मेरा नाम राज शर्मा है, और मैं एक गान्डू बॉटम हू. मेरी चिकनी मोटी चुड़क्कड़ गांद है, जिसको देख कर मर्दों के लंड खड़े हो जाते है.
आपको मेरी पहले की स्टोरी में मज़ा आया होगा. ई गेस बहुत लोगों का रेस्पॉन्स आया. बहुत लोगों ने बोला की उन्होने मूठ मारी मेरी स्टोरी पढ़ कर. ये सुन कर मुझे बहुत मज़ा आया. जब भी कोई ये बोलता है लगता है उसने मुझे वर्चूयली छोड़ा है.
आपकी फीडबॅक हमे हॉंसला देती है, की हम अपनी लाइफ के एक्सपीरियेन्सस आप सब के साथ शेर कर सके. तो आप ऐसे ही स्टोरीस पढ़ कर फीडबॅक ज़रूर दिया करे. जो यहा पर नये है, और पहली बार मेरी स्टोरी पढ़ रहे है, वो मुझे मेसेज करके मेरे साथ मज़े ले सकते हो.
चलिए अब बिना ज़्यादा टाइम वेस्ट किए कहानी पर चलते है. इस कहानी में मेरा पहला गंगबांग हुआ. 5 लड़कों ने मुझे रंडी बना कर खूब छोड़ा. मेरी गांद का च्छेद सूझा दिया. पर मुझे मज़ा बहुत आया उन लोगों की छिनाल रंडी बनने में.
जैसे मैने पहले भी बताया है की मेरे दोस्त मुझे पब्लिक्ली छेड़ते थे. कोई गांद दबाता है तो कोई गांद सहलाता है, तो कोई गांद छोड़ने का आक्षन करता है. और मूह भी घुसा देता है.
तो एक दिन मैं कॉलेज गया और मेरे दोस्त वैसे ही मुझे छेड़ रहे थे. एक सीनियर था जो मुझे बहुत दीनो से फॉलो कर रहा था. वो मुझे घूरे जेया रहा था. जैसे-जैसे मेरे दोस्त आए तो मुझे टच करने लगे मस्ती मज़ाक में, और वो सीनियर लड़का वही देखे जेया रहा था.
ए.ग. जैसे मेरा एक दोस्त पीछे से पकड़ कर दिखा रहा था कैसे डॉगी स्टाइल में छोड़ते है. तो वो सीनियर लड़का वही देख कर अपना लंड अड्जस्ट कर रहा था. ऐसे ही ऑलमोस्ट कुछ दीनो से कर रहा था.
एक बार क्लासस चल रही थी, और मैं टाय्लेट गया. मैं उसकी क्लास के सामने से गुज़रा. हमारा आइ कॉंटॅक्ट हुआ, और जैसे ही उसने मुझे टाय्लेट की तरफ जाते देखा, वो जल्दी से टीचर से पर्मिशन लेकर टाय्लेट आ गया. मैं टाय्लेट में उस समय अकेला मूट रहा था, और वो भी आ गया.
वो दूसरी तरफ खड़े हो कर अपना लंड निकाल कर हिलने लगा. उसका लंड दिख नही रहा था, पर उसका हाथ हिलने से पता चल रहा था, की वो मेरी चुड़क्कड़ गांद को देख कर हिला रहा था. मैने अपनी गांद को तोड़ा और स्ट्रेच किया, की पंत के उपर से मेरी गांद कर्वी लगे.
यही देखते-देखते उसको ऑर्गॅज़म आ गया, और वो झाड़ गया. मैने नाटक किया की मुझे कुछ पता नही चला, और मैं वाहा से निकल गया. ऐसे ही कुछ दिन चलता गया. वो मुझे अब देख देख कर लंड हिलने लगा. च्छूप-च्छूप कर मेरी गांद की फोटो लेने लगा.
एक दिन ऐसे ही वो टाय्लेट में पीछा करते-करते आ गया. मैं मूट रहा था, और वैसे ही वो लंड निकाल कर हिलाए जेया रहा था. तो मैने अपनी पंत खोली और अपनी आधी चिकनी गांद उसको दिखाई. वो देख कर वो ज़ोरो से हिलने लगा. फिर मैने उसको बुलाया.
मैं: क्यूँ मेरी गांद देख कर बहुत दीनो से हिला रहा है? मज़ा आता है क्या?
वो 2 सेकेंड के लिए शॉक्ड हो गया और चुप रहा.
मैं: आजा आज तेरा दिन है, लेगा मेरे मज़े? कोई है भी नही टाय्लेट में.
वो लड़का: हा सेयेल भद्वे, तुझे ज़ोर से छोड़ने का मॅन कर रहा है. क्या चुड़क्कड़ गांद है तेरी.
मैं: आजा लेले इसको.
