तीस इस मी 1स्ट्रीट स्टोरी आंड थे रियल वन. इस स्टोरी में सिर्फ़ नामे इनिशियल्स उसे किए है.
ही, मेरा नाम स है. ये बात 2014 नोव की है. मैं उस टाइम मुंबई में पढ़ता था और एक कज़िन सिस्टर की मॅरेज में देल्ही गया था. वाहा मुझे एक डिस्टेंट कज़िन की वाइफ मिली. उसका नाम प है, और उसे 2 किड्स थे तब. वो मुझसे 3 साल बड़ी है. फर्स्ट टाइम जब मिला तब नॉर्मल मीटिंग हुई.
स : ही भाभी. ई आम स, ई स्टडी इन मुंबई.
प: ही, नाइस तो मीट योउ.
ऐसे ही थोड़ी बात हुई. फिर हम नेक्स्ट फंक्षन में मिले. तब मैने उसे सही से देखा. सारी में आई थी वो. हाइट 5’4″, चब्बी गर्ल, बिग बूब्स, जुवैसी लिप्स.
शी वाज़ लुकिंग सेक्स बॉम्ब. बुत मेरा कोई इरादा नही था ज़्यादा. हम बस मिले, और बातें हुई. शी ऑल्सो गॉट अट्रॅक्टेड तो मे आंड टुक मी नंबर. ई ऑल्सो आस्क्ड हेर नंबर.
देन ई वेंट बॅक तो मुंबई आफ्टर 2 डेज़. फिर ऐसे ही नॉर्मल बातें हुई कुछ दिन. वो अपनी बातें बताती थी उसका फॅमिली आंड ऑल. फिर वो मुझे उसकी मॅरीड लाइफ की प्रॉब्लम्स भी शेर करने लगी. मुझे बहुत बुरा लगता था जब वो रोटी थी.
फिर पता चला वो बहुत अकेली थी. हम स्लोली क्लोज़ आए, बुत एमोशनली ओन्ली. फिर एक रात हम बात कर रहे थे.
स: कुछ पूचु आपसे?
प: पूछो.
स: फिज़िकल लाइफ कैसी है?
प: अची नही है.
तब मुझे लगा की कुछ ट्राइ करते है. दर्र भी था की बात ना बिगड़ जाए.
स: ई वॉंट तो शो योउ सम्तिंग.
प: क्या?
स: देखोगे तो पागल हो जाओगे.
प: दिखाओ.
मैने उसे लंड की पिक भेज दी.
प: ये क्या है. इट्स रॉंग.
स: ये मेरा लंड है, जो तुझे चाहिए.
प: तुम ऐसे क्यूँ बात कर रहे हो?
स: बता कैसा लगा लंड? छूट में खुजली हुई?
प: नही ये ग़लत है.
स: साली रंडी बोल.
प: इतना बड़ा, और इसका सुपरा इतना लाल. ऐसा 1स्ट्रीट टाइम देखा है.
मैं खुश हो गया.
स: वाह मेरी रंडी. छूट में खुजली हुई?
प: ऐसे मत बोलो.
स: साली रंडी, छिनाल, बोल बेहन की लोदी कुटिया.
प: हा छूट में अजीब सा लगा
स: जब तेरी छूट में जाएगा, तब उछलेगी तू.
प: नो, ऐसा नही होगा. मैं तुम्हारी भाभी हू
स: तू भाभी नही, मेरी रंडी है. रंडी जान है तू.
फिर उसका रिप्लाइ नही आया. मैं नर्वस हो गया की कही कंप्लेंट ना कर्दे. 1 अवर बाद मेसेज आया-
प: तू ऐसा क्यूँ कर रहा है?
मैं बोला: तुझे छोड़ना है, बहुत माल है तू.
फिर उसने मुझे ब्लॉक कर दिया.
नेक्स्ट दे उसका मेसेज आया.
ई साइड: क्यूँ मेरे लंड की याद आई?
वो बोली: प्लीज़, मैं ऐसी नही हू.
फिर मैने उसे अपनी न्यूड पिक भेजी.
वो बोली: वाह.
फिर हमने सेक्स छत की. अब हम रोज़ सेक्स छत करने लगे. बस मिलने का वेट था. फिर 2 मंत्स बाद मैं देल्ही गया. उसके हज़्बेंड से बात की और बोला-
स: भैया भाभी को ले आओ, और मिलते है.
फिर हम मिले. तभी भैया ने बताया की उनको किसी काम से जाना था, और अपनी तो मौज हो गयी ये सुन के. फिर हमने मोविए की टिकेट ली. हम गये और जैसे ही लाइट्स ऑफ हुई, मैने उसके बाल पकड़े और स्मूच कर दिया.
वो शॉक हो गयी, और फिर साथ देने लगी. हमने फिर मोविए में बहुत मज़े लिए. मैने उसके बूब्स दबाए और छूट रगडी. फिर उसका हाथ अपनी पंत पे रखा.
लंड खड़ा था और वो साइज़ देख के बोली: ये बड़ा है बहुत.
