अहमदाबाद मे भाभी के चुदाई

तीस इस मी मोस्ट करेंट एक्षपेरियँसे विच मी नेबर. फॉर न्यू रीडर, ई आम विश्वँ फ्रॉम आमेडबॅड. बाइ प्रोफेशन ई आम आ सॉफ्टवेर इंजिनियर. 22 एअर ओल्ड, लुकिंग हॅंडसम. हद फक्ड नंबर्स ऑफ गर्ल्स आंड आंटीस ऑल्सो.

नोट फॉर स्टोरी ई चेंज मी नामे तो मोहित.

कमिंग बॅक तो स्टोरी, स्टोरी शुरू होती हैं आमेडबॅड की सटेलीलघत फ्लॅट से. फ्लॅट और आंटी का ओरिजिनल नामे शेर नही करना चाहता आस ई आम दम लायल फॉर ऑल मी लव्ली फ्रेंड्स.

आंटी का नामे था तुलसी. उसका पति आमेडबॅड एरपोर्ट मे जॉब करता था. उसका 1 बाकचा था जो 3 साल का था. तुलसी आंटी की उमर कुछ 36 आस पास होगी. देखने मे ब्लॅक बुत सेक्सी फेस. थोड़ी मोटी भी थी लेकिन छोड़ने वाला माल था. कोई भी लंड उसकी चुदाई करके को रेडी हो जाए.

मे फ्लॅट मे फ्रेंड्स के साथ रहेता हूँ. पड़ोस मे ही तुलसी आंटी और फॅमिली रहेती थी. तुलसी आंटी हाउसवाइफ थी. पूरा दिन घर का काम करते रहेती थी और पूरे फ्लोर पर वही एक फॅमिली थी जिसकी आगे हुमारे आस पास थी.

बाकी सब लोग ओल्ड आगे काइंड ऑफ थे. आंटी और मेरी खूब बनती थी. एवेरी मॉर्निंग मे सब ऑफीस निकलु तो वो स्माइल देती थी. मानी टाइम शी इन्वाइटेड मे फॉर मॉर्निंग ब्रेकफास्ट टू.

उनके बाकछे काई बार मेरे लॅपटॉप मे ग़मे खेलने आते थी. मैं भी काई बार उनके घर पर टीवी देखने चला जाता. और चान्स मिलने पर अगर उनकी ब्रा पनटी मिल जाए तो उन पर अपना मूठ मार लेता.

धीरे धरिए मूज़े तुलसी आंटी अट्रॅक्ट करने लगी. मूज़े मेरे रूमेट ने बताया की यार मोहित आंटी तुझे लाइन देती हैं. लेकिन मैने कहा यार हो ही नही सकता और फिर मूज़े आंटी अट्रॅक्ट करने लगी. मूज़े भी फील हुवा की आंटी कुछ ज़्यादा ही मेरी केर लेती हैं.

दीवाली बाद जब मे फ्लॅट पर आया. तो फ्लॅट के आअस पास वेल ओल्ड आगे कपल वाकेशन पर थे. और सिर्फ़ मेरे और तुलसी का फ्लॅट ही खुल्ला था. मैने आंटी के वाहा सीधा अपने फाल्ट की कीस ले ने गया. आंटी ने वेलकम किया और यहा वाहा की बातें की.

बताथें मे पता चला की राजेश अंकल (उनके पति) की नाइट शिफ्ट चल रही हैं और मॉर्निंग 9 बजे आते हैं. मूज़े लगा की अब चान्स मिल सकता हैं और मेरे मॅन मे लड्डू फूटा.

मैने आंटी को कहा मेरे फ्लॅट पर भी सब फ्रेंड वाकेशन मूड मे हैं. कोई भी हैं नही, कुछ काम हो तो बता दे ना. ऐसा बोलने मैने भी चान्स मार लिया. लेकिंग आंटी कुछ बोला नही सिर्फ़ स्माइल दे दी.