तो वो घूम कर मेरे पास आने लगा. मैने उसका लंड देखा 6 इंच का गोरा लंड. ज़्यादा मोटा नही था, बुत काफ़ी कड़क हो कर था. बहुत ज़्यादा हॉर्नी हो कर था. मैने उसका लंड पकड़ कर हिलाया, और वही बैठ कर चूसना शुरू किया. थूक लगा कर फुल रंडियों की तरह चूस रहा था.
मैं: उम्म्म्म एम्म स्लूरप्प्प्प्प्प स्लूरप्प्प्प्प्प स्लूरप्प्प्प्प्प स्लूरप्प्प्प्प्प.
वो लड़का: आहह आअहह.
और वो लड़का मेरे मूह में माल छ्चोढ़ दिया. मैने उसका लंड आचे से सॉफ किया चूस कर, पर मुझे मज़ा नही आया था. इतना जल्दी झाड़ गया.
मैं: क्या यार इतनी जल्दी झाड़ गया. लंड में ताक़त नही है क्या भद्वे?
यही बोल कर मैं उठ कर चला गया. फिर कुछ दिन वो कॉलेज में नही दिखा. एक दिन कॉलेज में मैं लाइब्ररी में था. और लाइब्ररी बड़ी थी. बहुत सारे लेन्स थे जो काफ़ी समय सुनसान रहते थे.
तो मैं वही की एक सुनसान लाने में एक किताब देख रहा था. तभी वो लड़का और उसके 4 दोस्त आए मुझे खोजते हुए. मैं तोड़ा दर्र गया उसको देख कर. वो आया और मुझे बोला-
वो लड़का: कैसा है भद्वे? ये मेरे दोस्त है. मैने इनको तेरे बारे में बताया. तू अपने दोस्तों से कैसे मरवाता है, और उस दिन तूने मेरा लंड कैसे चूसा.
मैं शॉक्ड हो गया और तोड़ा दर्र भी गया. फिर दूसरा लड़का मेरे पास आ कर मुझे बोला.
लड़का नो. 2: काफ़ी सुना है तू एक गान्डू है. मस्त गांद है तेरी (मेरी गांद देख कर बोला). हमे भी मज़े दे. तुझे जाम के छोड़ेंगे.
तभी पहले लड़के ने अपना लंड निकाल दिया मेरे सामने, और मुझे दिखा भी रहा था.
लड़का नो.1: देख सेयेल मदारचोड़, तेरी चुड़क्कड़ गांद के च्छेद में जाने के लिए तड़प रहा है. बोल चूसेगा इसको चूसेगा?
वो मेरी गांद को दबा कर थप्पड़ मारा. मैं भी हॉर्नी हो गया और उसका लंड पकड़ कर हिलने लगा. ये देख कर बाकी 4 लड़कों ने भी अपना लंड बाहर निकाल लिया, और मुझे देख कर हिलने लग गये.
लड़का नो.1: ले चूस मदारचोड़. आज तुझे छोड़-छोड़ के तेरी गांद का च्छेद बड़ा कर दूँगा.
मैं घुटने पे बैठा और उसके लंड को चूम कर मूह में भर लिया, और फुल रंडियों की तरह थूक लगा कर चूसने लगा. बाकी के लड़के भी आ गये अपना लंड लेकर सामने.
मैं: उम्म्म स्लूर्प्प स्लूरप्प्प.
वो लोग भी आहह आहह करके मेरा मूह छोड़ रहे थे. मैं 5 लड़कों का लंड एक साथ मूह में ले रहा था. मैं एक्शिटेड था, की अब ये मुझे जानवरो की तरह छोड़ेंगे. उन लोगों का लंड करीब 5 से 6 इंच का था. किसी का काफ़ी मोटा, किसी का तोड़ा पतला.
ऐसे ही मैने 10 मिनिट उनके लंड से खेला. उन लोगों का लंड गीला कर दिया थूक लगा कर. फुल रंडियों की तरह चूसा उन लोगों का लंड. वही लाइब्ररी के अंदर एक स्टोर रूम जैसा है. जहा पर लाइब्ररी के पुराने समान पड़े रहते है. वो लोग मुझे वाहा ले गये.
मुझे वाहा कमरे में एक टेबल पर उल्टा लिटा दिया. एक लड़के ने मेरी गांद में मूह डाल दिया और एक लड़का दूध दबाने लगा. और बाकी का मैं लंड चूसने लगा. उनके पसीने वाले नमकीन लंड को थूक लगा कर फुल रंडियों की तरह चूसने में जो मज़ा आया.
लकड़ा नो.1: उफफफफ्फ़ सेयेल, क्या चुड़क्कड़ चर्बी वाली गांद है तेरी.
