अचानक ही उसने मेरी कमर को कसकर जकड़ लिया और उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया, वो थोड़ी शिथिल पड़ गई पर फिर भी मेरी कमर को जकड़े रखा।
जैसे ही मैं हटी तो वो खुद घोड़ी बन गई और इस आसन में चोदने के लिए कहा।
मैं उसे इस आसन में चोदने लगी।
चूत गीली होने से मुझे लंड को अंदर बाहर करने में कोई भी तकलीफ नहीं हो रही थी।
थोड़ी देर बाद मैं उसकी गांड को चोदने लगी। थोड़ी देर मैं उसकी गांड को चोदती और थोड़ी देर उसकी चूत!
जब वो फिर झड़ गई तो वो मुझे भी ऐसे ही चोदने लगी।
अब हम दोनों थक चुके थे और समय भी 12:30 हो चुका था, हम दोनों साथ में नहाई, चाय पी और उसके बाद हम फिर बिस्तर पर लेटकर एक दूसरे को किस करने लगीं और पता नहीं कब एक दूसरे को बाहों में भरकर नंगी ही सो गई।
लगभग 2:30 बजे हमारी नींद खुली थोड़ी देर बाद हमने फिर एक और बार चुदाई की और फिर नहाईं।
फिर शाम को पतिदेव लेने आ गए।
उसके बाद हमें जब भी मौका मिला, हमने जी भरकर लेस्बियन सेक्स किया।
हम दोनों जब भी साथ में होती है तो पूरी नंगी ही रहती हैं और चुदाई करती हैं।
यह सिलसिला आज भी जारी है।
हमने ग्रुप में भी लेस्बियन सेक्स किया है। आज भी करने जा रही हूँ, और घर पर मैं अकेली हूँ और उर्वशी भी आ गई है। आज हम दोनों के पास पूरी रात है और दोनों ही घर घर में पूरी नंगी ही रहेंगी और चुदाई के बाद नंगी ही सोयेंगी।
आपको मेरी कहानी कैसी लगी।
उम्मीद है कि अच्छे कमेंट्स ही करेंगे।