उस नाइट भी कुछ हो नही पाया. दूसरे दिन मे ऑफीस मे था और लंच पर आंटी का स्मस आया की मोहित मूज़े राम लीला देखने जाना हैं और तुम्हारे अंकल नाइट शिफ्ट मे होते हैं और दिन भर सोते हैं, तुम आना चाहोगे?

मैने कहा ठीक हैं आंटी लेकिन अंकल तो बुरा तो नही लगेगा ना ?तो उन्होने कहा मैने उनको बता दिया हैं की हम शाम को मोविए देखने जाने वेल हैं.

ई साइड ओक और मैं ईव्निंग शो की वेट करने लगा. 5:30 बजे घर पाहूंछ कर रेडी हो गया और सीधा आंटी तो कॉल किया तो उन्होने बताया की मोविए की टिकेट उन्होने बुक करवा दी हैं, 11 बजे का शो हैं.

मूज़े अब पक्का यकीन आ गया आंटी के दिमाग़ मे कुछ चल रह हैं. और मैने सीधा मूठ मार दिया बातरूम मे जाकर.

9:30 बजे आंटी का कॉल आया की मोहित क्या कर रहे हो डिन्नर के लिए घर आ जाओ. और मैने हन कर दी और उनके फ्लॅट मे घुस गया. आंटी ने मस्त टाइट जीन्स आंड टशहिर्त पहेना था, मैं तो देखता ही रह गया. और कहा आंटी योउ लुकिंग टू यंग. आंटी ने फिर से सेक्सी स्माइल कर दी.

डिन्नर के बाद यहा वाहा की बातें की और आंटी ने कहा यार बोर हो रहे हैं. चलो आउटिंग करते हैं और सीधा मोविए चले जाएगे. मैं कहा ठीक हैं. और मोविए ह्यूम स ग हाइवे पवर् सिनिमा मे देखने जाना था.

तो हम दोनो मेरे बिके पर निर्मा यूनिवर्सिटी तरफ लोंग दिरवे करने निकल पड़े मेरे बिके पर. हिगकौर्त के आस पास जब भी बंप आते थे मे शॉर्ट ब्रेक लगा था. और आंटी के 36-36 वेल बूब्स मूज़े स्लाइड टच करते थे. आंटी ने अपने दोनो हाथ मेरे शोल्डर पर रकः था. इसी वजह से बूब्स को फील नही कर पता था.

10:30 बजे हम अदलज ट्री मंदिर से वापिस पवर् सिनिमा की और निकले तो ठंडी लग रह ही. बहोट ठंडा पवन चल रहा था. आंटी को भी ठंड लगाज्ने लगी. आंटी कहा मोहित ठंड बहोट लग रही हैं. और मैने कहा आंटी ऐसा हैं तो आप हग कर दो और उन्होने मूज़े टाइट हग कर दिया.

फिर तो क्या दोस्तो, अपना लंड टाइट और हो क्यू ना…! जिस आंटी की ब्रा को सुंग सुंग कर मूठ मार रहा था वही बूस पूरे पेयरी बॉडी को टफ हो रहे थे.

पता ही नही चला कब पवर् आ गये. मूवी मे बैठे. सेंटर सीट मिली थी. और भीड़ भी बहोट थी. लेकिंग रामलीला मे जैसे जैसे किस्सिंग ससेंसे आना शरु किया आंटी को मैने हाथ टच करना शरु किया. आंटी कुछ रिक्ट नही कर रही थी.

मैने अपना हाथ उनके उपर रख दिया. तो आंटी ने थोड़े गुस्से से मेरी और देखा और मैने हाथ हटा लिया. पता नही चल रहा था की आंटी मुघत टाइट कर रही की खुद टाइट हो रही हैं.

मोविए के बाद हम रिटर्न हो रहे थे. फिरसे आंटी ने बिना कुछ कहे मूज़े हग कर दिया. और मैने कहा आंटी अब क्या हुआ. वाहा सिनिमा मा मैने हाथ रखा तो ग़लत और यहा आप रखो वो सही. और वो ज़ोर ज़ोर से हॅश पड़ी और कहा बुद्धू वाहा पूरी दुनिया थी, यहा कोई नही हैं.

