.

मैं बोला: इसकी आवाज़ तो मुझे सुन्नी है.

और अब मैं उसको किस करने लगा, और आराम-आराम से उसके होंठो को चूसने लगा. वो भी फुल साथ दे रही थी, और हम एक-दूसरे की जीभ से खेल रहे त किस करते हुए. फिर 5-10 मिनिट की किस के बाद मैं उसकी नेक पे किस करने लगा. उसकी साँसे तेज़-तेज़ चलने लगी. फिर मैने उसको लिटा दिया, और स्टमक पर किस करने लगा, टंग घूमने लगा.

वो मोन करने लगी थी अभी से ही. फिर नाभि में टंग लगा के खेलने लगा. काफ़ी टाइम बाद मैने उसको उल्टा कर दिया, और पीछे किस करने लगा, और वक़्त के साथ दोनो की साँसे तेज़ होने लगी. फिर मैने उसकी निघट्य उतार के नीचे फेंक दी, और फिर उसकी बॅक से खेलने लगा. ये सब चलता रहा. फिर मैं पैरों के पास गया, आंड नीचे से किस करने लगा.

ये चीज़ उपर थाइ तक चली. अब वो पागल सी होनी लगी थी. फिर मैने देखा मा एक बढ़िया सी ब्रा पनटी में थी. काफ़ी देर किस करने और बूब्स दबाने के बाद, अब मैं पनटी के उपर से छूट पे हाथ फेरने लगा. वो तड़पने लगी थी अब.

मैने उसको उल्टा किया, और नीचे पैरों से उपर नेक तक किस करते हुए उपर गया. वो पागलों की तरह मोनिंग करने लगी. फिर मैने उसकी ब्रा खोल दी, और आचे से बूब्स दबाने लगा हाथो से. फिर एक-एक करके उनको आचे से चूस रहा था, और काट रहा था निपल्स को. पुर रूम में मोनिंग गूंजने लगी मों की.

अब वो सिर्फ़ पनटी में थी. तो वो मुझे लिटा के मेरे उपर आ गयी. मैने कुर्ता-पाजामा पहना था, तो उसने मेरा कुर्ता आंड बनियान उतार दी. फिर मुझे लिटा के मेरी पूरी चेस्ट पे किस करने लगी. मुझे लगा मैं जन्नत में था अब, और मैं भी मोन करने लगा.

फिर उसने मेरा पाजामा उतार दिया, और हम ज़मीन पे आ गये. मैं खड़ा था, और वो घुटने के बाल बैठी हुई थी. मेरा पूरा लंड खड़ा था मेरे अंडरवेर के अंदर. उसने जैसे ही मेरा अंडरवेर उतरा उसकी आँखें फटत गयी मेरे 8 इंच लंबे आंड 2.5 इंच मोटे लंड को देख के. मैं समझ गया था, तो मैने उससे पूछा-

मैं: पति का इतना लंबा नही था?

तो वो बोली: नही, वो तो सिर्फ़ 5 इंच का है.

फिर मैं बोला: फिर तो और मज़ा आएगा. चल इसे अब अपने मूह में ले.

और वो इसे धीरे-धीरे टीज़ करते-करते अंदर अपने मूह में लेने लगी. आधा लंड अपने मूह में लेनी लगी. मैं अलग ही दुनिया में था. फिर मैं भी उसका सर पकड़ के लंड को उसके मूह में और डालने लगा. वो खुद ही 6 इंच तक लेने लगी, पर मुझे अपना पूरा लंड अंदर चाहिए था.

तो मैने बोला: थोड़ी और मेहनत करके इसको पूरा अंदर ले.

पर वो ले नही पा रही थी इसको पूरा. तो मैं अब थोड़े प्रेशर से उसके मूह में डालने लगा. फिर मैने सर पकड़ के पूरा लंड अंदर डाल दिया. वो मेरी टाँग पे हाथ मारने लगी, तो मैने फिर उसका सर छ्चोढ़ दिया. वो साँस लेने लगी लंबी-लंबी. फिर उसने मूह में लिया तो मैने फिर सर से पकड़ के पूरा लंड अंदर रखा कुछ टाइम के लिए. और फिर सर छ्चोढ़ दिया.

इस तरह 3-4 बारी किया, तो मैं पहली बार उसके मूह में ही झाड़ गया और वो आधा कम पी गयी. अब मैने उसको गोदी में उठाया, और बेड पे फेंक दिया, और उसको टाँगो से खीच कर अपनी तरफ किया. अब मैं उसकी पुसी पे उपर से हाथ घुमा रहा था. वो मोन करना स्टार्ट कर चुकी थी.

फिर मैने आयेज की तरफ आके उसको एक किस किया आचे से. देन मैने उसकी पनटी उतार दी. उसकी छूट काफ़ी सही फ्लूप्पी टाइप आंड क्लीन थी. फिर मैं उसको एक उंगली डाल के टीज़ करने लगा. वो आवाज़े निकालने लगी. फिर मैने दो उंगली डाल के उसकी आग को और बढ़ाया. मैं उसकी क्लिट से खेलने लगा. उसपे टंग लगते ही वो पागल सी होने लगी, और ज़ोर-ज़ोर से सिसकियाँ लेने लगी.

अब मैने अपना मूह छूट पे लगा के लीक करने लगा. वो सिसकियों के साथ आवाज़े निकालने लगी, और मेरे सर को हाथो से अपनी छूट पे दबाने लगी. 15-20 मिनिट की लिकिंग के बाद उसने पानी छ्चोढ़ दिया, और मैं उसके नमकीन पानी को पी गया. मैं उसको देख रहा था. वो पूरी तरह तड़प रही थी अब.

