हेलो दोस्तों, मेरा नाम आरियाँ है. मेरी उमर 27 साल की है, और मैं कुरली, पुंजब का रहने वाला हू. ये मेरी सॅकी सेक्स कहानी है. पिछले पार्ट में मैने आपको बताया की कैसे मेरे नाई अंकल ने मुझसे उनका लंड चुस्वाया, और कैसे मुझे लंड चूसने में मज़ा आने लगा. अब जब भी मौका मिलता, मैं उनका लंड चूस्टा उनकी दुकान पर जेया कर. अब आयेज की कहानी.
ये बात तब की है, जब मैं 22 साल का हुआ. नाई अंकल का नामे प्रेमलाल था. वो अपनी वाइफ के साथ यहा रहते थे और उनका बेटा भी था, जो की ऑस्ट्रेलिया मैं रहता और जॉब करता था. उनकी यहा पर काफ़ी ज़मीन थी, जो खेती-बाड़ी के लिए उन्होने किराए पर दी हुई थी. उनके बेटे को इन सब मैं कोई इंटेरेस्ट नही था, तो वो ऑस्ट्रेलिया चला गया था.
पिछले 3 सालों मैं जब भी मैं नाई अंकल के पास जाता था, तब वो बस मुझे अपना लंड चुस्वाया करते थे. हम ऐसे ही सिर्फ़ 25-30 मिनिट ही मज़ा किया करते थे, क्यूंकी हम उनकी दुकान में मिलते थे. जब भी मैं उनका चूस्टा था, तब वो मेरी गांद के च्छेद पर उंगली घुमाया करते थे, और मेरी गांद में उंगली डालने की कोशिश करते थे.
मुझे हल्का-हल्का दर्द भी होता था. पर जब उंगली अंदर जाती थी थोड़ी, तो मज़ा भी आने लगता था 1-2 मिनिट बाद. और मैं मज़े से उनका लंड चूस्टा रहता था. सच बतौ दोस्तों, मुझे उनका लंड चूसने में बहुत मज़ा आता था. क्यूंकी उन्होने अपना लंड मेरे हिसाब से रखा था.
जब मैने उनका लंड शुरू-शुरू में 3-4 बार चूसा था, तब उनके लंड पर बाल कम-कम होते थे, जैसे हफ्ते पहले सॉफ किए हो. फिर एक बार उन्होने अपना लंड शेव नही किया 1 महीने तक, और उनके लंड पर काफ़ी बड़े-बड़े बाल हो गये थे. जब मैने उनका बालों वाला लंड चूसा, तब उसमे से जो खुश्बू आ रही थी, वो बहुत ही बढ़िया लगी, और मैं एक-दूं मदहोश हो गया था.
मैं चूस्टे हुए उनके बाल अपने मूह में डाल कर चाट-ता और खींचता. तब उन्हे भी बहुत मज़ा आ जाता था. उनकी बॉल्स भी पुर बालों से ढाकी हुई थी. उस दिन लंड चूस्टे हुए मुझे डबल मज़ा आ रहा था. जब मैने उनका लंड चूस लिया और उनका कम पी लिया, तब उन्होने ने मुझसे पूछा की-
अंकल: कैसा लगा बालों वाला लंड?
तो मैने कहा: बहुत मज़ा आया.
उन्होने कहा: सच में?
मैने कहा: हा सच में. आपका बालों वाला लंड चूस के बहुत मज़ा आया. आप अब से अपने लंड को ऐसे ही रखना, और कभी सॉफ मत करना अपना लंड.
उन्हे बहुत अछा लगा. फिर उन्होने कहा की वो लंड सिर्फ़ मेरे लिए सॉफ करते थे, की मुझे पसंद आएगा या नही. पर वो अब से नही करेंगे. फिर उन्होने मुझे एक लंबा किस किया, और मैं घर आ गया. तब से आज तक 3 सालों में उन्होने अपना लंड कभी पूरा सॉफ नही किया था.
फिर 2019 में कोविद आ गया जिसमे सारी दुकाने और मार्केट बंद हो गयी. मेरे मम्मी पापा को भी कोविद हो गया था, बुत तब वॅक्सीन ना होने के कारण उनकी डेत हो गयी जुलाइ में, और मैं पुर घर में अकेला रहने लग गया. क्यूंकी उस टाइम घर में कोई आ भी नही सकता था.
मेरे पापा एक-लौटे बेटे थे, आंड मेरी मम्मी की बस एक बड़ी सिस्टर है, बुत वो कॅनडा में रहती है. मैं बस तब नाई अंकल से फोन पर बात करता था. 1-2 महीने बाद पता चला की उनकी वाइफ को भी कोविद हो गया था, और उनकी भी डेत हो गयी. उनका बेटा भी वापस आया हुआ था.
