डिस्ट्रिक्ट लेडी महामंत्री की चुदाई की कहानी-2

डिस्ट्रिक्ट लेडी महामंत्री की चुदाई की कहानी-1

पिछले पार्ट मे अपने पढ़ा की जब मई चोरहे पर सोते हुए मोबाइल मे गेम खेल रहा था. तब मेडम ने मुझे देखा और मुझे कॉल किया. अब आयेज की कहानी…

मेडम – कहा हो?

मैने कहा मेडम चोरहे पे सोने की कॉसिश कर रहा हू. उसने कहा मोबाइल मे ग़मे खेलते हुए नींद थोड़ी आएगी. और कहा रूम मे जगह नही क्या?

मैने कहा नही मेडम इसलिए मैने डिसाइड किया मे बाहर या कार मे सो जौंगा. उसने कहा वाहा माक्चर काटेंगे. और कहा तुम यहा मेरे रूम के पास आओ.

मई गया और मेडम बाहर आई और कहा सब सो गये? मैने कहा सब ड्रिंक किए है और सब गहरी नींद मे है. मेडम ने कहा तुम मेरे रूम मे सो जाओ. मैने कहा ठीक है.

लेकिन जब देखा तो बेड के अलावा सोने के लिए जगह नही थी. मैने कहा मेडम मई बाहर ही सो जाता हू. तब उसने कहा तुम बेड पे ही आ जाओ. मैने कहा नही में अक्चा नही लगेगा. और हुमारी पार्टी वेल लोगो ये पता चलेगा तो बदनामी होगी.

मेडम ने कहा मई तुम्हे सुबह जल्दी उठा दूँगी. तब तुम बाहर जाके सो जाना. और मई माना नही कर सका और मेरा लंड होश मे आने लगा. तब मेडम की नज़र मेरे लंड पे पड़ी.

लेकिन मैने उनको देखा ये महसूस नही होने दिया. और मेडम ने कहा लाइट बाँध कर देना. मैने नाइट लॅंप चालू किया और ट्यूब लाइट बाँध कर दी.

करीब 15-20 मिन्स हुआ होगा. लेकिन मुझे नींद नही आ रही थी और मेडम को भी. क्यूकी वो थोड़ी देर मे करवाते बदल रही थी. लेकिन मई चुप छाप पड़ा रहा.

तभी मैने गहरी नींद मे होने का और खरते लेने का नाटक किया और मैने करवट बदली. जो मेडम ने भी बदली हुई थी और मेरा हाथ उसके बूब्स पे रख दिया.

उसको लगा मई नींद मे हू. फिर थोड़ी देर बाद मे सीधा सो गया और मेडम भी सीधी सो गयी. मैने फिर करवट बदली और वापस बूब्स पे हाथ रखा.

इश्स बार मई बूब्स को दबाया फिर हाथ ढीले चोर दिए. और मेडम की जाँघो पे मेरा खड़ा लंड महसूस हुआ. और उसने छू कर कन्फर्म भी किया.

फिर मैने धीरे धीरे मेडम के बूब्स को दबाना शुरू किया. वो कुछ बोली नही और सारी का पल्लू हटा दिया. लेकिन मैने उपर से ही दबाए. फिर मैने हाथ धीरे धीरे नाभि और फिर मैने सारी धीरे धीरे उपर की तरफ सरकई और झंगो को सहलाया.

एकदम मुलायम जंघे थी. फिर मैने उसकी चड्डी मे हाथ डालके छूट सहलाने लगा. वो जान गयी थी की मई जाग गया हू. लेकिन अब वो भी मज़े ले रही थी.

मैने सिर्फ़ सारी पूरी तरह उपर सरकली और एक हाथ से चड्डी उतार दी. जिसमे उसने भी उतरने मे हेल्प की और फिर मैने घुटनो तक उतारी. उसके बाद उसने अपने आप उतार दी.

अब मैने भी मेरा ट्रककपेंट उतार दिया और लंड उसकी झंगो पे रगड़ने लगा. और हाथ उसकी छूट पे घूमने लगा. अब उसने दोनो टॅंगो को तोड़ा सा फेलाया. उसकी छूट पे लगभग 1 सीयेम जीतने बड़े बाल महसूस हो रहे थे.