फिर मैं कहा आंटी भूरा ना मानो तो एक बात बोलू. आंटी कहा पूछो पूछो.

ई साइड : मूज़े आप बहोट अकचे लगते हैं. लगता हैं की बस आपके साथ ही राहु. आपसे डोर रहेने का मान नही करता.

आंटी स्माइल दी और कहा बेटे कोई आक्ची गर्ल फ्रेंड पकड़ ले. षड्दी की उमर मे गफ़ ना मिले तो आंटी भी पसंद आने लगती हैं और हासणे लगी.

मैने कहा नही यार सच्ची मे.

फिर वो बोली लाइन मत मार. कोई गफ़ पकड़ ले.

और घर आ गया. मैं मेरे फ्लॅट पर गया. और आंटी ने कहा चलो छाई पीते हैं. रात को 2 बाज गये थे. मैने उनके घर चला गया. आंटी ने किचन मे छाई बनाने रख दी. और कहा मोहित ज़रा छाई का ध्यान रखो. मे चेंज करके आती हों और मे किचन मे चला गया.

छाई रेडी हो गई और मे निकल रहा था. तभी आंटी ने आकर मेरे हाथ पर हाथ रख कर कहा. ये काम मत करो. वो मे कर लूँगी. और मैने जब आंटी को देखा. . . बोस्ससस क्या कमाल का सीन.

अभी सोच रहा तो भी मेरे लंड तिघत हो गया. सिल्क मरून कोलोरेड निघट्य थी. और क्या मदहोश करने वाली खूशबू का देव लगाया था. मैं तो उसस्सी वक़्त पकड़ के छोड़ ने के मूड मे था. लेकिंग कंट्रोल करके रूम मे आ गया. आंटी ने छाई सर्व की. और मैं लाइट ऑफ करके. लॅंप स्टार्ट कर दिया.

आंटी मेरे पास सोफे पर बैठ गई और बट्‍टें कने लगे. आंटी ने अपने पैर टेबल पर रखे. तो उनकी नाइटली पैरो से थोड़ी उपर आ गई. और उनके पैरो को देखने लगा. बड़े सेक्सी लग रहे थे. थोड़े मोटे जौर थे लेकिंग जैसे कहा था छोड़ने वाला माल था.

आंटी कहा तुम रास्ते मे क्या कह रहे थे. मूज़े तुम पसंद हो आंड अल्ल्ल. मैने कहा आंटी क्या बटाऊ. मैं लास्ट 6 मंत से आपको याद कर कर के अपनी नाइट पूरी करता हूँ. तुलसी हासणे लगी और कहा पूरी रात मूठ मरते हू?

मैं शॉक हो गया. पहेले कभी आंटी ने ऐसा वर्ड उसे ही नही किया था. मैने कहा आप तो अंकल के साथ माजी लेते होगी. लेकिन मैं आपको याद करके मज्जे लेता हूँ. आंटी अब ओपन बाते करने लगी और कहा क्या याद करके मूठ मरता हैं.

मैने कहा बाते से ज़्यादा प्रॅक्टिकल करू तो? और आंटी ने कहा पागल हो गया हैं क्या. चल हट. अब तुम जाओ. मे सोने जा रही हू. करके नखरे करने लगी.

और वो कहदे होके बेडरूम की और जाने लगी. मैं कहदा हो गया. और पीछे से आंटी को पकड़ कर किस करना शरु कर दिया.

आंटी कुछ बोलने गई उसस्से पहेला ही उनको मेरी और हुमाकर समूओतच करने लगा. आंटी भी एक्षसित हो कर साथ देने लगी. और कहा मोहित तेरे अंकल कुछ मज्जे नही देते. मैं खुद तेरे साथ सोने के क्याल करकर सो जाती हूँ. आजे पूरी रात तेरे साथ सोना हैं.