फिर वो मेरी पंत खोल कर मेरी गांद के च्छेद में अपनी जीभ डालने लगा. अपने जीभ से मेरी गांद छोड़ रहा था. उफफफफ्फ़ मज़ा आया. और फिर उसने अपना लंड निकाला और मेरे च्छेद में घुसेध दिया.
मैं: आहह.
मेरी आवाज़ निकल गयी. जैसे ही उसका मोटा लंड मेरी गांद में गया, तो दूसरे लड़के ने मेरे मूह में लंड डाल दिया, और मेरा मूह पकड़ कर मेरा मूह छोड़ने लगा.
लड़का नो. 2: चुप मदारचोड़. ले चूस मेरा लोड्ा, चूस मेरा लोड्ा.
लड़का नो.3: हा साली रंडी, तेरी तो हालत खराब कर देंगे छोड़-छोड़ कर.
लड़का नो.4 आंड 5: यार हमे भी मज़े लेने दो. इस छिनाल को छोड़ने का मौका दो.
फिर वो लड़का नो.1 मुझे छोड़े जेया रहा था. नों स्टॉप रंडियों वाली चुदाई हुई और वो झाड़ गया मेरी गांद में. मेरी गांद से उसका मूठ निकल कर बह रहा था. फिर मैने उसका लंड चूस कर सॉफ किया, और वो कोने में बैठ गया. फिर 2 लड़कों ने मेरी गांद मारी. दोनो ने स्विच कर-कर के छोड़ा. गाली दे-दे कर छोड़ा.
लड़का नो.3: उफफफफ्फ़ साली का क्या टाइट च्छेद है, लंड जाकड़ लिया है मेरा. उफफफफफ्फ़ चिकनी चुड़क्कड़ गांद है इसकी, सेयेल मदारचोड़ की.
लड़का नो.5: आअहह आहह सेयेल भोंसड़ी वाले.
और लड़के नो.5 ने मेरी गांद में माल छ्चोढ़ दिया. उसका मूठ मेरी गांद के च्छेद से बह रहा था. फिर लड़का नो.3 मेरे नीचे लेट गया, और मेरी गांद छोड़ने लगा. काउ गर्ल स्टाइल में छोड़ने लगा वो मुझे. ठप ठप ठप करके आवाज़ आ रही थी. और बाकी के दोनो लड़के मेरा मूह छोड़ रहे थे.
फिर बाकी के तीनो ने मुझे डॉगी-स्टाइल में छोड़ा. कोई गांद मार रहा था, तो कोई मूह छोड़ रहा था. ऐसे ही वो खूब देर तक छोड़े मुझे.
फिर लड़का नो.2 नीचे लेट गया, और उसका लंड मेरी गांद में ले कर मैं वही काउ गर्ल पोज़िशन में चूड़ने लगा. उफफफ्फ़ ठप ठप ठप करके आवाज़ आ रही थी. फिर लड़का नो.3 ने पीछे आ कर अपना लंड मेरी च्छेद में घुसेध दिया. ये सबसे दर्दनाक था.
मेरी गांद में अब दर्द होने लगी थी. अब लड़का नो.3 और 2 मिल कर मुझे डबल पेनेट्रेशन में छोड़ रहे थे. उन दोनो का लंड अंदर-बाहर हो रहा था एक साथ. मेरी जान जेया रही थी. मैं चिल्ला रहा था, और लड़का नो.4 ने मेरा मूह छोड़ना शुरू कर दिया.
फुल एर टाइट गांग बंग चल रहा था. और लड़का नो.3 और 2 ने एक साथ मेरे च्छेद में माल छ्चोढ़ दिया. और लड़के नो.4 ने भी मेरे मूह में माल छ्चोढ़ दिया. इतनी चुदाई हुई, की हम सब तक गये. मेरा भी मूठ 3 से 4 बार निकल गया था चुदाई के वक़्त.
फिर लड़का नो.1 आया. उसका लंड फिर खड़ा हो गया था. वो लंड हिलाते हुए आ कर मेरे मूह में अपना लंड मारने लगा. उसके मूठ से मेरा फेशियल हो गया. बाकी सब तक गये. मैं भी तक गया. इतनी रफ चुदाई पहली बार की थी. गांद के च्छेद में बहुत दर्द हुआ पर मज़ा आ गया.
रंडी जैसा फील हो रहा था. फिर हमने कपड़े पहने और निकल गये. जाते टाइम उन लोगों ने मेरी गांद पे थप्पड़ मारे, और निकल गये. मेरी चलने की स्टाइल बदल गयी थी कुछ दीनो तक.
उन लोगों के लंड से चुड कर बहुत मज़ा आया. फिर वो लोग काई बार मिले और मैं उन लोगों का लंड चूस्टा था. उन लोगों की पर्सनल रंडी बन गया था मैं.
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