जब कोविद के बाद फिर से दुकाने खुलने लगी, उनका बेटा वापस ऑस्ट्रेलिया चला गया. उसने अंकल को भी साथ चलने को पूछा, पर उन्होने माना कर दिया. ये कह कर की वो यहा सारा कुछ छ्चोढ़ कर नही जेया सकते.
जब उनकी दुकान खुली, तब मैं उनसे मिलने गया. तब मुझे अकेले रहते हुए 7 महीने हो गये थे, और अंकल को 5 महीने. तब मार्केट ऑलमोस्ट खाली ही होती थी तो दुकान पर कोई नही होता था. मैं उनसे मिला, उन्होने मुझे कस्स के गले से लगाया. फिर हमने एक-दूसरे से हाल-चाल पूछा, और उन्होने मुझे पीछे वाले रूम में जाने को कहा.
वाहा उन्होने पर्दे की जगह अब दरवाज़ा लगवा लिया था. उन्होने मैं दरवाज़ा बंद किया, और शटर आधा नीचे कर दिया. फिर वो पीछे रूम में आए, और वाहा का दरवाज़ा भी बंद कर दिया. उन्होने मुझे एक-दूं हार्ड स्मूच करना स्टार्ट कर दिया.
हम दोनो करीब 7-8 महीने बाद मिले थे. अंकल मेरे मूह में अपनी जीभ घुमा रहे थे, और मेरे होंठो को चूस रहे थे. हमारी स्मूच 10-12 मिनिट तक चली. फिर हम अलग हुए. उसके बाद उन्होने मुझे कहा-
अंकल: मैने तुम्हे बहुत मिस किया.
मैं: मैने भी आपको बहुत मिस किया.
अंकल: अब तुम भी अकेले रहते हो, और मैं भी अकेला रहता हू. क्यू ना हम दोनो साथ रहे? मेरे लिए तुम मेरी बीवी की कमी पूरी कर देना, और तुम भी अकेले नही रहोगे.
मैं: मैं भी यही सोच अरहा था, की आपसे पूच लू की हम दोनो साथ में रहे.
वो बहुत खुश हो गये, और मुझे फिरसे किस करने लगे. इतने में बाहर पोलीस वाले आ गये. अंकल ने मुझे चेर पर बिताया और उनसे बात करने चले गये. उनके जाने के बाद उन्होने बोला
अंकल: चलो चलते है.
मैं: कहा?
अंकल: मेरे घर.
मैं: अभी कैसे? अभी तो मेरे पास मेरा कुछ समान भी नही है.
अंकल: तो कब चलोगे? (और वो थोड़े उदास हो गये.)
मैं: मैं आपके साथ आज ही चलता हू, पर पहले हम मेरे घर जेया कर मेरा समान उठा लेंगे.
अंकल: ठीक है.
मैं: पर पहले मुझे एक बार आपका लंड चूसना है. इतने महीनो से मैं आपसे मिला नही हू, और आपका कम पीने की आदत भी हो गयी थी. और घर मैं भी अकेला था, तो मुझे आपके लंड की बहुत याद आ रही थी.
अंकल: ठीक है, पर पहले मुझे दुकान को आयेज से बंद करना पड़ेगा. तुम यही बैठो, मैं दुकान को बंद करके आता हू.
मैं: ओक.
और अंकल पीछे के रास्ते से चले गये. फिर उन्होने दुकान का मैं दरवाज़ा और शटर बाहर से बंद कर दिया, जिससे पोलीस वालो को लगे की ये दुकान बंद हो गयी थी.
उन्होने दुकान को बाहर से टाला लगाया, और पीछे के रास्ते से अंदर आ गये. अंदर आते ही उन्होने मुझे आचे से किस करना स्टार्ट कर दिया. उन्होने अपनी जीभ मेरे मूह में डाल दी, और वो मेरे होंठ चूसने लगे. साथ-साथ वो मेरी गांद भी दबा रहे थे. इस पल में मुझे इतना मज़ा आ रहा था, की मैं शब्दों में बयान नही कर सकता.
हमारी वो किस 15-20 मिनिट चली. उसके बाद हम अलग हुए, और उन्होने मेरी त-शर्ट उतार दी, और पंत भी खोल दी. मैं सिर्फ़ अब अंडरवेर में था. फिर मैने उनकी शर्ट उतार दी, और उनकी पंत निकाल दी. वो भी सिर्फ़ अंडरवेर में आ गये. फिर हमने फिरसे किस की.