मैं उनको बेडरूम मे ले गया. और नाइट निकल दी. वो पूरी नंगी थी. ब्रा नाती थी. . बड़े बड़े बूओबस… और रीसेंट्ली शेव्ड चूओत… क्या मस्त नज़ारा था. मैने अपने कपड़े उतार दिए. आंटी आँख बंद करके बेड पर पड़ी थी.

मैं उनको बूब्स चूसना शरु कर दिया. दोनो बूब्स की बीच मे किस करने लगा. आंटी ने कहा मूज़े साइन चाहिए. तो मैने दबाकर वाहा पर किस करके मेरा किस का साइन दिया. आंटी के बूब्स बड़े मोटे थे. तो एक साथ दोनो निपल को अपने दांतो से चबाने लगा. और आंटी पागल की तरह सिसकारिया ले रही थी.

फिर धीरे धीरे किस करते करते नीचे आया. आंटी ने कहा आजे मेरी छूट को छत ले. और मैने छूट को स्मील किया. और पूरा पानी चाटने लगा. पूरी टंग को अंदर दल कर. चोने लगा. आंटी बहोट गरम हो गई थी.

मुजसे रहा नही गया. और अपने लंबा लंड उनकी नोच पर रख दिया. आंटी ने कहा डाल पूरा. मार डाल मूज़े. पूरी चूत को फाड़ डाल. और एक ही झटके मे पूरा लंड अंदर. आंटी . कर गई.

और कहा कुत्ते इतना मोटा लंड लेकर घूमता हैं. कितनी रॅंड छोड़ कर इतना बड़ा किया. और मैं एक्षसित होकर ज़ोर ज़ोर से स्ट्रोक लगा रहा था. 20 मिनिट्स बाद मेरे पानी निकल गया. आंटी भी तक गई थी. मैने साइड मे पड़ा रहा.

आंटी ने कुछ देर बाद कहा. आज इतनी ईज़िली टुजे छोड़ने वाली नही हूँ. और मेरे लंड को अपने हाथ ने सहलाने लगे. 10 मिनिट मे अपना लंड रेडी. और आंटी अब मेरी उपर आ गई. वो मूज़े पागल की तरह बीते कर रही थी.

फिर वो मेरे पैरो की और अपना फेस कर लिया. और अपनी छूट को मेरे लंड पर रख दिया. मूज़े पीछे से सिर्फ़ उनकी बड़ी बड़ी गांद दिख रही थी. आंटी ने स्ट्रोकिंग शरु कर दिया. मैं तो मज़े ले रहा था. अपना लंड खुश और मैं आंटी की बड़ी गांद को दबा रहा था. 15मिनिट के बाद आंटी तक गई और मूज़े हग करके सो गई.

फिर 4:30 बजे उन्होने मूज़े जगाया और कहा डार्लिंग सॉरी लेकिंग हज़्बेंड आने का टाइम हैं तुम जाओ. लेकिंग मैने भी प्रॉमिस लिया की वीक मे 1 बार तो मज़े मिलने चाहिए.

तो उन्होने कहा मूज़े तो रोज लेने हैं करके दरवाजा बंद कर दिया. मैं भी तक गया था और दूसरे दिन प्रोग्रामिंग (जॉब) भी तो करनी थी. मैं भी सो गया.

दोस्तो, जैसे आपने लास्ट स्टोर्री मस्त रेस्पॉंड दिया. वैसे इस बार भी आशा हैं की ये पसंद आई होगी. आंड ई गॉट 2 गुड फ्रेंड्स और उनके फोन पर इंसिसित करने पर ये स्टोरी तुम दोनो को डेडिकेट करता हूँ. और आपके साथ भी मज़े लेकर एक आक्ची स्टोरी शेर करना चाहता हूँ.

शेर युवर रिव्यूज़ आंड कॉंटॅक्ट मे अट [email protected]

फील फ्री तो कॉंटॅक्ट छत आंड लोवे इस 100% सॅटिस्फॅक्षन फ्री. कहानी पढ़ने के बाद अपने विचार नीचे कॉमेंट्स मे ज़रूर लिखे, ताकि हम आपके लिए रोज़ और बेहतर कामुक कहानियाँ पेश कर सके – ड्के

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