मैने ज़िप खोली और लंड निकाला. फिर उसका ठंडा हाथ मेरे गरम लंड पे रख दिया. वो अब गरम हो गयी थी. वो खुद ही हिलने लगी लंड. फिर मैने बोला-
स: चूस इसे.
प: नो.
स: चूस कुटिया.
प: नही.
मैने उसके बाल पकड़े, और उसके मूह को लंड पे ले गया. लंड डाल दिया मूह में, और तेज़-तेज़ अंदर कर रहा था. फिर बहुत देर चूसी वो. क्या बतौ क्या मस्त चूस्टी थी, बिल्कुल रंडी जैसे.
स: आहह क्या मस्त चूस्टी है तू.
प: बस अब.
स: साली चूस्टी रह.
फिर मैने उसके मूह में ही छ्चोढ़ दिया पानी. हम फिर बाहर आ गये. बहुत मॅन था कोई जगह मिल जाए, बुत मिली नही चुदाई के लिए. तभी उसके पति का फोन आया की वो माल आ गया था. तब हमको जाना पड़ा वापस.
फिर मैं मुंबई आ गया. आफ्टर सम्टाइम, ई गॉट आ न्यू जॉब इन गुरगाओं. वी बोत वर वेरी हॅपी. फिर एक दिन हमे मौका मिला. वो गुरगाओं आई मेरे रूम पे. रूम में आते ही मैने उसे पकड़ा, और स्मूच किया. स्मूच करते-करते उसका सूट फाड़ने लगा.
वो बोली: रूको, सर्प्राइज़ है तुम्हारे लिए.
वो वॉशरूम में गयी, और सेक्सी ड्रेस में आई. ना ब्रा ना पनटी. उफफफफ्फ़… डॅम हॉट. उसे देखते ही मैं उसे चूमने लगा. फिर वो नीचे बैठी, और लंड निकालने लगी. फिर चूसी आचे से. क्या बतौ दोस्तों एक नंबर की रांड़ थी वो चूसने में. ज़बरदस्त चूस्टी थी.
फिर मैने उसे उठाया, और बिस्तर पे पटका. मैने फिर उसकी लेग्स को किसी किया. उसके जिस्म को महसूस कर रहा था. वो तड़प रही थी. फिर धीरे से उसकी छूट के पास हाथ फेरने लगा. ध्यान से की छूट पे टच ना हो. वो तड़प रही थी मछली जैसे.
तभी उसकी छूट पे अचानक से अपने थंब और 2 फिंगर्स से छूट रग़ाद दी थोड़ी अंदर से. वो उछली और चीखी आअहह करके. उसकी चीख से मुझे और मज़ा आया. तब मैने उसकी छूट के दाने को मसलना शुरू किया.
प: आअहह आहह स मत करो, आअहह उफ़फ्फ़
फिर मैं उसकी छूट के पास आया, और छूट में फूँक मारने लगा उंगली करते हुए. वो पागल हो गयी. पूरा रूम उसकी चीखों से गूँज रहा था. तभी मैं छूट चाटना लगा. मज़ा आ गया, क्या मस्त छूट थी. ऐसे पानी बह रहा था जैसे कोई रिवर हो.
प: और मत तड़पाव, डाल दो.
स: साली बोल क्या चाहिए?
प: लंड.
मैने अपना गरम लंड उसकी गीली छूट पे रखा और उपर से रगड़ने लगा. वो और तड़पने लगी, और आउट ऑफ कंट्रोल हो गयी और बोली-
प: सेयेल डाल दे लंड मदारचोड़.
मुझे बहुत मज़ा आ रहा था, और मैने एक स्माइल दी. फिर लंड डोर किया उससे और अचानक से लंड छूट पे रखा और झटके में अंदर डाल दिया.
प: आई मॅर गयी, आहह निकाल इसको.
उसकी आँखें फटत गयी और वो चीख रही थी. मैं उसको किस करने लगा, और लंड और अंदर डाला. मुझे पता चल गया था की इतना बड़ा लंड उसने कभी नही लिया. फिर उसके मूह में हाथ रखा. उसकी चीख डब गयी. मैं अब और तेज़-तेज़ छोड़ने लगा, बहुत तेज़.
पूरा बिस्तर हिल गया. मैं उसको तबाद-तोड़ छोड़ रहा था, और वो चीख रही थी. आहह आहह और छोड़ो.
स: साली छिनाल है तू. बहुत बड़ी रंडी.
प: हा रंडी हू. ऐसा लंड मिला है पहली बार, चुड़वति रहूंगी आह. छोड़ो, और तेज़ छोड़ो.
मैं ये सुन के और जोश में आ गया. लंड पूरा उसकी छूट में था. पूरा रूम गूँज रहा था उसकी चीख से. फिर मैने उसकी छूट में ही बहुत सारा माल गिरा दिया.
वो बोली: पता नही कैसे हो गये मेरे 2 बच्चे. ऐसी चुदाई तो पहली बार हुई.
दोस्तों, ये तो बस स्टार्टिंग है. उसके बाद के किससे बाद में बतौँगा. कैसी लगी बताना ज़रूर.