1-2 मिनिट किस करने के बाद उन्होने मुझे बिताया. उनके शरीर पर बाल थे, छाती पर और बगल में. मैने पूछा तो उन्होने बताया की उन्हे पता था की मुझे शरीर पर बाल कितने पसंद है, और उन्होने आंटी की डेत के बाद शरीर पर से बाल सॉफ नही किए थे.
मैं खुश हो गया और कहा: मुझे आपके शरीर पर ये बाल बहुत पसंद आ रहे है.
वो भी खुश हो गये. फिर मैने देखा की उनके लंड के उपर भी बालों का जंगल था, जो उनके अंडरवेर के बाहर आने को तरस रहा थे. मैने फिर अंडरवेर के उपर से उनके लंड पर किस करनी स्टार्ट कर दी. उनके लंड में से बहुत स्ट्रॉंग खुश्बू आ रही थी, जिससे मैं मदहोश हो रहा था. मैने उनके लंड पर बहुत सारी किस्सस की, और उनके बाल छाते, जो साइड्स और उपर से बाहर आ रहे थे.
फिर धीरे-धीरे मैने उनका अंडरवेर नीचे करना स्टार्ट किया, और उनके बालों से भरे जंगल को मूह में लेकर चूसना और चाटना स्टार्ट किया. अंकल को बहुत मज़ा आ रहा था. फिर मैने उनके लंड पर किस की. वो एक-दूं गरम हो गया था, और लंड में से बहुत सारा प्रेकुं निकल रहा था, जो अंडरवेर पर भी लगा हुआ था.
मैने पहले वो सारा प्रेकुं अंडरवेर पर से छाता, और उसे उतार दिया. फिर मैने उनके लंड पर से सारा प्रेकुं चाट कर सॉफ किया. क्या बतौ दोस्तों प्रेकुं का टेस्ट कैसा था. मुझे तो उसका नशा होने लगा था.
अंकल के लंड का आयेज का हिस्सा पूरा गुलाबी हो गया था, और मेरे चाटने से पूरा गीला भी हो गया था, जिससे क्या कमाल का लग रहा था. अंकल का लंड 8 इंच लंबा, और 3 इंच मोटा था, और उस पर से नास्से उभर रही थी जब वो खड़ा हुआ.
फिर मैने अंकल के लंड को किस किया आचे से उपर से लेकर नीचे तक, और फिर अपने मूह में डाल के चूसने लगा. मेरे चूसने से लंड पूरा गीला हो गया था, और थूक अंकल के लंड से हो कर उनकी बॉल्स पर से नीचे गिर रही थी.
जैसे मैने लंड बाहर निकाला, लंड से लेकर मूह तक लंबी-लंबी थूक की रस्सियान सी बन गयी, जिसे मैने वापस मूह में खींच लिया, और सीधा बॉल्स को मूह में डाल लिया.
फिर मैं एक-एक करके दोनो बॉल्स को चूसने लगा. अंकल को भी बहुत मज़ा आ रहा था. वो अपने हाथ मेरी पीठ पर घूमते हुए अंडरवेर के अंदर मेरी गांद पर घुमा रहे थे. ऐसे करते हुए उन्होने मुझे खड़ा किया और मुझे नंगा कर दिया. उसके बाद अपना लंड मेरे मूह में डाल दिया, और धक्के लगाने लगे. साथ-साथ वो अपनी अपनी एक उंगली मेरी गांद पर भी घुमा रहे थे.
उन्होने अपनी उंगली थूक से गीली की, और गांद के अंदर डालने लगे. मैं एक-दूं से खड़ा होने लगा, तो उन्होने मुझे फिरसे नीचे बिता दिया और फिरसे उंगली डालने लगे गांद में.
वो बोलने लगे: कितनी टाइट गांद है. इसकी चुदाई करने में तो मज़ा आ जाएगा.
मैं बस एम्म एम्म एम्म्म म्म्म्मम हम्म किए जेया रहा था. क्यूंकी अंकल मेरा मूह छोड़ रहे थे. फिर अंकल ने मुझे खड़ा किया और कहा-
अंकल: अब मैं तुम्हारी गांद मारूँगा. तुम्हे अपनी रंडी ब्नौँगा, और तुझे जन्नत की सैर करौंगा.
फिर घुमा कर डॉगी पोज़िशन में कर दिया जिससे मेरी गांद अंकल के सामने पूरी खुल गयी. मुझे भी इस दिन का इंतेज़ार था, पर मैं दुकान में अपनी गांद नही मरवाना चाहता था. इससे पहले मैं कुछ बोलता, उन्होने मेरी गांद पर पहले थप्पड़ मारने शुरू कर दिए, और उसे लाल कर दिया.
