लखनऊ के रास्ते में कार सेक्स

हेलो दोस्तों, जैसा की मैने अपनी पहली कहानी में बताया की कैसे मैने पड़ोस की दीदी को छोड़ा, जिनका नाम जानू है, और उन्होने बोला की रात को अवँगी फिर जितना मॅन हो छोड़ना, और जैसे मॅन हो छोड़ना.

अब जानू के बारे में बता देता हू. उनका फिगर 38-34-38 होगा. बूब्स और गांद तो ऐसे की क्या ही बतौ. अब स्टोरी पे आता हू. पहली चुदाई के बाद मैं 12 बजे से जानू का वेट कर रहा था. रात को 1 बजे के बाद जानू का मेसेज आता है, की गाते ओपन करो. मैं भाग के जाता हू और गाते ओपन कर देता हू.

जानू आती है, और वैसे ही मैं गाते लॉक करता हू और जानू मुझे खुश होके हग कर लेती है.

मैं: काफ़ी टाइम लगा दिया आपने. मेरा लंड कब से वेट कर रहा है.

जानू: ये छूट भी बहुत देर से वेट कर रही है.

इतना बोलते ही जानू ने मेरे होंठो पे अपने होंठ रख दिए, और चूसने लगी. 2 मिनिट किस करने के बाद जानू ने मेरा हाथ पकड़ा, और अपने बूब्स पे रख दिया. मैं ज़ोर-ज़ोर से बूब्स दबाने लगा.

जानू: आ आराम से राहुल. आज पूरी रात तुम्हारी ही हू. जैसे मॅन हो दबाना और छोड़ना.

मैं: हा मेरी जानू, कब से तुम्हे छोड़ना चाहता हू.

जानू: कब से?

मैं: जब मैं आपके घर गया, और आप मॉप कर रही थी, और आपके बूब्स दिखा रही थी तब से.

जानू: पागल मैं जान-बूझ के दिखा रही थी. मैं भी बहुत दिन से तुमसे चूड़ना चाहती थी.

मैं: ओह मेरी जान, फिर बोला क्यूँ नही? उसी दिन छोड़ देता.

जानू: मुझे लगा कही तुम माना ना कर दो.

मैं: मेरा लंड तो उसी दिन आपके बूब्स देख के टाइट हो गया था. आपने देखा नही होगा.

जानू: मैने देखा था और मॅन कर रहा था हाथ में लेलू. पर मैं चाहती थी तुम पहले बोलो. उसके कुछ दिन बाद मेरी शादी हो गयी. उसके बाद भी मैं जब-जब तुम्हारे घर आई, तो तुम्हे देखती थी. इशारा करती थी की तुम समझो.

ये सारी बातें हम गाते पे ही कर रहे थे. फिर हम अंदर रूम में आए, और बेड पे बैठ गये. जैसे ही बेड पे बैठे-

मैं: जानू कुछ लॉगी?

जानू: लंड.

मैं: तो लो ना, रोका किसने है?

बस इतना बोलते ही जानू ने लोवर के उपर से लंड पकड़ लिया, और हिलने लगी

जानू: ऑश राहुल, कितना तडपया है. आज मेरी सारी भूख मिटा दे.

मैं: हा जानू, पूरी रात छोड़ूँगा.

इतने में जानू फर्श पे बैठ गयी, और लोवर के उपर से लंड चूसने लगी. 5 मिनिट ऐसे चूसने के बाद उसने मेरा लोवर निकाला, और मैने उसके सारे कपड़े निकाल दिए. अब हम डन बिल्कुल नंगे थे.

जानू: राहुल अब रुका नही जा रहा है. प्लीज़ अब छोड़ दो.

मैं: ओक जानू, लेकिन पहले घोड़ी बना के छोड़ूँगा.

जानू: घोड़ी क्या, मैं तेरी कुटिया हू. कैसे भी छोड़.

फिर क्या, जानू घोड़ी की पोज़िशन में आई. मैने लंड को छूट पे रखा, और रगड़ने लगा.

जानू: ह.

जानू की छूट बिल्कुल गीली हो गयी थी. मैने लंड की टोपी अंदर की.

जानू: आह श, पूरा डालो ना.

फिर मैने एक ज़ोर का झटका मारा, और पूरा लंड अंदर. उसके बाद मैं उनके उपर लेट गया, और दोनो बूब्स को पकड़ के ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने लगा.

जानू: ह.

5 मिनिट ऐसे ही छोड़ने के बाद मैने उनको लेटने को बोला. फिर घुमा के उनके बूब्स को पीने लगा. बूब्स पी ही रहा था, उतने में जानू ने लंड पकड़ा, और छूट पे लगा दिया, और खुद ही छूट उपर करके लंड अंदर ले लिया.

फिर मैने जानू के दोनो पैर अपने शोल्डर पे रखे, और ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने लगा. जानू तेज़-तेज़ सिसकारियाँ ले रही थी. 10 मिनिट छोड़ने के बाद हमारा हो गया. फिर हम वैसे ही लेते रहे. उस रात हमने 6 बार छोड़ा किचन में, हाल में, वॉश रूम में.

जानू बहुत खुश थी. हम पूरी रात चुदाई करते रहे. फिर मॉर्निंग में जानू अपने घर चली गयी. फिर दिन में हमने नॉर्मल बात की च्चत पे. ईव्निंग सडन्ली जानू का मेसेज आया की 2 दिन के लिए फ्री हो क्या?

मैं: आपके लिए तो फ्री ही हू.

जानू: ओक 2 अवर्स में हम लुक्कणोव चलेंगे. कार तो है ना तुम्हारी?

मैं (ख़ुसी से): हा.