दोस्तो हम दोनो जाग रहे थे लेकिन एक दूसरे को महसूस नही होने दिया. क्यूकी दोनो शर्मा रहे थी. अब मैने उंगली उसकी छूट मे डाली और करीब 10 मिन्स तक उंगली से उसकी छूट की चुदाई की. जो एकदम गीली हो चुकी थी. और जब उंगली निकल ना चाहा तो उसने मेरा हाथ पकड़ लिया. और उंगली निकल ने नही दी.

लेकिन 1 मीं के बाद मैने उंगली निकल दी और मई बैठा. तो उसने हल्की सी आँखे खोली और मई उसकी टॅंगो की तरफ गया. की उसने दीनो टाँगे फेला दी.

मई जान गया की वो भी मुझसे छुड़वाना चाहती है. अब मैने लंड उसकी छूट पे रखा और हाथो के सहारे उसकी तरफ झुका. फिर एक झटका मारा, मेरा आधा लंड उसकी छूट मे चला गया.

वो चीख पड़ी तो मैने तुरंत उसके होत पे मेरे होत रख दिए और किस करने लगा. थोड़ी देर बाद वो भी किस करने मे साथ देने लगी. अब उसके होत पे मेरे होत दबा लिए.

फिर मैने लंड पूरा बाहर निकल लिया और एक झटका मारा तो पूरा लंड उसकी छूट के अंदर चला गया. वो चिल्ला नही पाई क्यू की मैने होत पे मेरे होत दबा लिए थे.

थोड़ी देर ऐसे ही पड़ा रहा और फिर मैने चुदाई चालू की. वो आहह आहह… निकल लो विकी बोहोट दर्द हो रहा है.. कह रही थी. लेकिन मैने उनसुना किया और चुदाई चालू रखी.

पूरे रूम में चुदाई की वजह से आवाज़ गूँज रही थी. वो भी अब आअहह.. उउउहह… आहह.. करते हुए हुए छुड़वा रही थी. 10-15 मिन्स बाद वो और मई झड़ने वाला था.

उसने मेरी पीठ को पकड़ा और एकदम से आआहह… करके मुझे उसकी तरफ खिच के उससे चिपका लिया. और दोनो हाथो से मुझे जाकड़ लिया. मैने धीरे धीरे नीचे से 2-4 झटके दिए और मे भी झाड़ गया. और मेरा पूरा वीर्या उसकी छूट मे खाली किया.

अब मैने उसे किस किया और फिर साइड मे सो गया. करीब 5 भजे उठके मई कार मे जेया के सो गया. किसी को पता नही चला. सुबह तैयार होके वो आई. लेकिन हम एक दूसरे से नज़र नही मिला पा रहे थे.

8 भजे हम सब निकल गये. कार मे भी हम चुप छाप रहे. हुँने कुछ बात नही की एक होटेल पे सब लोग रुके छाई नास्टा करने. सबने अपनी अपनी जगह ले ली.

लेकिन वो अकेली एक टेबल पे जेया के बैठी. मेरे लिए भी जगह नही थी तो उसे अकेली देख के मई उसके पास चला गया. थोड़ी देर मे नाश्ता आया, नाश्ता करते हुए हुमारी नज़र एक हुई और वो शर्मा गयी. लेकिन कुछ नही बोले हम दोनो.

फिर थोड़ी देर बाद मैने कहा सॉरी मेडम कल रात के लिए, नींद मे तोड़ा बहेक गया था. उसने कुछ नही कहा और फिर कार मे भी उसने ज़्यादा बात नही, की धीरे धीरे सब सेट हो गया.

अब आयेज की स्टोरी 2न्ड पार्ट मे बतौँगा जो इससे ज़्यादा इंट्रेस्टिंग है, थॅंक्स फ्रेंड्स. ओर भी जवान भाभी लड़किया ओर आंटी को हॉट बाते करना ही तो आप मैल करे [email protected] आप की सारी डीटेल्स एक दम सीक्रेट रहेंगी उससे आप लोग बेफ़िक्र रहे.

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