फिर बहुत सारा थूक लगाया मेरी गांद पर अपनी उंगली से, और गांद का च्छेद बड़ा करने लगे. उनका लंड पहले से ही मेरी थूक से पूरा भीगा हुआ था. जैसे ही वो लंड गांद में डालने वाले थे, मैने उन्हे माना किया और उनसे डोर हो गया.
अंकल: क्या हुआ? तुम डोर क्यूँ हो गये?
मैं: मैं पहली बार अपनी गांद यहा पर नही मरवाना चाहता. वो भी ऐसे!
अंकल: तो फिर कहाँ मरवाना चाहते हो? और कैसे मरवाना चाहते हो?
मैं: मैं आपके साथ आपके घर पर चल रहा हू, वही पर मार लेना. वाहा पर बेड भी होगा तो गांद मरवाने के बाद मैं वाहा रेस्ट भी कर सकता हू. यहा पर मुझे फिर आपके साथ बैठ कर जाने में प्राब्लम होगी.
अंकल: ठीक है. मैं तुम्हे घर पर जेया कर छोड़ूँगा, और तुम्हे अपनी रंडी बनौँगा.
अंकल थोड़े उदास हो गये की उनका लंड खड़ा ही रह गया. मैने ये देखा और कहा-
मैं: मैं आपका लंड चूस कर कम निकाल देता हू, अभी जल्दी से.
वो खुश हो गये और मैने जल्दी से उनका 8 इंच बड़ा और 3 इंच मोटा लंड मूह में डाल लिया और चूसने लगा. उनका लंड मेरे मूह में आधा ही जेया रहा था. मैं उनके बाल भी चूसने और आचे से चाटने लगा था. वो भी मेरी थूक से आचे से भीग गये थे. फिर 2 मिनिट बाद अंकल ने मेरा मूह छोड़ना शुरू कर दिया.
अंकल ने पहले धीरे-धीरे धक्के दिए, जिससे उनका 6 इंच तक लंड मेरे मूह के अंदर चला जाता, और मेरे गले के पिछले हिस्से में लगता. फिर उन्होने धक्को की स्पीड थोड़ी तेज़ कर दी. मुझे अपने मूह में उनके प्रेकुं का पता चल रहा था, जो मैं निगल गया. कुछ मेरी जीभ पर भी लगा हुआ था. मुझे अंकल का लंड चूसने में बहुत मज़ा आ रहा था.
5-10 मिनिट तक अंकल तेज़-तेज़ धक्के लगते रहे, और मेरा मूह छोड़ते रहे. पूरी दुकान में मेरी सिसकारियों की आवाज़ गूँज रही थी. मैं बस एम्म एम्म्म ग्ग्ग ग्ग्ग एम्म कर रहा था. फिर अंकल एक-दूं से रुक गये, और मेरे मूह में अपना गरम-गरम गाढ़ा कम निकाल दिया. तोड़ा मेरे चेहरे पर भी निकाला. मैने वो सारा कम पी लिया और चेहरे पर जो कम था, उसे चाट लिया, और उनका 8 इंच लंड भी चाट कर सॉफ कर दिया एक-दूं.
उनका कम पी कर ऐसा लगा जैसे मैने अमृत पी लिया हो, और मैं ऐसे ही अंकल के लंड पर किस करता रहा जो की छ्होटा हो गया था. उसके बाद अंकल ने मुझे किस 1-2 मिनिट, और कहा-
अंकल: चलो अब चलते है घर.
मैने हा में सिर हिलाया, और हम कपड़े पहनने लग गये. अंकल ने अपना अंडरवेर पहन लिया था, और वो पंत पहनने लगे. मेरे दिमाग़ में एक आइडिया आया, और मैने अंकल को पंत पहनने से रोका, और उन्हे अंडरवेर उतारने को कहा.
उन्होने पूछा: क्यू?
मैने कुछ नही बोला, और उनका अंडरवेर खुद ही पकड़ कर निकाला दिया, और लंड पर 5-6 किस्सस दी.
फिर मैने कहा: अब आप पंत ऐसे ही बिना अंडरवेर के पहन लो.
उन्होने वैसा ही किया और मैने उनका अंडरवेर अपनी जेब में रख लिया. फिर हम तैयार हुए, हमने एक-दूसरे को फिरसे किस की, और घर जाने के लिए निकल गये.
पहले हम मेरे घर गये. वाहा से मैने अपना समान उठाया जैसे की कपड़े, टूतब्रश एट्सेटरा. फिर घर को टाला लगा कर मैं उनके साथ अक्तिवा पर बैठ गया, और हम उनके घर की तरफ निकल गये.
बाकी की कहानी अगले पार्ट में. तो दोस्तों कैसी लगी आपको अभी तक की कहानी एमाइल करके ज़रूर बताए.