जानू: ओक.

5 मिनिट बाद जानू घर आती है, और मम्मी को बताती है की उसके फादर-इन-लॉ की तबीयत खराब थी, और अर्जेंट जाना था. ट्रेन में टिकेट पासिबल नही थी, और बस से बहुत टाइम लग जाएगा.

मम्मी बोलती है: ठीक है राहुल के साथ कार से चली जाओ.

मम्मी मुझे बुलाती है, और पूछती है: कोई काम तो नही है अर्जेंट, जानू दीदी के साथ लुक्कणोव जाना है.

मैं: नही फ्री ही हू, चला जौंगा.

फील फाइनल होता है की हम 8 बजे निकलेंगे. जानू मेरी तरफ सेक्सी नज़रों से देखती है, और चली जाती है. इतने में मंगला आंटी का मेसेज आता है. अगर आप मंगला आंटी को नही जानते हो, तो मेरी पिछली स्टोरीस पढ़िए.

आंटी: हेलो मेरे राजा, क्या कर रहे हो? आज ये छूट बहुत प्यासी है. इसको लंड चाहिए आज रात को.

मैं: आंटी मैं आज जानू दीदी के साथ लुक्कणोव जेया रहा हू, अर्जेंट है.

आंटी: मुझे नही पता, मुझे आज चूड़ना है. चूड़ना है तुमसे, चाहे अपना प्लान कॅन्सल करो. और क्यूँ जाना है उसके साथ?

5 बाज रहे थे. मुझे पता था आंटी अकेली होगी. मैने कोई रिप्लाइ नही किया, और डाइरेक्ट उनके घर गया, और डोरबेल बजाई. आंटी आई और गाते ओपन किया. मैने स्लोली पूछा-

मैं: कोई है तो नही?

आंटी ने ना में सिर हिलाया. फिर क्या, मैं अंदर गया. आंटी ने गाते लॉक किया, और मेरे पास आई

आंटी: क्यूँ जाना है उसके साथ?

फिर मैने उनको बताया और समझ गयी वो. बात करते-करते ही मैने उनके होंठो पे अपने होंठ रखे, और चूसने लगा. फिर पूरा नंगा करके वॉशरूम में जाके घोड़ी बना के 15 मिनिट छोड़ा. फिर मैने उनको बोला-

मैं: आके आचे से चुदाई करते है.

5 मिनिट हम बैठे. फिर मैं वाहा से निकल आया. 8 बाज गये थे. जानू रेडी हो गयी थी. मैं भी रेडी हो गया. मैं कार लेके आया, और हम निकल गये. फिर हम नॉर्मल बात करते रहे, क्यूंकी उनका बेबी अभी जाग रहा था. फिर जानू ने अपना एक बूब निकाला, और उसको पिलाने लगी. मैं देख रहा था.

जानू: तुमको भी पीना है क्या?

मैं: हा.

जानू: तो पी लो.

मैं: बेबी को सुला दो, फिर पीटा हू.

5 मिनिट बाद उनका बेबी सो गया. फिर मैने उनकी पूरी त-शर्ट उपर की, और ब्रा भी खोल दी. क्यूंकी पूरी रात हो गयी थी, बिल्कुल डार्क हो गया था.

मैने मिरर सपोर्ट नीचे किया, जिससे जानू ना दिखे.

अब मैने जानू की ब्रा और त-शर्ट दोनो निकाल दी, और बूब्स दबाने लगा.

5 मिनिट बूब्स दबाने के बाद मैने जानू का हाथ अपने लंड पे रख दिया. वो धीरे-धीरे लंड को पंत के उपर से ही सहलाने लगी. मैने एक हाथ जानू के लोवर में डाल दिया, और छूट को सहलाने लगा. फिर 2 मिनिट बाद उंगली छूट में डाल दी. 5 मिनिट ये करने के बाद-

जानू: राहुल मुझे चूड़ना है.

मैं: जानू कैसे? बेबी भी तो है.

जानू: उसको पीछे वाली सीट पे लिटा देती हू, और मैं तुम्हारे लंड पे आ जाती हू.

फिर हमने वैसे ही किया. बेबी को सीट बेल्ट लगा के आचे से सेक्यूर किया. फिर चलती कार में ही जानू ड्राइविंग सीट पे आ गयी. उसने अपना लोवर निकाला, और मेरे लंड पे छूट रख दी. उसके बूब्स भी मेरे फेस पे थे. बुत कार ड्राइविंग की वजह से पी नही सकता था.

लंड अंदर था, और जानू धीरे-धीरे उपर-नीचे हो रही थी. 2 मिनिट बाद वो तेज़-तेज़ उपर-नीचे होने लगी. 10 मिनिट चुदाई के बाद मेरा निकल गया. लुक्कणोव पहुचने तक जानू 3 बार मेरे लंड पर चढ़ के चूड़ी. फिर 12 बजे हम लुक्कणोव पहुँच गये.

जानू: राहुल मुझे अभी घर नही जाना है.

मैं: क्यूँ जानू दीदी!

जानू: मुझे अभी और चूड़ना है आचे से.

मैं: वो तो हम वाहा भी टाइम देख के कर लेंगे.

जानू: नही मुझे अभी चूड़ना है. रूम लो.

मैं: ओक.

फिर हमने 2 अवर्स के लिए रूम लिया. वाहा 4 बार जाम के चुदाई की. फिर हम 3 बजे घर पहुँचे. वाहा भी हमने खूब चुदाई की.

दोस्तों कैसी लगी मेरी स्टोरी कॉमेंट में ज़रूर बताए, जिससे मैं आयेज की स्टोरी भी लिख साकु.

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