मैने अपना लंड अब उसकी छूट पे मारा, इससे वो और तड़पने लगी. लंड को मैं अब छूट पे घिसने लगा, तो वो बोलनी लगी-

मा: अब सबर नही होता. डाल दो अंदर.

मैने उसकी टाँगो को अपने शोल्डर पे रखा, और उसकी छूट में एक धक्के में मेरा आधा लंड अंदर चला गया, और वो थोड़ी चिल्लाई. अब मैं अंदर-बाहर करने लगा, और एक और झटका मारा. इस बार उसकी छूट में पूरा लंड घुसा दिया. वो और चिल्लाने लगी, पर मैने तोड़ा वेट किया, और फिर शुरू हो गया अपनी पवर से.

मैं धक्के पे धक्के मारने लगा. पुर कमरे में उसकी आवाज़े आने लगी, जो मुझे और ज़्यादा एग्ज़ाइट करने लगी. मैं और पवर से उसकी लेने लगा. इस तरह से छोड़ते-छोड़ते मैं अंदर ही झाड़ गया. मुझे रेस्ट की ज़रूरत नही थी, पर उसके लिए रुका हुआ था. फिर 2र्ड रौंद में उसकी और आचे से मारी.

वो काफ़ी ज़्यादा तक गयी थी. फिर पता ही नही 3 से उपर बाज चुके थे. अब मैने उसको आधे घंटे का रेस्ट दिया, क्यूंकी मुझे पता था अब अगला सेशन उसकी गांद मारी जाएगी. वो मेरे उपर थी, और मैं उसको काफ़ी देर तक किस कर रहा था. फिर आधा घंटा रेस्ट के बाद मैं बोला-

मैं: अब खेल का असली मज़ा आएगा. अब तेरा दूसरा होल खोला जाएगा.

वो बोली: नही, मैं नही दूँगी.

मैं: अपने पति को माना करेगी?

फिर वोही पूरी बॉडी से खेलने के बाद मैने उसकी गांद में उंगली डालना स्टार्ट किया, जो काफ़ी टाइट थी. फिर एक से दो उंगली डालनी स्टार्ट की. मैं बातरूम में वॅसलीन लेने जेया ही रहा था, तो वो बोली-

मा: वॅसलीन यही पड़ी है.

मैं बोला: अछा तुझे पता था तेरी गांद मारी जाएगी?

तो वो बोली: दिन में तुम्हारी डॉमिनेन्स से समझ आ गया था की तुम लेके रहोगे.

फिर मैने आचे से वॅसलीन लगा दी उसकी गांद पर, और आचे से दो उंगली अंदर-बाहर होने लगी. मैने खूब सारी वॅसलीन लगा ली लंड पे, आंड अंदर गांद के च्छेद पे रख दिया लंड. फिर एक धक्का मारा, तो लंड का टोपा अंदर चला गया, पर वो चिल्ला उठी ज़ोर से.

मैं बोला: थोड़ी देर सहन कर. फिर तो तू खुद उछलेगी लंड पे.

फिर एक झटका और मारा, और आधा लंड अंदर चला गया. वो रोने लगी और बोली-

मा: इसको निकाल लो, दर्द हो रहा है.

मैने बाहर निकाल दिया. उसी पोज़िशन में लेते-लेते मैं उसको किस करने लगा. वो किस करने में खो गयी, तो मैने लंड सेट करके एक झटका मारा, और आधा लंड अंदर घुस गया. उसकी आवाज़ तो डब गयी किस की वजह से, पर आँसू आ गये दोबारा. मैं किस करता रहा, और ऐसे ही दो मिनिट रहा.

फिर किस करते-करते मैने उसकी बॉडी को ज़ोर से पकड़ लिया, और एक और ज़ोर का झटका मारा. अब पुर का पूरा लंड गांद में घुस गया उसकी. मुझे लगा वो काँपने लगी थी, और आँसू और ज़्यादा निकालने लगे. मैने जैसे ही उसके होंठ छ्चोढे, वो चिल्लाने लगी ज़ोर-ज़ोर से. फिर मैने उसके होंठ पकड़ लिए अपने होंठो से, और बोला-

मैं: तोड़ा तो दर्द तुझे सहना पड़ेगा ना प्यार के लिए.

फिर थोड़ी देर रुकने के बाद मैं लंड अंदर-बाहर करने लगा. मैं उसकी आवाज़े तो सुनना चाहता था, तो मैने उसके होंठ छ्चोढ़ दिए, और लंड को अंदर-बाहर करने लगा. वो चिल्लाने लगी और उसे मज़ा आने लगा. फिर मैं उसकी बॉडी को टाइट पकड़ के शुरू हो गया आचे से. पुर रूम में उसकी आवाज़े गूंजने लगी, और मैं चलता रहा ऐसे ही. 5 मिनिट्स बाद उसका दर्द कम होने लगा, तो वो भी मज़े से देनी लगी.

कुछ टाइम बाद वो खुद शुरू हो गयी फुल मज़े से. मैं उसकी बॉडी को लूस छ्चोढ़ के और ज़ोर-ज़ोर से उसकी गांद मारने लगा एक-दूं फुल जोश से, और फिर उसके 5 मिनिट बाद मैं झाड़ गया. अब टाइम देखा तो 4:30 हो चुके थे. मैने जाके अपने लंड को आचे से सॉफ किया, और उसने भी अपनी छूट और गांद सॉफ की. फिर हम लोग किस करके सो गये. वो मेरे उपर ही सो गयी.

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